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डिजिटल मीडिया की भीड़ में एक विश्वसनीय आवाज आकाशवाणी
आज विश्व रेडियो दिवस है। यूं तो भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु ने भारत में और गुल्येल्मो मार्कोनी ने इंग्लैंड से अमरीका संदेश भेजकर 1900 में रेडियो की शुरुआत कर दी थी, लेकिन इसे मनोरंजक बनाने में 24 दिसंबर 1906 का दिन यादगार रहा। जब शाम को वैज्ञानिक रेगिनॉल्ड फेसेंडेन ने अपना वायलिन बजाया और अटलांटिक महासागर में तैर रहे तमाम जहाजों के रेडियो ऑपरेटरों ने उस संगीत को अपने रेडियो सेट पर सुना। ये दुनिया में रेडियो प्रसारण की बड़ी शुरुआत थी।
संदीप सिन्हा
रायपुर, 13 फरवरी। समय बदला, समय के साथ कई चीजें बदल गईं, सिर्फ नहीं बदली तो लोगों की रेडियो सुनने की दीवानगी। अब भी कई ऐसे श्रोता हैं जो पूरी शिद्दत से रेडियो सुनते हैं। यही वजह है कि हाईटेक होते इंटरटेनमेंट की दुनिया में लगातार रेडियो श्रोताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि आज भी लोग हजारों की संख्या में पत्र भेजकर अपनी पसंद के फरमाइशी कार्यक्रम सुनते हैं।
यह हाल है आकाशवाणी सहित तमाम रेडियो चैनलों में, जो अब एफएम के नाम से जाने जाते हैं। शहर सहित गांवों में कई ऐसे रेडियो श्रोता हैं, जिनके साथ रेडियो हमराह की तरह है। कुछ ऐसे हैं जिनके पास रेडियो का बेहतरीन कलेक्शन है। दौर आज ई-मेल और एसएमएस का है, लेकिन ििचयों की अहमियत आकाशवाणी जैसी संस्था में अब भी बनी हुई है। इसमें प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के लिए सैकड़ों चिट्ठियां आज भी आती हैं।
रेडियो की पहुंच का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सरकार की उपलब्धि सहित जनकल्याणकारी योजना को बतलाने के लिए मन की बात का प्रसारण किया जाता है वहीं छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के द्वारा रमने के गोठ सहित भूपेश बघेल द्वारा लोकवाणी का प्रसारण किया जा रहा है।
‘लता’ को रेडियो से ही जाना
व्यंग्यकार रामेश्वर वैष्णव का कहना है कि रेडियो सर्वव्यापक माध्यम है, जितनी पहुंच रेडियो की है, उसकी किसी की नहीं है और सही में आम आदमी तक पहुंचने सबसे अच्छा माध्यम है। बचपन से गाने का शौक और सुनने का शौक था। सबसे बड़ी बात यह है कि लता मंगेशकर को हम सबने रेडियो से ही जाना है। रेडियो से ही लता, मोहम्मद रफी, मन्नाडे, मुकेश, महेंद्र कपुर आवाज जानते है। रेडियो से ही आवाज जानने की क्षमता डेवलप हुई है, वह रेडियो के कारण से हुआ है।
आकाशवाणी रायपुर का चौपाल कार्यक्रम पुरे छत्तीसगढ़ में सुना जाता था, और बहुत पसंद किया जाता था, चुंकि वे छत्तीसगढ़ी में होती थी, इसलिए लोग ज्यादा सझमते थे, और जुड़ाव महसूस करते थे।
विश्वसनीयता बनी हुई है
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के सहायक प्रध्यापक डा मंगलानंद झा कहते है कि 80 के दशक में आकाशवाणी रायपुर से प्रसारित कार्यक्रम युगवाणी कार्यक्रम अत्यन्त लोकप्रिय था और उस समय मैं इसका श्रोता था। आकाशवाणी रायपुर के लोकप्रिय उदघोषक स्व. लाल रामकुमार सिंह खैरागढ़ निवासी थे। रेडियो आज तक लोगों के बीच में विश्वनियता के साथ मंनोरजन का प्रमुख साधन है। शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण तपके के लोग अपने काम और फुर्सत के क्षण में रेडियो का सहारा लेते है। टीवी, वीसीआर जैसे साधनों को एक स्थान से दूसरे स्थान नहीं ले जा सकते है, लेकिन रेडियो को काम करते हुए भी सुन सकते है।
रेडियो ने अपना स्तर नहीं गिराया
शासकीय महाविद्यालय महासमुंद हिंदी अध्ययन एवं शोध केंद्र के प्राध्यापक डॉ. अनुसुइया अग्रवाल का कहना है कि रेडियो ने हमेशा इंटरटेनमेंट दिया। मसलन जो बातें आप घर पर करते हैं, वहीं आप रेडियो पर सुन पाएंगे। रेडियो ने सदा अपना स्तर बरकरार रखा है। आजकल सोसल मिडिया आ गया है, जिसमें विश्वनियता को बरकार रखना संभव नहीं हो पा रहा है, लेकिन रेडियो ने आज भी विश्वनियता को बनाए रखा है। रेडियो को जनसंपर्क का ब्लाइंड मीडियम कहा जाता है। ऐसा मीडियम जिसमें सुनने वाला और सुनाने वाला आमने-सामने नहीं होता। लेकिन भावनाएं प्रकट करने के लिए यह आज भी उत्तम साधन है।
ग्रामीण अंचलों में अखबार नहीं पहुंचता हैटीवी के कार्यक्रम बिजली पर निर्भर करता है, लेकिन रेडियों को कभी भी सुन सकते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। शहर के सभी सीएसपी और थाना प्रभारियों ने अपने स्टाफ के साथ फरार वारंटियों के विरूद्ध अभियान चलाया।
अभियान कार्रवाई के तहत् थाना गंज, कोतवाली, आमानाका, माना, मंदिर हसौद, विधानसभा, नेवरा, उरला, कबीर नगर, मौदहापारा, तेलीबांधा, सरस्वती नगर, गुढिय़ारी, मुजगहन, आजाद चौक, गोलबाजार, सिविल लाईन, खमतराई, अभनपुर, पंडरी, आजाद चैक, न्यू राजेन्द्र नगर, खरोरा, पुरानी बस्ती एवं गोबरानवापारा पुलिस ने 90 स्थायी वारंटों के आरोपियों को न्यायालयों में पेश किया।
