कारोबार
![एशिया का पहला लो कार्बन जिंक इकोजेन वेदांता हिंदुस्तान जिंक कंपनी ने किया लांच एशिया का पहला लो कार्बन जिंक इकोजेन वेदांता हिंदुस्तान जिंक कंपनी ने किया लांच](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1721893490edanta.jpg)
मुंबई, 25 जुलाई। वेदांता हिंदुस्तान जिंक कंपनी ने बताया कि देश की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने अपना लो कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड इकोजेन लॉन्च किया।
कंपनी ने बताया कि एसएंडपी ग्लोबल सीएसए के अनुसार विश्व की सबसे सस्टेनेबल धातु और खनन कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त यह कंपनी एशिया की पहली जिंक उत्पादक है जिसने दुनिया भर में अपने ग्राहकों के लिए अपनी तरह का पहला लो कार्बन ग्रीन जिंक ऑफर किया है।
कंपनी ने बताया कि इकोजेन को एक प्रसिद्ध वैश्विक स्थिरता परामर्श फर्म द्वारा जीवन चक्र मूल्यांकन, एलसीए के माध्यम से लो-कार्बन जिंक के रूप में प्रमाणित किया गया है और इसका कार्बन फुटप्रिंट प्रति टन उत्पादित जिंक पर एक टन से भी कम कार्बन समतुल्य है, जो वैश्विक औसत से 75 प्रतिशत कम है।
कंपनी ने बताया कि जिंक का प्राथमिक अनुप्रयोग स्टील को जंग से बचाने के लिए गैल्वनाइजेशन के लिए है स्टील, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोटिव और सनराइज सेक्टर जैसे अक्षय ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स, हाई-टेक विनिर्माण, ऊर्जा भंडारण, रक्षा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
कंपनी ने बताया कि इकोजेन हिंदुस्तान जिंक की अपने परिचालन को डीकार्बोनाइज करने के साथ-साथ अपने ग्राहकों को एक बेजोड़ प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, ताकि बदले में अपने ग्राहकों को अधिक सस्टेनेबल विकल्प प्रदान किए जा सकें। इस नवीनतम पेशकश से हिंदुस्तान जिंक के इकोजेन के साथ एक टन स्टील को गैल्वनाइज करने में उनकी मूल्य श्रृंखला में लगभग 400 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन से बचाव होगा।