महासमुन्द

5 पंचायतों में एक सचिव, शिकायत हुई तो एक और प्रभार मिला!
18-Jul-2023 2:44 PM
 5 पंचायतों में एक सचिव, शिकायत हुई तो एक और प्रभार मिला!

पिथौरा जनपद पंचायत में अटैच कर दिया गया था और विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद-पिथौरा,18 जुलाई।
महासमुंद जिले में एक पंचायत सचिव हैं नरेंद्र वैष्णव, जिन्होंने 15 सालों तक अलग-अलग पंचायतों में काम किया लेकिन काम कर रहे पंचायतों से तबादले के वक्त उन्होंनेे किसी भी पंचायत का प्रभार अन्य सचिव को नहीं दिया है। इस वक्त उनके पास पांच छह पंचायतों के प्रभार हैं। शासन का आदेश लेकर कई सचिव श्री वैष्णव से प्रभार लेने के लिए दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन विभाग है कि दफ्तरों का चक्कर काट रहे सचिवों की शिकायत की जांच के बजाय उक्त सचिव को फिर से बरनईदादर पंचायत का प्रभार दे दिया है।

जानकारी के मुताबिक पंचायतों में हर साल लाखों के विकास कार्य होते हैं और सभी पंचायतों का काम अकेले श्री वैष्णव ही करते हैं। उक्त मामले में लहरौद सहित 2 ग्राम पंचायतों के तात्कालिक सचिवों को जांच हेतु महासमुंद तलब किया गया है। वहीं जिला पंचायत सीईओ ने  सचिव श्री वैष्णव को स्थानीय सीईओ की अनुसंशा की बात कहते हुए उसे पुन: बरनईदादर पंचायत का प्रभार देने की बात कही है। श्री वैष्णव से जुड़ी ऐसी ही खबरों के ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशन के बाद उसे पंचायत प्रभार से हटा कर पिथौरा जनपद में अटैच किया गया था।

मिली जानकारी के दो वर्ष पूर्व ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशित खबर के बाद श्री वैष्णव को तात्कालिक जिला पंचायत सीईओ ने किसी भी पंचायत में पदस्थ न करते हुए पिथौरा जनपद पंचायत में अटैच कर दिया था और विभागीय जांच के आदेश दिए थे। लेकिन इस आदेश का परिपालन अब तक नहीं हुआ। जिला पंचायत सीईओ के बदलते ही विभागीय जांच प्रारम्भ हुई तो आरोपी सचिव को ग्राम पंचायत बरनईदादर का सचिव बना दिया गया।

जनपद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री वैष्णव लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवं देवसराल पंचायतों में सचिव रहे। अभी वे छठवें ग्राम पंचायत बर्नाइदादर के प्रभार में हैं। उन्होंने अब तक लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवम देवसराल पंचायतों  का प्रभार किसी अन्य सचिव को नहीं दिया है। लहरौद से तबादला हुआ तो बिजेमाल जाते समय लहरौद का प्रभार भी खुद के पास रखा। बिजेमाल से नयापाराकला तबादले के वक्त बिजेमाल का प्रभार की किसी को नहीं दिया। नयापाराकला से टेमरी पंचायत में तबादले के वक्त भी ऐसा ही हुआ और टेमरी के बाद देवसराल तबादले के समय भी किसी को प्रभार नहीं दिया। सभी पांच पंचायतों का प्रभार अपने पास रखे हुए सचिव श्री वैष्णव को अब बरनईदादर पंचायत का प्रभार मिला है। 

इस मामले की शिकायत तात्कालिक ग्राम पंचायत सचिवों ने स्थानीय जनपद एवम जिला पंचायत में की थी परन्तु कार्रवाई नहीं हुई। अब तो जिले के कई सचिव श्री वैष्णव के कामों की नकल भी करने लगे हैं। वहीं आम लोगों को लहरौद, बिजेमाल,नयापारा कला, टेमरी एवम देवसराल पंचायतों में करोड़ों की गड़बड़ी की आशंका है। 

विभागीय जानकारी अनुसार बीते महीने 5 एवम 9 जून को श्री वैष्णव द्वारा प्रभार नहीं दिए जाने की शिकायत करने वाले दो पंचायत सचिवों ने सरपंच तथा जिला मुख्यालय में पंचायत विभाग के उपसंचालक एस लकड़ा से की थी। तब जाकर इस मामले में उपसंचालक ने पीडि़त सचिवों का बयान दर्ज कर जांच प्रारम्भ की है। साथ ही इस वक्त जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आरोपित सचिव को पुन: ग्राम पंचायत बर्नाइदादर का प्रभार सौंप दिया है। 

उक्त सचिव के प्रभार नहीं देने का खामियाजा वहां पदस्थ होने वाले अन्य सचिव भुगत रहे हंै। ग्राम पंचायत देवसराल के सचिव मुरली साव सचिव नरेंद्र वैष्णव के स्थान पर देवसराल गए थे। परन्तु वहां सचिव श्री वैष्णव ने उन्हें प्रभार नहीं दिया। इसकी शिकायत श्री साव ने जनपद एवम जिला पंचायत में की थी। परन्तु दोनों स्थानों पर उनकी शिकायत को कोई महत्व नहीं मिला।

इस बीच उक्त पंचायत में एक आर टी आई के तहत जानकारी मांगी गई परन्तु श्री साव के पास कोई रिकॉर्ड नहीं था। लिहाजा उन्होंने उक्त मामले को जिला एवम जनपद के सामने प्रस्तुत किया। इस पर भी श्री साव को कोई जानकारी नहीं मिली और आरटीआई की जानकारी नहीं देने पर आवेदक ने सूचना आयोग में अपील कर दी। जहां से जानकारी नहीं देने के आरापे में सचिव मुरली साव को 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। 

 

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