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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून। छत्तीसगढ़ से एक और आईएएस अफसर कैडर छोड़ने जा रही हैं। यह अफसर दो वर्ष पहले ही छत्तीसगढ़ आईं थीं। 2020 बैच की श्वेता सुमन ने तमिलनाडु कैडर चुना है। विविहोपरांत कामन कैडर के तहत चुना है। उनके पति तमिलनाडु कैडर में आईएएस हैं। श्वेता, आईएएस अकादमी मसूरी में सेकंड फेज ट्रेनिंग के लिए रिलीव हो गई है। उसके बाद वह सीधे चेन्नई में ज्वाइन करेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून। राज्य में आज रात 09.00 बजे तक 10 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 3 बस्तर जिले से हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इन आंकड़ों के मुताबिक आज रात तक किसी भी जिले में 5 से अधिक कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। आज कुल 23 जिलों मेें एक भी पॉजिटिव नहीं मिले हैं।
आज कोई मौत नहीं हुई है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 2, राजनांदगांव 0, बालोद 0, बेमेतरा 0, कबीरधाम 0, रायपुर 2, धमतरी 0, बलौदाबाजार 0, महासमुंद 0, गरियाबंद 0, बिलासपुर 2, रायगढ़ 2, कोरबा 4, जांजगीर-चांपा 0, मुंगेली 0, जीपीएम 0, सरगुजा 0, कोरिया 0, सूरजपुर 0, बलरामपुर 0, जशपुर 1, बस्तर 3, कोंडागांव 0, दंतेवाड़ा 0, सुकमा 0, कांकेर 0, नारायणपुर 0, बीजापुर 0, अन्य राज्य 0 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
श्रीनगर, 7 जून | दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के अलूरा इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा, "एक आतंकवादी मारा गया। ऑपरेशन जारी है।"
कश्मीर में एक दिन में यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले मंगलवार को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के चकतारस कंडी इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर के दो आतंकवादी मारे गए थे।
सोमवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी हंजाला मारा गया।
कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में कई आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए गए हैं, जिनमें कई आतंकवादी और उनके कमांडरों का सफाया किया गया है।
अधिकांश ऑपरेशन पुलिस और सेना द्वारा संयुक्त रूप से विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर किए गए हैं। (आईएएनएस)
कोच्चि, 7 जून| एक साल के बच्चे के फेफड़े में फंसे हार के एक मनके को यहां के एक अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक निकाल लिया। बच्चे ने मनके को निगल लिया था। दंपति बिनशाद और फातिमा ने अपने एक साल के बच्चे को बहुत ज्यादा खांसी करते देख चिंतित थे। वे उसे तुरंत पास के एक अस्पताल ले गए, जहां एक्स-रे में बच्चे के फेफड़े में हार का एक मनका फंसे होने का पता चला।
समस्या जटिल होने के कारण बच्चे को दो-तीन अस्पतालों में रेफर किया गया। आखिरकार बच्चे को कोच्चि के अमृता अस्पताल ले जाया गया।
इस असपताल में चीफ इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. टिंकू जोसेफ के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने ब्रोंकोस्कोपी प्रक्रिया द्वारा बाएं फेफड़े के ऊपरी लोब में फंसे हार के मनके को सफलतापूर्वक हटा दिया।
डॉ. जोसेफ ने कहा, "इतने छोटे बच्चे के फेफड़े से मनका निकालना एक मुश्किल काम था। ब्रोंकोस्कोपी प्रक्रिया लगभग 30 मिनट तक चली और 24 घंटे के भीतर बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।"
माना जा रहा है कि खेलते समय बच्चे ने फर्श पर गिरे मनके को मुंह में डाल लिया होगा। हालांकि, बच्चे के माता-पिता इस बात से अनजान थे कि आखिर यह कैसे हुआ। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 जून| पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम 1991 की कुछ धाराओं की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दायर की गई है। इस अधिनियम के खिलाफ अब तक कुल आठ याचिकाएं दायर की गई हैं। एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी अनिल काबोत्रा द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि पूर्वव्यापी कट-ऑफ तिथि - 15 अगस्त, 1947 - बर्बर आक्रमणकारियों के अवैध कृत्यों को वैध बनाने के लिए तय की गई थी और बताया कि यह अधिनियम धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। अधिवक्ता अश्विनी कुमार दुबे के माध्यम से दायर याचिका में पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम 1991 की धारा 2, 3 और 4 की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी गई है। इसमें कहा गया है कि यह अनुच्छेद 14, 15, 21, 25, 26, 29 का उल्लंघन करता है।
काबोत्रा की याचिका में कहा गया है, "हिंदुओं, जैनियों, बौद्धों, सिखों को धर्म को मानने, पालन करने और प्रचार करने का अधिकार है जैसा कि उनके धार्मिक ग्रंथों में दिया गया है और अनुच्छेद 13 कानून बनाने से रोकता है जो उनके अधिकारों को छीन लेता है।"
इसमें आगे कहा गया है, "धार्मिक संपत्ति को वापस पाने का अधिकार असीमित है और लगातार गलत होता रहा है। चोट को न्यायिक उपचार से ठीक किया जा सकता है।"
अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी, अधिवक्ता रुद्र विक्रम सिंह और धार्मिक नेता स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती उन याचिकाकर्ताओं में शामिल हैं, जिन्होंने 1991 के अधिनियम को चुनौती देने वाली शीर्ष अदालत में पहले ही याचिकाएं दायर की हैं।
