अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेन पर रूस के ताजा हमलो में 31 लोगों की मौत हो गई है और 150 से ज्यादा घायल हुए हैं. अकेले राजधानी कीएव में 17 लोग मारे गए है. इन 17 मौतों में से दो की मौत बच्चों के एक अस्पताल में हुई है. 11 मौतें नीप्रोपेत्रोवस्क में किए गए कई हमलों में हुई हैं. बाकी लोग कहां मारे गए इस बारे में कुछ भी पता नहीं है.
रूसी हमले की जद में ओहमेतिदयत अस्पताल भी आया है. हमले के वक़्त अस्पताल के बच्चों के वार्ड में 20 बच्चों का इलाज चल रहा था.
बच्चों के अस्पताल की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें भारी नुकसान को देखा जा सकता है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की पोलैंड के दौरे पर हैं. जहां उनके सुरक्षा समझौतों पर दस्तख़त करने की संभावनाएं हैं. ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीएव और स्लोवियास्क समेत कई शहरों में अलग-अलग 40 मिसाइलों से हमले किए गए हैं.
इन हमलों में रिहाइशी इमारतें, भवन और बच्चों के अस्पतालों को नुक़सान हुआ है. पूरे कीएव शहर में धुएं का गुबार देखा जा सकता है.
वहीं सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कई वीडियो में ओहमेतिदयत अस्पताल को हमले से हुए नुकसान को देखा जा सकता है.
ज़ेलेंस्की ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि लोग अस्पताल के मलबे की नीचे फंसे हुए थे. इस समय डॉक्टरों, नर्सों और आम लोग भी मलबे को हटाने की कोशिश कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कांग्रेस के डेमोक्रेट नेताओं को लिखी एक चिट्ठी में कहा है कि वह डोनाल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ दोबारा राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.
बाइडन ने लिखा है कि उनकी उम्मीदवारी पर अब अटकलें ख़त्म हो जानी चाहिए. डेमोक्रेट पार्टी के कुछ डोनर्स और समर्थकों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से हटने की अपील पर उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ वोटर ही तय करेंगे कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कौन राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में उतरेगा.
पिछले हफ़्ते पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टीवी डिबेट के दौरान कमजोर प्रदर्शन के बाद उन पर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अलग हटने का दबाव बढ़ गया है.
डिबेट में बाइडन के प्रदर्शन ने अपने पीछे कई गंभीर प्रश्न छोड़ दिए हैं. ये सवाल राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के लिए उनकी सेहत और मानसिक स्थिति से जुड़े हुए हैं.
बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी में इस बात पर बहस छिड़ी है कि 81 वर्षीय राष्ट्रपति को उम्मीदवार बनाए रखने या हटाने में कितना नफ़ा या नुकसान है.राष्ट्रपति के कुछ पक्के समर्थक डेमोक्रेट्स भी बाइडन की उम्र और मानसिक स्थिति पर चिंता जता रहे हैं. (bbc.com/hindi)
कीव, 8 जुलाई। यूक्रेन की राजधानी कीव में सोमवार को रूसी मिसाइलों के हमलों में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि बच्चों के एक अस्पताल की इमारत को भी व्यापक रूप से नुकसान पहुंचा। मध्य यूक्रेनी शहर कीर्वी रीह में हुए एक अन्य हमले में कम से कम 10 लोग मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक बयान में कहा कि रूसी बमबारी ने पांच यूक्रेनी शहरों को विभिन्न प्रकार की 40 से अधिक मिसाइलों से निशाना बनाया, जिससे रिहाइशी इमारतें और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए
गृह मंत्री इहोर क्लिमेंको ने बताया कि सोमवार सुबह हुए हमले में देशभर में कम से कम 20 लोग मारे गए और लगभग 50 लोग घायल हो गए। क्रीर्वी रीह में नगर प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सांद्र विल्कुल ने कहा कि यह एक बड़े पैमाने पर किया गया मिसाइल हमला था, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गयी और 31 अन्य लोग घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने यूक्रेन के मध्य द्निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र में भी विस्फोट की सूचना दी है।
जेलेंस्की ने कहा कि कीव के ओखमाटडिट बच्चों के अस्पताल की आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त इमारत के मलबे से राहतकर्मियों को लोगों की तलाश करते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि यहां हताहतों की संख्या अभी पता नहीं है।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है कि दुनिया अब इस बारे में चुप न रहे और सभी को यह देखना चाहिए कि रूस क्या है और वह क्या कर रहा है।”
यह हमला अमेरिका में तीन दिवसीय नाटो शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर हुआ है। सम्मेलन में इस बात पर विचार किया जाएगा कि किस प्रकार यूक्रेन को गठबंधन के अटूट समर्थन का भरोसा दिलाया जाए तथा यूक्रेनवासियों को यह आशा प्रदान की जाए कि उनका देश द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के सबसे बड़े संघर्ष से उबर सकता है।
बच्चों के अस्पताल की दो मंजिला इमारत आंशिक रूप से नष्ट हो गई। अस्पताल की मुख्य 10 मंजिला इमारत की खिड़कियाँ और दरवाजे उखड़ गए और दीवारें काली पड़ गयीं।
यह पिछले कई महीनों में कीव पर सबसे बड़ी बमबारी थी। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि दिन के उजाले में किए गए हमलों में किंजल हाइपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र शामिल थे, जो सबसे उन्नत रूसी हथियारों में से एक है। किंजल ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक रफ्तार से उड़ता है, जिससे इसे रोकना मुश्किल हो जाता है। विस्फोटों से शहर की इमारतें हिल गईं। (एपी)
फ्रांस के संसदीय चुनावों में वामपंथी गठबंधन ने सबसे ज्यादा सीटें जीत ली हैं. इस गठबंधन ने धुर दक्षिणपंथियों को सत्ता से दूर रखने की अपील के साथ चुनाव लड़ा था.
(dw.comhi)
पहले दौर में बड़ी बढ़त हासिल करने वाली फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी पार्टी को दूसरे चरण में हार का सामना करना पड़ा है. दूसरे दौर के मतदान के बाद मरीन ली पेन की पार्टी नेशनल रैली (आरएन) तीसरे नंबर पर खिसक गई और वामपंथी दलों के गठबंधन न्यू पॉप्युलर फ्रंट (एनएफपी) ने सबसे ज्यादा 182 सीटें हासिल कीं.
राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों का मध्यमार्गी गठबंधन दूसरे स्थान पर आया है. किसी भी दल के पास संसद में पूर्ण बहुमत नहीं है. हालांकि दक्षिणपंथी दलों ने अपनी सीटों की संख्या में पिछली बार के मुकाबले भारी वृद्धि की है, लेकिन फिर भी वे उम्मीदों से बहुत कम रहे.
पहले चरण के मतदान के बाद संभावनाएं जताई जा रही थीं कि नेशनल रैली पहली बार फ्रांस में सरकार बनाने के करीब पहुंच सकती है. पहले चरण में उसने भारी जीत दर्ज की थी लेकिन रविवार को हुए दूसरे चरण के मतदान में वामपंथी दलों ने उससे यह बढ़त छीन ली और आरएन 143 सीटों पर ही सीमित हो गई.
इस बीच फ्रांस के प्रधानमंत्री गैब्रिएल अताल ने इस्तीफे की घोषणा कर दी है. चूंकि अब संसद में किसी पार्टी के पास बहुमत नहीं है इसलिए देश में अनिश्चितता का दौर है और अब क्या होगा, इस पर कई सवाल उठ रहे हैं. फ्रांस एक परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र है. इसका राजनीतिक घटनाक्रम यूक्रेन युद्ध, वैश्विक कूटनीति और यूरोप की आर्थिक स्थिरता पर असर डाल सकता है.
अब क्या करेंगे माक्रों
चुनावों के अंतिम परिणामों के अनुसार, वामपंथी गठबंधन एनएफपी ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं. संसद में वामपंथी गठबंधन के पास 182 सीटें हैं जबकि माक्रों के मध्यमार्गी दल के पास 168 सीटें हैं. पहले चरण में सबसे बड़ी पार्टी रही नेशनल रैली के पास 143 सीटें हैं. फ्रांस की 577 सीटों वाली नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए 289 सीटों की जरूरत है.
राष्ट्रपति माक्रों के दफ्तर ने बयान जारी कर कहा कि वह किसी भी नई सरकार के बारे में निर्णय लेने के लिए "नई नेशनल असेंबली के संगठित होने तक" इंतजार करेंगे. नेशनल असेंबली का पहला पूर्ण सत्र 18 जुलाई को होगा.
प्रधानमंत्री गैब्रिएल अताल ने घोषणा की है कि वह पेरिस ओलंपिक के दौरान और जब तक जरूरत हो, अपने पद पर बने रहेंगे. नए प्रधानमंत्री और सरकार के गठन के लिए हफ्तों से लेकर महीनों तक राजनीतिक बातचीत जारी रह सकती है.
नेताओं की प्रतिक्रिया
नेशनल रैली के अध्यक्ष ने पार्टी को मिली ऐतिहासिक बढ़त को महत्वपूर्ण बताया. हालांकि नतीजे उनकी उम्मीदों से काफी कम रहे. पार्टी अध्यक्ष और नेशनल रैली की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार जॉर्डन बारडेला ने राष्ट्रपति माक्रों पर फ्रांस को अनिश्चितता और अस्थिरता में धकेलने का आरोप लगाया.
28 वर्षीय बारडेला ने कहा, "करोड़ों फ्रांसीसियों से अपनी सोच को सत्ता में लाने की संभावना छीनना कभी भी फ्रांस का व्यवहारिक भविष्य नहीं बन पाएगा.”
उसी रैली में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मरीन ली पेन ने कहा, "लहर बढ़ रही है. हमारी जीत को बस टाला गया है." पिछले आम चुनाव में आरएन ने 82 सीटें जीती थीं.
वामपंथी नेता जीन-लूक मेलेंशों ने चुनाव परिणामों को "देश के अधिकांश लोगों के लिए बड़ी राहत" बताया और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की. एनएफपी के नेता मेलेंशों ने कहा, "राष्ट्रपति का फर्ज बनता है कि वह गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें."
मेलेंशों ने अन्य दलों के साथ किसी तरह के गठबंधन की संभावनाओं से इनकार कर दिया. एनएफपी में शामिल सोशलिस्ट पार्टी के नेता ओलिविएर फाउरे ने भी कहा कि "विपरीत विचारधाराओं का" ऐसा गठबंधन नहीं बनना चाहिए जो माक्रों की नीतियों को ही जारी रखे.
ग्रीन पार्टी की नेता मरीन तोंदेलियर ने कहा कि यह एनएफपी की स्पष्ट जीत है. उन्होंने कहा, "हम जीते हैं और सरकार बनाएंगे. आज सामाजिक न्याय की जीत हुई है. पारिस्थितिकी न्याय की जीत हुई है. आज की रात लोगों की जीत हुई है और यह बस शुरुआत है."
