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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी । सांकरा स्थित निको कंपनी में लोहे में दबकर एक मजदूर की मौत हो गई। क्रेन के जरिए लोहे का बंडल खिसकाने के दौरान हादसा हुआ। भारी भरकम लोहे की चपेट में आकर मजदूर को गंभीर चोंटे आई थी, निजी अस्पताल में उपचार शुरू होने के बाद उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने सूचना मिलने पर मर्ग कायम किया। पुलिस का कहना है 13 फरवरी की सुबह धमेंद्र तिवारी नामक मजदूर पहली पाली में लोहे का बंडल खिसकाने के लिए पहुंचा था। के्रन वाहन में चढक़र लोहे का बंडर इधर से उधर करते वक्त एक बंडल सीधे धमेंद्र पर गिर गया। भारी भरकम लोहे के एंगल की चपेट में आ जाने से धमेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के दौरान बाकी मजदूर धमेंद्र की चीख सुनकर उसके पास दौड़ पड़े। किसी तरह से निजी अस्पताल में धमेंद्र का दाखिला कराया। उपचार शुरू होने के अगले दिन धमेंद्र की मृत्यु हो गई।
पुलिस ने जांच के बाद कंपनी प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया है। जिस वक्त धमेंद्र लोहे का बंडल खिसका रहा था, मौके पर कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं थे।
मंदिर हसौद मर्डर केस पुलिस ने सुलझाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी । मंदिर हसौद के बस स्टैंड के पास से गायब महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने एक परिचित युवक को गिरफ्तार किया है। 50 संदेहियों के बयान लेने के बाद आखिर मुख्य आरोपी की शिनाख्त की। हत्या के पीछे पुलिस ने अवैध संबंध बताया। ग्राम खुटेरी जंगल प्लांट में भगवंतीन धीवर 39 साल की लाश मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। मंगलवार को मंदिर हसौद थाना प्रभारी वीरेंद्र चंद्रा ने मामले का खुलासा किया। टीआई ने बताया, मृतिका को अंतिम बार आरंग बैहार निवासी संतू राम दीवान के साथ देखा गया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा संतु राम दीवान की पतासाजी किया । जब संतु को घेरे में लिया उसने गुमराह कर दिया। बाद में तकनीकी जांच करने के बाद एक जगह से फुटेज मिला। महिला को बाइक में संतु के साथ जाते देखा गया। सख्ती से पूछताछ होने के बाद संतु ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। अवैध संबंध के रिश्ते को छिपाने के लिए हत्या करने की बात कही। पूछताछ में आरोपी संतू धीवर ने बताया कि मृतिका भगवंतीन धीवर उसे फंसाने की धमकी देकर लगातार ब्लेकमेल कर रही थी। वह महिला के साथ संबंध नहीं रखना चाहता था। शरीरीक संबंध बनाने के बाद महिला उसे आए दिन साथ में रहने दबाव बनाती थी। भगवंतीन के अपने पति के साथ संबंध ठीक नहीं थे। जब वह 8 फरवरी को गांव जाने के लिए निकली थी, तभी जानकारी होने पर आरोपी संतु बस स्टैंड पहुंचा। अपनी दोपहिया में साथ चलने की बात कहते हुए भगवंतीन को प्लांट की तरफ ले गया। दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ तब आरोपी ने कपड़े से भगवंतीन का गला घोंट दिया। मृत हालत में छोडक़र संतु अपने गांव बैहार लौट आया। लंबे समय की पूछताछ के बाद आरोपी संतु ने हत्याकांड में राज खोल दिया। भगवंतीन धीवर की मौत की खबर उसके बेटे को मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने ब्लाइंड केस में जांच शुरू की।
शार्ट पीएम रिपोर्ट में हुई थी पुष्टि
प्लांट के सूनसान रास्ते में महिला की संदिग्ध मौके के मामले में पुलिस ने शार्ट पीएम रिपोर्ट के बाद ही हत्या का केस दर्ज कर लिया था। मौके पर जो हालात दिखे उसके बाद से करीबियों पर संदेह जताकर पूछताछ शुरू की। आरोपी संतु से संबंधों का पता चला इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। संतु तक पहुंचने के पहले गांव के परिचितों और रिश्तेदारों के बीच से करीब 50 लोगों को थाने लाकर पूछताछ हुई। बेटे से भी पुलिस ने बार-बार बयान लिए। आखिर में जब संतु का पता चला, इस एंगल में जांच होने से हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई।
रायपुर, 15 फरवरी । गुजरात में हुए 22842 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले पर पीसीसी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किया। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोदी भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि नोटबंदी से विदेश में जमा काला धन देश मे तो नही ला पाये तो कम से कम देश के बैंको में जमा जनता का पैसा लेकर विदेश भागे लोगो को ही पकड़ कर ले आते और बैंको का पैसा वापस करवा देते। मोदी सरकार के नोटबंदी के बाद अब देश में बैकबंदी हो रही है मोदी के मित्र बैंकों का पैसा लेकर विदेश भाग जा रहे हैं और बैंक डूब जा रहे हैं। मोदी के पीएम बनने के बाद मोदी के मित्र बैंको का पैसा लेकर देश छोडक़र भाग रहे है। मोदी सरकार बीते सात साल में बैंक का पैसा लेकर भागे नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी को देश मे लाने एवं बैंको का पैसा वापस दिलाने में असफल रही है। मोदी सरकार के हम दो हमारे दो को फायदा पहुंचाने के नीतियों के चलते देश के किसान, मजदूर, कामकाजी महिलाये, छोटे मंझोले व्यापारी, ठेला, खोमचा वालो को आर्थिक मार पड़ रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। रायपुर।