छत्तीसगढ़
फेडरेशन करेगा न्याय पाती अभियान के तीसरे चरण का आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय प्रबंधकारिणी सभा की वर्चुअल बैठक में शिक्षकों के सेवा लाभ एवं शिक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई है।
फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने बताया कि बैठक में शामिल फेडरेशन के पदाधिकारियों का मत है कि कोरोना काल में शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था नीति से विद्यार्थियों को प्रभावी लाभ नहीं मिला है। शासकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के आर्थिक स्थिति के दृष्टिगत फेडरेशन ने दूरदर्शन के माध्यम से कक्षाओं के संचालन का सुझाव दिया था। डाटा पैक और एंड्राइड मोबाइल के अनुपलब्धता के कारण ऑनलाइन कक्षाओं से सीमित विद्यार्थी ही विषयवार पढ़ाई का लाभ उठाने में सफल हुए हैं। गली-मोहल्ला में क्लास लगाने से तो शाला भवन में क्लास लगाना ज्यादा सुरक्षित है। माध्यमिक एवं हायर सेकंडरी के विद्यार्थियों के विषयवार पढ़ाई व्यवस्था को पटरी पर लाने सरकार स्कूल खोलने का निर्णय लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि असाइनमेंट के जरिये बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के ज्ञान का मूल्यांकन नहीं होगा। होनहार विद्यार्थियों के लर्निंग स्किल एवं क्षमता का पैमाना निर्धारित किए जाने की आवश्यकता है। पढ़ाई जब ठीक से नहीं हुई तो परीक्षा कैसे होगी। फेडरेशन ने सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने का प्रस्ताव दिया था। पुराने हिंदी माध्यम स्कूलों में ही इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया जाकर स्कूल भी खुले, लेकिन शिक्षा विभाग ने अप्रत्याशित निर्णय लेते विभागीय सेटअप में स्वीकृत पदों में उक्त विद्यालय में स्वीकृत प्राचार्य, व्याख्याता, उच्च वर्ग शिक्षक, व्यायाम शिक्षक, प्रधान पाठकों सहित कार्यालयीन पदों को समाप्त कर दिया है।
यहां तक कि आहरण संवितरण कोड एवं आरएमएसए हेड को समाप्त किया गया है। अंग्रेजी माध्यम में पढ़े शिक्षकों को इन विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति में पदस्थ कर पूर्व पदस्थ शिक्षकों को अन्यत्र भेजा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पहले 40 स्कूल के बाद प्रदेश के 146 विकासखंडों में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने की तैयारी है। नीति अनुसार विद्यालयों के प्राचार्य 186 पद, व्याख्याता के न्यूनतम 1116, उच्च वर्ग शिक्षक के 1116 पद, प्रधानपाठक मिडिल के 186 एवं प्राथमिक के 186 अर्थात कुल 372 पद, लेखापाल सहायक ग्रेड-2 एवं ग्रेड 3 के स्वीकृत पद समाप्त किया जा रहा है।
फेडरेशन का कहना है कि स्वीकृत पदों को समाप्त करने से जहां सभी संवर्ग में पदोन्नति के पद समाप्त हो रहे हैं। वहीं प्रतिनियुक्ति से वापसी होने की स्थिति में पद उपलब्ध नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट बिलासपुर ने 9 दिसंबर 2019 के अपने फैसले में छत्तीसगढ़ भर्ती पदोन्नति नियम 2003 के नियम-5 में किए गए संशोधन पर स्थगन आदेश दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 6 जनवरी। राजिम पुलिस ने नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।
राजिम थाने के अनुसार प्रार्थी यशवंत साहू गोबरा नवापारा का रहने वाला है, जिसने 6 नवंबर को लिखित आवेदन प्रस्तुत करते हुए नौकरी लगाने के नाम पर आरोपी घनश्याम दास मानिकपुरी और उनके अन्य साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया था। जिस पर राजिम पुलिस ने मामले मे रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी के खिलाफ पतासाजी शुरू कर दी थी। इसी बीच थाना प्रभारी राजिम व साइबर टीम गरियाबंद द्वारा टॉवर लोकेशन के आधार पर आरोपी घनश्याम दास मानिकपुरी (35 वर्ष) को उसके गाँव सोनडोंगरी हाल चिल्हाटी सरकंडा थाना सरकंडा जिला बिलासपुर से गिरफ्तार करने में सफ लता पाई।
आरोपी को गिरफ्तार कर राजिम पुलिस राजिम थाने ले आई और आरोपित के खिलाफ धारा 420/34 लगाते हुए मंगलवार शाम उसे ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया।