वीके/एए (एपी, एएफपी)
(गुरदीप सिंह)
सिंगापुर, 8 जुलाई। सिंगापुर के खाद्य नियामक ने मनुष्यों के भोजन के रूप में झींगुर, टिड्डे और टिड्डियों जैसे कीड़ों की लगभग 16 प्रजातियों के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, यह बहुप्रतीक्षित घोषणा उद्योग जगत के उन कारोबारियों के लिए खुशखबरी है जो चीन, थाईलैंड और वियतनाम में मिलने वाले कीड़ों की सिंगापुर में आपूर्ति और खानपान का कारोबार करते है।
भोजन के लिए स्वीकृत कीड़ों में झींगुर, टिड्डे, टिड्डियां, मीलवर्म (भोजनकृमि) और रेशमकीट की विभिन्न प्रजातियां शामिल हैं।
सिंगापुर खाद्य एजेंसी (एसएफए) ने कहा कि जो लोग मानव उपभोग या पशुधन के चारे के लिए कीड़ों का आयात या पालन करना चाहते हैं, उन्हें एसएफए के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। इन दिशानिर्देशों के तहत, इस बात का दस्तावेजी सबूत मुहैया कराना अनिवार्य है कि आयातित कीड़ों का खाद्य सुरक्षा नियंत्रण से संबंधित विनियमित प्रतिष्ठानों में पालन किया गया और इन्हें जंगलों से नहीं लाया गया।
एजेंसी ने कहा कि जो कीड़े एसएफए की 16 कीटों की सूची में नहीं हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए आकलन से गुजरना होगा कि वे उपभोग के लिए सुरक्षित हैं।
एसएफए ने कीड़ों की 16 प्रजातियों को उपभोग के लिए स्वीकृत करने की संभावना पर सार्वजनिक परामर्श अक्टूबर 2022 में शुरू किया था।
अप्रैल 2023 में एसएफए ने कहा था कि वह 2023 की दूसरी छमाही में इन प्रजातियों के उपभोग को हरी झंडी दे देगी लेकिन बाद में इस समय सीमा को 2024 की पहली छमाही तक आगे बढ़ा दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, खाद्य पदार्थ के रूप में कीटों को मांस से बेहतर विकल्प के रूप में पेश करता है, क्योंकि उनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और उनके पालन में कम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन होता है। (भाषा)
सैन फ्रांसिस्को, 8 जुलाई । अमेरिका के डेट्रॉइट में एक ब्लॉक पार्टी में गोलीबारी के बाद दो लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए। मिशिगन स्टेट पुलिस ने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। मिशिगन स्टेट पुलिस गहन जांच करने में डेट्रॉइट पुलिस विभाग की मदद कर रही है। पुलिस का कहना है कि घटना के संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया, पीड़ितों को सेंट जॉन अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस ने रविवार को एक बयान में बताया कि जांचकर्ता और फोरेंसिक कर्मी सभी उपलब्ध सबूतों का विश्लेषण कर रहे हैं। बता दें कि डेट्रॉयट में एक जून को एक और गोलीबारी की घटना हुई। इसमें एक ब्लॉक पार्टी में 100 से अधिक लोगों की मौजूदगी में चार लोगों को गोली मार दी गई थी। --(आईएएनएस)
जकार्ता, 8 जुलाई। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर मूसलाधार बारिश के कारण सोने की एक अवैध खदान में भूस्खलन होने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
गोरोंटालो प्रांत की खोज एवं बचाव एजेंसी के प्रवक्ता अफीफुद्दीन इलाहुदे ने बताया कि इस प्रांत के दूरस्थ बोन बोलांगो में एक छोटी, पारंपरिक, सोने की खदान में एक गड्ढे में रविवार को करीब 33 ग्रामीण खुदाई कर रहे थे तभी आसपास की पहाड़ियों से कई टन मिट्टी गिरी और वे दब गए।
उन्होंने बताया कि बचावकर्मियों ने रविवार को दो घायलों को बचाया और सोमवार तक 11 शव बरामद किए। वे अब भी 20 अन्य लोगों की तलाश कर रहे हैं जो लापता बताए जा रहे हैं।
इंडोनेशिया में अवैध खनन कार्य बड़े पैमाने पर होते हैं जो हजारों लोगों को आजीविका उपलब्ध कराते हैं। ये लोग गंभीर चोट लगने या मृत्यु के उच्च जोखिम वाली परिस्थितियों में मजदूरी करते हैं। (एपी)
लॉस एंजिलिस, 8 जुलाई। अमेरिका में कैलिफोर्निया स्थित डेथ वैली नेशनल पार्क में रविवार को तापमान 53.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भीषण गर्मी के कारण डेथ वैली पहुंचे एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पार्क प्रबंधन ने एक बयान जारी कर बताया कि दोनों पर्यटक छह युवकों के एक समूह का हिस्सा थे, जो मोटरसाइकिल से बैडवाटर बेसिन क्षेत्र से गुजर रहा था।
बयान में कहा गया है, ‘‘मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। दूसरे मोटरसाइकिल चालक को ‘‘गंभीर तापघात’’ के कारण लास वेगास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’
बयान के मुताबिक, समूह के चार अन्य सदस्यों का मौके ही इलाज किया गया।
पार्क के अधिकारी माइक रेनॉल्ड्स ने कहा, ‘‘इस तरह की भीषण गर्मी आपके स्वास्थ्य के लिए वाकई खतरा पैदा कर सकती है।’’
भीषण गर्मी से मौत का यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब अमेरिका में तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। (एपी)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 8 जुलाई। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में इस सप्ताह आयोजित होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा यूक्रेन के प्रति मजबूत समर्थन प्रदर्शित करने की संभावना है। बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में यूक्रेन को सैन्य, राजनीतिक और वित्तीय सहायता देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की जा सकती हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, सम्मेलन में यूरोपीय संघ और हिंद-प्रशांत साझेदारों के साथ अमेरिका के सहयोग को और मजबूत करने के लिए एक बैठक भी आयोजित की जाएगी।
संगठन सदस्य के रूप में स्वीडन के शामिल होने के बाद यह पहला नाटो शिखर सम्मेलन होगा। स्वीडन मार्च में आधिकारिक रूप से नाटो में शामिल हुआ था।
यह ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक होगा। नाटो अब 32 देशों का एक मजबूत सैन्य गठबंधन है।
शिखर सम्मेलन से पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह (नाटो) यूरो-अटलांटिक सुरक्षा के लिए वास्तव में अति आवश्यक रहा है और अमेरिका तथा उसके सहयोगियों की रक्षा करता आया है।’’
अमेरिका की राजधानी में आयोजित होने वाला यह सम्मेलन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बैठक के कुछ ही दिनों के भीतर हो रहा है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘सम्मेलन के जरिये पुतिन को एक कड़ा संदेश जाएगा कि अगर उन्हें लगता है कि वह यूक्रेन का समर्थन करने वाले देशों के गठबंधन के सामने अधिक समय तक टिक सकते हैं तो यह उनकी गलतफहमी है।’’
नाम न उजागर करने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, ‘‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने साझेदारों के साथ मिलकर हम बाकी देशों को भी एक महत्वपूर्ण संदेश देंगे कि हम एकजुट हैं और लोकतांत्रिक मूल्यों के समर्थन के लिए साथ खड़े हैं।’’
नाटो शिखर सम्मेलन मंगलवार को वाशिंगटन में शुरू होगा, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन संगठन के नेताओं का स्वागत करेंगे। (भाषा)
रविवार की रात फ़्रांस के लिए उम्मीद से उलट नतीजों वाली रात थी. संसदीय चुनाव के नतीजे चौंकाने वाल रहे.
दक्षिणपंथी नेशनल रैली की बढ़त को रोकने के लिए दूसरे चरण से पहले वामपंथी और मध्यमार्गी पार्टियों के बीच रणनीतिक गठबंधन बनाने की कोशिशों में ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182 सीटों के साथ पहले स्थान पर है.
जबकी बुरी तरह पिछड़ी मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया.
पहले चरण में सर्वाधिक मत जीतने वाली धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली तीसरे नंबर रही है.
लेकिन इनमें से किसी के पास भी बहुमत के आंकड़े नहीं हैं और फ़्रांस में त्रिशंकु संसद के हालात बन गए हैं.