थाना आमानाका एवं न्यू राजेन्द्र नगर ने सबसे अधिक सर्वाधिक 08-08 स्थायी वारंटो की तामिली की । तामिल किये गये स्थायी वारंटों में थाना आजाद चौक में वर्ष 1998 में दर्ज कृषि/पशु क्रूरता अधिनियम, थाना आमानाका में वर्ष 2003 एवं 2006 में दर्ज मारपीट, थाना तेलीबांधा में वर्ष 2004 में दर्ज मारपीट, वर्ष 2008 में दर्ज नकबजनी, वर्ष 2009 में दर्ज आबकारी एक्ट तथा थाना मौदहापारा में वर्ष 2012 में दर्ज उद्यापन के आरोपियों भी पकड़े गए।
रायपुर, 13 फरवरी। एसकेएस कंपनी को इंडस्ट्रीयल सामान देने का झांसा देकर एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी का मामला थाने पहुंचा है। कंपनी के मैनेजर ने राजेंद्र सिंह नामक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। कंपनी मैनेजर के मुताबिक राजेंद्र सिंह ने गाजियाबाद में सामान सप्लाई करने के लिए करार किया। इसके बाद एक करोड़ से ज्यादा की रकम एडवांस में लेकर ठगी की वारदात की। बड़ी रकम लेने के बाद भी सामान तय किए गए समय सीमा में नहीं भेजे। सिविल लाइंस टीआई ने दीपक गुप्ता की तरफ से शिकायत करने पर मामला दर्ज किया।
रायपुर, 13 फरवरी। टिकरापारा थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने के नाम से ठगी का केस फूटा है। अज्ञात शख्स ने फोन में संपर्क होने पर महिला से ढाई लाख रुपये ठग लिए। इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने फोन धारक के खिलाफ अपराध दर्ज किया। पुलिस ने बताया, पीडि़ता का नाम अंजू सिंह है। वह चौरसिया कॉलोनी में रहती है। कुछ दिनों पहले समाचार पत्र पर दिए गए मोबाइल टावर लगाने का विज्ञापन देखकर उसमें दिए फोन नंबर से पीडि़ता ने संपर्क किया था। पहले एडवांस रकम जमा कराने के बाद उनके बताए गए पते पर मोबाइल टावर लगाने की बात कही। बार-बार फोन नंबर बदल बदलकर अज्ञात ने महिला से बातचीत की। इस दौरान एडवांस राशि अपने खाते में डलवा लिए। रकम लेने के बाद फोन धारक ने बात करना बंद कर दिया। फोन बंद बताने के बाद महिला को ठगी का शक हुआ। तुरंत थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
गुढिय़ारी क्षेत्र से जुड़ा मामला
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। गोगांव गुढिय़ारी इलाके में बीती रात चाकूबाजी की घटना सामने आई है। आपस में पार्टी मनाते वक्त युवकों में झगड़ा हो गया, इस दौरान एक शख्स ने चाकू निकालकर अपने ही दो परिचित को जख्मी कर दिया। आनन फानन में घायलों को अस्पताल रिफर किया गया।
गुढिय़ारी पुलिस ने हमलावर युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। टीआई विनीत दुबे ने रविवार को मामले की जानकारी दी। टीआई ने बताया, दोनों पक्ष आपस में परिचित हैं। पीने खाने के दौरान उनके बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। टीकम महेश्वरी एवं सूरज महेश्वरी को चिन्टू और योगेश ने पीटा। चिंटू ने चाकू से टिकम पर हमला कर दिया। गंभीर चोंटे आने की वजह से उसे अस्पताल भर्ती कराया गया। घटना शनिवार शाम चार बजे के आसपास की है। टीकम के घरवालों का कहना है, घर के सामने बैठे रहने के दौरान बदमाशों ने गाली गलौज करते हुए विवाद किया। आरोपी चिन्टू और योगेश दोनों पहले से हथियार लेकर पहुंचे थे। जान लेने की नीयत से टिकम पर हमला किया।
टीकम महेश्वरी को कमर, पेट, बायें सिना एवं शरंीर के अन्य भागों में गहरी चोंटे आई है। टीकम के अलावा उसके भाई सूरज पर भी हमला किया गया है। सिर और कमर में उसे भी चोट आई है।
शहर में इन दिनों ऐसी घटनाएं फिर से बढऩे लगी है। थाने पहुंचकर शिकायत करने पर पुलिस कई बार इन्हें अहस्तक्षेप अपराध मानकर नजरअंदाज कर जाती है। कालांतर में ये घटनाएं रंजिश का रूप ले लेती है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। पंडरी थाना क्षेत्र में बीती रात चाकूबाजी की घटना को अंजाम देकर बदमाशों ने जमके उत्पात मचाया। पुलिस की सुस्ती दिखाने का फायदा उठाकर बदमाशों ने एक शादी समारोह में पहुंचकर कई लोगों पर चाकू से वार किए। मामला थाना पहुंचने के बाद पुलिस पांच लोगों को गिरफ्तार कर पाई जबकि बाकी साथी फरार हो गए। दुर्गा नगर में रहने वाले टेकराम और मोवा निवासी निखिल पर बदमाशों ने चाकू से हमला किया। उनके रिश्तेदारों से भी मारपीट करते हुए विवाह स्थल में दहशत फैलाया। इलाके के पुराने बदमाश दिलकश और उसके साथी ताबीस हुशैन, शाहील, राकी, जीत्तू, चीकू, अविनाश सोनी, आशीष, हुमायी अली लोग एक राय होकर मारपीट किए। मालूम हुआ है शादी घर में पटाखा फोडऩे पर विवाद हुआ था। तभी दिलकश ने मारपीट की। दिलकश के खिलाफ जब पंडरी थाना में शिकायत हुई। इसकी भनक लगने के बाद दिलकश ने देर रात अपने दोस्तों को बुलाकर शादी घर में बवाल कर दिया। चाकू व दूसरे धारदार हथियार लेकर ताबड़तोड़ वार किए। पुलिस दो घंटे से बदमाशों को खोजने की बात कहते रही, इधर दिलकश गैंग ने कइयों को जख्मी कर दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला का निरीक्षण करने पहुंचे गृह, धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू को महासमुंद क्षेत्र के पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने एक लिखित ज्ञापन सौंपकर विभिन्न समस्याओं के निराकरण एवं राजिम माघी पुन्नी मेला को व्यवस्थित करने की मांग की है।