उक्त कार्रवाई गरियाबंद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर अतरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी टी.आर. कँवर के मार्गदर्शन में की गई। थाना प्रभारी राजिम विकास बघेल, सहायक उप निरीक्षक छब्बील टांडेकर, राकेश टंडन एवं तुलसी निषाद का सराहनीय योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में 2 जनवरी को प्राणी विज्ञान, वनस्पति एवं रसायन विज्ञान के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य डॉ. आईआर सोनवानी के मार्गदर्शन में पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत पर्यावरण और जीवन विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
सभा को संबोधित करते प्राचार्य डॉ. सोनवानी ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्धन समय की मांग है। पुराणों में कहा गया है कि 10 पुत्रों के समान एक वृक्ष है, गांव व शहरों में पहले कुंआ, बावड़ी, तालाब होते थे, ये सिंचाई व मछली पालन के साधन थे। बढ़ती हुई जनसंख्या के आपूर्ति में हमारे प्राकृतिक संसाधन कम पड़ते जा रहे हैं।
डॉ. एसआर कन्नोजे सहा. प्राध्यापक प्राणी विज्ञान ने कहा कि वृक्षों के कण-कण में देवता का वास है, वृक्ष बादलों का आकर्षित कर वर्षा कराते हैं, अपने जड़ोंं द्वारा मिट्टी को कसकर पकड़े रहते हैं, पथिक को छाया व शांति देते हैं व कई जीवों का आश्रय होने के साथ ही जीवन की हर आवश्यकता की पूर्ति करते हैं।
डॉ. स्वाति तिवारी सहा. प्राध्यापक वनस्पति विज्ञान ने प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। डॉ. अबध किशोर झा सहा. प्राध्यापक रसायन विज्ञान ने वायु में तेजी से बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जाहिर करते कहा कि वर्तमान में पेट्रोल, डीजल की खपत बढ़ी है, हजारों लीटर ईंधन के रूप में जलाये जा रहे हैं, इनसे निकलने वाली विषाक्त गैसें जीवनकाल को कम कर रही है।
डॉ. संगीता गुप्ता रसायन शास्त्र विभाग ने कहा कि पेड़-पौधे ऑक्सीजन की फैक्ट्री है, जो हमें प्राण वायु देते हैं, जंगलों के निर्माण में सदियों लग जाते हैं और उजाडऩे में कोई समय नहीं लगता। पेड़ बचाओ- जीवन बचाओ के संकल्प के साथ सभा का समापन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ व ऑनलाइन से विद्यार्थियों ने जुडक़र इस जागरूकता कार्यक्रम का लाभ लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। नगर निगम सीमांतर्गत अवैध निर्माण एवं शासकीय भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रभावी रूप से रोकथाम करने के लिए निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक द्वारा नगर निगम में अतिक्रमण दस्ता (तोडू दस्ता) का गठन किया गया है। गठित दल के प्रभारी संदीप तिवारी प्र.सहायक अभियंता, उप अभियंता देवव्रत सिंह एवं टीम द्वारा पुलिस बल सहित रेवाडीह वार्ड नं. 22 के अमोरा होटल के पास में शासकीय भूमि पर आशीष गुप्ता द्वारा अतिक्रमण कर अवैध निर्माण किया जा रहा था, जिसे तोडऩे की कार्रवाई की गयी।
निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने बताया कि रेवाडीह वार्ड नं. 22 के अमोरा होटल के पास अतिक्रमण कर शासकीय भूमि पर आशीष गुप्ता द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा था। जिसकी शिकायत प्राप्त होते ही नगर निगम के अतिक्रमण तोडू दस्ता द्वारा पुलिस बल सहित उक्त अतिक्रमित कर किए जा रहे अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई की गयी। उन्होंने अतिक्रमण दस्ता से कहा कि शहर मेें जहां-जहां पर अतिक्रमण किया जा रहा हैै। उसे तत्काल हटाया जाए और संबंधित के विरूद्ध निगम प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 जनवरी। कल स्थानीय सर्किट हाउस में अपरान्ह तीन बजे आयोजित एक प्रेसवार्ता में भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने कहा कि गिरदावरी सर्वे के नाम पर किसानों का रकबा कम करने वाली कांग्रेस सरकार खुद को किसानों की हितैषी बताती है। ये सरकार किसानों का रकबा कम करके, उनसे कम धान खरीदी करती है। खरीदी केंद्रों में बारदाना नहीं है और किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान है। जबकि केंद्र सरकार किसानों के हितों का पूरा ध्यान रख रही है।
मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर महासमुन्द पहुंची हुई थी। इस दौरान आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान केंद्र सरकार द्वारा 9 हजार करोड़ रुपए दिए जाने सम्बंधी बयान को कांग्रेस द्वारा झूठा करार देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए प्रति क्विंटल 1865 रुपए और 350 रुपए प्रति क्विंटल हैंडलिंग चार्ज देती है। यदि वो कह रहे हैं कि ये झूठ है तो सामने आकर बोलें।
दिल्ली में जारी किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी का लाभ नहीं मिलेगा, यह भ्रम है और सत्य से बहुत दूर है। नए कृषि कानून के साथ किसान भाईयों को खुली छूट है कि वे एमएसपी से अधिक दाम मिलने पर कहीं भी अपनी उपज बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल भाजपा ने छत्तीसगढ़ को अच्छा शासन दिया। लेकिन कांग्रेस अपने वादों को पूरा नहीं कर पा रही है।
बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा, पेंशन की राशि 1500 करने का वादा, शराबबंदी का वादा तो छोडि़ए, अब ये ऑनलाइन शराब बेच रहे हैं। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि भाजपा प्रगति पर ध्यान देने वाली पार्टी है। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, प्रदेश महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी, जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, सांसद चुन्नीलाल साहू, संगठन प्रभारी जगन्नाथ प्राणिग्रही, सरला कोसरिया उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 6 जनवरी। वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ व अनुष्ठान में प्रतिदिन भागवत श्रोताओं व धर्मप्रेमियों की भीड़ उमड़ रही है। श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ के 5वें दिन सोमवार को भागवताचार्य पं. विनोद बिहारी गोस्वामी ने गौमाता की महिमा का बखान करते कहा कि सनातन धर्म की श्रेष्ठता व भारतीय संस्कृति का गौरव है कि हम गाय को गौमाता का दर्जा देते हैं। आज-कल लोग वृद्ध व अशक्त गाय की सेवा नहीं करते हैं और उसे खुला छोड़ देते हैं, इसलिए गौमाता के लिए वृद्ध गौ आश्रम खोला जाना चाहिए।
कथावाचक ने कहा कि वर्तमान में लोग अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा नहीं करते हैं और उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ देते हैं। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। माता-पिता ईश्वर के समान है, स्वयं भगवान ने माता-पिता को ईश्वर का दर्जा दिया है। यदि व्यक्ति अपने माता-पिता का निश्छल भाव से सेवा करता है तो ईश्वर उन्हें स्वयं तार देते हैं, इसलिए वृद्धाश्रम बंद होना चाहिए और उसके स्थान पर वृद्ध गौ आश्रम खोला जाना चाहिए।
भागवताचार्य श्री गोस्वामी ने कहा कि हमें पुतना रूपी अविद्या व अहंकार से बचना चाहिए। गोधन, गोबर, गौमुत्र व गौरज के महत्व का बखान करते गोस्वामी ने कहा कि प्रभु कृष्ण ने जब पुतना का उद्धार किया तो माता यशोदा ने भगवान श्रीकृष्ण का गोरज, गोबर व गौमूत्र से शुद्ध किया था, इसलिए हमें गौमाता व गोधन के महत्व को समझते इसे अंगीकार करना चाहिए।
गोधन योजना के लिए राज्य सरकार की सराहना
भागवताचार्य पं. विनोद बिहारी गोस्वामी ने व्यासपीठ से छग सरकार की गोधन न्याय योजना की प्रशंसा करते कहा कि इस योजना से गौमाता व गोधन को यथोचित सम्मान मिला है। श्री गोस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व छग सरकार सही मायने में सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि छग राज्य ही समूचे भारत वर्ष व विश्व में इकलौता राज्य है, जो गौमाता व गोधन का सम्मान करते गोधन योजना लाई है। इस योजना के माध्यम से गौपालक की गौसेवा में रूचि बढ़ेगी और वे आर्थिक दृष्टि से समृद्ध भी होंगे।