राजधानी के बूढ़ा तालाब में कनिष्ठ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के समस्त तहसीलदार नायब तहसीलदार राजस्व निरीक्षक पटवारी और तृतीय चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों ने धरना दिया। वे देकर रायगढ़ में घटित घटना के दोषी लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने और सुरक्षा प्रदान करने की मांग को लेकर प्रांत व्यापी अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं।इसका नेतृत्व प्रांतीय अध्यक्ष के के लहरे कर रहे हैं। इसका समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष विजय कुमार झा ने भी संबोधित किया।
तहसीलदारों का कहना है कि 3 वकीलों की गिरफ्तारी तो हो गई है लेकिन हमें आने वाले समय पर और ऐसी ना घटना हो के लिए सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाएगा तब तक अनिश्चित काल हड़ताल रहेगा। दूसरी ओर रायपुर कोर्ट के वकीलों ने रायगढ़ में अपने तीन साथियों की गिरफ्तारी के विरोध में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
बस्तर-सरगुजा संभाग के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने अभ्यर्थियों एवं विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए बस्तर और सरगुजा संभाग के सभी जिले तथा गौरेला-पेंड्रा-मरवाही व कोरबा के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सहायक शिक्षकों की भर्ती में स्थानीय निवासी होने की अनिवार्यता को शिथिल करने संबंधी राज्य शासन के प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति दे दी है।
उल्लेखनीय है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शैक्षणिक गुणवत्ता की दृष्टि से शासन की महत्वपूर्ण योजना है, जिसके लिए अंग्रेजी माध्यम का शिक्षक होना अनिवार्य है। शासन द्वारा जारी पूर्व निर्देशों में इन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए अभ्यर्थी को संबंधित जिले का निवासी होने की अनिवार्यता की शर्तों का उल्लेख किया गया था, किन्तु बस्तर व सरगुजा संभाग के जिलों तथा कोरबा व गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में शिक्षित पात्र उम्मीद्वारों की कमी को देखते हुए शासन ने सहायक शिक्षक के पदों की भर्ती हेतु इन जिलों में स्थानीय निवासी होने की शर्त को शिथिल करना प्रस्तावित किया, जिस पर राज्यपाल ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। जिससे अब इन जिलों के स्वामी आत्मानंद स्कूलों में रिक्त पद शीघ्र भरे जा सकेंगे।
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रायपुर, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ में अपराधी राज्य गठन के पहले से फरारी काट रहे हैं। राज्य में 20 से 24 साल से फरार ये अपराधी हाल में वारंट तामिली अभियान में पुलिस के हत्थे चढ़े। अधिकांश आरोपी घरों या मोहल्लों में ही पकड़े गए हैं। इनमें एक आरोपी चौबीस साल पहले रायपुर में दर्ज पशु क्रूरता अधिनियम के अपराध में शामिल था।
शनिवार व रविवार को विशेष टीमों का गठन कर अभियान चलाकर लंबित कुल 1156 वारंटियों को दबोचा गया। पुलिस ने स्वयं अपने प्रेस नोट में स्वीकार किया कि इनमें से अधिकांश गंभीर मामलों के आरोपी थे। अभियान में ऐसे अपराधियों को भी गिरफ्तार करने में सफलता मिली जो 20 -20 वर्ष से अधिक समय से पुलिस व न्यायालय से छिपते फिर रहे थे। इस अभियान में सभी 28 जिलों में 450 से अधिक टीमों का गठन किया गया था।
इन वारंटों की तामीली से इनके कारण न्यायालय में पेंडिंग मामलो का भी शीघ्र निराकरण होगा।
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रायपुर, 14 फरवरी। भारतीय पुलिस सेवा के एक और अफसर जितेंद्र शुक्ला ने प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन दिया है। शुक्ला अपने गृहराज्य उत्तरप्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहते हैं।
भापुसे के 2013 बैच के अफसर जितेंद्र शुक्ला नारायणपुर बटालियन में पदस्थ हैं। वे नारायणपुर, सुकमा, महासमुंद, और राजनांदगांव के एसपी रह चुके हैं। सबसे ज्यादा नारायणपुर में डेढ़ साल एसपी रहे। बाद के जिलों में वे अधिकतम 6 माह ही एसपी रह सके हैं।