हाल ही में एक मुस्लिम संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद ने भी उपाध्याय द्वारा दायर जनहित याचिका में पक्षकार बनाने की मांग करते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया है। इस याचिका पर पिछले साल नोटिस जारी किया गया था।
2019 के अयोध्या फैसले का हवाला देते हुए जमीयत ने अपनी अर्जी में कहा है : "इस अदालत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बीते समय पर वापस पहुंचने के लिए कानून को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और यह हर उस व्यक्ति को कानूनी उपाय प्रदान करता है, जो इतिहास के पाठ्यक्रम से असहमत हैं और यह कि आज की अदालतें ऐतिहासिक अधिकारों और गलतियों का तब तक संज्ञान नहीं ले सकतीं, जब तक कि यह नहीं दिखाया जाता कि उनके कानूनी परिणाम मौजूदा वक्त में लागू करने लायक हैं।"
याचिका में कहा गया है कि कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों द्वारा ऐतिहासिक गलतियों को दूर नहीं किया जा सकता। इसमें कहा गया है, "सार्वजनिक पूजा स्थलों के चरित्र को संरक्षित करने में संसद ने बिना किसी अनिश्चित शब्दों के यह अनिवार्य कर दिया है कि इतिहास और उसकी गलतियों को वर्तमान और भविष्य को दबाने के लिए उपकरणों के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।"
उपाध्याय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 12 मार्च को नोटिस जारी किया था, लेकिन वह अब तक सुनवाई के लिए नहीं आया है। (आईएएनएस)
चेन्नई, 7 जून (आईएएनएस)| तमिलनाडु पुलिस ने मंगलवार को पुदुकोट्टई से राज मोहम्मद नाम के एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश में आरएसएस के कार्यालयों को उड़ाने का संदेश देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। तमिलनाडु पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने उत्तर प्रदेश से एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई की और पुदुकोट्टई में छिपे राज मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, उस व्यक्ति ने लखनऊ, उन्नाव और उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों में आरएसएस कार्यालयों को उड़ाने की धमकी दी थी और व्हाट्सएप पर संदेश प्रसारित किया था। जब वह तमिलनाडु के पुदुकोट्टई में था, तब पुलिस ने उसका नंबर ट्रेस किया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने तमिलनाडु एटीएस को सूचित किया, जिन्होंने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश के डीसीपी उत्तर लखनऊ के एस चिन्नप्पा के अनुसार, राज मोहम्मद के खिलाफ लखनऊ के मड़ियां थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा कि लखनऊ और उन्नाव में आरएसएस के कार्यालयों में बम की धमकी मिली थी और इसलिए राज मोहम्मद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि आरोपी को पुदुकोट्टई की मजिस्ट्रेट अदालत में पेश करने के बाद उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
चेन्नई, 7 जून| द्रमुक अल्पसंख्यक विंग तमिलनाडु के राज्य सचिव डॉ. डी. मस्तान ने मंगलवार को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर भाजपा की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग की है। मस्तान, (जो राज्यसभा के पूर्व सदस्य हैं) ने एक सोशल मीडिया पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की टिप्पणियों की निंदा की।
पोस्ट कर डीएमके नेता ने कहा, "भाजपा को केवल दोनों के खिलाफ पार्टी से संबंधित अनुशासनात्मक कार्रवाई करके इस मुद्दे से बचने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।" द्रमुक नेता ने भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि नफरत से भरी इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ेगी और भविष्य में गंभीर परिणाम और नुकसान पहुंचाएगी।
बता दें कि यूएई, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत, बहरीन, ईरान, जॉर्डन और मालदीव सहित कई इस्लामी देश पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेताओं की टिप्पणी के खिलाफ सामने आए हैं।
हालांकि, भारत ने भाजपा नेताओं की टिप्पणी की पाकिस्तान द्वारा निंदा किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। (आईएएनएस)
हावेरी, (कर्नाटक) 7 जून। कर्नाटक के हावेरी जिले के लिंगदहल्ली गांव से चोरों ने दुर्लभ स्फटिक (क्रिस्टल) शिवलिंग चोरी कर ली है, जिसे दक्षिण भारत में सबसे बड़े स्फटिक शिवलिंग के रूप में भी जाना जाता है। बदमाशों ने लिंगदहल्ली रंभापुरी हिरेमठ का दरवाजा तोड़ा और स्फटिक शिवलिंग को अपने साथ ले गए। शिवलिंग की लंबाई और परिधि 13-13 इंच की है।
सोमवार की रात हुई इस घटना का खुलासा मंगलवार को हुआ। चोरों ने तब चोरी की, जब मठ के स्वामी वीरभद्र शिवाचार्य स्वामी बाहर थे।
पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में हलगेरी पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है।
मठ राज्य का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। मठ के परिसर में कुल 1,001 शिवलिंग स्थापित हैं।
इसमें देश भर में पाए जाने वाले 12 ज्योतिर्लिगों की प्रतिकृतियां भी हैं। इस मठ के खंभों पर 18 शक्ति देवताओं के चित्र स्थापित हैं।
वीरभद्र शिवाचार्य स्वामी एक सरकारी कर्मचारी हैं और मठ के लिए अपना सारा वेतन दे देते हैं।
वह हावेरी इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (एचईएससीओएम) और मठ के मामलों में भी अपने काम का प्रबंधन करते हैं। (आईएएनएस)