वामपंथी अख़बर 'लिबरेशन' ने इस रात के लिए लिखा- 'क्रेज़ी'.
लेकिन बहुत से लोग राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि नेशनल रैली पार्टी सत्ता में पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाई.
ताज़ा नतीजों के अनुसार, 577 सीटों वाली नेशनल एसेंबली में पार्टियों की स्थिति-
न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182
मध्यमार्गी गठबंधन- 168
नेशनल रैली + सहयोगी-143
रिपब्लिकन + दक्षिणपंथी-60
अन्य लेफ़्ट पार्टियां-13
अन्य- 11
फ़्रांस
नतीजे आने के बाद बाज़ार में उथल पथल देखने को मिल रही है. यूरो के मूल्य में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आ गई है और अब यह 1.08 डॉलर का हो गया.
निवेशक देश में राजनीतिक गतिरोध को लेकर चिंतित हैं.
विश्लेषकों को लगता है कि सबसे अधिक सीटें जीतने वाली वामपंथी न्यूट पॉपुलर फ़्रंट गठबंधन, राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के सुधारवादी एजेंडे को आगे नहीं बढ़ाएगी. (bbc.com/hindi)
(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 7 जुलाई। मानसून के मौसम की शुरुआत के बाद से पिछले चार सप्ताह में नेपाल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई है और 90 अन्य घायल हो गए हैं। यह जानकारी गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने रविवार को दी।
अधिकारियों ने बताया कि मानसून से संबंधित इन मौतों के मुख्य कारण भूस्खलन, बाढ़ और आकाशीय बिजली गिरना हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में से 34 लोगों की मौत भूस्खलन से हुई, जबकि 28 लोग लगातार बारिश के कारण आयी बाढ़ में मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, इन प्राकृतिक आपदाओं के कारण सात लोग लापता बताए गए हैं।
भारी बारिश और उसके बाद आयी बाढ़ और भूस्खलन से संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है। कम से कम 121 मकान जलमग्न हो गए हैं और 82 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने सभी राज्य तंत्रों को मानसून की बाढ़, भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है।
रविवार को सिंह दरबार स्थित नियंत्रण कक्ष में एक बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री ने सभी राज्य एजेंसियों को इन प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित नागरिकों के लिए बचाव और राहत प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी नागरिकों से संभावित आपदाओं के प्रति सतर्क रहने का भी आग्रह किया और राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और सामाजिक संगठनों से आपदा जोखिमों को कम करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करने का आह्वान किया। (भाषा)
फ़लस्तीनी सूत्रों का कहना है कि ग़ज़ा शहर के एक स्कूल पर इसराइली हमले में हमास के एक वरिष्ठ नेता की मौत हो गई है.
हमास मीडिया का कहना है कि एक स्कूल में जहां विस्थापित फ़लस्तीनी रह रहे थे वहां पर एहाब अल-ग़ुसैन के साथ तीन और लोग मारे गए हैं.
ग़ुसैन हमास के पूर्व आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता थे और हाल तक उप श्रम मंत्री थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ हमले में ग्राउंड फ़्लोर पर मौजूद 2 कक्षाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं.
इसराइल ने इन मौतों की पुष्टि नहीं की है लेकिन कहा है कि उसके हवाई हमले में एक कॉम्प्लेक्स को निशाना बनाया गया है जिससे कई 'आतंकी' अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रहे थे.
इसराइल का कहना है ये 'आतंकी' उस इलाक़े की स्कूल की इमारत में थे और इलाक़े में ही हथियार बनाने की फ़ैक्ट्री चला रहे थे.
इसराइली सेना का पूरे ग़ज़ा में सैन्य अभियान जारी है. जबकि इसराइल की उत्तरी सीमा पर हिज़बुल्लाह ने दो स्थानों पर रॉकेट दागे हैं, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया है. (bbc.com/hindi)
युरिको कोइके का लगातार तीसरी बार टोक्यो का गवर्नर बनना तय हो गया है.
जापान के सबसे अधिक आबादी वाले शहर टोक्यो की पहली महिला गवर्नर अगले चार वर्षों के लिए अपने पद पर बनी रह सकती हैं.
उनकी ये जीत राजनीतिक तौर पर संघर्ष कर रहे प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के लिए राहत होगी.
फुमियो की पार्टी ने 71 वर्षीय युरिको को टोक्यो गवर्नर चुनाव में तीसरी बार समर्थन दिया है.
युरिको कोइके पहली बार 2016 में चुनी गईं थी. उन्होंने साल 2020 में दूसरी बार चुनाव में जीत दर्ज की थी.
रूढ़िवादी गवर्नर ने 2021 में कोरोना वायरस महामारी और समर ओलंपिक के दौरान शहर को सफलतापूर्वक मैनेज किया था. (bbc.com/hindi)
फ़्रांस के संसदीय चुनावों में चौंकाने वाले नतीजे आने की संभावना जताई जा रही है.
पहले चरण में आगे चल रही धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली पार्टी ताज़ा अनुमानों में आश्चर्यजनक रूप से तीसरे स्थान पर जाती दिख रही है.
यह संभव हुआ है वामपंथी और मध्यमार्गी पार्टियों के बीच रणनीतिक समझौते से.
एक सप्ताह पहले प्रथम चरण में धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली (आरएन) पार्टी सबसे आगे थी, लेकिन अब लगता है कि न्यू पॉपुलर फ़्रंट (एनएफ़पी) दूसरे चरण में सबसे अधिक मत पाने की ओर अग्रसर है.
राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी एनसेम्बल अलायंस के दूसरे स्थान पर आने का अनुमान जताया जा रहा है.
हालांकि कोई भी गठबंधन अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगा.
ये साफ़ नहीं है कि अगला प्रधानमंत्री कौन है, लेकिन मैक्रों की पार्टी के मौजूदा पीएम गैर्बिएल अटाल ने कहा कि वो इस्तीफ़ा देंगे.
फ्रांस
इस संभावित बड़े उलटफेर की बड़ी वजह रही कि धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली के ख़िलाफ़ वोटरों में विभाजन को रोकने के लिए कई वापमंथी और मध्यमार्गी उम्मीदवारों ने खुद चुनावी दौड़ से हट गए.
फ़्रांस अनबाउड पार्टी के धुर वामपंथी नेता ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने एनएफ़पी की संभावित जीत को धुर दक्षिणपंथ के ख़िलाफ़ जीत और मैक्रों के एजेंडे की हार कहा.