जितेंद्र शुक्ला, आबकारी मंत्री कवासी लखमा के साथ विवादों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं, और उसके बाद उन्हें हटाकर पीएचक्यू भेज दिया गया था। जितेंद्र को तेज तर्रार अफसर माना जाता है। कहा जा रहा है कि वो अपनी पोस्टिंग को लेकर संतुष्ट नहीं है, और इसी वजह से प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहते हैं।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन दिया है। इस पर अभी सहमति नहीं मिल पाई है। वो अंतराज्यीय प्रतिनियुक्ति पर अपने गृह प्रदेश उत्तरप्रदेश जाना चाहते हैं। जितेंद्र शुक्ला से परे आधा दर्जन अफसर प्रतिनियुक्ति पर हैं, इनमें रवि सिन्हा, जयदीप प्रसाद, अमित कुमार, रामगोपाल गर्ग, अंकित गर्ग, नीतू कमल, अमरेश मिश्र, अभिषेक शांडिल्य, अभिषेक पाठक प्रमुख है।
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रायपुर, 14 फरवरी। प्रदेश के पांच पुलिस रेंज में साइबर थाने खोलने के लिए सालभर पहले ही नोटिफिकेशन जारी हो चुका है, लेकिन थाने खुलना तो दूर आज तक सेटअप ही मंजूर नहीं हुआ है। इससे जुड़ी फाइलें पुलिस मुख्यालय, गृह और वित्त विभाग में ही दौड़ रही हैं। साइबर अपराध को लेकर विभाग कितना गंभीर है, यह इसी बात से समझ लें कि एकमात्र साइबर थाना पुलिस मुख्यालय में है, लेकिन वहां भी पूरा स्टाफ नहीं है। कम्प्यूटर कैडर के इंस्पेक्टर और टेलीकॉम कैडर के स्टाफ से काम चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ पुलिस में साइबर कैडर से मात्र तीन स्टाफ हैं। इनमें दो इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर शामिल हैं।
साइबर अपराध जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं और हर दिन नए-नए किस्म के अपराध सामने आ रहे हैं, उसके मुकाबले छत्तीसगढ़ पुलिस में फिलहाल कोई तैयारी ही नहीं है। साइबर चोरी या ठगी के शिकार लोगों को एफआईआर लिखाने के लिए भटकना पड़ता है। पुलिस मुख्यालय में करीब डेढ़ साल पहले साइबर थाने की शुरुआत की गई थी। इसी के साथ साइबर लैब भी शुरू किया गया, लेकिन सबसे बड़ी समस्या सेटअप की है। सालभर पहले साइबर फोरेंसिक लैब के लिए 20 पदों का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसमें एसपी, एडिशनल एसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर के साथ सब इंस्पेक्टर के पद मांगे थे। इस पर करीब 132 लाख का खर्च आता, लेकिन मंजूरी नहीं मिली। लिहाजा, साइबर अपराध और उसके रोकथाम की कोशिशों के मामले में छत्तीसगढ़ पिछड़ गया है। इसके विपरीत पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में अलग सेटअप तैयार किया जा चुका है।
क्राइम ब्रांच की तरह काम कर रहे हैं साइबर सेल
कांग्रेस की सरकार बनने के कुछ ही महीने बाद सभी जिलों में क्राइम ब्रांच को भंग कर दिया गया था। इसके बाद साइबर सेल का गठन किया गया। साइबर सेल भी क्राइम ब्रांच की तरह ही काम कर रहे हैं। वैसे भी किसी भी थाने में साइबर अपराध के एक्सपर्ट इंस्पेक्टर नहीं हैं। ऐसी स्थिति में जब सभी पुलिस रेंज में साइबर थाने खुल भी जाएंगे, तब भी जिलों में बेसिक जानकारी रखने वाले इंस्पेक्टर के भरोसे ही काम करना पड़ेगा।
जानकार तकनीकी अफसर कर रहे मदद
विभाग से ही जुड़े कुछ अधिकारियों का कहना है कि जब तक साइबर कैडर में नियुक्ति नहीं होती, तब तक विभाग में ही तकनीकी जानकार अधिकारी-कर्मचारियों की मदद ले सकते हैं। आईपीएस से लेकर कांस्टेबल तक बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी हैं, जो टेक्नीकल बैकग्राउंड के हैं, उन्हें शामिल कर साइबर का अलग सेटअप बनाया जा सकता है। हालांकि विभागीय उदासीनता के कारण इसमें देरी हो रही है। इस बार बजट सत्र में इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
सिंधी समाज का विरोध, जुनेजा बोले-कॉलेज कमेटी का फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। देवेंद्र नगर कॉलेज का नामकरण रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा के बड़े भाई दिवंगत पूर्व महापौर बलबीर जुनेजा के नाम करने को लेकर विवाद बढ़ गया है। जुनेजा ने साफ तौर पर कहा कि विरोध करने वाले भाजपा के लोग हंै। उन्होंने पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी पर भी निशाना साधा।
देवेंद्र नगर सरकारी कॉलेज का नामकरण पूर्व महापौर बलबीर जुनेजा के नाम पर करने के बाद से विवाद चल रहा है। सिंधी समाज के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। कॉलेज का निर्माण सिंधी समाज की सहयोग राशि से हुआ था, और फिर रमन सरकार में इसका सरकारीकरण हो गया।
विवाद उस समय खड़ा हुआ जब सिंधी समाज के लोगों ने इसका विरोध किया। रविवार को टैगोर नगर में सिंधी पंचायत की बैठक भी हुई, इसमें पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी भी थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सिंधी समाज पूर्व महापौर के नाम पर कॉलेज को करने का स्तर पर विरोध करेगा, और सडक़ की लड़ाई लड़ेगा।
सिंधी समाज के विरोध पर रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि देवेंद्र नगर कॉलेज का नामकरण पूर्व महापौर के नाम पर करने का प्रस्ताव जन भागीदारी समिति का था, और उनका इससे कोई लेनादेना नहीं है। कुलदीप ने यह भी कहा कि सिंधी समाज के लोग नहीं भाजपा के लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो उस वक्त कहां थे, जब कॉलेज का सरकार ने अधिग्रहण किया था। यह सब उनके ही कार्यकाल में भाजपा सरकार ने किया था, जबकि मैंने अधिग्रहण का विरोध किया था।
