छत्तीसगढ़
बेमेतरा, 18 जुलाई। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत जि़ले में नये पुराने मतदाताओं की साथ ही नववधु और बुजुर्ग मतदाताओं का मतदान केंद्रों पर सम्मान भी किया जा रहा है। महाविद्यालयों में नये मतदाताओं को मतदान की शपथ भी दिलाई जा रही है। विकासखंड साजा के में बीएलओ एवं सुपरवाइजरों का निर्वाचक नामावली के द्वितीय संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2023 के तहत प्रशिक्षण दिया गया। अपर कलेक्टर छन्नूलाल मार्कण्डेय बीएलओ व सुपरवाइजरो मतदान की शपथ दिलाई। उनके कर्तव्य एवं दायित्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। फार्म 6, 7 एवं 8 के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया व घर.घर जाकर सर्वे के दौरान प्राप्त फार्म का संधारण करना एवं ऑनलाइन एंट्री करने हेतु कहा।
मास्टर ट्रेनर ने बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को एप्लीकेशन में के बारे में पावरप्वाइंट प्रस्तुति (पीपीटी) ज़रिए बीएलओ एप्लीकेशन फॉर्म आदि के संबंध में विस्तार से बताया। उक्त प्रशिक्षण में उप निर्वाचन अधिकारी धनराज मरकाम,एसडीएम विश्वास राव मस्के,तहसीलदार सुपरवाइजर एवं बीएलओ उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 18 जुलाई। हरेली त्यौहार के उपलक्ष्य में गंडई सहित क्षेत्र के गांवों में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मणिकंचन केंद्र में नगर पंचायत गंडई द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व मंत्री अध्यक्ष लाल टारकेश्वर शाह खुशरो ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में बताया। साथ ही कहा कि उनके प्रयास से छत्तीसगढ़ की सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण त्यौहार हरेली एक बार फिर से जी उठा है। इस दौरान केंद्र की दीदियों ने बताया कि पिछले वर्ष हमारे मणिकंचन केंद्र को शासन से 6 लाख बोनस अनुदान देने की बात कही गई थी, जो अब तक नहीं मिला है, जिसे दिलवाया जाए। कार्यक्रम के दौरान गेड़ी एवं अन्य सामग्रियों की पूजा किया गया। साथ ही बोबरा चीला सहित अन्य पारंपरिक त्यौहारी नाश्ते का वितरण किया गया।
इस दौरान लाल टारकेश्वर शाह खुशरो, चेतन देवांगन, जबिद खान, हबिब खान, लियाकत अली, दिलीप ओगरे, नरायन चतुर्वेदी, क्रांति ताम्रकार, सूरज नामदेव, मोहसिन खान, बालक दास, नीलम नामदेव, रूखमणी देवांगन, कमलेश यादव, उषा रात्रे, मणिकंचन केंद्र की सभी महिला एवं पुरूष स्टाफ , निकाय के कमल किशोर नेताम, शिव ठाकुर उपस्थित रहे थे।
इसी प्रकार स्वामी आत्मानन्द स्कूल गंडई के बाजू में राजीव युवा मितान क्लब के अध्यक्ष असरफ सिद्दकी एवं अमित टंडन द्वारा छत्तीसगढ़ी ओलंपिक की शुरूआत किया गया। जिसमें महिलाओं-पुरूषों एवं बच्चों ने विभिन्न खेल गिल्ली-डंडा, भंवरा, दौड़, रस्साकशी एवं अन्य खेल शामिल था, में भाग लिया और अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए पुरस्कार को प्राप्त किया। ग्राम अचानकपुर में हरेली त्योहार को लेकर गौठान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष नीना विनोद ताम्रकार, कृषि मंडी अध्यक्ष संजू सिंह चंदेल, जनपद पंचायत सीईओ राजपूत, जिला पंचायत सदस्य ममता राजेश पाल, नर्मला विजय वर्मा, प्रमिला प्रेम साहू, नरसिंह साहू, राधे मोहनदास वैष्णव, मन्नू चंदेल उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. संदीप इंदुरकर ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 18 जुलाई। जशपुर जिले के सन्ना थाना क्षेत्र की है। युवक में अंधविश्वास का ऐसा भूत सवार हुआ कि 60 वर्षीय अधेड़ बुजुर्ग की कर दी हत्या। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी अनुसार घटना सन्ना थाना क्षेत्र की ग्राम तुर्रीकोना गाँव की है जहां मृतक सुखना नगेशिया पिता गन्धुरा नगेशिया उम्र 60 वर्ष जब घर में अकेला था तभी बीते दोपहर 12 बजे गांव के ही आरोपी सुन्दरसाय पईनीत पिता कुंवर राम उम्र 24 वर्ष के द्वारा घर में जा कर सुखना नगेशिया को जादू टोना के शंका पर हल के फार औजार से मार कर हत्या कर दिया। हालांकि इसकी जानकारी किसी को नहीं लगी थी बस बुजुर्ग के शव को देख कर पुलिस को सूचना दिया गया। जिसके बाद सन्ना पुलिस तत्काल घटना स्थल पहुंची और हत्या की तफ्तीश कर ही रही थी कि आरोपी ने स्वयं से जादू टोना की शंका होना और हत्या करना स्वीकार कर लिया। बताया जा रहा है कि सन्ना पुलिस द्वारा आरोपी को पकड़ कर थाना ले आया है और जेल दाखिल करने की कार्रवाई की जा रही है।
बहरहाल इस मामले में सन्ना थाना प्रभारी ने बताया कि जादू टोना की शंका पर बुजुर्ग की हत्या किया गया है जिसकी जांच चल रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 18 जुलाई। मितान बनकर हितग्राही के घर पहुँचे नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया गरियाबंद की नीरा बाई ध्रुव को प्रदान किया राशन कार्ड, मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत घर बैठे बन रहा जरूरी शासकीय दस्तावेज।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल मार्गदर्शन में प्रत्येक शासकीय कार्य सुनियोजित तरीके से संचालित हो रहा हैं। आमजन तक शासकीय योजनाओं को पहुँचाकर उन्हें लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। राज्य के नागरिकों को बिना किसी परेशानी के सभी शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सके, इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए शासकीय सेवाओं को मितान के माध्यम से नागरिकों के घर तक पहुंचाने के लिए मितान योजना की शुरुआत की गई है।
छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक के शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर गरियाबंद पहुंचे नगरीय प्रशासन विकास एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बरसते पानी में मितान बनकर गरियाबंद की नीरा बाई ध्रुव के घर जाकर उन्हें नया राशन कार्ड प्रदान किया। नीरा ध्रुव ने कहा कि हमें अच्छा लगा की मंत्री जी स्वयं हमारे घर पहुंचे और मुझे राशन कार्ड प्रदान किया। उन्होंने घर बैठे राशन कार्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की इस योजना से अब घर बैठे मुझे नया राशन कार्ड मिल गया है। इसके लिए मुझे किसी कार्यालय में जाने की ज़रूरत भी नहीं पड़ी। उन्होंने इस पहल के लिए छत्तीसगढ़ शासन का धन्यवाद किया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं का विस्तार किया है। जिसमें मुख्यमंत्री मितान योजना का भी विस्तार नगर पालिकाओं में किया गया है। गरियाबंद नगर पालिका में भी अब मुख्यमंत्री मितान योजना का शुभारंभ हो गया है। नागरिकों द्वारा कॉल करके मितान योजना का लाभ लिया जा रहा है। आम नागरिकों की सुविधा में मितान के माध्यम से जरूरी दस्तावेज घर में पहुँचाकर दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ लेने नागरिकों को शासन द्वारा प्रदान किए गए टोल फ्री नंबर 14545 पर कॉल करना है।
जिसके बाद शासन द्वारा मितान के माध्यम से नागरिकों के घर पर दस्तावेज, प्रमाण पत्र, लाइसेंस बनवाने संबंधी सभी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
पिथौरा जनपद पंचायत में अटैच कर दिया गया था और विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद-पिथौरा,18 जुलाई। महासमुंद जिले में एक पंचायत सचिव हैं नरेंद्र वैष्णव, जिन्होंने 15 सालों तक अलग-अलग पंचायतों में काम किया लेकिन काम कर रहे पंचायतों से तबादले के वक्त उन्होंनेे किसी भी पंचायत का प्रभार अन्य सचिव को नहीं दिया है। इस वक्त उनके पास पांच छह पंचायतों के प्रभार हैं। शासन का आदेश लेकर कई सचिव श्री वैष्णव से प्रभार लेने के लिए दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन विभाग है कि दफ्तरों का चक्कर काट रहे सचिवों की शिकायत की जांच के बजाय उक्त सचिव को फिर से बरनईदादर पंचायत का प्रभार दे दिया है।