मेलेंकोन ने नेशनल रैली के ख़िलाफ़ एक व्यापक लामबंदी की कोशिशों की तारीफ़ की.
वामपंथी समर्थक सेंट्रल पेरिस में पैलेस डे ला रिपब्लिक में विजय रैली निकाल रहे हैं.
नेशनल रैली के नेता जॉर्डन बारदेला ने कहा कि 'ग़ैर-इमानदारों के गठबंधन' ने उनकी पार्टी को सत्ता से दूर करके फ़्रांस को कट्टर वामपंथ के हाथों में डाल दिया है.
स्पेन के वामपंथी प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने इन रुझानों का स्वागत किया है और कहा कि फ्रांस ने धुर दक्षिणपंथ को नकारा है.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने कहा कि देश दक्षिणपंथ की ओर जाने से बाल बाल बचा.
फ्रांस के संसदीय चुनावों के रुझान आने के बाद राजधानी पेरिस में कुछ जगहों पर हिंसा देखने को मिली.
रविवार को हुए दूसरे और आख़िरी चरण के चुनाव में वामपंथी ब्लॉक सबसे आगे है. इन रुझानों के बाद पेरिस की सड़कों पर हज़ारों लोग इकट्ठा हो गए.
फ़्रेंच अख़बार ली मोंडे ने ताज़ा नतीजों को सरकार के मतगणना के आंकड़ों के आधार पर एक तस्वीर पेश की है.
इसके अनुसार, अभी तक के आए नतीजों में वामपंथी ब्लाॉक, न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182 सीटों के साथ सबसे आगे है.
राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी एनसेम्बल अलायंस को 168 सीटें और पहले चरण में सबसे आगे चल रही नेशनल रैली और उसके सहयोगियों को 143 सीटें मिली हैं.
एक्ज़िट पोल्स में धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली के तीसरे स्थान पर पिछड़ने के अनुमान के बाद से रात में राजधानी की सड़कों पर हज़ारों लोग जश्न मनाने निकल पड़े जबकि कुछ जगहों पर हिंसा हुई है.
पेरिस में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और दंगा नियंत्रित करने वाली पुलिस तैनात की गई है. (bbc.com/hindi)
फ़्रांस के संसदीय चुनावों में वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट के नेता ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने कहा है कि उनका गठबंधन फ़लस्तीन राज्य को मान्यता देगा.
पिछले कुछ समय में यूरोप के चार देशों- स्पेन, नॉर्वे, आयरलैंड और स्लोवेनिया ने फ़लस्तीनी राज्य को मान्यता दी है.
रविवार को हुए दूसरे और आखिरी चरण के चुनावों में न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182 सीटों के साथ सबसे आगे है और आगामी सरकार में उसकी भूमिका प्रमुख रहने वाली है.
मेलेंशों ने कहा कि अगला प्रधानमंत्री न्यू पॉपुलर फ़्रंट से होगा.
एक सप्ताह पहले हुए प्रथम चरण के चुनावों में धुर दक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली बहुमत की ओर बढ़ रही थी लेकिन बीते रविवार को हुए दूसरे और आखिरी चरण में वो तीसरे स्थान पर सिमट गई.
राष्ट्रपति मैक्रों का मध्यमार्गी गठबंधन दूसरे स्थान पर रहा.
फ्रांस के संसदीय चुनावों के रुझान आने के बाद राजधानी पेरिस में कुछ जगहों पर हिंसा देखने को मिली. जबकि दूसरी ओर वामपंथी समर्थक भारी संख्या में रविवार रात से ही पेरिस की सड़कों पर विजय जुलूस निकाल रहे हैं. (bbc.com/hindi)
टोक्यो, 7 जुलाई । जापान में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। देश में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को टोकाई से लेकर कांतो में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने 26 प्रांतों के लिए हीट स्ट्रोक अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा निवासियों से भीषण गर्मी से सावधानी बरतने की अपील की है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल तापमान नीचे जाने की कोई संभावना नहीं है। दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने की आशंका है।
इस साल पहली बार होगा जब जापान में 200 से ज्यादा स्थानों पर भीषण गर्मी का प्रकोप रहेगा। जेएमए के अनुसार, रविवार को टोक्यो में पारा 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। टोकाई से कांतो तक कई क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। वहीं माएबाशी और चिचिबू में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है। जबकि कांतो के कुछ क्षेत्रों के अंदर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं। एहिमे और तोकुशिमा प्रांत में दो बुजुर्गों की इससे मौत हो गई। जबकि टोक्यो में गर्मी से संबंधित 119 आपातकालीन मामले सामने आए। इनमें तीन बुजुर्गों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों ने निवासियों, विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों से एयर कंडीशनर का उचित उपयोग करने को कहा है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा पानी पीने, धूप के समय घर से बाहर न निकलने और एक्सरसाइज से बचने की सलाह दी है। --(आईएएनएस)
केपटाउन, 7 जुलाई दक्षिण अफ्रीका और युगांडा में व्यापक स्तर पर किये गए एक क्लिनिकल परीक्षण से पता चला है कि नयी रोग-निरोधक दवा का साल में दो बार इंजेक्शन युवतियों को एचआईवी संक्रमण से पूरी सुरक्षा देता है।
परीक्षण में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि क्या ‘लेनकापाविर’ का छह-छह महीने पर इंजेक्शन, दो अन्य दवाओं (रोज ली जाने वाली गोलियों) की तुलना में एचआईवी संक्रमण के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा। सभी तीन दवाएं ‘प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस’ (रोग निरोधक) दवाएं हैं।
अध्ययन के दक्षिण अफ़्रीकी भाग के प्रमुख अन्वेषक, चिकित्सक-वैज्ञानिक लिंडा-गेल बेकर ने बताया कि कि यह सफलता इतनी महत्वपूर्ण क्यों है और आगे क्या उम्मीद की जाए।
लेनकापाविर और दो अन्य दवाओं की प्रभावकारिता का परीक्षण 5,000 प्रतिभागियों के साथ ‘उद्देश्य 1’ परीक्षण युगांडा में तीन स्थलों और दक्षिण अफ्रीका में 25 स्थलों पर किया गया।
लेनकापाविर (लेन एलए) एचआईवी कैप्सिड में प्रवेश करता है। कैप्सिड एक प्रोटीन शेल है जो एचआईवी की आनुवंशिक सामग्री और प्रतिकृति के लिए आवश्यक एंजाइमों की रक्षा करता है। इसे हर छह महीने में एक बार त्वचा में लगाया जाता है।
पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में, युवतियां एचआईवी संक्रमणों से सबसे ज्यादा पीड़ित होती हैं। कई सामाजिक और संरचनात्मक कारणों से, उन्हें दैनिक प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस व्यवस्था को बनाए रखना भी चुनौतीपूर्ण लगता है।
परीक्षण के यादृच्छिक चरण के दौरान लेनकापाविर लगवाने वाली 2,134 महिलाओं में से कोई भी एचआईवी से संक्रमित नहीं हुई। इस इंजेक्शन की 100 प्रतिशत दक्षता साबित हुई।
इन परीक्षणों का महत्व क्या है?