पुणे, 7 जून। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए सदस्यों की भर्ती में कथित भूमिका के चलते 24 मई को महाराष्ट्र एटीएस द्वारा दापोडी से गिरफ्तार किए गए 28 वर्षीय जुनैद मोहम्मद अता मोहम्मद को पुणे की एक अदालत ने मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मोहम्मद को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस आर नवंदर की अदालत में पेश किया गया था।
पुलिस के अनुसार जुनैद मूल रूप से विदर्भ के बुलढाणा जिले के खामगांव गांव का रहने वाला है और वह पिछले कुछ सालों से पुणे में काम कर रहा था। पुलिस के मुताबिक वह सोशल मीडिया मंचों के जरिए पाकिस्तान स्थित लश्कर के आतंकी नेटवर्क के सक्रिय सदस्यों के संपर्क में था।
उसकी गिरफ्तारी के बाद, राज्य के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से आफताब हुसैन शाह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। शाह फिलहाल 14 जून तक आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की हिरासत में है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 7 जून। धन शोधन मामले की जांच के दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी कर 2.85 करोड़ रुपये की नकदी और सोने के 133 सिक्के जब्त किये गये हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने कहा कि सोमवार को जिन लोगों के खिलाफ छापेमारी की गई, ‘‘उन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर से धन शोधन में मंत्री की सहायता की।’’
जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ‘‘बिना ब्योरे वाली’’ नकदी और सोने के सिक्कों को ‘‘गुप्त’’ स्थान पर रखा गया था।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन को धन शोधन रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत 30 मई को गिरफ्तार किया गया था और वह नौ जून तक ईडी की हिरासत में हैं।
ईडी ने सोमवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में एक ज्वेलर समेत सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। (भाषा)
हैदराबाद, 7 जून । तेलंगाना उच्च न्यायालय ने अदालत की अवमानना के एक मामले में एक आईपीएस अधिकारी समेत चार पुलिस अधिकारियों को चार सप्ताह के कारावास की सज़ा सुनाई है।
न्यायमूर्ति जी राधा रानी ने सोमवार को अधिकारियों को चार सप्ताह जेल की सज़ा सुनाने के साथ-साथ प्रत्येक पर दो हज़ार रुपये का जुर्माना भी लगाया।
अदालत ने हैदराबाद के पुलिस आयुक्त को अतिरिक्त आयुक्त (अपराध) ए आर श्रीनिवास (जो उस समय पुलिस उपायुक्त थे) के अलावा एक सहायक पुलिस आयुक्त, हैदराबाद पुलिस आयुक्तालय के ऐ पुलिस निरीक्षक और उप-निरीक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया।
अदालत ने उन्हें अपील करने का समय देने के लिए सज़ा को चार सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया।
अदालत की अवमानना याचिका एक 49 वर्षीय एक व्यक्ति और उनकी मां ने दायर की थी, जो अब थाईलैंड में रहते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के एक प्रकरण में (जो उनके खिलाफ 2019 में व्यक्ति की पत्नी द्वारा दायर किया गया था) पुलिस द्वारा उन्हें सीआरपीसी की धारा 41-ए के तहत कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था और आरोप पत्र दायर किया गया था।
याचिकाकर्ताओं ने वैवाहिक विवाद मामले से निपटने के दौरान उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों के उल्लंघन के लिए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करने की मांग की थी। (भाषा)
गरियाबंद/रायपुर। उदंती अभ्यारण्य में तेंदुए का शिकार हुआ है। इस घटना की पुष्टि उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक वरूण जैन ने की है। यह अभयारण्य गरियाबंद जिले में स्थित है।
जानकारी के अनुसार आशंका है कि अक्सर गर्मी के दिनो में पानी के लिए भटकते जानवर शिकारियों का आसान शिकार बन जाते हैं। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही है। तेंदुए का शव ओडिशा सीमा से लगे क्षेत्र में मिला है। शिकारी तेंदुए के पंजे, मूंछ के बाल और अन्य कई अवशेष काटकर ले गये हैं। तेंदुए की लाश मिलने की खबर के साथ ही वन विभाग में हड़कंप मच गया है। उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के उप निदेशक वरूण जैन टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे हैं। डाग स्क्वाड की टीम भी बुलाई गई है। फिलहाल इस मामले में किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वन अमला पतासाजी में लगा हुआ है।
रायपुर। मंगलवार को कार में गांजा लेकर अमलेश्वर जा रहे एक तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट अंतर्गत गठित नारकोटिक्स सेल की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति इंडिका कार में गांजा रखा है जो अमलेश्वर की ओर जा रहा है।
इस पर महादेव घाट चौकी पास गांजा तस्कर को पकड़ने पुलिस की ट्रैप पार्टी लगाई गई। इसी दौरान ट्रैप पार्टी के सदस्यों द्वारा उक्त कार को आता देख चिन्हांकित कर कार को रूकवाने का प्रयास किया गया, परंतु चालक कार को और तेज गति से चलाते हुए भागने का प्रयास किया। कि टीम के सदस्यों द्वारा अपने वाहनों से पीछा कर कार को रूकवाया गया। कार के अंदर सवार ने पूछताछ में अपना नाम शंकर निषाद निवासी अमलेश्वर दुर्ग का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा कार की तलाशी लेने पर कार में गांजा रखा होना पाया गया। जिस पर आरोपी शंकर निषाद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कुल 09 किलो 500 ग्राम गांजा कीमती लगभग 1,00,000/- रूपये तथा गांजा तस्करी में प्रयुक्त इंडिका कार क्रमांक सी जी 04 ए एन 4432* को जप्त कर आरोपी के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में धारा 20बी नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की गई। पूछताछ में आरोपी शंकर निषाद ने गांजा को उड़ीसा से लाना बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून। रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा के अभ्यर्थियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पूर्व तटीय रेलवे द्वारा गाड़ी संख्या 08301/ 08302 संबलपुर -दुर्ग -संबलपुर रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है।