जानकारी के मुताबिक पंचायतों में हर साल लाखों के विकास कार्य होते हैं और सभी पंचायतों का काम अकेले श्री वैष्णव ही करते हैं। उक्त मामले में लहरौद सहित 2 ग्राम पंचायतों के तात्कालिक सचिवों को जांच हेतु महासमुंद तलब किया गया है। वहीं जिला पंचायत सीईओ ने सचिव श्री वैष्णव को स्थानीय सीईओ की अनुसंशा की बात कहते हुए उसे पुन: बरनईदादर पंचायत का प्रभार देने की बात कही है। श्री वैष्णव से जुड़ी ऐसी ही खबरों के ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशन के बाद उसे पंचायत प्रभार से हटा कर पिथौरा जनपद में अटैच किया गया था।
मिली जानकारी के दो वर्ष पूर्व ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशित खबर के बाद श्री वैष्णव को तात्कालिक जिला पंचायत सीईओ ने किसी भी पंचायत में पदस्थ न करते हुए पिथौरा जनपद पंचायत में अटैच कर दिया था और विभागीय जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इस आदेश का परिपालन अब तक नहीं हुआ। जिला पंचायत सीईओ के बदलते ही विभागीय जांच प्रारम्भ हुई तो आरोपी सचिव को ग्राम पंचायत बरनईदादर का सचिव बना दिया गया।
जनपद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री वैष्णव लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवं देवसराल पंचायतों में सचिव रहे। अभी वे छठवें ग्राम पंचायत बर्नाइदादर के प्रभार में हैं। उन्होंने अब तक लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवम देवसराल पंचायतों का प्रभार किसी अन्य सचिव को नहीं दिया है। लहरौद से तबादला हुआ तो बिजेमाल जाते समय लहरौद का प्रभार भी खुद के पास रखा। बिजेमाल से नयापाराकला तबादले के वक्त बिजेमाल का प्रभार की किसी को नहीं दिया। नयापाराकला से टेमरी पंचायत में तबादले के वक्त भी ऐसा ही हुआ और टेमरी के बाद देवसराल तबादले के समय भी किसी को प्रभार नहीं दिया। सभी पांच पंचायतों का प्रभार अपने पास रखे हुए सचिव श्री वैष्णव को अब बरनईदादर पंचायत का प्रभार मिला है।
इस मामले की शिकायत तात्कालिक ग्राम पंचायत सचिवों ने स्थानीय जनपद एवम जिला पंचायत में की थी परन्तु कार्रवाई नहीं हुई। अब तो जिले के कई सचिव श्री वैष्णव के कामों की नकल भी करने लगे हैं। वहीं आम लोगों को लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवम देवसराल पंचायतों में करोड़ों की गड़बड़ी की आशंका है।
विभागीय जानकारी अनुसार बीते महीने 5 एवम 9 जून को श्री वैष्णव द्वारा प्रभार नहीं दिए जाने की शिकायत करने वाले दो पंचायत सचिवों ने सरपंच तथा जिला मुख्यालय में पंचायत विभाग के उपसंचालक एस लकड़ा से की थी। तब जाकर इस मामले में उपसंचालक ने पीडि़त सचिवों का बयान दर्ज कर जांच प्रारम्भ की है। साथ ही इस वक्त जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आरोपित सचिव को पुन: ग्राम पंचायत बर्नाइदादर का प्रभार सौंप दिया है।
उक्त सचिव के प्रभार नहीं देने का खामियाजा वहां पदस्थ होने वाले अन्य सचिव भुगत रहे हंै। ग्राम पंचायत देवसराल के सचिव मुरली साव सचिव नरेंद्र वैष्णव के स्थान पर देवसराल गए थे। परन्तु वहां सचिव श्री वैष्णव ने उन्हें प्रभार नहीं दिया। इसकी शिकायत श्री साव ने जनपद एवम जिला पंचायत में की थी। परन्तु दोनों स्थानों पर उनकी शिकायत को कोई महत्व नहीं मिला।
इस बीच उक्त पंचायत में एक आर टी आई के तहत जानकारी मांगी गई परन्तु श्री साव के पास कोई रिकॉर्ड नहीं था। लिहाजा उन्होंने उक्त मामले को जिला एवम जनपद के सामने प्रस्तुत किया। इस पर भी श्री साव को कोई जानकारी नहीं मिली और आरटीआई की जानकारी नहीं देने पर आवेदक ने सूचना आयोग में अपील कर दी। जहां से जानकारी नहीं देने के आरापे में सचिव मुरली साव को 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया।
राजनांदगांव, 18 जुलाई। हरेली के पर्व पर छुरिया के गैंदाटोला में गेड़ी दौड़ के आयोजन में शामिल होने पहुंचे जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि देशभर में छत्तीसगढ़ पर्व एवं परंपराओं को आगे बढ़ाने का काम भूपेश सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार के प्रयासों का ही असर है कि अब विपक्ष को भी छत्तीसगढ़ी परंपरा को प्राथमिकता देने पर मजबूर कर दिया है। प्रदेश सरकार ने हरेली पर्व पर अवकाश घोषित कर हमारी प्रदेश की परंपरा को सम्मान देने का काम किया है।
नवाज ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ अभियान में जितना जोर विकास कार्यों पर दिया गया, उतना ही प्रयत्न प्रदेश की जनता को देश में सम्मान दिलाने के लिए भी हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब छत्तीसगढ़ पर्व की अलग रौनक दिखाई देती है। अब प्रदेश के साथ ही पूरे देश में इनकी चर्चा रहने लगी है। आयोजन में बैंक अध्यक्ष नवाज के साथ राजकुमारी सिन्हा, प्रकाश शर्मा, भीखम देवांगन, उर्मिला साहु, खलील भाई, राजू सिंह राजपूत, उत्तम सोनी, महेश गुप्ता, राजिल कुरैशी, नरेंद्र मानिकपुरी, भीकम साहू, बिरझुराम कंवर, एलडी देवांगन, अजय साहू, याकेश सेन, सुरेश गुप्ता, भागवत, डोमन साहू, देवकुमार, गुलशन, एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
किसानों को सरकार ने बनाया समृद्ध
नवाज ने कहा कि हरेली पर्व का प्रदेश में अत्याधिक महत्व है। नवाज ने कहा कि छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार कहे जाने वाला हरेली किसानों से जुड़ा हुआ त्योहार है। इस पर्व पर अधिक रौनक की वजह आज किसानों की प्रदेश में स्थिती भी है। भूपेश सरकार ने किसान को कर्जमुक्त करने का काम किया है। किसानों को उनकी उपज का सही दाम देने का काम किया है, इसलिए आज प्रदेश के किसान समृद्ध हो गए हैं।
ग्रामीणों ने किया स्वागत
छुरिया के गैंदाटोला पहुंचे बैंक अध्यक्ष नवाज का ग्रामीणों ने पूरे उत्साह के साथ स्वागत किया। गैंदाटोला पहुंचकर पहले नवाज ने हरेली पर्व के चलते पूजा-अर्चना की। इसके बाद गेढ़ी दौड़ प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। इस दौरान नवाज ने सरकार द्वारा चलाई जा रही नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी के बारे में भी जानकारी दी। इसके साथ ही हरेली त्यौहार के बारे में भी बताया।
जलस्तर घटने से शव नदी किनारे मिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 जुलाई। शिवनाथ नदी में नहाने के दौरान पानी में बहे डोंगरगांव के युवक का शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। तेज बहाव में पानी में डूबे कक्षा 11वीं के छात्र अनिरूद्ध पाठक का शव आज सुबह शिवनाथ नदी के किनारे भंवरमरा गांव में मिला। करीबन 36 घंटे बाद लापता छात्र का शव को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