नि:शुल्क उपचार के साथ मुफ्त में दवाईयां वितरित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 6 जनवरी। विकासखंड स्तरीय एक दिवसीय आयुष स्वास्थ्य मेला का 377 ग्रामीणों ने लाभ उठाया। आयुष संचानालय के तत्वावधान में आयोजित नि:शुल्क आयुर्वेद व होम्योपैथी चिकित्सा शिविर में सुबह से शाम तक मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। आयुष मेला में आयुर्वेद व होम्योपैथी चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ व अनुभवी चिकित्सकों ने सामान्य बीमारियों के अलावा गंभीर रोगों के मरीजों का नि:शुल्क उपचार कर उन्हें चिकित्सकीय मार्गदर्शन दिया। शिविर में मरीजों को मुफ्त मेें दवाईयां भी वितरित की गई।
डॉ. अरविंद मरावी के मार्गदर्शन में ब्लॉक मुख्यालय में नववर्ष में एक दिवसीय आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया। सोमवार को चौकी-चिल्हाटी मुख्य मार्ग में कॉलेज ग्राउंड में आयोजित शिविर का उद्घाटन खुज्जी विधायक छन्नी साहू व नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने किया। इस अवसर पर चंदू साहू, मनीष बंसोड, मुकेश सिन्हा, शंकर निषाद, अविनाश कोमरे, शीतल भुआर्य, सविता मानिकपुरी, प्रमोद ठलाल, रजिया बेगम एवं अन्य कांग्रेसी नेता अतिथि के रूप में शामिल हुए।
शिविर में डॉ. अनिरूद्ध पटेल, डॉ. नरोत्तम नेताम, डॉ. हर्षा चौरसिया, डॉ. अन्नपूर्णा मिश्रा, डॉ. इकबाल हुसैन एवं टीम ने मरीजों का नि:शुल्क उपचार कर चिकित्सकीय मार्गदर्शन दिया। शिविर प्रभारी डॉ. हुसैन ने बताया कि शिविर में कुल 377 मरीज लाभान्वितत हुए।
आयुष मेला में साधारण बीमारी सर्दी, खांसी, जुकाम के अलावा उदर, वात, भगंदर सहित महिला रोगों से जुड़े बीमारियों का उपचार कर उन्हें मुफ्त में दवाईयां दी गई। शिविर में सभा का संचालन डॉ. इकबाल हुसैन व आभार ज्ञापन डॉ. अनिरूद्ध पटेल ने किया।
आयुर्वेद से चिकित्सा उपचार श्रेष्ठ व गुणकारी
एक दिवसीय शिविर एवं आयुष मेला का उद्घाटन करते खुज्जी विधायक छन्नी साहू एवं नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने प्राकृतिक पद्धति आयुर्वेद से चिकित्सा उपचार को श्रेष्ठ व गुणकारी बताया। उन्होंने कहा कि इलाज की यह पुरानी पद्धति हर दृष्टिकोण से सर्वोत्तम है। इसका कोई साईड इफेक्ट नहीं है और यह सर्वसुगम है तथा कम खर्च में हम अपना उपचार देशी पद्धति से कर सकते हैं। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि भारत विश्वगुरू रहा है और भारत की इस प्राचीन चिकित्सा पद्धति को विश्व के अन्य देशों ने भी अनुकरण किया है।
नांदगांव में 46 लाख 70 हजार 226 क्विंटल धान की खरीदी
राजनांदगांव, 6 जनवरी। जिले के 139 धान खरीदी केन्द्र में लगातार धान की खरीदी की जा रही है। इस वर्ष 22 नए केन्द्रों में धान की खरीदी प्रारंभ हुई है। नए धान खरीदी केन्द्र के खुलने से किसानों को धान विक्रय में सुविधा हुई है। अब गांव के पास में ही अपने धान का विक्रय कर रहे हैं। इससे किसानों के धान परिवहन में सुविधा मिली है। वहीं आने-जाने में लगने वाला समय और संसाधान की भी बचत हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक 1 लाख 20 हजार 94 किसानों ने अपने धान का विक्रय किया है। लगभग 46 लाख 70 हजार 226 क्विंटल धान की खरीदी हो गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक है। अब तक कस्टम मिलिंग के तहत 6 लाख 44 हजार 25 क्विंटल धान का उठाव मिलर्स द्वारा किया जा चुका है। वहीं संग्रहण केन्द्र में 5 लाख 87 हजार 476 क्विंटल धान का उठाव किया गया है।
राजनांदगांव, 6 जनवरी। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि राजनांदगांव सहित प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट होने से असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ते ही जा रहा है। गांव से लेकर शहरों तक गली, चौक, मोहल्लों में अवैध शराब आसानी से मिल रही है।
श्री यदु ने कहा कि शहर के वार्डों में हर गली, चौक-चौराहों पर अवैध शराब की बिक्री के साथ जगह-जगह चखना सेंटर खुलने से शहरवासी भी अब सुरक्षित नहीं है। महिलाओं का शाम 6 बजे के बाद घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। आज निगम में जो भी बड़ा काम विकास हो रहा है वह केंद्र सरकार व पूर्व भाजपा राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत पुराना काम है, जो आज शहर में दिख रहा है।