10 जून (शुक्रवार) को गाड़ी संख्या 08301 संबलपुर-दुर्ग परीक्षा स्पेशल संबलपुर से 20:30 बजे रवाना होकर 21:05 बजे बरगढ़ रोड, 22:00 बजे बालांगीर, 23:00 बजे टिटलागढ़, 00:05 बजे काटाभांजी, 00:35 बजे हरिशंकर रोड, 1:05 बजे खरियार रोड, 1:38 बजे बागबाहरा, 2:30 बजे महासमुंद, 4:15 बजे रायपुर, 5:30 बजे 11 जून (शनिवार) को दुर्ग पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 08302 दुर्ग संबलपुर परीक्षा स्पेशल एक्सप्रेस दुर्ग स्टेशन से 11 जून (शनिवार) को 21:00 बजे रवाना होकर 22:00 बजे रायपुर, 23:25 बजे महासमुंद, 00:05 बजे बागबाहरा, 00:40 बजे खरियार रोड, 01:05 बजे हरिशंकर रोड, 01:30 बजे काटाभांजी, 2:40 बजे टीटलागढ़, 3:55 बजे बालांगीर, 4:28 बजे बरगढ़ रोड, 5:15 बजे संबलपुर 12 जूनरविवार को पहुंचेगी।
इस गाड़ी में 02 एसएलआर, 01 स्लीपर और 10 सामान्य श्रेणी के कोच होंगे, कुल 13 कोच रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून । भाजपा ने दिल्ली में उठे विवाद के बाद अपने राष्ट्रीय और प्रादेशिक प्रवक्ताओं के लिए नसीहत भरे नये निर्देश दिए हैं। इसके तहत सभी से कहा गया है कि वे किसी भी धर्म के प्रति खिलाफ मे न बोलें। अधिकृत प्रवक्ता ही चैनलों के डिबेट में जाएंगे। इस दौरान भी संयमित भाषा का प्रयोग करें। छत्तीसगढ़ में तो भाजपा प्रवक्ता पिछले कुछ सालों से चैनलों के स्टूडियो के बजाय पार्टी कार्यालय या घरों से ही कनेक्ट हो कर डिबेट में हिस्सा लेते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून । उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लिए अकादमिक कलेंडर जारी किया है। इसके अनुसार वर्ष 2022-23 शैक्षणिक सत्र में प्रवेश, परीक्षा, रिजल्ट और छुट्टी की तारीखों का ऐलान किया गया है। इसके मुताबिक सभी शिक्षकों को कालेज में सात घंटे गुजारने होंगे। इनमें से छह घंटे अध्यापन के लिए होंगे। यह भी कहा गया है कि कालेज के प्राचार्य अध्यापन काल के समय कोई बैठक नहीं रखेंगे।यह निर्देश पूरे साल भर के लिए होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 7 जून। बीमा पॉलिसी में निवेश के नाम पर अत्यधिक मैच्योरिटी रकम मिलने का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाने वाले पति पत्नी को दुर्ग पुलिस के द्वारा देश की राजधानी दिल्ली से पकड़ा है। आरोपी पिछले 8 वर्षों से प्रार्थी को निवेश करने व टॉवर लगाने के नाम पर एक करोड़ 22 लाख रुपए जमा करवा करवा चुके थे। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैंकों के बैंक पास बुक व मोबाईल फोन तथा सीम कार्ड बरामद हुआ है। उत्तम नगर दिल्ली से आरोपी पति-पत्नि को गिरफ्तार किया गया। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग व थाना भिलाई नगर पुलिस ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की है।
आज पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रार्थी दुलार सिंह पिता बिसोराम (55 वर्ष) निवासी ए-85 अनुष्ठा रेसिडेंसी जुनवानी के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि बीमा पॉलिसी के नाम, गांव के जमीन में मोबाईल टॉवर लगाने हेतु टॉवर इस्टालेशन करने, 2 वर्षो के लिये निवेश प्लान, 1 वर्षीय निवेश प्लान सभी निवेशों की मेच्योरिटी एमांउट वापसी के लिये डॉक्युमेंट के री-वेरिफिकेशन के नाम पर कथित मनीषा शर्मा के द्वारा रिजर्व बैंक का अधिकारी बताते हुए विभिन्न इन्वेस्टमेंट प्लान की जानकारी देकर विभिन्न मोबाईल नंबरों के माध्यम से बात-चीत कर जनवरी 2014 से मई 2021 तक अपने अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा करवा कर लगभग 1 करोड़ 22 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गई है। रिपोर्ट पर थाना भिलाई नगर में धारा 420, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
टीम द्वारा प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ के उपरांत आरोपिया मनीषा के बताये गये विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग समय पर रकम जमा करने की जानकारी प्राप्त हुई साथ ही आरोपिया के द्वारा बातचीत करने के लिये इस्तेमाल किये गये विभिन्न मोबाईल नंबरों के बारे में भी पता चला जिसके आधार पर धोखाधड़ी से संबंधित सभी बैंक खातों के स्टेटमेंट व जरूरी आवश्यक दस्तावेज संबंधित बैंकों से प्राप्त किये गये। आरोपियों के मोबाईल नंबरों का विस्तृत विश्लेषण करने पर आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना और संबंधित बैंक खाते भी दिल्ली के पते पर ही होना पता चला। इस प्रकार सभी बैंक खातों व मोबाईल नंबरों के विश्लेषण के परिणाम स्वरूप आरोपियों की उपस्थिति दिल्ली में होना सुनिश्चित हो जाने पर टीम को आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना किया गया। टीम द्वारा बैंक खातों के खाता धारकों के दिये गये पतों पर जाकर गोपनीय रूप से नाम पता की जानकारी प्राप्त की गई। मोबाईल नंबरों के आधार पर आरोपियों के निवास स्थान व उपस्थिति सुनिश्चित कर घेराबंदी कर आरोपी मनीषा व उसके पति संदीप चौटाला को उत्तम नगर दिल्ली में पकड़ा गया।