पूर्व सांसद ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि त्रिवेणी संगम पैरी, सोंढ़ूर एवं महानदी में उगे हुए घास, गाद एवं अन्य कचरा नदी में भरा पड़ा है। महानदी की स्वच्छता को बनाये रखने उसकी सफाई जरुरी है। पं. सुंदरलाल शर्मा चौक से गरियाबंद रोड एवं फिंगेश्वर रोड में डिवाइडर तथा शिवाजी चैक से पोखरा रोड तक रोड डिवाइडर की स्वीकृति, फिंगेश्वर रोड में निर्माणधीन नाली की गुणवत्ता में सुधार एवं फिंगेश्वर से पथर्रा रोड की मरम्मत में अनियमितता में सुधार के संबंध में ज्ञापन में लिखा है।
पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने उपरोक्त कार्यों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देने की मांग की है।
बख्रास्त कम्प्यूटर ऑपरेटर और सहयोगियों ने की धोखाधड़ी, एफआईआर दर्ज
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति भिंभौरी में धान बेचने के नाम पर बड़े फर्जीवाड़ा करने का केस फूटा है। सोसायटी में फर्जी खाता बही दिखाकर पांच लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है।
इस पर पुलिस ने बर्खास्त कंप्यूटर ऑपरेटर और सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी है। बतया गया है फर्जी किसानों के नाम पर रकबा बताकर सोसायटी को धान बेचा गया और इसके एवज में ऑपरेटर ने अपने खाते में रकम डलवा लिए। जिन किसानों का नाम पंजीकृत नहीं है उनके नाम पर भी फर्जीवाड़ा किया गया। समिति के प्रबंधक तेजराम वर्मा ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
बताया गया, सहकारी समिति मर्यादित भिंभौरी विकास खण्ड तिल्दा पंजयन क्रमांक 633 में टेकराम साहू पिता गुनूराम साहू ग्राम छपोरा कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्य करते हुए वर्ष 2021-22 में अपने तीन सहयोगी 1 तुकाराम साहू पिता गुनूराम साहू ग्राम छपोरा 2 विरेन्द्र कुमार धीवर पिता हेम कुमार धीवर ग्राम भिभौंरी 3 हेमकुमार पिता बोधन ग्राम भिंभौरी के साथ मिलकर फर्जी नाम पर कूटरचना एवं छलकपट पूर्वक धान विक्रय किया। टेकराम साहू ने पृथक कृषक का रकबा नाम, बिना उन कृषकों का सहमति के जोडकर रकबा बढाया और बैंक खाता ना देकर अपने सहयोगी के बैंक खाते में रकम ट्रांसफर करवा लिए। इस तरह से उसने कई बार दूसरों के खाता नंबर देकर सोसायटी को नुकसान पहुंचाया। कम्प्युटर आपरेटर टेकराम साहू द्वारा रामनारायण पिता भारत लाल ग्राम केंवतरा के नाम पर नवीन पंजीयन कराया गया जिसमें तीन कृषकों का नाम बिना उन कृषकों की सहमति के जोडकर रकबा तैयार किया गया है उक्त कृषक का बैंक खाता न देकर अपने सहयोगी तुकाराम साहू पिता गुनूराम साहू ग्राम छपोरा (कम्प्युटर आपरेटर का बडा भाई) के नाम का खाता नंबर 624013135103 दर्ज कराया गया है। पटवारी हल्का नं0 51 द्वारा उक्त कृषक को फर्जी बताया गया है, इसके बाद फर्जीवाड़ा करने संदेह गहरा गया।
मामले में जांच पड़ताल करने के बाद धोखाधड़ी करने का खुलासा हुआ। टेकराम द्वारा किये जा रहे अवैधानिक कृत्य की जानकारी प्राप्त होते ही कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर उसे जनवरी महीने में ही बर्खास्त कर दिया गया। दस्तावेजों की जांच के बाद मामला पुलिस को सौंपा। अब इस केस में धोखाधड़ी और कूटरचना करने का केस दर्ज किया गया। आपरेटर टेकराम साहू के साथ तुकाराम साहू, विरेन्द्र कुमार धीवर एवं हेमकुमार धीवर को भी मिलीभगत का आरोपी बताया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत संचालित ई डिस्ट्रिक्ट परियोजना के पोर्टल में आवश्यक परिवर्तन करते हुए अब एक मोबाइल नंबर से एक माह में अधिकतम केवल 4 आवेदन की सीमा तय कर दी गई है।
चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी समीर विश्नोई ने बताया कि विगत दिनों ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल में आम नागरिकों की सुविधा के लिए दिए गए सिटीजन लॉगिन का दुरुपयोग करने के समाचारों को देखते हुए चिप्स द्वारा स्वत संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से आवेदन करने की संख्या को सीमित किया गया है।
एक माह में 4 से ज्यादा आवेदन की दशा में नागरिक लोक सेवा केंद्र, चॉइस सेंटर के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। यह सुविधा लोक सेवा केंद्र द्वारा संचालित समस्त सेवाओं पर लागू होगी।
समीर विश्नोई ने बताया कि शीघ्र ही ई डिस्ट्रिक्ट परियोजना का उन्नत नवीन पोर्टल प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति नागरिक लॉगइन का दुरुपयोग ना कर सके।