डोंगरगांव के बरगांव में दो दिन पहले नहाने गए मृत छात्र अनिरूद्ध पाठक और निखिल हेमनानी अचानक नदी के तेज बहाव में बह गए। किसी तरह निखिल हेमनानी पानी से बाहर निकलने में कामयाब रहा। वहीं छात्र अनिरूद्ध गहरे पानी में डूबने से लापता हो गया। इस खबर के बाद दुर्ग और राजनांदगांव के गोताखोरों ने लापता छात्र की तलाश में जमीन-आसमान एक कर दी। शिवनाथ के तेज बहाव के कारण गोताखोरों को गुम छात्र की तलाश में परेशानी हो रही थी। मोंगरा बैराज और अन्य जलाशयों से छोड़े जा रहे पानी को रोका गया। जिससे नदी के जल स्तर घटने के कारण छात्र की पतासाजी के लिए गोताखोरों की टीम सक्रिय हुई। हालांकि नदी का बहाव कम होने से लापता छात्र का शव भंवरमरा गांव के समीप पहुंच गया। इस संबंध में डोंगरगांव एसडीओपी नेहा वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से लापता छात्र के मिलने की पुष्टि करते कहा कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि डोंगरगांव के रहने वाले 11वीं कक्षा के एक छात्र रविवार को शिवनाथ नदी में नहाने के दौरान बह गया। रविवार दोपहर तीन बजे के आसपास उफनती पानी में बहने वाला छात्र अनिरूद्ध पाठक लापता हो गया था। लापता छात्र की तलाश के लिए दुर्ग और राजनांदगांव के गोताखारों की एक संयुक्त टीम छात्र की खोजबीन कर रही थी।
बताया जा रहा है कि अनिरूद्ध पाठक अपने दोस्त निखिल हेमनानी के साथ बरगांव पुल के पास नहाने के लिए गया था। शिवनाथ नदी के तट पर नहाते हुए अचानक अनिरूद्ध पाठक तेज बहाव के चपेटे में आ गया था।
सावधानी रखकर बीमारियों से बचे
रायपुर, 17 जुलाई। अंधविश्वास, पाखंड व सामाजिक कुरीतियों के निर्मूलन के लिए कार्यरत संस्था अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा हरियाली के प्रतीक हरेली अमावस्या की रात को ग्रामीणजनों के मन से टोनही, भूत-प्रेत का खौफ हटाने के लिए समिति ने गांवों मे रात्रि भ्रमण कर ग्रामीणजनों से संपर्क किया.
समिति के दल ने रात्रि 11.00 बजे से रात्रि 3.00 बजे तक रायपुरा, अमलेश्वर, अमलेश्वरडीह, कोपेडीह, मोहदा झीठ, खुडमुडी, भटगांव, मुजगहन, ग्रामों का दौरा किया। रात्रि में नदी तट, तालाब, श्मशान घाट पर भी गए. कहीं-कहीं ग्रामीणों ने जादू-टोना, झाडफ़ूंक पर विश्वास होने की बात स्वीकार की। लेकिन किसी ने भी कोई अविश्वसनीय चमत्कारिक घटना की जानकारी नहीं दी। समिति के दल में शामिल डॉ दिनेश मिश्र, डॉ. शैलेश जाधव, ज्ञानचंद विश्वकर्मा, डॉ प्रवीण देवांगन, प्रियांशु पांडे, ने अनेक ग्रामीणों से चर्चा की.
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा ग्रामीण अंचल में हरियाली अमावस्या (हरेली) के संबंध में काफी अलग अलग मान्यताएं हैं अनेक स्थानों पर इसे जादू-टोने से जोड़कर भी देखा जाता है, कहीं-कहीं यह भी माना जाता है कि इस दिन, रात्रि में विशेष साधना से जादुई सिद्वियां प्राप्त की जाती है जबकि वास्तव में यह सब परिकल्पनाएं ही हैं, जादू-टोने का कोई अस्तित्व नहीं है तथा कोई महिला टोनही नहीं होती। फिर भी अंधविश्वास के कारण महिला प्रताड़ना की अनेक घटनाएं सामने आती हैं.
पिछले सप्ताह ही कोरबा, रायगढ़, बस्तर, जशपुर से ऐसी घटनाएं सामने आई है. पहले जब बीमारियों व प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में जानकारी नहीं थी तब यह विश्वास किया जाता था कि मानव व पशु को होने वाली बीमारियां जादू-टोने से होती है। बुरी नजर लगने से, देखने से लोग बीमार हो जाते है तथा इन्हें बचाव के लिए गांव, घर को तंत्र-मंत्र से बांध देना चाहिए तथा ऐसे में कई बार विशेष महिलाओं पर जादू-टोना करने का आरोप लग जाता है वास्तव में सावन माह में बरसात होने से वातावरण का तापमान अनियमित रहता है, उमस, नमी के कारण बीमारियों को फैलाने वाले कारक बैक्टीरिया, फंगस वायरस अनुकूल वातावरण पाकर काफी बढ़ जाते हैं, वही दूसरी ओर गंदगी, प्रदूषित पीने के पानी, भोज्य पदार्थ के दूषित होने, मक्खियां, मच्छरो के बढने से बीमारियां एकदम से बढ़ने लगती हैं जिससे गांव, गांव में आंत्रशोध, पीलिया, वायरल फिवर, डेंगू, मलेरिया के मरीज बढ़ जाते है तथा यदि समय पर ध्यान नहीं दिया गया हो तो पूरी बस्ती ही मौसमी संक्रामक रोगों की शिकार हो जाती है। वहीं हाल फसलों व पशुओं का भी होता है, इन मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए पीने का पानी साफ हो, भोज्य पदार्थ दूषित न हो, गंदगी न हो, मक्खिंया, मच्छर न बढ़े,जैसी बुनियादी बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां रखने से लोग पशु कोरोना तथा अन्य संक्रमणों व बीमारियों से बचे रह सकते है। इस हेतु किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र से घर, गांव बांधने की आवश्यकता नहीं है। साफ-सफाई अधिक आवश्यक है, इसके बाद यदि कोई व्यक्ति इन मौसमी बीमारियों से संक्रमित हो तो उसे फौरन चिकित्सकों के पास ले जाये, संर्प दंश व जहरीले कीड़े के काटने पर भी चिकित्सकों के पास पहुंचे। बीमारियों से बचने के लिए साफ-सफाई, पानी को छानकर, उबालकर पीने, प्रदूषित भोजन का उपयोग न करने तथा गंदगी न जमा होने देने जैसी बातों पर लोग ध्यान देंगे तथा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहेंगे तो तंत्र-मंत्र से बांधनें की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। बीमारियों खुद-ब-खुद नजदीक नहीं फटकेंगी, मक्खिंया व मच्छर किसी भी कथित तंत्र-मंत्र से अधिक खतरनाक है।
डॉ. मिश्र ने कहा ग्रामीणजनों से अपील है कि वे अपने गांव में अंधविश्वास न फैलने दे तथा ध्यान रखें कि गांव में कोई महिला को जादूटोने के आरोप में प्रताडि़त न किया जाये। कोई भी नारी टोनही नही होती. ग्रामीणों ने आश्वस्त किया कि उनके गांव में कभी भी किसी महिला को टोनही के नाम पर प्रताडि़त नहीं किया जावेगा तथा ध्यान रखेंगे कि आसपास में ऐसी कोई घटना न हो। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि यह माना जाता है कि हरेली की रात टोनही बरती (जलती हुई) दिखाई देती है। लेकिन उन्होंने यह भी बताया कि यह सब सुनी सुनायी बातें हैंै। समिति को कोई भी ऐसा प्रत्यक्षदर्शी नहीं मिला जिसने ऐसी कोई चमत्कारिक घटना देखी हो। लेकिन रात्रि में लोग खौफजदा रहते है और घर से बाहर निकलने में डरते है। ग्रामीण टोनही के अस्तित्व पर या उसके कारगुजारियों पर चर्चा जरूर करते हैं पर यह नहीं बता पाते कि किसी ने हरेली के रात वास्तव में कुछ करते हुए देखा।
डॉ. मिश्र ने कहा कि सुनी सुनायी बातों के आधार पर अफवाहें एवं भ्रम फैलता है, वास्तव में ऐसा कुछ भी चमत्कार न हुआ है और न संभव है। इसलिये किसी भी को ग्रामीण को कथित जादू-टोने अथवा टोनही भ्रम व भय में नहीं पडना चाहिए।
विस उपाध्यक्ष संतराम ने जिलास्तरीय कार्यक्रम का किया शुभारंभ
गेड़ी-गिल्ली डंडा में आजमाया हाथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 17 जुलाई। छत्तीसगढ़ के पहले पर्व हरेली की खुशियों के साथ छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरुआत हुई। कोंडागांव जिले फरसगांव विकासखंड के शंकरपुर में जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां गायता, पुजारी और पटेल द्वारा पारंपरिक रूप से कृषि उपकरणों की पूजा की गई। इसके साथ ही यहां पंचायत स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल की शुरुआत भी हुई। शुभारंभ के अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने गेड़ी और गिल्ली डंडा में हाथ आजमाया।
इस अवसर पर श्री नेताम ने सभी ग्रामीणों के जीवन में उमंग और खुशहाली की कामना करते हुए हरेली त्यौहार की बधाई दी। उन्होंने हरेली पर्व के साथ छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि इससे हम अपने पारंपरिक कृषि औजारों की पूजा अर्चना के साथ ही अपने पारंपरिक खेलों का भी आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनेक पारंपरिक खेल विलुप्त होने की कगार पर थे, जो हमारे तन-मन को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी थे। मुख्यमंत्री ने इन खेलों के महत्व को ध्यान में रखकर इन्हें पुनर्जीवित करने का कार्य किया। वे ग्रामीण परिवेश के होने के कारण इन खेलों और परंपराओं से भली भांति परिचित हैं और यही कारण है कि आज किसानों की तरह परंपरागत रूप से अपने निवास पर हरेली की पूजा कर रहे हैं। छत्तीसगढिय़ा परंपराओं को जीवित रखने के लिए ही हरेली पर्व के अवसर पर अवकाश की व्यवस्था भी की गई।