प्रारंभिक पूछताछ पर गुमराह करते रहे लेकिन तकनीकी प्रमाणों के आधार पर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार करते हुये बताए कि वर्ष 2012 में सीएस इनोवेशन इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी में काम करते हुए उन्होंने विभिन्न लाईफ इंश्योरेंस कंपनियों का इंश्योरेंस प्लान किया था, उसी दौरान 2013 में भिलाई निवासी दुलार सिंह से मोबाईल के माध्यम से संपर्क हुआ था। जिसके बाद विभिन्न कंपनियों का इंश्योरेंस दुलार सिंह के नाम पर किया गया। वर्ष 2016 में प्रोजेक्ट बंद होने के बाद भी लगातार मई 2021 तक पहले सिंगल बीमा प्रिमियम, 2 वर्षीय निवेश प्लान, मोबाईल टॉवर लगाने के नाम पर, 1 वर्षीय निवेश प्लान व सभी निवेशों की मेच्योरिटी एमांउट की वापसी के लिये डॉक्युमेंट के री-वेरिफिकेशन के नाम पर अपने विभिन्न खातों में प्रार्थी से अलग-अलग समय पर रकम जमा करवा कर पति संदीप चौटाला के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, मोबाईल सीम कार्ड, बैंक पास बुक व एटीएम कार्ड बरामद किये गये। आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार कर दिल्ली न्यायालय ट्रांजिट रिमाण्ड हासिल कर लाया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई नगर से की जा रही है।
मामले की आरोपी दंपत्ति मनीषा चौटाला (29 वर्ष), संदीप चौटाला (29 वर्ष) दोनों निवासी उत्तम नगर नई दिल्ली वेस्ट से पूछताछ की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 7 जून। शादी नहीं करवाने से नाराज युवक और उसके दोस्तों ने मिलकर युवती के भाई को खुर्सीपार में मिलकर बैट बल्ले से जमकर पीटा। खुर्सीपार पुलिस ने आरोपी और उसके साथियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है।
खुर्सीपार पुलिस ने बताया कि मरोदा निवासी युवक बीती रात गणेश मंदिर तिवारी आटा चक्की के पास खुर्सीपार में अपने दोस्त के साथ नाश्ता कर रहा था, तभी जसपाल सिंग और उसके अन्य साथी आए और कहा कि तुमने अपनी बहन की
शादी जसपाल से क्यों नहीं करवायी, ऐसा बोलते हुए एकराय होकर जान से मारने की धमकी देते हुए जसपाल सिंग ने क्रिकेट बैट से एवं उनके साथियों ने हाथ मुक्का से मारपीट की। गोपी के हाथ-पैर में चोट आई है।
इस मामले की रिपोर्ट पर खुर्सीपार पुलिस ने आरोपी जसपाल सिंग और उसके साथियों के खिलाफ धारा 294, 323, 34, 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
आर्थिक संकट के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे श्रीलंका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं तो वहीं इसने देश में जातीय और धार्मिक सीमाओं के पार लोगों में एकता को बढ़ावा देना का भी काम किया है.
डॉयचे वैले पर सुष्मिता रामाकृष्णन की रिपोर्ट-
हाल के दशकों में श्रीलंका में जातीय और धार्मिक आधार पर हिंसा की घटनाएं आम हो चली थीं लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में हुए विरोध प्रदर्शनों में वहां बहुत कुछ नया हुआ है. ये विरोध प्रदर्शन सरकार के उस आर्थिक कुप्रबंधन के खिलाफ हो रहे हैं जिसकी वजह से देश को अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा है.
विरोध प्रदर्शनों की वजह से देश के युवा अपने पारंपरिक राजनीतिक विरोध को छोड़कर एक साथ सड़कों पर उतरे हैं और लंबे समय से जातीय और धार्मिक आधार पर विभाजित लोगों के बीच जबर्दस्त एकता देखने को मिल रही है. श्रीलंका में कुछ युवा प्रदर्शनकारियों ने डीडब्ल्यू को बताया कि वे पारंपरिक राजनीति से ऊब चुके हैं जिसने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को जातीय और धार्मिक खांचे में बांट दिया.
लेखक और वकील राजिता हेतियार्ची कहते हैं कि पहले शिक्षित मध्यम वर्ग के लोगों के लिए जातीय और धार्मिक आधार पर बनी नीतियां ही चुनावी मुद्दे हुआ करते थे, जबकि समाज के गरीब तबके के लिए आर्थिक स्थिति मुख्य मुद्दा हुआ करती थी. उनके मुताबिक, "मौजूदा विरोध प्रदर्शनों ने इन दोनों वर्गों को एक साथ लाकर खड़ा कर दिया है. दोनों वर्ग अब इस बात को भली-भांति महसूस कर रहे हैं कि जातीय और धार्मिक आधार पर लोगों को बांटकर राजनीति में जमकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया.”
आर्थिक उथल-पुथल और राजनीतिक अशांति
भोजन, ईंधन और दवा जैसी मूलभूत वस्तुओं की भीषण कमी और बढ़ती मुद्रा स्फीति के बीच पिछले कुछ महीनों से सरकार के खिलाफ लगातार हो रहे प्रदर्शनों की वजह से श्रीलंका में अशांति बनी हुई है. सरकार गंभीर भुगतान संकट से निपटने के लिए संघर्ष कर रही है.
देश की आर्थिक स्थिति को तबाह करने में कई चीजों का योगदान रहा जिनमें कोविड-19 महामारी भी शामिल है जिसकी वजह से पर्यटन उद्योग और विदेशी कर्मचारियों का धन तबाह हो गया. राष्ट्रपति गोटाबाया राजबक्षे द्वारा कम समय में करों में कटौती की वजह से सरकारी खजाने को खत्म करना और तेल कीमतों में बढ़ोत्तरी भी इसके पीछे बड़े कारण रहे.
विरोध प्रदर्शनों में ज्यादातर युवा हिस्सा ले रहे हैं और इन लोगों ने सोशल मीडिया पर "गोटा घर जाओ” के संदेश के साथ बड़ा अभियान चला रखा है जो ट्विटर पर खूब ट्रेंड किया. दो हफ्ते पहले सरकार समर्थकों और सरकार विरोधियों के बीच कोलंबो में हुए हिंसक संघर्ष के बाद पूरे देश में अशांति छा गई. इन हिंसक झड़पों में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब तीन सौ लोग घायल हो गए. हिंसा की वजह से ही श्रीलंका की बदहाल आर्थिक और राजनीतिक स्थिति ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया.
