बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 अप्रैल। जिले में एक मजदूर मां बेटे ने आर्थिक तंगी के चलते एक ही फंदे पर लटक कर जान दे दी। उनके ऊपर एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी का कर्ज था, जिसकी किस्त नहीं चुका पाने के कारण वह परेशान रहते थे। इसके अलावा बेटा बीमार भी रहता था। पति भी मूक बधिर है।
कोटा थाने के अंतर्गत ग्राम कलारतराई की कृष्णा भाई मानिकपुरी और उसका बेटा अशोक दास मंगलवार की सुबह जब घर के एक कमरे से बाहर नहीं निकले तब कृष्णा के पति ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर उसने पड़ोस से एक बच्चे को बुलाकर रोशनदान से भीतर देखने के लिए कहा। बच्चे ने देखा मां और बेटे दोनों एक ही फंदे पर लटके हुए हैं। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस को इशारों में मृतक महिला के पति ने बताया कि वह बाहर दूसरे कमरे में सोया हुआ था। सुबह एक कमरे का दरवाजा बंद मिला, तब उसे फांसी लगाने की जानकारी मिली।
पुलिस के मुताबिक मां बेटे दोनों मजदूरी करते थे। बेटा अशोक दास कुछ बीमार रहता था। उसने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिया था जिसकी हर हफ्ते किस्त जमा करनी पड़ती थी। आर्थिक तंगी के कारण वह किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे इससे परेशान थे।
दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है।