श्री नेताम ने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों के उत्थान के लिए सदैव चिंतित रहते हैं। वर्तमान में हो रही कम वर्षा के कारण किसानों को होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए भी सतत प्रयासरत हैं। जिले के कलेक्टर श्री सोनी भी लगातार किसानों के साथ चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं की जानकारी ले रहे हैं। इसके साथ ही राजस्व और कृषि विभाग के मैदानी आधिकारी कर्मचारियों को भी लगातार किसानों से संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीणों के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इसलिए भूमिहीन कृषि मजदूर, पुजारी, गायता, आठ पहारिया, बाजा मोहरिया आदि वर्गों भी मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक वन अधिकार पत्र कोंडागांव जिले में दिए गए हैं, जिसके लिए जिला प्रशासन बधाई का पात्र है। इसके साथ ही समर्थन मूल्य पर खरीदी किए जाने वाले वनोपजों की संख्या भी 7 बढ़ाकर 65 कर दी गई है। ग्रामीण औद्योगिक पार्क और मल्टी एक्टिविटी सेंटर में आजीविका मूलक कार्यों के लिए लघु उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं। शासन की इन्हीं नीतियों के कारण लोगों की से बढ़ी है, जिससे लोग ट्रेक्टर, मोटर साईकिल खरीद रहे है और नलकूप खनन करवा रहे हैं। शासन की किसान और ग्रामीण हित की नीतियों के कारण चारों ओर खुशहाली है। किसानों को धन बेचने की सुविधा देने के लिए धन खरीदी केंद्रों की स्थापना करने के साथ ही आसानी से खाद बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने कहा कि हरेली प्रदेश का पहला पर्व है और धान का कटोरा होने के कारण यह पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए शासन द्वारा अवकाश की व्यवस्था भी की गई। उन्होंने कहा कि आज कृषि औजारों की पूजा के साथ ही पशुओं को जंगली जड़ी बूटी भी खिलाई जाती है, जो पशुओं को स्वस्थ रखने के लिए है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने पशुओं को स्वस्थ रखने का ज्ञान अपने अनुभवों से प्राप्त किया था, जिसे नई पीढ़ी को भी सीखने की अवश्यकता है। उन्होंने इन वन्य जड़ी बूटियों को संरक्षित करने के लिए वनों को बचाने की अपील भी की।
कलेक्टर दीपक सोनी ने इस अवसर पर कहा कि यह उत्साह और उमंग का दिन है, जहां सभी अपने घरों देवगुढ़ी और गौठानों में हरेली की पूजा कर रहे हैं। उन्होंने इसे किसानों की समृद्धि का पर्व बताते हुए कहा कि शासन द्वारा किसानों को सुविधा पहुंचाने के लिए अनेक कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी कार्यक्रम प्रमुख है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हुई कम वर्षा को देखते हुए प्रशासन द्वारा लगातार किसानों की समस्या का जायजा लिया जा रहा है। रोपाई का कार्य पिछडऩे की स्थिति में बोआई पद्धति से खेती करने, अल्प अवधि के धान बीज उपलब्ध कराने और रागी उड़द आदि लघु धान्य फसल, दलहन तिलहन की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों की हर संभव सहायता करेगी। इसके लिए राजस्व और कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी कर्मचारी लगातार किसानों के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने शंकरपुर में गौठान निर्माण के लिए भूमि के चिन्हांकन में सहयोग की अपील स्थानीय पंचायत से की।
कलेक्टर ने ग्रामीण औद्योगिक पार्क और मल्टी एक्टिविटी सेंटर के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे रोजगार के अवसरों के संबंध में जानकारी देते हुए इनका लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार स्थापना में सहयोग के लिए इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना भी जिले में की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब बच्चों को घर पहुंच जाति प्रमाण पत्र की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिए उन्हें प्राचार्य के माध्यम से आवेदन करने की अपील की।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष शीश कुमारी चनाप ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा, संयुक्त कलेक्टर दिनेश नाग, अनुविभागीय दंडाधिकारी सीमा ठाकुर, परियोजना प्रशासक संकल्प साहू, वरिष्ठ खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी सुधा कुमार सहित जनप्रतिनिधिगण, बड़ी संख्या में ग्रामीण, खिलाड़ी एवं राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य उपस्थित थे।
गेड़ी चढक़र छत्तीसगढ़ी ओलंपिक का शुभारंभ, मिलेट्स कार्निवाल भी शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 जुलाई। प्रदेश में हरेली त्यौहार का विशेष महत्व है। हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार है। इसी के मद्देनजर सोमवार को जिला स्तरीय हरेली तिहार और रोका- छेका कार्यक्रम का आयोजन जगदलपुर जनपद के ग्राम तुरेनार में स्थित गोठान व रीपा में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम ने गोठान में खेती-किसानी में उपयोग आने वाले कृषि यंत्रों की पूजा-अर्चना कर पशुधन के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए औषधियुक्त आटे की लोंदी खिलाई। इस अवसर पर क्रेडा के अध्यक्ष मिथलेश स्वर्णकार, महापौर सफीरा साहू, इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, कलेक्टर विजय दयाराम के., सीसीएफ मोहम्मद शाहीद, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे ने भी पूजा-अर्चना कर पशुओं को औषधि खिलाई। इसके उपरांत सभी अतिथियों ने परिसर में पौधरोपण किया।
बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री बघेल ने प्रदेश के सबसे बड़े रीपा सेंटर में हरेली तिहार और छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक शुभारंभ के आयोजन पर प्रदेश की पहली तिहार की सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की हरेली तिहार को पर्व के रूप में मनाने के पहल पर लोक महत्व के छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोक पर्वों की महत्ता बढ़ गई है। साथ ही पारंपरिक खेलों को छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का स्वरूप देकर खेल की गतिविधियों को बढ़ाया है।
चित्रकोट विधायक श्री बेंजाम ने कहा कि गांव की परंपरागत संस्कृति और खेल गतिविधियों को सरकार ने एक तिहार का स्वरूप दिया है। छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा दिखाकर जिला का नाम रोशन करें।
महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने कहा कि सरकार ने गांव की महिलाओं और युवाओं को रोजगार देने के लिए रीपा का संचालन किया। त्यौहार की शुरुआत हरेली तिहार से होती है इस परंपरा को सरकार ने मनाने प्रारंभ किया है इसके लिए सभी को बधाई।
इंद्रावती बेसिन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के परंपरागत तीज-त्यौहार, बोली-भाखा, खान-पान, ग्रामीण खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
कलेक्टर श्री विजय ने हरेली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरेली का आशय हरियाली ही है। हरेली पर्व आते तक खरीफ फसल आदि की खेती-किसानी का कार्य लगभग हो जाता है। इस तिहार को सभी की सहभागिता के लिए शासन ने उत्सव का रूप दिया है। साथ ही खरीफ फसलों की रक्षा और पशुधन की सुरक्षा हेतु पशुओं को गौठानों में रखने के लिए रोका-छेका कार्यक्रम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री की पहल पर पिछले वर्ष शुरू की गई छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक को काफी लोकप्रियता मिली। इसको देखते हुए इस बार हरेली तिहार के दिन 16 विधाओं के खेल गतिविधियों में शुरू होने वाली छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक 2023-24 का शुभारंभ किया गय,जो सितंबर के अंतिम सप्ताह तक जारी रहेगा। इसमें प्रोत्साहन राशि देने का भी प्रावधान किया गया है।