राष्ट्रपति के बड़े भाई महिंदा राजपक्षे ने इस हिंसा के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद गोटाबाया ने रानिल विक्रमसिंघे को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया. 73 वर्षीय विक्रमसिंघे वरिष्ठ राजनेता हैं और पांच बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की विक्रमसिंघे की तमाम कोशिशों के बावजूद स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है.
लोगों पर भारी आर्थिक और राजनीतिक संकट
कोलंबो में एक सिविल इंजीनिर नुजली हमीम कहते हैं कि वह खाने-पीने की चीजों पर पिछले साल की तुलना में 25 गुना ज्यादा खर्च कर रहे हैं. हमीम डीडब्ल्यू से बातचीत में कहते हैं, "मैं अकेले रहता हूं और खुद खाना बनाता हूं. मैं हर दिन 720 श्रीलंकाई रुपये यानी करीब 1.83 यूरो खाने पर खर्च कर रहा था लेकिन अब मैं हर दिन 2,000 रुपये खर्च कर रहा हूं.”
हमीम इस बात से डरे हुए हैं कि यदि अगले कुछ हफ्तों में स्थिति ठीक नहीं हुई तो उनके पास इतना पैसा भी नहीं रह जाएगा कि वो खाने-पीने वाली चीजें खरीद सकें. जैसे-जैसे कीमतें बढ़ रही हैं, उनकी नौकरी जाने की चिंता भी बढ़ती जा रही है.
हमीम बताते हैं, "मैं जिस कंपनी में काम करता हूं उसने कहा है कि अगले महीने से मेरी तनख्वाह आधी हो जाएगी. निर्माण परियोजनाओं में लगी कंपनियां भी इस समय संकट से जूझ रही हैं. सीमेंट की एक बोरी पहले 800 रुपये की मिलती थी, अब 6,000 रुपये की मिल रही है.”
एक टेक स्टार्ट अप कंपनी में जूनियर प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रहे माहीन (बदला हुआ नाम) कहते हैं कि उन्हें इस बात का जरा भी भरोसा नहीं है कि आने वाले दिनों में उनकी नौकरी बनी रहेगी. डीडब्ल्यू से बातचीत में वह कहते हैं कि 21 मई को उन्हें अपनी कार में ईंधन भराने के लिए 21 घंटे तक लाइन में खड़े रहना पड़ा. इसके बावजूद उन्हें सिर्फ 15 लीटर पेट्रोल ही मिल पाया जबकि उनकी कार की टंकी 33 लीटर में फुल होती है. माहीन कहते हैं, "उबर टैक्सी बुक करने में एक घंटे से भी ज्यादा समय लगता है और इस समय कोई टुक-टुक ड्राइवर ढूंढ़ना तो लगभग असंभव है. उनमें से ज्यादातर ईंधन की इतनी ज्यादा कीमत की वजह से ही अपना धंधा छोड़ चुके हैं.”
पिछले कुछ हफ्तों में ऐसी खबरें भी आई हैं कि आर्थिक संकट के चलते तमाम युवा श्रीलंका से पलायन कर रहे हैं.
श्रीलंका में पर्यटन राजस्व का सबसे अहम स्रोत है लेकिन आर्थिक संकट के चलते पर्यटन उद्योग बुरी तरह से तबाह हो चुका है, बावजूद इसके श्रीलंका के लोकप्रिय मॉडल और ट्रेवेलर शेनेल रोड्रिगो जैसे कुछ युवा इस नेरेटिव को बदलने की कोशिश में लगे हैं. रोड्रिगो इस अभियान को गति देने में लगे हैं कि श्रीलंका एक सुरक्षित पर्यटन स्थल है. इस अभियान में लगे रोड्रिगो जैसे युवाओं को उम्मीद है कि इससे विदेशी पर्यटकों का आना बढ़ेगा और विदेशी मुद्रा की वजह से देश आर्थिक संकट से निबटने में कामयाब हो सकेगा.
राजनीतिक दलों से मोहभंग
हेतियार्ची कहते हैं कि श्रीलंका के तमाम नागरिकों का, खासकर युवाओं का राजनीतिक दलों से मोहभंग होता जा रहा है. न सिर्फ सत्तारूढ़ दल बल्कि विपक्षी पार्टियों से भी मोहभंग हो रहा है. वो कहते हैं, "न तो सरकार ने और न ही विपक्ष ने ऐसी कोई ठोस आर्थिक योजना पेश की है जिस पर हम लोग भरोसा कर सकें. यहां तक कि छोटी पार्टियां भी सरकार की आलोचना तो खूब कर रही हैं लेकिन उनके पास भी समस्या के हल की कोई योजना नहीं है.”
हेतियार्ची कहते हैं कि लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों की वजह से श्रीलंकाई नागरिक जाति और धर्म की सीमाओं को तोड़कर एकता के सूत्र में बंधे हैं और सभी ने मिलकर राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे सरकार पर दबाव बनाया. एक प्रदर्शन स्थल पर उन्होंने कहा, "एक लड़की ने हिजाब पहनकर सिंहला और तमिल दोनों भाषाओं में एकता पर जोर देते हुए बेहतरीन भाषण दिया. मुस्लिम युवक उसके भाषण पर ताली बजा रहे थे और वीडियो बना रहे थे. यह एक जबर्दस्त मौका था और लोगों में एकता स्थापित करने में काफी मददगार साबित हुआ.”
मदद की तत्काल जरूरत
हेतियार्ची को लगता है कि जब तक अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं लौट आती और जरूरी राजनीतिक सुधार नहीं हो जाते, तब तक विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं होंगे. राजनीतिक सुधारों की बात करें तो इसका मतलब है कि राष्ट्रपति की कार्यकारी शक्तियों को कम किया जाए.