यह सफलता बड़ी उम्मीद जगाती है कि लोगों को एचआईवी से बचाने के लिए हमारे पास एक सिद्ध, अत्यधिक प्रभावी रोकथाम का उपाय है।
पिछले वर्ष वैश्विक स्तर पर 13 लाख नए एचआईवी संक्रमण के मामले आए थे। हालांकि, यह 2010 में देखे गए 20 लाख संक्रमण के मामलों से कम है। यह स्पष्ट है कि इस दर से हम एचआईवी के नए मामलों में कमी लाने के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएंगे जो यूएनएड्स ने 2025 के लिए निर्धारित किया है (वैश्विक स्तर पर 5,00,000 से कम) या संभावित रूप से 2030 तक एड्स को समाप्त करने का लक्ष्य भी पूरा नहीं कर पाएंगे।
प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीईईपी) दवाएं रोकथाम का इकलौता उपाय नहीं है :
एचआईवी की स्वत: जांच, कंडोम तक पहुंच, यौन संचारित संक्रमणों के लिए जांच और उपचार और बच्चे पैदा करने योग्य महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक दवाओं तक पहुंच के साथ-साथ पीईईपी प्रदान की जानी चाहिए।
लेकिन इन विकल्पों के बावजूद, हम उस बिंदु तक नहीं पहुंचे हैं जहां हम नए संक्रमणों को रोकने में सक्षम हो सकें, खासकर युवा लोगों में।
युवाओं के लिए, रोजाना एक गोली लेने या कंडोम का उपयोग करने या संभोग के समय एक गोली लेने का निर्णय बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
एचआईवी वैज्ञानिकों और कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि युवाओं को यह पता चलेगा कि साल में केवल दो बार यह ‘रोकथाम निर्णय’ लेने से मुश्किलें कम हो सकती हैं।
किसी युवती के लिए साल में सिर्फ दो बार एक इंजेक्शन लगवाना वह विकल्प है जो उसे एचआईवी से दूर रख सकता है।
द कन्वरसेशन गोला सुभाष (द कन्वरसेशन)
गाजा, 7 जुलाई । फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा है कि गाजा पट्टी में एक स्कूल पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 16 लोग मारे गए हैं, साथ ही इस हमले में कई अन्य घायल हो गए हैं। घायलों की संख्या कम से कम 75 बताई गई है। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इमारत में हजारों विस्थापित लोग रह रहे थे। शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा कि वायुसेना ने "सेंट्रल गाजा में यूएनआरडब्ल्यूए के अल-जौनी स्कूल के क्षेत्र में स्थित इमारत में रह रहे कई आतंकवादियों" पर हमला किया। "यह स्थान आतंकवादियों के छिपने की जगह थी। इसका उपयोग आईडीएफ सैनिकों पर हमले के लिए किया जा रहा था।" आईडीएफ ने आगे कहा कि हमले से पहले "नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के जोखिम को कम करने के लिए कई कदम उठाए गए, जिसमें सटीक हवाई निगरानी और अतिरिक्त खुफिया जानकारी का उपयोग शामिल था"।
आईडीएफ ने हमास पर आरोप लगाया है कि वह इजरायल के खिलाफ हमलों के लिए नागरिक इमारतों और नागरिक आबादी का मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है जो अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। इधर, संघर्ष विराम वार्ता के लिए सीआईए प्रमुख विलियम बर्न्स अगले सप्ताह कतर की यात्रा करेंगे।गाजा में युद्ध को समाप्त करने और इजरायली तथा फिलिस्तीनी बंदियों की अदला-बदली पर दोहा में बातचीत जारी है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि इजरायल के वार्ताकार भी इस सप्ताह फिर से कतर जाने वाले हैं। इजरायल के मोसाद जासूस प्रमुख डेविड बार्निया के नेतृत्व वाली एक टीम शुक्रवार को ही दोहा से लौटी है। मिस्र, कतर और अमेरिका कई महीनों से इजरायल और हमास के बीच वार्ता में मध्यस्थता कर रहे हैं। हाल के दिनों में वार्ता में नए सिरे से प्रगति देखी गई है। 7 अक्टूबर से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 38,098 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।यहां भोजन, पानी, दवा और अन्य मानवीय आपूर्ति की भारी कमी है। --(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 7 जुलाई । अमेरिका के केंटकी के एक घर में शनिवार को हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। फ्लोरेंस पुलिस विभाग के अनुसार, चार लोगों की घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। वहीं तीन अन्य घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल पहुंचाया गया है। पुलिस प्रमुख जेफ मैलेरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अधिकारी शनिवार को सुबह करीब 3 बजे फ्लोरेंस के एक घर पर पहुंचे तो वहां लोगों को को गोली मारी गई थी। घर के मालिक के बेटे के जन्मदिन की पार्टी के लिए लोग यहां इकट्ठा हुए थे।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध व्यक्ति पुलिस के आने से पहले ही एक वाहन में बैठकर भाग गया। बाद में पुलिस ने उसका पीछा किया। पुलिस ने बताया कि भागते समय संदिग्ध का वाहन सड़क से उतरकर खाई में गिर गया। बाद में पुलिस ने संदिग्ध ने खुद को गोली मारने के घाव के साथ पाया। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पार्टी में मौजूद लोगों ने संदिग्ध को पहचान लिया और पुलिस को उसकी पहचान बताई। मैलेरी के अनुसार, उस पर पहले भी यौन अपराध का आरोप है। - (आईएएनएस)
मॉस्को, 7 जुलाई। रूस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मॉस्को की ‘‘बेहद अहम यात्रा’’ को लेकर उत्सुक है और वह इस यात्रा को रूस तथा भारत के संबंधों के लिए अति महत्वपूर्ण मानता है। रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने शनिवार को यह बात कही।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और वह आठ एवं नौ जुलाई को मॉस्को में रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में इस उच्च स्तरीय यात्रा के बारे में जानकारी दी थी और कहा था कि दोनों नेता दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा करेंगे तथा आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
पेस्कोव ने रूस के सरकारी टेलीविजन ‘वीजीटीआरके’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि मॉस्को में दोनों नेता अन्य कार्यक्रमों के अलावा अनौपचारिक बातचीत भी करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ जाहिर है कि अगर इसे अति व्यस्त न भी कहा जाए तो भी एजेंडा व्यापक होगा। यह एक आधिकारिक यात्रा होगी और हमें उम्मीद है कि दोनों नेता अनौपचारिक तरीके से भी बातचीत कर सकेंगे।’’