दूसरी तरफ सिंधी समाज की बैठक में लक्ष्मीचंद गुलवानी, राजेश कुल्लमानी , अशोक कुमार मालानी, लालचंद गुलवानी कपड़ा मार्केट अध्यक्ष चंदर विघानी, पूज्य शंकर नगर सिंधी पंचायत अध्यक्ष प्रहलाद शादीजा, मुरलीधर शादीजा, महेश आहूजा, दौलत परयानी, सुधेश मध्यानी, निशा खेमानी, भानु माखीजा, रेखा जीतवानी, दिव्या अडवाणी, समाज की महिला अध्यक्ष भावना कुकरेजा वरिष्ठ पवन वाधवा, रमेश मिरघानी, मोहन तेजवानी, समिति के महासचिव इंद्र कुमार दोदवाणी ने भी बातें रखी। समिति के प्रवक्ता दिनेश अठवानी ने बताया व समाज से अपील की अपमान सहने से अच्छा आंदोलन करना सही होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। जनवरी में फैले कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की वजह से प्रदेशभर के स्कूल अब तक बंद थे। करीब 38 दिनों बाद शिक्षकों ने सोमवार को ब्लैक बोर्ड पर चॉक का इस्तेमाल किया, तो लंच की छुट्टी में अपने अनुभव साझा किया। शिक्षा विभाग ने फिलहाल पाइमरी स्कूल खोलने की अनुमति नहीं दी है। वहीं कई निजी स्कूल मंगलवार से खुलेंगे। इसके बाद कई स्कूलों ने गैर बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं लेने की भी तैयारी कर ली है। ये परीक्षाएं 21 फरवरी से शुरू हो रही हैं। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं, और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा 2, 3 मार्च से ले रहा है।
वैलेंटाइन डे पर अजीब घटना
रायपुर, 14 फरवरी। वैलेंटाइन डे के मौके पर सोमवार को प्रेमी जोड़ो के लिए एक तरफ पुलिस ने शहर के तमाम गार्डन, मॉल, रेस्टोरेंट, रिजॉर्ट और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है वही थाना स्टाफ पति पत्नी और प्रेमिका के विवाद जैसे मामलों से भी परेशान है। सिविल लाइन थाना में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जब एक महिला और उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा कर मदद की गुहार लगाई है। मामले में बताया गया है एक शख्स की पत्नी युवती के घर जाकर उसे अपने साथ ले जाना चाहती है। इस पर परिवार के आपत्ती जताने पर विवाद बढ़ रहा है। पुलिस के पास पहुंची शिकायत में बताया गया है एक युवती शादीशुदा लडक़े से प्यार करती है। युवती उसके बगैर रहना नहीं चाहती इसलिए घरवालों से रोज विवाद हो रहा है। युवती ने यह जानकारी अपने प्रेमी और उसकी पत्नी को भी दी है। इसलिए प्रेमी और उसकी पत्नी युवती को बार-बार अपने साथ ले जाना चाह रहे हैं। पहले से शादीशुदा व्यक्ति और उसकी प्रेमिका के संबंध में कार्रवाई को लेकर पुलिस भी संकट में बढ़ गई है। एक करीबी सूत्र के मुताबिक सोमवार की सुबह युवती के घर वाले सिविल लाइन थाना टी आई से मिले और उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। टीआई ने शिकायत लेकर संबंधित शादीशुदा व्यक्ति को तलब किया। पारिवारिक और सामाजिक तौर से युवक को समझाइश देने की बात कही।
शहर के 2 इलाकों से नाबालिगों के गायब होने की जानकारी थाने में दर्ज कराई गई है। वैलेंटाइन डे के ठीक 1 दिन पहले परिजनों ने परिचित के युवकों पर संदेश जताकर थाना में गुम इंसान का केस दर्ज कराया।
आउटर में पुलिस ने बढ़ाई पेट्रोलिंग
वैलेंटाइन डे के मौके पर पुलिस ने आउटर के रास्तों में गश्ती दल की संख्या बढ़ा दी है। नया रायपुर जाने वाले रास्तों के साथ चंपारण मार्ग ऊपरवारा और शहर के प्रमुख गार्डन ओं के पास 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। भीड़भाड़ वाली जगहों में सादी वर्दी में भी पुलिस वालों की ड्यूटी तय की गई।
बलौदाबाजार के तीन उर्वरक केन्द्रों के लायसेंस निलंबित
रायपुर, 14 फरवरी । किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा कल बेमेतरा, राजनांदगांव, रायपुर, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, दुर्ग, बलौदाबाजार, धमतरी एवं कवर्धा के 92 उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों एवं बिक्री केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। इन केन्द्रों में उर्वरक विक्रय में अनियमितता पाये जाने पर 48 केन्द्रों पर कार्रवाई की गई है। टीम द्वारा बलौदाबाजार के तीन उर्वरक केन्द्रों के लायसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार गरियाबंद में 20 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से उर्वरक विक्रय में अनियमितता पाये जाने के कारण 18 केन्द्रों में विक्रय प्रतिबंध कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार बेमेतरा में 08 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 02 केन्द्रों में अनिमियतता पाये जाने पर विक्रय प्रतिबंध कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। रायपुर तथा जांजगीर में क्रमश: 15 एवं 5 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें रायपुर के 5 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया एवं जांजगीर में 2 केन्द्रों में विक्रय प्रतिबंध करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। दुर्ग में 7 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया जिसमें से 3 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस एवं 1 केन्द्र को विक्रय प्रतिबंध कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार राजनांदगांव में 4 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 3 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बलौदाबाजार में 18 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 3 केन्द्रों पर लायसेंस निलंबन की कार्यवाही की गयी एवं 3 केन्द्रों पर 21 दिवस के लिये विक्रय प्रतिबंध करते हुए 9 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। धमतरी जिले में 10 केन्द्रों तथा कवर्धा में 5 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जहाँ कोई अनियमितता नहीं पायी गयी।
रायपुर, 14 फरवरी । प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रिक्त सहायक प्राध्यापक के पदों पर चिकित्सा शिक्षा विभाग भर्ती कर रहा है। इनके लिए आवेदन 24 फरवरी से 25 मार्च तक लिए जाएंगे। । इनमें कुल 156 पदों पर भर्ती की जाएगी। फिजियोलॉजी, एनाटॉमी, फार्मोकोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री जैसे 25 अलग-अलग विषयों पर विशेषज्ञों का चयन होगा।
रायपुर, 14 फरवरी । शुक्रवार को हुए चुनाव में वाणिज्यिक कर कर्मचारी संघ की रायपुर जिला इकाई का गठन किया गया। इस मौके पर हुई बैठक में गौतम हाजरा, आकाश त्रिपाठी भी मौजूद रहे। इसमें बेनी राम गायकवाड़ नए जिला अध्यक्ष मनोनित किए गए। इनके साथ ममता मानिकपुरी उपाध्यक्ष, रमेश घृतलहरे, और श्रद्धा तिवारी महासचिव, श्वेता दीवान सचिव, गजेन्द्र तिवारी, संजय कश्यप कोषाध्यक्ष, दीपक जोशी प्रचार सचिव और रितु सोनकर को महिला प्रकोष्ठ का अध्यक्ष चुना गया।
रायपुर, 14 फरवरी । राजेंद्र नगर इलाके में एक और साइबर फ्रॉड का मामला दर्ज हुआ है। अनजान शख्स ने फोन में संपर्क कर बैंक खाते से 78 हजार रुपए गायब कर दिए। सोमवार को पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। राजीव नगर पुलिस ने बताया प्रकाश सरोदे को झांसे में लेकर अज्ञात आरोपी ने ठगी की वारदात जी। प्रार्थी को पहले अनजान नंबर से फोन आया और उस शख्स ने खुद को इंश्योरेंस कंपनी का बताया। इंश्योरेंस के लिए अलग-अलग तरह के स्कीमों की जानकारी दी।
प्रार्थी के झांसे में आ जाने के बाद आरोपी ने फोन नंबर के जरिए ओटीपी जनरेट करा लिया। प्रार्थी ने जैसे ही ओटीपी की जानकारी दी उसके बैंक खाते से चंद मिनटों बाद ही रकम गायब हो गए। ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का मैसेज मिलने के बाद ठगी होने का पता चला। प्रार्थी ने तुरंत राजेंद्र नगर थाना पहुंचकर अज्ञात फोन धार क के खिलाफ में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। शहर में रोज ऑनलाइन साइबर फ्रॉड के मामले सामने आने के बाद पुलिस अनजान नंबरों से अलर्ट रहने अपील की है। साइबर फ्रॉड के लिए गिरोह अलग-अलग तरीकों से फोन धारकों के खातों से रकम गायब करने नेटवर्क जमा हुए हैं।
रायपुर, 14 फरवरी। ओसवाल पेट्रोल पंप के पास डिवाडर मे टकराकर बोलेरो अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में एक व्यक्ति को मामूली चोट आई है। तेलीबांधा थाना पेट्रोललिगं व एम्बुलेंस बुला कर घायल को अस्पताल भेजा गया। जो खतरे से बाहर है।
रायपुर, 14 फरवरी । लोकतंत्र सेनानी संघ छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों की प्रांतीय बैठक हुई। इसमें मीसा बंदियों की सम्मान निधि को लेकर उच्चन्यायालय में केस लडऩे वाले वकीलों का आभार जताया। संघ ने सेनानियों के पक्ष में पारित निर्णय पर न्यायाधीशों का धन्यवाद जताया। बैठक में आगामी न्यायिक लड़ाई की रणनीति भी तय की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी । राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने अभ्यर्थियों एवं विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए बस्तर और सरगुजा संभाग के सभी जिले तथा गौरेला-पेंड्रा-मरवाही व कोरबा के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सहायक शिक्षकों की भर्ती में स्थानीय निवासी होने की अनिवार्यता को शिथिल करने संबंधी राज्य शासन के प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति दे दी है।
उल्लेखनीय है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शैक्षणिक गुणवत्ता की दृष्टि से शासन की महत्वपूर्ण योजना है, जिसके लिए अंग्रेजी माध्यम का शिक्षक होना अनिवार्य है। शासन द्वारा जारी पूर्व निर्देशों में इन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए अभ्यर्थी को संबंधित जिले का निवासी होने की अनिवार्यता की शर्तों का उल्लेख किया गया था।