हाल ही में विश्व बैंक ने कहा कि जब तक श्रीलंका एक ठोस आर्थिक नीति का ढांचा तैयार करके नहीं देता, तब तक उसे किसी तरह के वित्तीय मदद देने की उसकी कोई योजना नहीं है. श्रीलंका सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से लगातार बातचीत कर रही है. आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जिवा ने हाल ही में कहा था कि आईएमएफ श्रीलंका में तकनीकी स्तर पर लगातार काम कर रहा था.
हेतियार्ची कहते हैं कि यदि श्रीलंका आईएमएफ के साथ कोई सौदा करने में कामयाब भी हो जाता है तो भी उसे अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने में कुछ महीने लग जाएंगे. हेतियार्ची इस बात पर जोर देते हैं कि सरकार को ठोस रणनीति के साथ आगे आना होगा ताकि दो साल बाद होने वाले चुनाव तक उनकी चुनावी संभावनाओं में कुछ सुधार हो सके.
वह कहते हैं, "यह समय किसी नई पार्टी के गठन के लिए भी उपयुक्त होगा.” (dw.com)
पैगंबर मोहम्मद के बारे में भारत की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी के दो नेताओं की अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ वैश्विक निंदा बढ़ रही है. इसने राजनयिक मोर्चे पर भारत के लिए गंभीर मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी पर भारत सरकार की तमाम राजनयिक कोशिशों के बावजूद मुस्लिम देशों का गुस्सा थमता नहीं दिख रहा है. कई देशों की सरकारों ने नूपुर शर्मा के बयान को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है.
भारत सरकार मामले को संभालने की कोशिश में कह चुकी है कि यह किसी भी तरह से भारत सरकार के विचार को नहीं दर्शाती है और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा चुकी है.
बीजेपी की नेता रही नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का विरोध सबसे पहले कतर और कुवैत ने दर्ज कराया था. इसके बाद सऊदी अरब, ईरान, बहरीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार, जॉर्डन, ओमान, मालदीव ने भी सोमवार को विवादित टिप्पणी निंदा की.
विवादित टिप्पणी को लेकर कम से कम 15 देशों ने भारत के सामने अपना विरोध दर्ज कराया है. इनके अलावा मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने भी नाराजगी जाहिर की है.
विश्लेषकों का कहना है कि पैगंबर का अपमान करने और कुछ देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार के लिए भारत के खिलाफ दुनिया भर में हो रही प्रतिक्रिया के बाद भारत की आंखें खुलनी चाहिए. भारत को यह समझना चाहिए कि विभाजनकारी राजनीति के अंतरराष्ट्रीय निहितार्थ हैं.
सोशल मीडिया पर भी आलोचना
अरब देशों में लोग नूपुर शर्मा और दिल्ली बीजेपी के मीडिया सेल के प्रमुख रहे नवीन कुमार जिंदल द्वारा दिए गए विवादित टिप्पणी को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कुछ अरब देशों में भारतीय उत्पाद के बहिष्कार का अभियान चलाया जा रहा है.
दूसरी ओर यूएन महासचिव अंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने इस मुद्दे से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा है अंतरराष्ट्रीय संगठन "सभी धर्मों के लिए सम्मान और सहिष्णुता को दृढ़ता से प्रोत्साहित करता है." पाकिस्तान के एक पत्रकार ने बीजेपी नेताओं द्वारा विवादित टिप्पणी पर महासचिव की प्रतिक्रिया पूछी थी.
डुजारिक ने कहा, "मैंने रिपोर्टें देखी हैं. मैंने खुद टिप्पणी नहीं सुनी है. लेकिन इसके बावजूद मैं आपको बता सकता हूं कि हम सभी धर्मों के लिए सम्मान और सहिष्णुता को दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं."
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार तक उन दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी. कतर और कुवैत की तरफ से भारतीय राजदूतों को बुलाकर विरोध जताने के बाद बीजेपी ने आनन फानन में बयान जारी कर दोनों पर कार्रवाई करने का ऐलान किया. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा था कि बीजेपी सभी धर्मों का सम्मान करती है.
पार्टी से निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा था कि अगर उनके बयान से किसी को तकलीफ पहुंची हो या किसी के धार्मिक भावनाओं को आहत की हो तो मैं अपने बयान को बिना शर्त वापस लेती हूं. इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने ओआईसी और पाकिस्तान की आलोचना को "अनावश्यक और संकीर्ण सोच" बताया है.
दूसरी ओर नूपुर शर्मा ने दिल्ली पुलिस से जान से मारने की धमकी मिलने की शिकायत की थी जिसके बाद अब पुलिस ने उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है. पुलिस नूपुर शर्मा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. (dw.com)
भारत सरकार ने पिछले हफ्ते जारी कर अचानक हटा लिए गए नए आईटी नियमों को फिर से जारी कर दिया है. सरकार ने कहा है कि इन नियमों की जरूरत थी क्योंकि बड़ी तकनीकी कंपनियों ने नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन किया था.
नए आईटी नियमों के तहत कंपनियों को "भारत के संविधान द्वारा देश के नागरिकों को दिए गए अधिकारों का सम्मान करना होगा." कंपनियों के कॉन्टेंट मॉडरेशन से जुड़े फैसलों के खिलाफ अपील की सुनवाई के लिए एक सरकारी पैनल भी गठित किया जाएगा.
ये नियम सरकार ने पिछले हफ्ते जारी कर अचानक वापस ले लिए थे, लेकिन सोमवार छह जून को सरकार इन्हें बिना किसी बदलाव के वापस ले आई. नए नियमों के मसौदे को सार्वजनिक करते हुए सरकार ने इन पर लोगों और जानकारों की राय मांगी है. राय 30 दिनों के अंदर देने के लिए कहा गया है.
क्या हैं नए नियम
इन नियमों को लाने का स्पष्टीकरण देते हुए सरकार ने कहा, "कई (तकनीकी) इंटरमीडियरियों ने भारतीय नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है." बयान में किसी कंपनी का नाम भी नहीं लिया गया और किस अधिकार का हनन हुआ है यह भी नहीं बताया गया.