लोक संस्कृति के इस पर्व में अधिक से अधिक लोगों को जोडऩे के लिए छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की भी शुरूआत की गई है। इसके लिए सभी अतिथियों ने गेड़ी चढक़र पारम्परिक खेलों पर आधारित छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही सभी अतिथियों ने गिल्ली-डंडा और रस्सा-खींच में भी अपनी जोर आजमाइश किए।परिसर में पशुधन विकास विभाग, कृषि विभाग और मिलेट्स पर आधारित खाद्य सामग्री की महिमा स्व समूह की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इस कार्यक्रम में मिलेट्स के उत्पाद से बने खाद्य सामग्रियों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने मिलेट्स कार्निवाल का प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम में डीएमएफटी मद से गोठान समिति को कृषि यंत्र, किसानों को कृषि उपकरण और रागी बीज का वितरण किया गया। इस अवसर पर सन्निर्माण कर्माकर मण्डल सदस्य श्री बलराम मौर्य, जनप्रतिनिधि जानकी राम सेठिया, यशवर्धन राव, महिला आयोग के सदस्य बालू बघेल, कांगेर वैली राष्ट्रीय उद्यान संचालक श्री धम्मशील गणवीर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 17 जुलाई। आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विभाग मंत्री मोहन मरकाम ने अपने दो दिवस दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास तथा कन्या शिक्षा परिसर पातररास का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने शयनकक्ष, भोजन कक्ष, शौचालय की व्यवस्था का भी जायजा लिया।
आश्रम की व्यवस्थाओं पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आवश्यक सुधार करने के निर्देश भी दिए। श्री मंत्री मरकाम ने छात्रावास में रहने वाले बच्चों से बातचीत कर उनकी पढ़ाई के बारे में जाना और बच्चों से ज्ञानवर्धक सवाल भी पूछे। जिसका बच्चों ने बखूबी जवाब भी दिया। साथ ही छात्रावास भ्रमण के दौरान प्री-मैट्रिक छात्रावास के छात्र ने जिज्ञासा से श्री मरकाम से एक प्रश्न भी किया कि आप मंत्री कैसे बने। मंत्री श्री मरकाम ने बच्चे की सवाल का जवाब देते हुए संतुष्ट किया और बालक की इच्छा जाहिर करने पर सेल्फी भी ली। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
आईईडी विस्फोट में थे शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। पुलिस पर विस्फोट करने की घटना में शामिल दस महीने से फरार चल रहे दो मिलिशिया सदस्यों को सीआरपीएफ व जिलाबल की संयुक्त पार्टी ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए मिलिशिया सदस्यों पर एसपी ने दस-दस हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को पामेड़ थाना से जिलाबल व सीआरपीएफ कोबरा 204 की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान पर पामेड़ थाना क्षेत्र के धरमारम व सापेड की तरफ निकली हुई थी। सर्चिंग के दौरान धरमारम के जंगल से फरार चल रहे नक्सली मिलिशिया सदस्य सामु उर्फ समैया उम्र 30 निवासी धरमारम व ताती बुचा उर्फ बुचैया उम्र 40 निवासी धरमारम थाना पामेड़ को पकड़ा गया।
पकड़े गये दोनों मिलिशिया सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने 10 -10 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था। दोनों के विरुद्ध पामेड़ थाना में 1-1 स्थाई वारंट भी लंबित है।
ज्ञात हो कि 30 सितंबर 2022 को पामेड़ थाना क्षेत्र के पामेड़ व धरमाराम मार्ग पर चिंतावागु नदी के किनारे पुलिस पार्टी पर आईईडी विस्फोट करने की घटना में यह दोनों सदस्य शामिल थे। इस घटना में एक जवान शहीद हुआ था। पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई कर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 17 जुलाई। सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आह्वान पर 20 जुलाई को समस्त जिला मुख्यालयों में आदिवासी समाज के द्वारा जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन की तैयारी के लिए मंगलवार को दोपहर 2 बजे से गोंडवाना भवन कनेरा रोड कोण्डागांव में जिला स्तरीय सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों की बैठक आहुत की गई है। इस बैठक में प्रांत से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसके संबंध में विस्तार से चर्चा की जाएगी, ताकि इस आंदोलन को सफल बनाया जा सके।
जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज बंगाराम सोढ़ी ने बताया कि जेल भरो आंदोलन मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर किया जाएगा। पहला-छत्तीसगढ़ प्रांत के अनुसूचित क्षेत्रों में शत प्रतिशत स्थानीय भर्ती को लेकर कई चरणों में आंदोलन किया गया, लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है। दूसरा-पेशा कानून के नियमों में संशोधन हेतु सर्व आदिवासी समाज के द्वारा विभिन्न प्रस्ताव दिए जाने के उपरांत भी सरकार के द्वारा पेसा नियमों में संशोधन नहीं किया जा रहा है बल्कि ग्रामसभा को और कमजोर किया जाकर सरकार अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। तीसरा- केंद्र सरकार के द्वारा समान नागरिक संहिता कानून पूरे देश में लागू करने की तैयारी कर रहा है, जो कि आदिवासी समाज के लिए हितकारी नहीं है। आदिवासी समाज के रीति रिवाजों रहन-सहन और उनके रूढिग़त परंपराओं पर आधारित नीति नियमों पर असर पड़ेगा, इससे समाज के रहन-सहन और उनकी संस्कृति प्रभावित होगी, इसलिए इस कानून का विरोध किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में कई चरणों में आंदोलन करने के पश्चात भी सरकार के द्वारा सकारात्मक पहल नहीं करने के कारण जेल भरो आंदोलन की तैयारी की जा रही है।
बंगाराम सोढ़ी ने सर्व आदिवासी समाज जिला कोंडागांव के सामान्य प्रभाग कर्मचारी प्रकोष्ठ महिला प्रकोष्ठ युवा प्रभाग के समस्त पदाधिकारियों से अपील की कि इस बैठक में उपस्थित होकर अपना सहयोग प्रदान करें जिससे आदिवासी समाज को 20 जुलाई को जेल भरो आंदोलन में शत प्रतिशत सहयोग मिल सके और इस आंदोलन को सफल बनाया जा सके।
गेड़ी चढक़र मनाया हरेली तिहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के उपलक्ष्य में सोमवार को बीजापुर स्थित मिनी स्टेडियम में छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का शुभारंभ किया गया। जिसमें क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधियों ने गिल्ली-डंडा खेलकर छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ किया। वहीं हरेली तिहार की परंपरा के अनुसार गेड़ी चढक़र अतिथियों ने हरेली तिहार की शुभकामनाएं जिलेवासियों को दिए।
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार हरियर छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने हरेली तिहार के मौके पर पूरे प्रदेश में 1 लाख पौधों का वितरण कार्यक्रम के तहत वनमंडल बीजापुर द्वारा चार हजार पौधे वितरण किया गया है। जिसे प्रतीकात्मक रूप से मंच के माध्यम से विधायक ने 5 लोगों को पौधे वितरण कर इसका शुूभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के मंशानुसार छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल को पुनर्जीवित करने छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का आयोजन किया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है। विगत वर्ष भी हजारों लोगों ने जोश और उमंग के साथ विभिन्न स्तरों पर खेल में भाग लेकर गिल्ली-डंडा, पिट्टूल, फुगड़ी, गेड़ी, रिलेरेस, संखली, बांटी, भौरा जैसे 16 प्रकार के खेल को सम्मिलित किया गया जो हमारी प्राचीन और पारंपरिक खेल है, जो अभी युवा मितान क्लब स्तर से शुरु होकर पंचायत, जोन, ब्लाक जिला एवं राज्य स्तर पर खेला जाएगा।
विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के पहल पर स्थानीय बोली-भाषा परंपरा त्यौहार को पुनर्जीवित कर सहेजने का कार्य किया जा रहा। शासन के इस मुहिम में हम सबकी भागीदारी जरुरी है ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ी को हमारे परंपरा से परिचित करा सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने खेल भावना से खेलने एवं बिना पक्षपात निर्णय लेने हेतु खिलाडिय़ों एवं कोच को शपथ ग्रहण कराया। जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने जिलेवासियों को हरेली पर्व की शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने छत्तीसगढ़ के प्रथम तिहार हरेली के शुभकामनाएं देते हुए छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के शुभारंभ के अवसर पर खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। पारंपरिक खेलों को आज विकसित देशों में पुनर्जीवित कर आज के टेक्नोलॉजी के दौर में भी पर्याप्त समय निकालकर बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ खेलते हैं, जिसे हम अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से देख रहे हैं।
छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के माध्यम से नए-नए खिलाड़ी उभर कर सामने आ रहे हैं। लोगों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा और उनका खेल के प्रति रुचि सामने दिख रहा है। पिछले वर्ष राज्य स्तर पर जिले के खिलाडिय़ों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस बार फिर नए जोश और उमंग के साथ और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर डीएफओ अशोक पटेल, सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, जिला खेल अधिकारी दिलीप उइके सहित पार्षद, जिले के वरिष्ठ अधिकारी, सीएमओ नगरपालिका बीजापुर सहित अधिकारी-कर्मचारी खिलाड़ी, शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की हुई शुरुआत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 17 जुलाई। छत्तीसगढ़ शासन, आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास विभाग मंत्री मोहन मरकाम आज जावांगा में हरेली त्यौहार में शामिल हुए, साथ ही छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के द्वितीय सीजन की शुरुआत की।
सर्वप्रथम उन्होंने सरस्वती माता, छत्तीसगढ़ महतारी एवं दंतेश्वरी मां की छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात राज्य गीत अरपा पैरी के धार गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। हरेली त्यौहार के अवसर पर बच्चों ने गेड़ी पर चढक़र पारंपरिक वेशभूषा धारण किए मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति भी दी।
मंत्री ने बच्चों के साथ प्रश्नोत्तरी खेल भी खेला, जिसमें बच्चों ने बड़ी उत्सुकता से अपनी सहभागिता दिखाई, सही जवाब देने वाले विद्यार्थियों को मंत्री श्री मरकाम ने अपने तरफ से पुरस्कार राशि भी प्रदान की। इसके साथ ही नृत्य, और स्वागत गीत पर बच्चों को 1-1 हजार की राशि भी प्रदान की।
आज मंत्री श्री मरकाम ने जिले में छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरुआत करते हुए गिल्ली डंडा खेला साथ ही बच्चों के साथ गेड़ी भी चढक़र पारंपरिक खेल का आनंद लिया। इस अवसर पर मंत्री श्री मरकाम को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सुलोचना कर्मा, वरिष्ट जनप्रतिनिधि विमल सुराना, गीदम जनपद अध्यक्ष अन्ती वेक, नगर पंचायत अध्यक्ष साक्षी सुराना, अन्य जनप्रतिनिधिगण, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, सहित अन्य अधिकारीगण एवं स्कूली छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
मंत्री ने कहा कि हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार है उन्होंने हरेली की बधाई देते हुए कहा कि हर जगह की अलग अलग रीति परंपरा होती है मुख्यमंत्री के द्वारा बोली, खान पान के आधार पर त्यौहार मना रहे हैं। देश विदेश में भी छत्तीसगढ़ को अलग पहचान मिल रही है। साथ ही सुदूर अंचल के बच्चे आज विभिन्न क्षेत्र में सेवा देते हुए राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर में अपनी पहचान बना रहे हैं। जिले के बच्चे भी एनआईटी, प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो रहे हैं, ये गौरव की बात है उन्होंने बच्चों को समय और अवसर का सदुपयोग करते हुए जीवन में आगे बढऩे की बात कहते हुए कहा कि कोशिश करते रहिए सफलता जरूर मिलेगी। विधायक श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा ने त्यौहार और खेल के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। साथ ही स्थानीय बोली में संबोधित करते हुए सभी को त्यौहार की बधाई दी।
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने हरेली की बधाई देते हुए कहा कि आज से मुख्यमंत्री के द्वार छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरुआत हो रही है यह हमें पारंपरिक खेलों से जोड़ता है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आधुनिकता के दौर में आज बच्चे सोशल मीडिया में अपना अधिक समय व्यतीत करते हैं वे अपने समय का सदुपयोग करें नए सत्र में वो तकनीकी से बाहर निकल पारंपरिक खेल खेलें, खेल से शरीर स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि खेल के साथ पढ़ाई भी महत्त्वपूर्ण है मेहनत और लग्न से सफलता निश्चित है।
उन्होंने बच्चों के भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी जिले, राज्य का नाम रोशन करें। अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी हरेली के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 17 जुलाई। भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव से संबद्ध शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बड़ेबेंदरी में सोमवार को छत्तीसगढ़ का पहला पारंपरिक हरेली का त्योहार कब मास्टर पवन कुमार साहू के नेतृत्व में मनाया गया।
इस अवसर पर कब मास्टर पवन कुमार साहू ने बांस से बनी गेड़ी पर चढक़र कब के छात्रों को अपने परंपरागत त्यौहार को जीवंत बनाए रखने हेतु प्रेरित किया। तत्पश्चात विद्यालय परिसर में पर्यावरण संतुलन के लिए आम एवं राम फल का पौधा रोपण किया गया।
इस अवसर पर हरेली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कब मास्टर पवन कुमार साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार का विशेष महत्व है। हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार है। छत्तीसगढ़ में यह त्यौहार परंपरागत रूप से मनाया जाता है। इस दिन किसान ,खेती किसानी में उपयोग में आने वाले कृषि यंत्रों में नागर, कोपर ,दातारी, टंगिया, बसूला ,कुदारी , सब्बल एवं गईति की पूजा कर माताओं द्वारा बनाए गए छत्तीसगढ़ी व्यंजन गुलगुला भजिया व गुड़ चीला का भोग लगाते हैं। हरेली पर्व के दिन पशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ग्वाले जंगल से कंदमूल की औषधि लाकर पशुओं को खिलाते हैं, ताकि पशु धन वर्ष भर स्वस्थ रहे। इस दिन गांव के बच्चे एवं युवा बांस से बनी गेड़ी का आनंद लेते हैं। माता एवं बहने सावन झूला, फुगड़ी, बिल्लस एवं खो खो खेल का आनंद लेते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। सोमवार को जिले के दो अलग-अलग जगहों पर नगरसेना के जवानों ने बाढ़ के दौरान उफनती नदी के बीच रेस्क्यू कर 2 गर्भवतियों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया।