ई डिस्ट्रिक्ट परियोजना के नवीन पोर्टल में उपरोक्त सुविधा के साथ-साथ प्रत्येक लोक सेवा केंद्र के लिए प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे जिसे केंद्र संचालकों को अपने केंद्र में पठनीय स्थल पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इस प्रमाण पत्र में संबंधित केंद्र का पूर्ण विवरण दर्ज होगा और इंक्रिप्टेड क्यूआर कोड भी होगा जिससे कोई भी नागरिक स्कैन कर अथवा वेब में आईडी डालकर उस सेंटर की वैधता को जांच सकते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक सेवा के लिए शासन द्वारा निर्धारित शुल्क दर्शाती हुई पावती भी प्रत्येक हितग्राही को दी जाएगी ताकि हर नागरिक से सेवा शुल्क से अवगत रहे।
रायपुर । छत्तीसगढ़ भाजपा के सह प्रभारी एवं बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन इन दिनों सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं। रविवार को मण्डल कार्यालय रामानुजगंज में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर सांसद रामविचार नेताम, प्रदेश महामंत्री और विधायक नारायण चंदेल भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। एक अप्रैल से प्रदेश में बिजली नई दरों लागू हो जाएंगी। बिजली कंपनियों ने इन दरों का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को सौंप दिया है। आयोग 24 और 25 फरवरी को जनसुनवाई करेगा। इसमें उपभोक्ताओं की तरफ से आने वाले सुझाव और आपत्तियों का निराकरण करते हुए आयोग नई दरें तय करेगा।
बिजली कंपनियों ने अगले साल अपने संभावित आय-व्यय लेखे के साथ उसके अनुरूप टैरिफ में बदलाव करने का आग्रह किया है।
आयोग को दिए प्रस्ताव में वितरण कंपनी ने मौजूदा दर पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में 3642 करोड़ रुपये का लाभ होने का अनुमान बताया है, लेकिन पिछले वित्तीय वर्षों में हुए 4388 करोड़ के घाटे की पूर्ति की वजह से कंपनी को 745 को अतिरिक्त राजस्व की जरूरत पड़ेगी। आयोग यदि इस घाटे को स्वीकार करता है तो इसकी भरपाई के लिए बिजली की दरें बढ़ानी पड़ सकती हैं।
24 फरवरी- सुबह 11 बजे से डेढ़ बजे तक कृषि व उससे संबंधित कार्य से जुड़ उपभोक्ता, ढाई बजे से साढ़े तीन बजे तक गैर घरेलू और साढ़े तीन से साढ़े पांच बजे तक घरेलू उपभोक्ता अपनी बात आयोग के समक्ष रख सकते हैं।
25 फरवरी को सभी उच्च दाब उपभोक्ता सुबह 11 से डेढ़ बजे तक अपना पक्ष रखेंगे। ढाई से साढ़े चार बजे तक निम्न दाब और साढ़े चार से साढ़े पांच बजे तक स्थानीय निकाय, नगर निगम, ट्रेड यूनियन और अन्य के लिए समय तय किया गया है।
जनसुनवाई के दौरान पक्ष रखने के लिए आयोग की निर्धारित प्रक्रिया है। इसके तहत ऐसे लोग जिन्होंने निर्धारित समय में लिखित सुझाव और आपत्ति दर्ज कराई है, वे इसमें शामिल हो सकते हैं। ऐसे लोग जिन्होंने निर्धारित समय में लिखित दावा-आपत्ति नहीं की है, वे भी तय तारीख पर आयोग के कार्यालय में आकर अपना पक्ष रख सकते हैं।
आनलाइन भी सुझाव दे सकते हैं
कोरोना को देखते हुए आयोग ने आनलाइन भी सुनवाई करने का फैसला किया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपनी बात रखने के लिए उपभोक्ता को अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी जनसुनवाई की तारीख से पहले आयोग को भेजना होगा
राज्य कर्मचारी संघ की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। स्कूल शिक्षा विभाग में ऑनलाइन आवेदन पर ही तबादले किए जाने के आदेश का राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ ने स्वागत किया हैं और इस नीति नियम निर्णय को स्थानांतरण के मामले में भ्रष्टाचार में रोक लगाने सभी विभागों में यथावत लागू करने की मांग की है।
शनिवार को जारी एक बयान में राज्य कर्मचारी संघ छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष अरुण तिवारी, प्रदेश महामंत्री अश्वनी चेलक,उपाध्यक्ष पूरन सिंह पटेल ने आगे बताया है कि इस निर्णय से शिक्षा विभाग में लंबे समय से स्थानांतरण को लेकर चल रहे विवाद पर विराम लगेगा और स्थानांतरण के नाम पर स्कूल शिक्षा विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी परंतु राज्य में सभी विभागों में इस नियम नीति को तत्काल लागू करना चाहिए क्योंकि सभी विभागों में स्थानांतरण को लेकर भ्रष्टाचार चरम पर होता है इसीलिए जब सरकार स्थानांतरण पर रोक हटाती है तो एजेंटनुमा लोग इसी काम में लग जाते हैं और स्थानांतरण चाहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा सिफारिश करवाने या पत्र बनवाने में विधायकों और मंत्रियों चक्कर लगाते देखे जाते हैं इसलिए सरकार को तुरंत स्कूल शिक्षा विभाग की तरह सभी विभागों के लिए स्थानांतरण नीति घोषित कर ऑनलाइन स्थानांतरण को जरूरी किया जाना चाहिए इससे एजेंट लोग हतोत्साहित होंगे और सरकार की छवि पर स्थानांतरण को लेकर दाग नहीं लगेगा।