पेस्कोव ने कहा कि रूस और भारत के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने पेस्कोव के हवाले से कहा, ‘‘हम एक अति महत्वपूर्ण यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं जो रूस-भारत संबंधों के लिए बहुत अहम है।’’ (भाषा)
वाशिंगटन, 7 जुलाई। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य राज्यों के गवर्नर के साथ हाल में एक बैठक में भाग लेने वाले हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने कहा कि बाइडन एक-दो दिन में यह फैसला कर लेंगे कि उन्हें राष्ट्रपति पद के चुनावी मुकाबले में बने रहना है या नहीं।
ग्रीन ने शनिवार को ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा कि उनका मानना है कि यदि बाइडन चुनावी दौड़ से बाहर होने का फैसला करते हैं तो वह चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपने स्थान पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को नामित करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति को यह लगता है कि वह वास्तव में चुनाव जीत नहीं पाएंगे तो वह दौड़ से बाहर हो जाएंगे।
ग्रीन ने कहा, ‘‘हमें संभवत: एक-दो दिन में पता चल जाएगा कि राष्ट्रपति का क्या विचार है।’’
बाइडन ने कई बार कहा है कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकाबले में बने रहेंगे।
राष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया के तहत अटलांटा में 27 जून को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बहस में खराब प्रदर्शन के बाद बाइडन (81) की लोकप्रियता की ‘रेटिंग’ गिर गई है, जिसके बाद उन्हीं की पार्टी के कुछ नेताओं ने उनसे राष्ट्रपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने का आग्रह किया था। (एपी)
शुक्रवार रात टीवी पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इंटरव्यू के बाद भी डेमोक्रेटिक पार्टी में उनकी उम्मीदवारी छोड़ने की मांग पूरी तरह ख़त्म नहीं हुई है.
पिछले हफ़्ते पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुए डिबेट में बाइडन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. उसके बाद से ही बाइडन की उम्मीदवारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
शनिवार को मिनिसोटा से डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता एंडी क्रेग ने राष्ट्रपति बाइडन से अपनी उम्मीदवारी छोड़ने की अपील की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ ऐसी मांग कुछ अन्य नेता भी कर सकते हैं.
क्रेग ने कहा है कि उन्हें यक़ीन नहीं है कि जो बाइडन, डोनाल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ ढंग से प्रचार कर सकेंगे और चुनाव जीत सकेंगे.
इससे पहले एबीसी न्यूज़ को दिए अपने इंटरव्यू में बाइडन ने ट्रंप के साथ हुए डिबेट को महज़ एक बुरा अध्याय बताकर ख़ारिज़ कर दिया था.
बाइडन ने कहा था कि अब सिर्फ ‘ईश्वर’ ही उन्हें दोबारा राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने के लिए मना सकते हैं.
इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी में बाइडन को लेकर बेचैनी बढ़ रही है. हालांकि अभी तक पार्टी के किसी बड़े नेता ने उनसे पद छोड़ने की मांग नहीं की है.
अमेरिका में कुछ सर्वेक्षणों में बाइडन के मुक़ाबले डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त बताई जा रही है. इससे डेमोक्रेटिक पार्टी में कई लोगों को चिंता है कि बाडइन राष्ट्रपति पद के साथ-साथ सीनेट में भी बहुमत खो देंगे.
एबीसी न्यूज़ के साथ बाइडन की बातचीत के कुछ ही देर बाद टेक्सास के कांग्रेस सदस्य लॉयड डॉगेट ने उन्हें राष्ट्रपति चुनावों की रेस से बाहर निकल जाने के लिए कहा था.
उन्होंने कहा था, “बाइडन को अपनी वापसी पर फ़ैसला लेने में जितना ज़्यादा वक़्त लगेगा, ट्रंप को हराने के लिए किसी नए उम्मीदवार के लिए बढ़त बनाना उतना ही मुश्किल होगा.”(bbc.com/hindi)
दुबई, 6 जुलाई। अमेरिका ने ईरान के राष्ट्रपति चुनाव की आलोचना करते हुए शनिवार को कहा कि यह न तो स्वतंत्र था और न ही निष्पक्ष। अमेरिका ने यह भी कहा कि इस चुनाव के बाद मानवाधिकारों पर इस्लामी गणराज्य के रुख में कोई बदलाव नहीं आएगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एक सवाल पर कहा कि वह तेहरान के साथ कूटनीति का प्रयोग तब जारी रखेगा, जब ‘‘यह अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईरान में चुनाव स्वतंत्र या निष्पक्ष नहीं थे। परिणामस्वरूप, ईरान के एक महत्वपूर्ण हिस्से ने चुनाव में भाग नहीं लेने का फैसला किया।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमें कोई उम्मीद नहीं है कि इन चुनावों से ईरान की दिशा में मौलिक परिवर्तन आएगा या उसके नागरिकों के मानवाधिकारों के प्रति अधिक सम्मान पैदा होगा। जैसा कि उम्मीदवारों ने खुद कहा है, ईरानी नीति सर्वोच्च नेता द्वारा निर्धारित की जाती है।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘चुनावों का ईरान के प्रति हमारे दृष्टिकोण पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। ईरान के व्यवहार को लेकर हमारी चिंताएं जस की तस कायम हैं।’’
ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पिछले सप्ताह हुए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेश्कियान ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर शनिवार को जीत हासिल कर ली।
पेजेश्कियान ने आर्थिक प्रतिबंधों से जूझ रहे ईरान के पश्चिमी देशों से संबंध बेहतर करने और देश में अनिवार्य हिजाब कानून में ढील देने का वादा किया है।
पिछले महीने एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु हो जाने के बाद, शुक्रवार को पेजेश्कियान और जलीली के बीच सीधे मुकाबले के तहत मतदान हुआ था।(एपी)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी खोजों के पेटेंट हासिल करने के मामले में चीन पूरी दुनिया को पीछे छोड़ चुका है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़े दिखाते हैं कि चीन ने अमेरिका से छह गुना ज्यादा पेटेंट अर्जियां दाखिल की हैं.