लेकिन निगम में सत्ता में कांग्रेस का एक साल व कांग्रेस की प्रदेश में दो साल के कार्यकाल में शहर में विकास कार्य शून्य है।
उन्होंने आरोप लगाते कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी अब राजनांदगांव शहर सहित पूरे प्रदेश में लोगों को मालूम हो गया है चुनाव में बड़े-बड़े मुद्दे विकास की बात करने वाले कांग्रेस सरकार 5 साल पूर्ण होने से पहले प्रदेश व शहरवासियों को अंगूठा दिखा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 जनवरी। बस्तर पहुंचने वाले पर्यटक और अगली पीढ़ी को बस्तर में निवासरत जनजाति समाज की जीवन शैली और परंपराओं के संबंध में जानकारी देने के लिए आसना पार्क में जीवंत झांकियां बनाई जा रही है जो कुछ माह में पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगी।
बस्तर में काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं और बस्तर की कला संस्कृति और परंपरा पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखती है। जिसे जानने के लिए भी पर्यटक उत्सुक रहते हैं।
पर्यटकों को बस्तर संभाग में पाए जाने वाले जनजाति समाज के जीवन शैली की जानकारी पहुंचाने के लिए नगर सीमा से लगे आसना पार्क में वन विभाग के द्वारा नदी नाले पहाड़ के साथ वहां बसने वाले जनजाति मुरिया, माडिय़ा,गौंड, हल्बा और भतरा लोगों के रहन-सहन को दर्शाने के लिए उनके निवास और उसके आसपास स्थित वातावरण को प्रदर्शित करने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय कलाकारों द्वारा जीवंत झांकी बनाया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीओ सुषमा जे नेताम ने बताया कि बस्तर में विभिन्न जनजाति अपनी परंपरा के अनुसार चलते हैं। कोई पहाड़ी इलाकों में तो कोई मैदानी इलाकों में बसते हैं। कोई खेती किसानी करते हैं, तो कुछ जनजाति आजीविका के लिए वनोपज पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने बताया कि अगले कुछ माह में यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी। और लोग बस्तर जनजाति की दिनचर्या और उनके जीवन यापन की गतिविधियों से हूबहू रूबरू हो सकेंगे ।
रायपुर, 6 जनवरी। परम पूज्य गुरु डॉक्टर इन्दुभवानन्द महाराज के प्रेरणा और आशीर्वाद से काशी ज्ञान केन्द्र रायपुर में भगवान परशुराम सेना द्वारा संचालित आश्रम में आये हुए छोटे-छोटे बालको को जीवन में आनेवाले संस्कारों से परिपूर्ण सबको ज्ञान शाला, पाक शाला (स्वयं भोजन बनाने की बिधि कला) शिष्टाचार और गौ शाला का ज्ञान प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाया जाता हैं।
प्रदेश सेना अध्यक्ष अजयनाथ तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमलोग प्राचीन विद्या की वजह से विश्व गुरु और हुमहरा भारत देश सोने की चिडिय़ा कहलाता था लेकिन आधुनिक विद्या से मात्र विदेशियों कंपनियों के नौकर बनने की होड़ में प्रतिस्पर्धा में लगे हुए है।
अगर आज आत्मनिर्भर भारत की बात की जा रही हैं तो ये कोई गलत नीति नही हैं हम कब तक किसी के गुलाम बनकर जीएंगे इसलिए आज नई पीढ़ी को जागरूक करने के लिए इस ज्ञान केन्द्र में नि:शुल्क प्राचीन ब्राह्मी लिपि से लेकर आंग्ल उर्दू देवनागरी तक वैदिक से लेकर कम्प्यूटर तक का ज्ञान दिया जाता है।
अजय नाथ तिवारी से सभी अभिभावकों से आव्हान करते हुए कहा कि आप सभी लोग अपने बच्चों को अच्छे संस्कार ज्ञान देने हेतु प्रतिदिन 2घंटे या हर रविवार या माह में एक दिन भेज सकते हैं। उपस्थित बटुक विद्यार्थी- अमन, जयदीप, कुणाल, सुन्दर, आयुष, हर्षित, उज्जवल, पीयूष, आदर्श, सुर्यांस, शिवांश, लाला, प्रकाश आदि एवं आचार्य मिश्रा जी से सभी बालक तेज, बल, शौर्य, वीरता, बुद्धि, धर्म ज्ञान,विज्ञान की विद्या प्राप्त कर रहे हैं और शीघ्र ही बड़े ज्ञान शाला का स्वरूप प्रदान किया जाएगा दिया हर जनपद क्षेत्र में।