सोमवार को गंगालूर के बड़ी नदी के उफान पर होने से कडेनार निवासी गर्भवती सुखारी तांती प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। उसे अस्पताल पहुंचाना था। चेरकंटी नदी में आई बाढ़ के बीच नगर सेना के जवानों ने गर्भवती महिला का रेस्क्यू कर उसे मोटरबोट की मदद से नदी पार कराया और उसे एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
वहीं दूसरी ओर कामकानार गांव की दो महिला जयमती उइका व जम्मो उइका को प्रसव पीड़ा हुर्इं। इनमें जयमती उइका की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य वर्कर ने जयमती का नदी पार ही सुरक्षित प्रसव करा दिया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों के स्वस्थ होने की जानकारी दी गई, वहीं दूसरी गर्भवती महिला जम्मो को नदी पार करा कर उसे गंगालूर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ज्ञात हो कि नगर सेना की 10 सदस्यीय रेस्क्यू टीम को लगातार उफनती नदियों के आसपास तैनात कर दिया गया है। टीम को सूचना मिलते ही वे ग्रामीणों की मदद कर उनका रेस्क्यू कर रहे हैं। टीम में जिलयुस तिर्की,मंगल राम, ब्रम्हानंद, माडवी हुर्रा, कन्हैया, सुरेश, व मदनैया शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 17 जुलाई। क्षेत्र में हरेली पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भाजपा के आदिवासी नेता मन्नूलाल ठाकुर पर्यावरण का संदेश देते हुए गेड़ी चढक़र बरसते पानी में नगर में भ्रमण किए।
आज हरेली नगर एवं क्षेत्र में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही क्षेत्र के कृषक कृषि उपकरण रापा, गैती, नांगर, ट्रैक्टर सहित सभी तरह के कृषि औजारों की धोकर पूजा की। किसानों के घर छत्तीसगढ़ी व्यंजन बने।
हरेली के अवसर पर भाजपा के आदिवासी नेता मन्नूलाल ठाकुर गेड़ी पर चढक़र सुबह से नगर भ्रमण किए। अपनी गेड़ी में पर्यावरण का संदेश देते पोस्टर लगाए एवं दुकानों एवं घरों के सामने गेड़ी पर चढ़े-चढ़े अपना संदेश लोगों को दिए।
इस संबंध में श्री ठाकुर ने बताया कि वे आज हरेली अमावस्या के दिन बारिश की झड़ी से प्रसन्न थे, परन्तु लगातार कटते पेड़ पौधों से खिन्न भी थे, लिहाजा आज उन्होंने सुबह गेड़ी की पूजा की और दोनों गेड़ी पर संदेश लिख कर नगर एवं ग्रामीण जनों को जागरूक करने जुटे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 17 जुलाई। बैकुंठपुर शहर में पोस्टर लगाने का काम कर रहे मजदूर की बिजली के लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। मजदूर की माली हालत बेहद खराब थी, जिसके बाद राजनीति तेज हो गई। मौत की जानकारी पर संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव जिला अस्पताल पहुंचीं।
जानकारी के अनुसार शहर के इंदिरा पार्क के सामने होर्डिंग लगाने का काम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। इस कार्य में पीताम्बर नाम के मजदूर पोस्टर लगाते समय 33 केवी के पोल पर चढ़ गया, जिसके बाद वो 33 केवी के चपेट में आ गया और ऊपर से नीचे जमीन पर गिर गया, तत्काल उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव जिला अस्पताल पहुंची और मृतक के परिजनों से मिली, जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों और उसके साथ काम करने अन्य मजदूरों का बयान लिया। मामले में पुलिस अब जांच में जुट गई है।
इधर संसदीय सचिव ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने और नगर पालिका में मृतक की पत्नी को काम दिलाने का आश्वासन दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 17 जुलाई। सोमवार की देर शाम तेज रफ्तार टैंकर ने स्कूटी सवार वृद्ध दंपति को जबरदस्त टक्कर मार दी। स्कूटी में सवार वृद्ध दंपत्ति जहां गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं स्कूटी में सवार मासूम घायल हो गई। घटना के दौरान भारी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर मौजूद हो गई। लोग टैंकर चालक पर काफी आक्रोशित थे। देखते ही देखते मणिपुर चौकी प्रभारी प्रमोद पांडे सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और तत्काल सडक़ पर घायल पड़े वृद्ध दंपति को अस्पताल पहुंचाया। घटना कारित करने वाले टैंकर चालक को पुलिस ने पकड़ लिया है।
गौरतलब है कि प्रतिक्षा बस स्टैंड से गंगापुर जाने वाला मार्ग काफी खतरनाक है। रिंग रोड में दोनों ओर से तेज रफ्तार भारी वाहनों का आवागमन होता रहता है ऐसे में सडक़ क्रॉस करके दूसरी ओर जाना अक्सर खतरनाक साबित हो रहा है । हाल ही में प्रतिक्षा बस स्टैंड के समीप जहां पर एक व्यक्ति की मौत भारी वाहन के कुचलने से हो गई थी, वहीं सोमवार की देर शाम एक और सडक़ दुर्घटना हो गई।
गंगापुर की ओर से वृद्ध दंपत्ति स्कूटी में अपनी नातिन को बैठा कर कहीं जा रहे थे। सडक़ क्रॉस करते समय तेज रफ्तार टैंकर ने उन्हें जबरदस्त टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में मासूम को तो हल्की चोट लगी परंतु वृद्ध दंपत्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर तत्काल पहुंची पुलिस ने अपनी वाहन से ही घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 17 जुलाई। बरसात के दिनों में सर्पदंश से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। ग्राम करोली धौरपुर में एक महिला की मौत सर्पदंश से हो गई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम करोली धौरपुर निवासी राजकुमारी के पति मुकेश ने बताया कि 16 जुलाई की शाम खाना-पीना खाकर सपरिवार घर पर जमीन में बिस्तर लगा कर सो रहे थे। देर सुबह राजकुमारी ने बताया कि हाथ-पैर और शरीर में दर्द हो रहा है और वहीं पर सांप भी दिखाई दिया। अचानक धीरे-धीरे बेहोश होने पर परिजन तत्काल निजी वाहन से राजकुमारी को धौरपुर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर लाकर भर्ती कराया गया। आज 17 जुलाई को उपचार दौरान राजकुमारी की मौत हो गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,17 जुलाई। अभियान ईगल -02 के तहत लुकछिप कर रह रहे वारंटियों पर सरगुजा पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 44 स्थाई वारंट एवं 4 गिरफ़्तारी वारंट तामिल किया है।
सरगुजा पुलिस द्वारा अभियान ईगल 02 के तहत वर्षों से लुक छिप कर रह रहे वारंटियों पर नकेल कसते हुए आरोपियों की धरपकड़ की गई। राजपत्रित पुलिस अधिकारियों की देखरेख में जिला मुख्यालय एवं प्रत्येक थाना स्तर पर थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में लंबित स्थाई वारंटियों एवं गिरफ्तारी वारंटियों के विरुद्ध अभियान चलाकर शीघ्र धरपकड़ कर न्यायालय में पेश करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे।
इसी क्रम में सरगुजा पुलिस द्वारा अभियान ईगल -02 के तहत वारंटियों की धरपकड़ की गई, कल से लेकर आज तक की स्थिति में सरगुजा जिले के समस्त थानों से 44 स्थाई वारंट एवं 4 गिरफ्तारी वारंट तामिल किया गया है, सरगुजा पुलिस द्वारा अभियान के दौरान ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कुल 48 वारंट तामिल किये गए हैं।