रायपुर, 13 फरवरी। तेलीबांधा बस्ती में स्थापित मौली माता मंदिर को एक बार फिर से विस्थापित करने को लेकर श्रद्धालुओं ने मोर्चा खोल दिया है। मंदिर के पुजारी दीपक कुमार धीवर और समर्थकों ने पत्रकार वार्ता में बताया कि तेलीबांधा तालाब का निर्माण हुआ था 105 एकड़ के तालाब को तेली समाज द्वारा बांधा गया और उसी समय से यहां ग्राम देवी के रूप में श्री मौली माता , मरही माता , तेलीन माता स्थापित है । सन् 2010 में प्रशासन की सांठगांठ से विकास के नाम पर तोड़ दिया गया । पूर्व सीएम डॉ . रमन सिंह एवं लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत एवं महापौर किरणमयी नायक ( कांग्रेस ) थी । इसके बाद पुजारी दीपक कुमार धीवर परिवार द्वारा अपने ब्यारे में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा कर पूजा की जा रही है। आज 11 वर्ष बाद फिर प्रशासन ने मंदिर एवं मूर्ति स्थापना तालाब के किनारे गुरूविंदर सिंह चड्डा के प्लाट के पास करने की योजना बना रहा है । इसके विरोध में छत्तीसगढिय़ा धीवर समाज, छत्तीसगढिय़ा क्रान्ति सेना उग्र आंदोलन करेगा।
33 हजार लोगों को मिला रोजगार
लोकवाणी में सीएम बघेल का संबोधन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी में प्रदेशवासियों को संबोधित करतेहुए कहा कि छत्तीसग? में उद्योग, व्यापार और कारोबार के लिए अनुकूल वातावरण है। उन्होंने कहा कि संभावनाओं से भरपूर छत्तीसगढ़ में देश और दुनिया के निवेशक आकर देखें कि यहां उद्योग मित्र, व्यापार मित्र, कारोबार मित्र, उपभोक्ता मित्र, पर्यटक मित्र, रोजगार मित्र नीतियों से कैसे नवा छत्तीसगढ़ गढ़ा जा रहा है। राज्य में हमने शुरू से ही ऐसे कार्यों को महत्व दिया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आए और रोजगार के अवसर बढें।
सीएम ने कहा छत्तीसगढ़ में तीन वर्षों में 1 हजार 715 नए उद्योग स्थापित हुए, जिसमें 19 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ तथा 33 हजार लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा 149 एमओयू भी किए गए हैं, जिसमें 74 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा और 90 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
हमने बायो एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए 18 निवेशकों के साथ 3 हजार 300 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के लिए एमओयू किया है, जिसमें 2 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। हमने तो धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति भी केन्द्र सरकार से मांगी है। यदि यह अनुमति मिल गई तो धान के बम्पर उत्पादन को सही दिशा में उपयोग करते हुए हम बड़े पैमाने पर एथेनॉल बना सकते हैं और इससे बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का अवसर भी बना सकते हैं। इससे हम धान उत्पादक किसानों को बेहतर दाम दिलाने और उनकी माली हालत में लगातार सुधार के रास्ते भी बना सकते हैं।
हमने अपना वादा निभाते हुए विकासखण्डों में फूडपार्क की स्थापना के लिए 110 विकासखण्डों में भूमि का चिन्हांकन कर लिया है। औद्योगिक नीति में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाओं, कृषि उत्पादक समूहों, तृतीय लिंग के लोगों के लिए विशेष पैकेज हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए ऐसा कोई प्रावधान औद्योगिक नीति में नहीं था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शिक्षित और युवा किसान भी तेजी से ब? रहे हैं, जो नई-नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, जिसके नतीजे आने वाले समय में दिखाई देंगे। इस तरह छत्तीसगढ़ के खेत अपने आप में उद्यम बन गए हैं। चाय, कॉफी, काजू, फल, फूल की खेती लगातार बढऩे के साथ ही प्राकृतिक रेशों से धागे बनाने का काम भी हो रहा है। इतना ही नहीं, फूड प्रोसेसिंग को भी नई ऊंचाई पर ले जाने का कौशल हमारे ग्रामीण भाई-बहनों ने दिखाया है। हमारे नेता और सांसद राहुल गांधी जी ने 3 फरवरी को छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान ऐसे नए किसानों और उद्यमियों से भेंट की तथा उनके उत्पादों की दिल खोलकर तारीफ भी की।
इसी तरह छत्तीसगढिय़ा भाई-बहनों के हाथों के हुनर ने भी खूब तारीफ बटोरी। राहुल गांधी जी ने खुले मंच से कहा कि छत्तीसग? के उत्पाद अब देश और दुनिया में भेजे जाने चाहिए। वन संसाधनों की बात करें तो पहले मात्र 7 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाती थी। अब हमने 61 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर करने की व्यवस्था कर दी है। ये सारे उत्पाद इशारा करते हैं कि छत्तीसगढ़ के भावी औद्योगिक विकास के लिए ये सभी सबसे अच्छा कच्चा माल साबित होंगे।