डॉयचे वैले पर विवेक कुमार की रिपोर्ट-
चैटबॉट जैसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी खोजों के मामले में चीन ने अमेरिका और बाकी तमाम देशों को पीछे छोड़ दिया है. उसने अमेरिका से छह गुना ज्यादा पेटेंट फाइल किए हैं. इनमें जेनरेटिव एआई से जुड़ी खोजें शामिल हैं जो अपने आप टेक्स्ट, तस्वीरें, कंप्यूटर कोड और संगीत आदि बना सकती है.
बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूआईपीओ) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया कि चीन ने पिछले एक दशक में 50 हजार से ज्यादा खोजों के पेटेंट फाइल किए हैं. इनमें से एक चौथाई तो पिछले साल ही फाइल किए गए. डब्ल्यूआईपीओ दुनिया की पेटेंट व्यवस्था की निगरानी करती है.
डब्ल्यूआईपीओ के पेटेंट एनालिटिक्स मैनेजर क्रिस्टोफर हैरिसन ने कहा, "यह तेजी से बढ़ता क्षेत्र है. इसकी बढ़ने की रफ्तार भी बहुत तेज है और हमें अनुमान है कि अभी इसमें और वृद्धि होगी.”
सबसे ज्यादा पेटेंट चीन से
रिपोर्ट कहती है कि 2014 से 2023 के बीच चीन ने जेनरेटिव एआई से जुड़े 38 हजार से ज्यादा पेटेंट फाइल किए. उसके मुकाबले अमेरिका के पेटेंट एप्लिकेशन मात्र 6,276 थे. ये पेटेंट सिर्फ एआई से जुड़े हैं और हर क्षेत्र की अर्जियों की संख्या कहीं ज्यादा है.
हैरिसन ने बताया कि चीन ने जिन खोजों के लिए पेटेंट दायर किए, उनका दायरा बहुत विस्तृत है. इन खोजों में बिना इंसानी मदद के ड्राइविंग से लेकर प्रकाशन और डॉक्युमेंट मैनेजमेंट तक हर तरह की तकनीक शामिल है.
एआई में पेटेंट की अर्जियों की संख्या के हिसाब से दक्षिण कोरिया दुनिया में तीसरे नंबर पर रहा. उसके बाद जापान और फिर भारत का नंबर है. रिपोर्ट कहती है कि भारत की वृद्धिदर सबसे तेज रही है.
पिछले एक दशक में जिन कंपनियों ने सबसे ज्यादा पेटेंट फाइल किए हैं उनमें चीन की बाइटडांस सबसे ऊपर है. बाइटडांस ही वीडियो ऐप टिकटॉक की मालिक है. चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा और अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट का नंबर उसके बाद है. माइक्रोसॉफ्ट ही चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई की बैकर है.
हैरीसन ने कहा कि यूं तो कस्टमर सर्विस को बेहतर बनाने के लिए खुदरा विक्रेताओं से लेकर तमाम उद्योगों में चैटबॉट का इस्तेमाल हो रहा है लेकिन जेनरेटिव एआई में विज्ञान, प्रकाशन, ट्रांसपोर्ट और रक्षा समेत तमाम आर्थिक क्षेत्रों को क्रांतिकारी रूप से बदल देने की क्षमता है.
उन्होंने कहा, "पेटेंट डेटा दिखाता है कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसका भविष्य में बहुत से उद्योगों पर बड़ा असर होगा.”
भारत की रफ्तार बढ़ी
2023 में जिन कंपनियों ने सबसे ज्यादा पेटेंट फाइल किए उनमें चीन की ह्वावे टेक्नोलॉजीज सबसे ऊपर है. उसके बाद दक्षिण कोरिया की सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और फिर अमेरिका की क्वॉलकॉम का नंबर है.
2023 में भारत में पेटेंट दायर करने में लगभग 45 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. हालांकि इसके पीछे एक वजह डब्ल्यूआईपीओ के नियमों में दी गई ढील भी बताई गई है. भारत के अलावा दक्षिण कोरिया और तुर्किये ही ऐसे देश थे जिनकी पेटेंट अर्जियों में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई, जबकि चीन और अमेरिका की पेटेंट अर्जियां 2022 के मुकाबले कम हुईं.
पेटेंट फाइल करने के लिए दुनिया में अलग-अलग संस्थाएं और व्यवस्थाएं हैं जैसे कि डब्ल्यूआईपीओ की पेटेंट कोऑपरेशन ट्रीटी (पीसीटी), इंटरनेशनल ट्रेडमार्क और द हेग सिस्टम. पीसीटी के तहत अर्जियां दाखिल करने के मामलों में 1.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. 14 साल में पहली बार इस संख्या में गिरावट आई है. इंटरनेशनल ट्रेडमार्क सिस्टम में भी 7 फीसदी की गिरावट हुई. इसकी मुख्य वजह ऊंची ब्याज दरों और आर्थिक अनिश्चितता को बताया गया.
मार्च में आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि सभी तकनीकी और आर्थिक क्षेत्रों में पीसीटी के तहत 2023 में 2,72,600 अर्जियां दाखिल हुईं. इनमें से 69,610 अर्जियां चीन की थीं, जो 2022 के मुकाबले 0.22 फीसदी कम थीं. ऐसा पहली बार है जब चीन की अर्जियां पिछले साल के मुकाबले कम हुईं.
अमेरिका ने 55,678 अर्जियां दाखिल कीं जो 2022 से 5.3 फीसदी कम थीं. जापान 48,879 अर्जियों के साथ तीसरे नंबर पर था. दक्षिण कोरिया ने 2022 से 1.2 फीसदी ज्यादा यानी 22,288 पेटेंट फाइल किए. जर्मनी की अर्जियों की संख्या 3.2 फीसदी घटी और उसने 16,916 अर्जियां दाखिल कीं.
पीसीटी के तहत सबसे अधिक पेटेंट फाइल करने वाले अन्य देशों में भारत, तुर्किये, नीदरलैंड्स और फ्रांस शामिल हैं. (रॉयटर्स) (dw.com/hi)