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![प.बंगाल में मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस में टक्कर से पांच की मौत, 30 घायल प.बंगाल में मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस में टक्कर से पांच की मौत, 30 घायल](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1718609328-1.jpg)
कोलकाता, 17 जून। पश्चिम बंगाल में रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार को एक मालगाड़ी और सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई, जिसमें कम से कम पांच लोग मारे गए और करीब 30 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मालगाड़ी के इंजन से पीछे से हुई टक्कर के कारण एक्सप्रेस ट्रेन के पीछे के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए।
उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "इस दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 30 लोग घायल हुए हैं। इनकी हालत गंभीर नहीं है।"
इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे जोन में हुआ। बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। रेलवे, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।"
उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) ने बताया कि 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने बताया कि टक्कर के बाद एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा अलग हो गया और मालगाड़ी के इंजन के ऊपर चढ़ गया।
इस दुर्घटना पर सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नजर बनाए हुए हैं। सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर उन्होंने लिखा कि जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों की मौजूदगी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है।
कंचनजंगा एक्सप्रेस के कोच संख्या एस6 में सवार अगरतला के एक यात्री ने बताया कि उसे अचानक तेज झटका महसूस हुआ और तेज आवाज के साथ डिब्बा रुक गया। उसने यह भी दावा किया कि राहत और बचाव कार्यों में देरी हुई।
एक टेलिविजन चैनल से बात करते हुए यात्री ने कहा, "मेरी पत्नी, बच्चा और मैं किसी तरह क्षतिग्रस्त कोच से बाहर निकले। हम अभी भी परेशान ही हैं... बचाव कार्य भी काफी देर से शुरू हुआ।" (भाषा)