लोकतंत्र सेनानी संघ ने की भेंट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने भेंट कर उन्हें लोकतंत्र सेनानियों (मीसा बंदियों) को दी जाने वाली सम्मान निधि के संबंध में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के हाल ही के निर्णय के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने मीसा बंदियों की सम्मान निधि को पूर्ववत जारी रखने का फैसला दिया है और राज्य सरकार को इस संबंध में आदेशित किया है। उपासने ने राज्यपाल से उक्त निर्णय का यथावत् पालन कराने हेतु राज्य शासन को आदेशित करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर विकास अग्रवाल और आलोक श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
वसूली भी होगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। उरकुरा-सरोना बायपास रेल लाइन पर गुढ़ियारी- गोगांव रेलवे अंडर ब्रिज का काम अगले छह महीने में पूरा होने की उम्मीद है। लोक निर्माण विभाग ने इस अंडर ब्रिज को बनाने में लगे ठेकेदार मे. व्ही बी प्रापर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को काम में लापरवाही, धीमी प्रगति और कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी काम में उदासीनता बरतने पर टर्मिनेट कर दिया है। इसके साथ ही अब फिर से निविदा बुलाकर नए ठेकेदार को अनुबंधित कर स्वीकृति पत्र भी जारी कर दिया गया है। गोगांव अंडर ब्रिज का बांकी काम अब मेसर्स बंसल इंफ़्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। काम पूरा करने विभाग ने छह माह की अवधि निर्धारित की है।
लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग रायपुर के इंजीनियर श्री सी के पांडेय ने आज यहाँ बताया कि गुढ़ियारी-गोगांव रेल मार्ग पर गोगांव गेट पर अंडर ब्रिज बनाने का काम मई 2016 में मे. व्ही बी प्राॅपर्टीज एण्ड इन्फ्राॅस्ट्रक्चर को दिया गया था। कार्य एंजेसी को वर्षाकाल के साथ 12 महिने मे काम पूरा करना था। कार्य स्थल पर अतिक्रमण को हटाने में देरी के कारण ठेकेदार को गोगांव अंडरब्रिज बनाने की समयावधि जनवरी 2018 तक बढ़ाई गई थी। कार्य एंजेसी द्वारा श्रमिकों की कमी, आवश्यक संसाधनों की कमी और कुशल तकनीकी स्टाॅफ नहीं होने के कारण इस समय अवधि में काम पूरा नहीं किया जा सका। अंडरब्रिज में बाक्स पूशिंग के लिए भी जरूरी तकनीकी उपकरण और कर्मचारी उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण अंडरब्रिज का काम निर्धारित कार्य योजना अनुसार नहीं किया जा सका। श्री पाण्डेय ने बताया कि काम की धीमी गति, लापरवाही और समय अवधि में कार्य योजना अनुसार काम पूरा नहीं होने के कारण मेसर्स व्ही बी प्राॅपर्टीज एण्ड इन्फ्राॅस्ट्रक्चर को समय-समय पर नोटिस भी जारी किए गए लेकिन कंपनी द्वारा गोगांव अंडरब्रिज का काम पूरा करने में कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। कंपनी द्वारा केवल पांच बाक्सों के निर्माण एवं गोगाँव की ओर पहुंच मार्ग का आंशिक काम अब तक किया गया है। कंपनी ने कार्य के लिए निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद भी अब तक केवल 39 प्रतिशत काम ही किया है।
श्री पाण्डेय ने बताया काम की धीमी गति, उदासीनता और कई बाद नोटिस दिए जाने के बाद भी गोगांव अंडरब्रिज निर्माण के काम में अपेक्षित प्रगति नहीं होने के कारण लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग द्वारा पिछले दिसम्बर महिने में कंपनी के अनुबंध को टर्मिनेट कर दिया गया है। कम्पनी से साढ़े 87 लाख रुपए की वसूली भी की जा रही है साथ ही कम्पनी की 51 लाख रुपए की जमा सुरक्षा अमानत राशि भी जप्त की जाएगी।
श्री पाण्डेय ने बताया कि अंडर ब्रिज के बाकी बचे काम के लिए फिर से निविदा बुलाई गई। 10 करोड़ 28 लाख रुपए की लागत वाली नई निविदा को प्रशासन द्वारा जनवरी 2022 में ही स्वीकृत कर लिया गया है और नए ठेकेदार बंसल इंफ़्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड को स्वीकृति पत्र भी जारी कर दिया गया है। श्री पाण्डेय ने बताया जल्द ही नए ठेकेदार को कार्य आदेश जारी किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अगले छह महिने में गोगांव अंडरब्रिज का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस समयावधि में तेजी से काम पूरा कराया लिया जाएगा।
रायपुर, 12 फरवरी। आवेदक शिवप्रसाद कृषाण, जाति हलबा, सल्हाईटोला, तहसील डौंडी, जिला बालोद, (छ.ग.) ने वर्ष 2020 में लव कुमार पिता रंजीत, हालमुकाम हाटकोंदल, काला गांव, पकलापारा, तहसील- दुर्गकोदंल, जिला- उ.ब. कांकेर (छ.ग.) से उनकी ग्राम- औराटोला, प.ह.नं. 22, तहसील- डौंडी, जिला- बालोद में स्थित कृषि भूमि खसरा नं.- 67/1, रकबा 0.32 हे. भूमि को क्रय करने हेतु रु 19,00,000/- में क्रय करने हेतु इकरारनामा किया गया. क्रेता शिवप्रसाद के द्वारा बयाना स्वरुप रु 2,05,000/- की राशि अनोवेदक लव कुमार को दिया गया। किंतु लव कुमार द्वारा बाद में उक्त भूमि को विक्रय करने से मना किया गया तथा बयाना की राशि भी वापस नही की जा रही थी। इससे परेशान होकर आवेदक शिवकुमार कृषाण के द्वारा आयोग में बयाना की राशि मय ब्याज वापसी हेतु आवेदन किया गया.