वारंट तामिली मे सर्वधिक थाना कोतवाली द्वारा 14 स्थाई वारंट एवं 2 गिरफ़्तारी वारंट कुल 16 वारंट तामिल किये गए हैं, एवं थाना मणीपुर द्वारा 6 स्थाई वारंट एवं 2 गिरफ़्तारी वारंट कुल 8 वारंट तामिल किये गए हैं, सरगुजा पुलिस द्वारा वारंटियों के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर,17 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश संगठन द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा जिला उपाध्यक्ष सूरजपुर लाल संतोष सिंह को प्रतापपुर विधानसभा का संयोजक बनाया गया है. इस खबर से प्रतापपुर विधानसभा के कार्यकर्ता उत्साहित हैं।
भारतीय जनता पार्टी मंडल प्रतापपुर के ग्राम मदन नगर निवासी लाल संतोष सिंह ग्राम पंचायत से अपने राजनीतिक सफर प्रारंभ कर जिला और प्रदेश की राजनीति में अपनी गहरी पैठ जमा चुके हैं। अपने राजनीतिक सूझबूझ और निर्भीक कार्यशैली से युवाओं और कार्यकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
वे जनपद सदस्य जनपद उपाध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक सरगुजा के संचालक समिति के सदस्य एवं बैंक के उपाध्यक्ष का दायित्व निभा चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी में युवा मोर्चा मंडल महामंत्री भाजपा मंडल अध्यक्ष के साथ समय-समय पर पार्टी द्वारा दी गई विभिन्न दायित्व का निर्वहन करते हुए वर्तमान में भाजपा जिला उपाध्यक्ष सूरजपुर का दायित्व निभा रहे हैं।
लाल संतोष सिंह को विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रतापपुर विधानसभा का संयोजक बनाए जाने से विधानसभा के प्रतापपुर जरही वार्डरफ नगर एवं रघुनाथ नगर चारों मंडलों के कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।
लाल संतोष सिंह ने संगठन द्वारा दिए गए दायित्व के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं संगठन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करूंगा। भारतीय जनता पार्टी के जांबाज कार्यकर्ताओं के साथ पूरे उत्साह से कार्य करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में प्रतापपुर विधानसभा में भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,17 जुलाई। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने मीडिया में चलाए जा रहे खबर कि राज्य में पेट्रोल की कमी होने वाली है और इसके कारण इनकी क़ीमतों में उछाल आने वाला है, इसे पूरी तरह से खारिज करते हुए खबर को पूरी तरह से ग़लत बताया है।
रेणुका ने कहा कि जैसे ही मामला मेरे संज्ञान में आया, तुरंत ही मैंने अपने कार्यालय के अधिकारियों को निर्देश दिया, वो लगातार पेट्रोलियम मंत्रालय के संपर्क में है और पल-पल की खबर पर नजऱ बनाये हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हमारे यहाँ 1110 किलोलीटर पेट्रोल एवं 3579 किलोलीटर डीज़ल का स्टॉक मौजूद है। इसके अतिरिक्त 2480 किलोलीटर डीज़ल एवं 10920 किलोलीटर ट्रांसिट में है। इसके चलते हमारे राज्य में पेट्रोल और डीज़ल की कोई कमी नहीं होगी। जहाँ तक पेट्रोल और डीजल की क़ीमतों में उछाल की बात है तो मैं अपने राज्य की जनता को सुनिश्चित करना चाहती हूँ कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा, इन सब अफवाहों पर ध्यान न दे।
अम्बिकापुर,17 जुलाई। यूनिसेफ, छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेद्यशाला एवं सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी अम्बिकापुर के संयुक्त तत्वावधान में सरगुजा जिले में बाल अधिकारों को लेकर, शहरों एवं पंचायत स्तर पर स्कूलों में बालसभा का आयोजन कर बच्चों के साथ बातचीत की जा रही है। इसी क्रम में बच्चों के साथ उनके पारिवारिक वातावरण, परिवार में होने वाली समस्याओं, मुहल्लें, ग्राम पंचायत स्तर की समस्या जो बच्चों को लगता है कि इसका हल होना चाहिए, इस पर लगातार चर्चा की जा रही है। इस दौरान बच्चों के माध्यम से कई बातें निकल कर सामने आ रही है।
दरअसल यूनिसेफ एवं छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेद्यशाला, छत्तीसगढ़ की सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर बच्चों के बुनियादी जरूरतों, उनकी प्रमुख मांगों को चिन्हांकित कर एक मेमोरेंडम डाटा तैयार कर रही है, जिसे आगामी चुनाव 2023 के पूर्व छत्तीसगढ़ में चुनाव लडऩे वाली प्रत्येक राजनैतिक दल को उपलब्ध करायेगी और आगामी सयम में राजनैतिक पार्टियों द्वारा बनाये जाने वाले घोषणा पत्रों में बच्चों के मुद्दे भी प्राथमिकता से उठाये जायें और उन्हें प्राथमिकता के तौर पर घोषणा पत्र में शामिल किया जाये, इस बात को लेकर छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिलों में बच्चों के बीच कार्य किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में यूनिसेफ, छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेद्यशाला एवं सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में अम्बिकापुर के बिशुनपुर में संचालित कन्या शिक्षा परिसर स्कूल, प्राथमिक शाला गोधनपुर, अनिता ड्रीम इण्डिया पब्लिक स्कूल कतकालो, मास्टर माइंड जुनियर स्कूल, छग विद्या निकेतन राता, शिक्षा भारती विद्या भवन बकनाकला सहित कई स्कूलों में बच्चों के बालसभा का आयोजन कर, उनसे विभिन्न एक्टीवीटी के माध्यम से जानकारी एकत्र कर रहे हैं।
इस दौरान बच्चों को पेंटिंग, कविता, कहानी, गीत, खेलकुद एवं अन्य गतिविधियों में शामिल कर उनके साथ ऐसा माहौल तैयार किया जा रहा है, जिससे बच्चें परिवार, समाज/गांव एवं स्कूल की समस्याओं को लेकर खुलकर बोल सकें। इस दौरान बच्चों को गुड टच-बैड टच, बाल अधिकारों, पंचायतों में उनकी सहभागिता, स्कूलों में उनकी सहभागिता, परिवार में उनकी सहभागिता को लेकर बातचीत के साथ-साथ प्रेरक फिल्मों के माध्मय से चर्चा लायक माहौल तैयार कर, बच्चों द्वारा बतायी गई बातों को कलमबद्ध किया जा रहा है। सरकार के माध्यम से स्कूलों में डेऊस एवं पुस्तकों के साथ-साथ कॉपी-पेन की मांग लगभग सभी विद्यालयों में बच्चों द्वारा की गई। वहीं हाई स्कूल की छात्राओं ने सैनेटरी पैड की उपलब्धता स्कूलों में सुनिश्चित करने की मांग रखी। वहीं कई स्कूलों में बच्चों ने सडक़ ठीक कराने, स्कूल आने में होने वाले परेशानी को लेकर पुलिया बनाने, स्कूल में पंखा एवं बिजली की व्यवस्था करने, कम्प्युटर एवं शौचालय की अच्छी व्यवस्था करने की मांग भी की। वहीं जब परिवार एवं मोहल्ले के विषय में बात किया गया तो कई बच्चों ने शराब को लेकर बात की कि शराब पीना कैसे बंद कराया जाये।
घर में कुछ बोलने पर डांटते एवं मारते हैं, नशा के कारण घर में लड़ाई भी होती है। वहीं गांव में स्ट्रीट लाईट लगाने की मांग भी बच्चों ने इस दौरान की। बालसभा के दौरान जब बच्चों से बात की गई तो कई ऐसे विषय भी खुलकर सामने आये जहां बच्चों ने बताया कि उनके घर पर पिता बिमार रहते हैं या दुर्घटना हो गया है कोई कमाने वाला नहीं है, घर की स्थिति ठीक नहीं है, तो किसी ने अपने किसी परिजन के बिमारी के ईलाज को लेकर भी बात की।
बच्चों से मिले विषयों को कलमबद्ध कर यूनीसेफ एवं छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेद्यशाला को उपलब्ध कराया जायेगा। जिस पर आगे कार्य किया जाएगा। सरगुजा साइंस ग्रुप एजुकेशन सोसायटी के माध्यम से लगातार बाल सभाओं का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है।
संस्था की कोऑर्डिनेटर शिल्पी गुप्ता ने कहा कि 20 जुलाई तक लगातार अनेकों अलग-अलग स्कूल में बालसभा का आयोजन हमारे माध्यम से किया जाएगा। इस दौरान बच्चों के साथ बातचीत का माहौल बने एवं बच्चें खुलकर बात कर सकें, इसके लिये उनके साथ कई क्रिएटिवीटी कराये जा रहे हैं और बच्चों को कॉपी, पेन, पेंसिल, कलर सेट आदि देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थापक अंचल ओझा, अजय सिंह, हामिद रजा, शिल्पी गुप्ता, आंचल कुशवाहा, संतलाल सहित अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा कार्य किया जा रहा है।