नए नियमों के तहत कंपनियों को "सभी यूजर उनकी सेवाओं का इस्तेमाल कर पाएं यह सुनिश्चित करने और साथ ही निजता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मुनासिब कदम उठाने होंगे."
सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया कंपनियों के पास ऐसा कोई तंत्र नहीं है और साथ ही "कोई विश्वसनीय स्व-विनियमन का तंत्र" भी नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के कई बड़ी तकनीकी कंपनियों से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं.
कंपनियों से सरकार का झगड़ा
सरकार फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर जैसी कंपनियों के विनियमन को कड़ा भी करती रही है. पिछले साल ही सरकार और ट्विटर के बीच तनाव बढ़ गया था.
ट्विटर ने ऐसे खातों को बंद करने के सरकार के आदेशों का पालन नहीं किया जो सरकार के मुताबिक किसान आंदोलन को लेकर गलत जानकारी फैला रहे थे. भारत में ट्विटर की कई राजनेताओं और अन्य प्रभावशाली लोगों के खातों को ब्लॉक करने की आलोचना भी हुई है.
सीके/एए (रॉयटर्स)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 7 जून। आज सुबह रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे-30 पर स्कूटी सवार मां और बेटे को ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही बेटे की मौत हो गई, वहीं मां गंभीर रूप से घायल हो गई। उन्हें डायल 108 व 112 की मदद से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया।
घटना के विषय में मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 9.30 से 10 बजे के बीच कबीरधाम जिला मुख्यालय से 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रामकृष्ण स्कूल में एडमिशन कराने स्कूटी से माँ-बेटे आ रहे थे, तभी उनको ट्रक ने अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में मौके पर ही 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और माँ को डायल 108 व 112 की मदद से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
महिला भी सरकारी टीचर है, जो अपने बेटे को रामकृष्ण पब्लिक स्कूल सिंघानपुरी में एडमिशन कराने के लिए हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कवर्धा से आ रही थी, उसी दौरान अज्ञात ट्रक ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया।
महिला इंदु सोनी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की निवासी है। मृतक बच्चे का नाम पूरब सोनी बताया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 जून। आज मनेंद्रगढ़ विकासखण्ड अंतर्गत चनवारीडांड़ में तालाब में नहाती दो बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के अनुसार रोशनी पिता मैन सिंह (7 वर्ष) जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश एवं दुर्गा पिता उदय सिंह (7 वर्ष) जिला डिंडोरी मध्यप्रदेश, जो गांव के वार्ड नंबर 9 मौहरीपारा में रहती थीं, मंगलवार की दोपहर दोनों बच्चियां घर में बिना बताए नहाने के लिए तालाब गई थी, जहां डूबने से मौत हो गई
मृतक मासूमों का परिवार मध्यप्रदेश के अनूपपुर व डिंडौरी जिले से आकर चनवारीडांड़ में रहकर मजदूरी का काम करते हैं। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून । हसदेव अरण्य मामले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि टीएस सिंहदेव चाहते हैं तो पेड़ क्या डंगाल तक नहीं कटेगा।गोली चलाने की नौबत नहीं आएगी। और गोली चलाने वाले पर ही गोली चल जाएगी।
सीएम बघेल ने कहा कि खदान आबंटन केंद्र सरकार का काम है। प्रदेश भाजपा को केंद्र सरकार के समक्ष विरोध जताना चाहिए।
भाजपा की ओर से सवाल उठाना भी गलत।ये भाजपा का दोहरा चरित्र है, विरोध दिल्ली में होना चाहिए। पंचायत मंत्री सिंहदेव ने सोमवार को हसदेव अरण्य क्षेत्र के गांव में जाकर खदान आवंटन को लेकर पहले गोली खाने की बात कही थी।
इस पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज कहा कि गोली खाने की जरूरत नहीं। पद से इस्तीफा दे कर ग्रामीणों के साथ लड़ाई लड़े। बिलासपुर में मरकाम ने कहा कि यदि कोई लंबे समय तक आंदोलन कर रहे हैं और सिंहदेव उस क्षेत्र के नेता है तो उनके सुख-दुख को जानना उनकी जिम्मेदारी है। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे उनकी बात को सरकार तक पहुंचाएं। साथ ही कहा कि कोल ब्लॉक का आबंटन कांग्रेस की सरकार बनने के पहले केंद्र सरकार ने किया है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने हसदेव अरण्य, लेमरू रिजर्व को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि इस मामले में सीएम और पंचायत मंत्री के दृष्टिकोण अलग अलग होने के कारण भ्रम पैदा हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 7 जून। आज सुबह सांकरा के पास एक सनकी आशिक ने ट्यूशन के लिए निकली नाबालिग छात्रा की टंगिए से हत्या कर दी। इस कत्ल से इलाके में सनसनी फैल गई है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सुबह-सुबह खून से लथपथ छात्रा की लाश मिली है। शव के पास खून से सनी टंगिया भी मिली है। प्रेम-प्रसंग के कारण हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपी ने छात्रा की गर्दन पर टंगिया से वार कर हत्या की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार साकरा गांव के पास हत्या हुई है। बरही गांव में रहने वाला रवि निषाद ने नाबालिग को धारदार हथियार से मार दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर उपस्थित थे बॉडी को पीएम के लिए रवाना किया गया है।
मामले में एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि स्कूटी से जा रही छात्रा को धारदार हथियार से हत्या कर दी है। आरोपी को पकड़ लिया गया है। आगे की विवेचना जारी है। गांव में शांति व्यवस्था कायम है। एकतरफा प्रेम प्रसंग का मामला है। बहुत लंबे समय से ये लडक़ी को परेशान कर रहा था। आज ट्यूशन के लिए जाते वक्त इसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।