अध्यक्ष द्वारा उभय पक्षों को समक्ष में आहूत कर अनावेदक लव कुमार को बयाना की राशि मय ब्याज वापस लौटाने के निर्देश दिये गये. अनावेदक द्वारा दिनांक 10.02.2022 को मय ब्याज राशि रु 2,20,000/- आवेदक शिव प्रसाद कृषाण (मृत) के पुत्र डामेंद्र कृषाण को चेक के माध्यम से रु. 2,00,000/- एवं रु 20,000/- ऑनलाईन खाते में जमा किया गया. आयोग की कार्यवाही से आवेदक संतुष्ट हुआ, उनके निवेदन पर प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। दो साल पहले प्रदेश में सरकारी शराब दुकानों में सेल्समैन, और मैनेजर बनने के लिए बेरोजगार युवाओं ने होड़ लग गई थी। प्लेसमेंट कंपनी के जरिए हुई भर्ती में साढ़े चार सौ लोगों को नियुक्ति दी गई थी। इनमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिग्रीधारी युवक भी शामिल थे। लेकिन अब इन दुकानों में काम करने वालों का टोटा हो गया है। तीन से चार महीने में प्लेसमेंट कंपनी कर्मचारियों की तंगी से जूझ रही है कि आए दिन नौकरी छोडऩे वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मजबूरन कंपनी को एक माह पहले नई भर्ती के लिए इश्तेहार जारी करना पड़ा है, लेकिन इसके बाद भी कोई फायदा नहीं हो सका है। कंपनी को नए कर्मचारी नहीं मिल सके हैं। लोगों ने कंपनी में ज्वाइनिंग लेकर शराब बेचने के काम में किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई है। एक समय नौकरी पाने के लिए होड़ मचने की स्थिति रही थी। बेरोजगार युवकों ने नौकरी पाने के लिए कंपनी की शर्त पर तीस से पचास हजार रुपये तक के डीडी भी जमा कराए थे। लेकिन अब हालात कुछ उल्टे हो गए हैं। प्लेसमेंट कंपनी एटूजेड के सूत्र ने बताया है, जितनी संख्या में युवकों की भर्ती हुई थी अभी उसमें से 30 फीसदी कर्मचारी नौकरी छोड़ चुके हैं। एक प्रतिष्ठित अखबार में इश्तेहार देने के बाद 30 लोगों ने आवेदन किया था लेकिन नियम व शर्त देखने के बाद केवल तीन कर्मचारियों ने ही नौकरी करने फैसला किया। बाकी लोगों ने किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई। रायपुर जिले के तकरीबन 70 दुकानों के लिए कंपनी ने दो साल पहले प्लेसमेंट कैंप आयोजित कर नियुक्तियां की थी। इनमें से डिग्री और योग्यता के आधार पर सेल्समेन, सुपर वाइजर और फिर फील्ड मैनेजर के पद पर नौकरी दी गई थी। सूत्र का दावा है कंपनी में फील्ड मैनेजर के सारे पद हटा दिए गए हैं। इन पदों पर भर्ती होने वाले कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी है, जबकि आबकारी के निर्देश पर कर्मचारी हटा दिए गए हैं। दुकानों में शराब बिक्री की रकम में हिसाब गड़बड़ाने के बाद भी कई कर्मचारी संदेह के दायरे में घिरे हैं, ऐसे में रिकवरी करने के बाद आबकारी ने कर्मचारियों का नाम ब्लेक लिस्टेड किया है।
गबन-नुकसान का खर्च कर्मचारियों से
प्लेसमेंट कंपनी के भर्ती शर्तों के मुताबिक पिछले डेढ़ से दो साल में दुकानों में रुपयों की हेराफेरी की स्थिति सामने आने के बाद इसकी वसूली कर्मचारियों से की गई है। कई कर्मचारियों के खिलाफ में शिकायत दर्ज कराकर थानों में गबन का मामला दर्ज कराया गया है, इसलिए भी प्लेसमेंट की नौकरी के लिए जरूरतमंद युवकों ने दूरियां बढ़ाई है।
ओवर रेट बंद, कमाई रूकने का असर
दुकानों में कर्मचारियों की छंटनी और नौकरी छोडऩे के पीछे यह भी माना जा रहा है कि अब ओवर रेट का खेल खत्म हो चुका है। आबकारी के वरिष्ठ अफसरों के सख्त निर्देश के बाद दुकानों में शराब के लिए तय कीमतों से अधिक राशि वसूल करने पर सर्किल अफसरों पर भी कार्रवाई के निर्देश हैं। ऐसे में ऊपरी कमाई रूकने के बाद कर्मचारियों में हडक़ंप मचा हुआ है।
हर दुकानों में महीने नुकसान लाख पार
आबकारी विभाग की ऑडिट शुरू होने के बाद ज्यादातर दुकानों में एक से सवा लाख रुपये तक का नुकसान बताया गया। हालांकि शर्त के मुताबिक कंपनी ने इसकी भरपाई कर दी। कर्मचारियों के बीच टूट फूट का हिसाब हर दिन हजारों में है।
रायपुर, 12 फरवरी। सामान्य प्रशासन विभाग ने राज्य निर्वाचन आयोग की उप सचिव श्रीमती अंकिता गर्ग को बिना सूचना कार्यालय में लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही इस नोटिस का जवाब 15 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने को कहा है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि श्रीमती गर्ग का 5 अक्टूबर 2021 से 2 जनवरी 2022 तक 90 दिनों का संतान पालन अवकाश स्वीकृत किया गया था। इस अवकाश की अवधि 2 जनवरी 2022 को समाप्त होने के पश्चात भी वर्तमान दिनांक तक उनके द्वारा न कार्यालय में उपस्थिति दर्ज की गई न ही उनके द्वारा कोई सूचना प्राप्त हुई हैं। इस प्रकार श्रीमती गर्ग कार्यालय से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित है। जारी पत्र के अनुसार यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के अनुरूप न होकर कर्तव्य के निर्वहन में गंभीर लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं स्वेच्छाचारिता का परिचायक है तथा कदाचरण का स्पष्ट द्योतक है, जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम-1966 के अधीन दण्डनीय है। शासन द्वारा 15 दिवस के भीतर पत्र का जवाब प्राप्त न होने पर एकपक्षीय कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है।
रायपुर, 12 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 26 वीं कड़ी का प्रसारण 13 फरवरी 2022 को होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार सुगम उद्योग, व्यापार-उन्नत कारोबार पर प्रदेशवासियों से बातचीत करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक किया जाएगा।