रायपुर, 14 फरवरी। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल जी की पुण्यतिथि महादेवघाट स्थित उनके स्मृति स्थल श्याम घाट में मनाई गई. इस अवसर पर उनके पुत्र पूर्व मंत्री एवम् वरिष्ठ विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा कि पं. श्यामाचरण शुक्ल द्वारा सिंचाई एवम् शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्य सदैव स्मरणीय रहेंगे। कार्यक्रम में भारती बन्धु ने भजन की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर पूर्व कार्यकारी महापौर मनोज कंदोई, पार्षद राधेश्याम विभार, आकाश तिवारी, सुंदर जोगी, नितिन कुमार झा, गुरदीप गरचा, उषा रज्जन श्रीवास्तव, कन्हैया बाजारी, सुरेश मिश्रा, किशन बाजारी, कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष ऊधोराम वर्मा, अनुपम शुक्ला, सुरेन्द्र सन्धु, विकास गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
राजीव भवन में भी माल्यार्पण, पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर राष्ट्रीय संयोजक टीएनडी सेला विशाल मीणा, महामंत्री अमरजीत चावला, हसन खान, मोहमद अली, डॉ. कमलनयन पटेल, रविन्द्र शुक्ला, नरेश, सोमेश चटर्जी, रिजवान खान,चन्द्रवती साहू, किरण सिन्हा, साक्षी सिरमौर, पूजा देवांगन उपस्थित थे।
नव नियुक्त सहायक अभियंताओं पर छत्तीसगढ़ के विकास की जिम्मेदारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी । जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने सोमवार को नवनियुक्त सहायक अभियंताओं के आधारभूत प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में जल संसाधन विभाग की जिम्मेदारी आप के कंधों पर हैं और आप सभी कुछ ऐसा काम करें की आने वाली पीढियां आपको याद करे।
चौबे ने कहा कि आपको बदलती हुई तकनीक के अनुसार खुद को भी हर दिन अपडेट करते रहना होगा ताकि आपकी क्षमताओं में विस्तार होता रहे। इस प्रशिक्षण सत्र में नवनियुक्त 44 सहायक अभियंताओं एवं 6 सहायक भू-जलविदों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 15 दिनों तक चलने वाला आधारभूत प्रशिक्षण सत्र 4 मार्च तक चलेगा। इस प्रशिक्षण में कार्यालयीन व्यवस्था, स्थापना, लेखा, प्रशासनिक सेटअप, प्रशासनिक एवं वित्तीय अधिकारों एवं तकनीकी विषयों यथा डिजाइन, ड्राइंग, प्राक्कलन, सीएसआर, स्पेसिफिकेशन, गुणवत्ता परीक्षण आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा तथा कार्यस्थल का भ्रमण कराने का कार्यक्रम भी निर्धारित है।
विभाग के सचिव अन्बलगन पी. ने कहा है कि अभियंताओं को खुद में समय के साथ बदलाव करते रहना होगा ताकि वो आगे जाकर बड़ी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार रहें।इस मौके पर विभाग के मुख्य अभियंता इंद्र कुमार उइके, महानदी परियोजना के प्रमुख अभियंता आरके नगरिया समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी । तीन दिन पहले रायगढ़ तहसील में तहसीलदार, और उनके कर्मचारियों के साथ वकीलों द्वारा मारपीट के विरोध में सोमवार को पूरे प्रदेशभर में कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने हड़ताल किया। राजधानी रायपुर में भी संघ के रायपुर जिला के पदाधिकारियों ने बूढ़ापारा धरना स्थल पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इसमें जिले के सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार शामिल हुए। इस प्रदर्शन के बाद संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में मारपीट करने वाले वकीलों की गिरफ्तारी राजस्व दफ्तरों में सुरक्षा गार्ड तैनात करने की मांग की गई है। तहसीलदारों के इस आंदोलन को आरआई, पटवारी, समेत छह कर्मचारी संगठन समर्थन कर रहे हैं। बताया गया है कि रायगढ़ में मारपीट करने वाले दो वकीलों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रायपुर, 14 फरवरी । कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के अध्यक्षता वाले कैबिनेट सब कमेटी ने सोमवार को नया रायपुर के किसानों के साथ दूसरे दौर की चर्चा की। ये किसान बीते डेढ़ माह से अपनी सात मांगों को लेकर नया रायपुर में प्रदर्शन कर रहे हैं। बैठक के बाद मंत्री चौबे ने बताया। सरकार किसानों के मांगों पर गंभीर है। इनमें से कुछ मांगों पर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री से चर्चा कर उन पर निर्णय लिया जाएगा। बैठक में मंत्री शिव डहरिया, मोहम्मद अकबर, विधायक धनेन्द्र साहू भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राजीव युवा मितान क्लब के शासी निकाय का गठन किया गया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में 15 से 40 वर्ष आयु के युवाओं के लिए राजीव युवा मितान क्लब योजना शुरू की है, जिसके तहत युवा मितान क्लब बनाये गये है। युवा मितान क्लब के माध्यम से पर्यावरण, खेल और संस्कृति के संरक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य के सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में युवा मितान क्लब गठित किये जा रहे है।
राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर द्वारा आदेश जारी कर राजीव युवा मितान क्लब के शासी निकाय का गठन किया गया है। शासी निकाय के अध्यक्ष मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपाध्यक्ष खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल को बनाया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री
टीएस सिंहदेव, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद दीपक बैज, सांसद श्रीमती छाया वर्मा, विधायक देवेन्द्र यादव, विनय भगत, मुख्य सचिव अमिताभ जैन और अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू को सदस्य तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव को पदेन सदस्य सचिव बनाया गया है।
दो समितियां भी तय नहीं कर पाई, आखिर इसका क्या किया जाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। शहर के व्यस्तम मार्गों में से एक शास्त्री चौक में इन दिनों यातायात का सिस्टम गड़बड़ा गया है। खासकर से पैदल चलने वालों की वजह से यातायात सिग्नल की ओर गाडिय़ां हर घंटे फंस रही है। टकराव के हालात के बीच जोखिम भी बढ़ रहा है। सामने पिल्लरों पर खड़े बनाए गए स्कॉय वॉक के डोम के सारे एंगल बर्बादी की राह पर पहुंच गए हैं। जंग लगने की वजह से अधूरे स्कॉय वॉक का काम दोबारा शुरू करने एक बार फिर खर्च बढऩे का भी संकट है। दो साल पहले स्कॉय वॉक के दोबारा निर्माण करने बनाई गई कमेटियों की रिपोर्ट फिलहाल धूल खा रही है। स्कॉय वॉक को बनाने दोबारा किसी तरह की कवायद दिख रही है कि पुलिस को भी यातायात संभालने मुख्य चौराहे में पसीना छूट रहा है। शास्त्री चौक में जिस तरह से यातायात का दबाव है, कोर्ट-कचहरी, डीकेएस और फिर कलेक्टोरेट आने वालों की वजह से भी हर दिन परेशानी है। यातायात पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक हर दिन इस चौराहे में लगभग साढ़े तीन लाख वाहनों का दबाव रहता है। गाडिय़ों की इतनी संख्या के बीच पैदल चलने वालों की संख्या भी 25 से 30 फीसदी है। जिस तरह से स्कॉय वॉक के निर्माण की रफ्तार दिख रही है आने इस साल भी काम पूरा हो पाना मुश्किल ही है। अधूरे स्कॉय वॉक पर स्मार्ट सिटी की तर्ज पर नगर निगम ने रंग रोगन और फिर प्लांटेशन का काम किया है लेकिन वह भी अधूरे डोम की वजह से किसी के काम के नहीं रह गए हैं। पिल्लरों पर सजावट के लिए लगाए गए आर्टिफिशियल पौधे भी उखड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा डोम की स्थिति खराब है। पिल्लरों के बाजू में एस्केलेटर और लिफ्ट लगाने के लिए सीढिय़ां बनाने का काम भी आधा-अधूरा रह गया है। बता दें 48 करोड़ रुपये की लागत से शुरू स्कॉय वॉक के प्रोजेक्ट के लिए नया बजट 70 करोड़ रुपये तक तय किया गया है। निर्माण कार्य के लिए कंपनी बदले जाने के बाद भी कोई फायदा नहीं मिल सका है।
पांच मुख्य जगहों से यातायात का दबाव
शास्त्री चौक में पांच मुख्य जगहों से भीड़ का दबाव रहता है। कोर्ट, कलेक्टोरेट, डीकेएस, तहसील और फिर आंबेडकर अस्पताल की ओर पैदल चलने वाले निकलते हैं। छुट्टी के दिनों में चौराहे पर भीड़ कम होने से थोड़ी राहत होती है लेकिन बाकी दिनों में यातायात का तीन गुना दबाव रहता है। बड़े चौराहे में यातायात संभालने के लिए पुलिस को कर्मचारी बढ़ाने पड़े हैं।
दो विशेष कमेटियां बनाई, रिपोर्ट भी पूरा
स्कॉय वॉक के दोबारा से निर्माण के लिए राज्य शासन ने पहले दो विशेष कमेटियां बनाने का फैसला लिया था। विशेष तकनीकी सलाहकार कमेटी में एक्सपर्ट जुटे जबकि सामान्य अध्ययन कमेटी का गठन करते हुए इसमें जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया। स्कॉय वॉक को बनाने के लिए सर्वे और फिर तकनीकी रिपोर्ट राज्य शासन को सौंपे जाने के बाद निर्माण कार्य किसी और दूसरी कंपनी को सबलेट किया गया। निर्माण शुरू करने के लिए पीडब्लूडी की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं हुए। प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया।
शासकीय गुण्डाधुर कॉलेज कोंडागांव में व्याख्यान
रायपुर,14 फरवरी। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष व नेत्र विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र ने शासकीय गुण्डाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोंडागांव द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और अंधविश्वास विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा देश में अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों के कारण अक्सर अनेक निर्दोष लोगों को प्रताडऩा का शिकार होना पड़ता है,जिससे निदान के लिए आम जन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास की अत्यंत आवश्यकता है।