एनटीसीए के मंजूरी के बाद भी नोटिफिकेशन नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एनटीसीए की मंजूरी के छह माह बाद भी टाइगर रिजर्व नहीं बन पाया है। कैबिनेट, और फिर वाइल्ड लाइफ बोर्ड की सहमति के बावजूद टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन नहीं हो पाया है।
पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) पी नरसिम्ह राव ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में सिर्फ इतना ही कहा कि टाइगर रिजर्व के नोटिफिकेशन के लिए कोई समस्या नहीं है। यह शासन के पास लंबित है।
कैबिनेट, और फिर वाइल्ड लाइफ बोर्ड के अनुमोदन के बाद एनटीसीए (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) ने भी गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान सोनहत-कोरिया (छत्तीसगढ़) को टाइगर रिजर्व बनाने की सहमति दे दी थी। इस पूरी प्रक्रिया को छह माह से अधिक हो चुके हैं। मगर इसके लिए अब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जा सका है।
गुरू घासीदास उद्यान का एरिया करीब 14 सौ वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमें बाघ, तेंदुआ, नीलगाय सहित अन्य वन्यजीव प्राणी विचरण करते हैं। कोरिया के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और सरगुजा के तमोर पिंगला अभ्यारण्य को मिलाकर टाइगर रिजर्व घोषित किया जाना है।
बताया गया कि छत्तीसगढ़ सरकार से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, देश के 53वां टाइगर रिजर्व के रूपए में अस्तित्व में आएगा। वर्तमान में चार टाइगर विचरण करते हैं। प्रदेश में 3 टाइगर रिजर्व अचानकमार, उदंती सीतानदी और इंद्रावती हैं।
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की सुरक्षा के लिए कैम्पा मद से काफी कुछ काम हुए हैं। सेंसरयुक्त हाइटेक बैरियर व सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन विभागीय देरी से अस्तित्व में नहीं आ पाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। सीएम भूपेश बघेल और राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने बीजापुर जिले में मुठभेड़ में शहीद हुए जवान के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
अपने अपने संदेश में उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और केंद्र सरकार और राज्य सरकार के समन्वय से प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा जल्द ही होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे जवान नक्सलियों की मांद में घुस कर वीरता और साहस के साथ उनसे मुकाबला कर रहे हैं। हमारे जवानों ने नक्सलियों को एक सीमित दायरे में समेट दिया है। हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 फरवरी। सीएम भूपेश बघेल ने खाद की कमी के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश के अन्य राज्यों में खाद की कमी है। ऐसा क्यों हो रहा है, यह सरकार को बताना चाहिए।
श्री बघेल शनिवार को कानपुर चुनाव प्रचार के लिए रवाना हुए। माना एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा में खाद संकट पर कहा कि केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह राज्यों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराए। छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यूपी जैसे राज्य जो कि भाजपा शासित भी है वहां भी केन्द्र सरकार किसानों को खाद नहीं उपलब्ध करा पा रही है। बघेल ने पूछा कि क्या खाद का उत्पादन कम हो गया है, यह सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।
सीएम ने बीजापुर जिले में नक्सली मुठभेड़ की घटना में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एसबी तिर्की की शहादत पर गहरा दुख जताया है। बघेल ने घटना में शहीद तिर्की के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना और सहानुभूति प्रकट की है।
उन्होंने इस घटना में घायल जवान को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। सीएम ने कहा है कि हमारे जवान नक्सलियों की मांद में घुस कर वीरता और साहस के साथ उनसे मुकाबला कर रहे हैं। हमारे जवानों ने नक्सलियों को एक सीमित दायरे में समेट दिया है। हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
रायपुर, 12 फरवरी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर कम होने के बाद अब माशिमं बोर्ड 10-12 वीं की परीक्षा ऑफलाइन मोड में लेने जा रहा है। बोर्ड ने इन परीक्षाओं की समय-सारणी भी घोषित कर दी है। इसके मुताबिक़ बारहवीं की परीक्षा 2 मार्च से 30 मार्च तक होगी। वहीं दसवीं कक्षा की 3 मार्च से 23 मार्च तक होना है। ये परीक्षाएं इस बार 6787 परीक्षा केन्द्रों में होगी। इसके लिए सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। प्रदेश में मंडल से मान्यता प्राप्त 6787 स्कूल है। अत: इस वर्ष कुल 6787 परीक्षा केन्द्र होंगे। जो नियमित छात्र जिस स्कूल में अध्ययनरत् है, उसी स्कूल में उन्हें परीक्षा में सम्मिलित होना है। स्वाध्यायी छात्रों ने जिस स्कूल से अपना परीक्षा फार्म परीक्षा फार्म अग्रेषित कराया है, वे उसी स्कूल में स्वाध्यायी छात्र के रूप में परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
रायपुर, 12 फरवरी। उत्तराखंड के हल्द्वानी ( नैनीताल ) में राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड स्वाभिमान रैली को सम्बोधित किया । उन्होंने जनता से कांग्रेस की सरकार बनाने का अनुरोध किया। इस अवसर में छत्तीसगढ़ के मंत्री टी एस सिंहदेव, जयसिंह अग्रवाल, विधायक शैलेश पाण्डेय, पीसीसी सचिव पंकज सिंह, झारखंड विधायक दीपिका पाण्डेय, समेत प्रदेश सचिव पंकज सिंह ने मुलाकात की और सभा में शामिल हुए। ये सभी नेता रात दिल्ली लौट रहे हैं। सिंहदेव का बुधवार तक रायपुर लौटने का कार्यक्रम है।