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा कुछ लोग अंधविश्वास के कारण हमेंशा शुभ-अशुभ के फेर में पड़े रहते है। यह सब हमारे मन का भ्रम है। शुभ-अशुभ सब हमारे मन के अंदर ही है। किसी भी काम को यदि सही ढंग से किया जाये, मेहनत, ईमानदारी से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने कहा कि 18वीं सदी की मान्यताएं व कुरीतियां अभी भी जड़े जमायी हुई है जिसके कारण जादू-टोना, डायन, टोनही, बलि व बाल विवाह जैसी परंपराएं व अंधविश्वास आज भी वजूद में है। जिससे प्रतिवर्ष अनेक मासूम जिन्दगियां तबाह हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ाने और तार्किक सोच को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि अंधविश्वास को कुरीतियों के विरूद्ध समाज के साथ विद्यार्थियों को भी एकजुट होकर आगे आना चाहिए।
डॉ. मिश्र ने कहा प्राकृतिक आपदायें हर गांव में आती है, मौसम परिवर्तन व संक्रामक बीमारियां भी गांव को चपेट में लेती है, वायरल बुखार, मलेरिया, दस्त जैसे संक्रमण भी सामूहिक रूप से अपने पैर पसारते है। ऐसे में ग्रामीण अंचल में लोग कई बार बैगा-गुनिया के परामर्श के अनुसार विभिन्न टोटकों, झाड़-फूंक के उपाय अपनाते है। जबकि प्रत्येक बीमारी व समस्या का कारण व उसका समाधान अलग-अलग होता है, जिसे विचारपूर्ण तरीके से ढूंढा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिजली का बल्ब फ्यूज होने पर उसे झाड़-फूंक कर पुन: प्रकाश नहीं प्राप्त किया जा सकता न ही मोटर सायकल, ट्रांजिस्टर बिगडऩे पर उसे ताबीज पहिनाकर नहीं सुधारा जा सकता। रेडियो, मोटर सायकल, टी.वी., ट्रेक्टर की तरह हमारा शरीर भी एक मशीन है जिसमें बीमारी आने पर उसके विशेषज्ञ के पास ही जांच व उपचार होना चहिए। डॉ. मिश्र ने विभिन्न सामाजिक कुरीतियों एवं अंधविश्वासों की चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को भूत-प्रेत, जादू-टोने के नाम से नहीं डराएं क्योंकि इससे उनके मन में काल्पनिक डर बैठ जाता है जो उनके मन में ताउम्र बसा होता है। बल्कि उन्हें आत्मविश्वास, निडरता के किस्से कहानियां सुनानी चाहिए। जिनके मन में आत्मविश्वास व निर्भयता होती है उन्हें न ही नजर लगती है और न कथित भूत-प्रेत बाधा लगती है। यदि व्यक्ति कड़ी मेहनत, पक्का इरादा का काम करें तो कोई भी ग्रह, शनि, मंगल, गुरू उसके रास्ता में बाधा नहीं बनता।
डॉ. मिश्र ने कहा कि देश में जादू-टोना, तंत्र-मंत्र, झाड़-फूँक की मान्यताओं एवं डायन (टोनही )के संदेह में प्रताडऩा तथा सामाजिक बहिष्कार के मामलों की भरमार है। डायन के सन्देह में प्रताडऩा के मामलों में अंधविश्वास व सुनी-सुनाई बातों के आधार पर किसी निर्दोष महिला को डायन घोषित कर दिया जाता है तथा उस पर जादू-टोना कर बच्चों को बीमार करने, फसल खराब होने, व्यापार-धंधे में नुकसान होने के कथित आरोप लगाकर उसे तरह-तरह की शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा दी जाती है। कई मामलों में आरोपी महिला को गाँव से बाहर निकाल दिया जाता है।
बदनामी व शारीरिक प्रताडऩा के चलते कई बार पूरा पीडि़त परिवार स्वयं गाँव से पलायन कर देता है। कुछ मामलों में महिलाओं की हत्याएँ भी हुई है अथवा वे स्वयं आत्महत्या करने को मजबूर हो जाती है। जबकि जादू-टोना के नाम पर किसी भी व्यक्ति को प्रताडि़त करना गलत तथा अमानवीय है। वास्तव में किसी भी व्यक्ति के पास ऐसी जादुई शक्ति नहीं होती कि वह दूसरे व्यक्ति को जादू से बीमार कर सके या किसी भी प्रकार का आर्थिक नुकसान पहुँचा सके। जादू-टोना, तंत्र-मंत्र, टोनही, नरबलि के मामले सब अंधविश्वास के ही उदाहरण हैं। महाराष्ट्र छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश ओडीसा, झारखण्ड, बिहार, आसाम सहित अनेक प्रदेशों में प्रतिवर्ष टोनही, डायन के संदेह में निर्दोष महिलाओं की हत्याएँ हो रही है जो सभ्य समाज के लिये शर्मनाक है। नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो ने सन् 2001 से 2015 तक 2604 महिलाओं की मृत्यु डायन प्रताडऩा के कारण होना माना है। जबकि वास्तविक संख्या इनसे बहुत अधिक है अधिकतर मामलों में पुलिस रिपोर्ट ही नहीं हो पातीं। हमने जब आर टी आई से जानकारी प्राप्त की तब हमें बहुत ही अलग आंकड़े प्राप्त हुए. झारखंड में 7000 ,बिहार में 1679 छत्तीसगढ़ में 1357,ओडिशा 388 में, राजस्थान 95 में,आसाम में 75 मामलों की प्रमाणिक जानकारी है।
डॉ. मिश्र ने कहा आम लोग चमत्कार की खबरों के प्रभाव में आ जाते हैं। हम चमत्कार के रूप में प्रचारित होने वाले अनेक मामलों का परीक्षण व उस स्थल पर जाँच भी समय-समय पर करते रहे हैं। चमत्कारों के रूप में प्रचारित की जाने वाली घटनाएँ या तो सरल वैज्ञानिक प्रक्रियाओं के कारण होती है तथा कुछ में हाथ की सफाई, चतुराई होती है जिनके संबंध में आम आदमी को मालूम नहीं होता। कई स्थानों पर स्वार्थी तत्वों द्वारा साधुओं को वेश धारण चमत्कारिक घटनाएँ दिखाकर ठगी करने के मामलों में वैज्ञानिक प्रयोग व हाथ की सफाई के ही करिश्में थे।
डॉ. मिश्र ने कहा अंधविश्वास, पाखंड एवं सामाजिक कुरीतियों का निर्मूलन एक श्रेष्ठ सामाजिक कार्य है जिसमें हाथ बंटाने हर नागरिक को आगे आना चाहिए।