जगदलपुर, 6 जनवरी। कलेक्टर रजत बंसल ने धरमपुरा क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने धरमपुरा में निमार्णाधीन उद्यानिकी महाविद्यालय, कामकाजी महिलाओं के लिए बनाए जा रहे हॉस्टल और वृद्धाश्रम में किए जा रहे जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आगामी जगदलपुर प्रवास के दौरान उद्यानिकी महाविद्यालय के लोकार्पण की संभावनाओं को देखते हुए सभी निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने महाविद्यालय भवन के लोकार्पण के अवसर पर अधिक से अधिक किसानों को आमंत्रित कर प्रदर्शनी के माध्यम से लाभान्वित करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने कामकाजी महिलाओं के लिए बनाए जा रहे हॉस्टल में सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ बच्चों के मनोरंजन के लिए क्रीड़ास्थल बनाने तथा झुले लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही यहां वाहनों की पार्किंग के लिए भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। वृद्धाश्रम में पर्याप्त मात्रा में बैठक की व्यवस्था करने के साथ ही दीवारों में आकर्षक पेंटिंग करने के निर्देश भी दिए। यहां वृद्धाश्रम के पीछे रिक्त भूमि में साग-सब्जियों की खेती प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए, जिससे यहां रह रहे बुजुर्गों का आसानी से समय व्यतीत हो और उन्हें ताजी सब्जियां भी उपलब्ध हों। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दीपक झा, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, नगर निगम आयुक्त प्रेम पटेल, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ एचसी नंदा, उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ आरएस नेताम, प्राध्यापक डॉ केपी सिंह, डॉ रवि श्रेय, अनुराग केरकेट्टा, एमबी तिवारी, एसके सिकदर लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता राजीव बतरा सहित अधिकारी उपस्थित थे।
अब दो-तीन बार जोतने की जरूरत नहीं
जगदलपुर, 6 जनवरी। किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन दिलाने के लिए कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है और इसका लाभ भी किसानों को मिलने लगा है। इस कार्य में कृषि इंजीनियरिंग भी काफी सहयोगी साबित हुआ है। वर्तमान में कम लागत में अधिक उत्पादन के लिए स्थानीय गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय में हैप्पी सीडर मशीन लाया गया है। जिसमें भूमि को दो-तीन बार जोतने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। खेत में हल्की सी नमी रहने पर इसमें बीज डाला जा सकता है।
इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिक आशीष कुमार केरकेटा ने ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता को बताया कि जिन क्षेत्रों में हार्वेस्टर मशीन से फसल काटी जाती है वहां पर पैरा की लंबाई अधिक होती है यही कारण है कि पराली जलाने की घटना दिल्ली और हरियाणा पंजाब के किसानों द्वारा की जाती है इसे रोकने के लिए भी हैप्पी सीडर मशीन काफी उपयोगी है इसके माध्यम से जहां बीज का रोपण हो जाता है वही लंबे लंबे घाटों के ऊपर एक सतह बना लेते हैं और इससे खेत की नमी बनी रहती है जो बीज के अंकुरण में भी मदद पहुंचाता है। पहले किसानों को फसल काटने के बाद खेत की दो तीन बार जुताई करनी पड़ती थी लेकिन इस मशीन के उपयोग से दो बार की जुताई का खर्च भी बचेगा और किसान के लागत में कमी आएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 जनवरी। जिले में कृषि, वनोपज संग्रहण के अतिरिक्त किसान शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर आय के लिए स्व-रोजगार मूलक कार्यों में संलग्न हो रहे हैं।
जिले के विकासखंड दरभा के अंतर्गत ग्राम बडेकड़मा के 10 सदस्यीय पुरूष मछुआ समूह सुखराम बघेल के नेतृत्व 1.56 हेक्टेयर जरू तालाब में मछली पालन का कार्य कर रहे है। सुखराम बघेल ने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 10 आदिवासी पुरूषों का समूह बनाकर मछुआ समूह बडेकड़मा का गठन किया गया। समूह गठन से पूर्व समूह के सदस्यों द्वारा स्वयं के पास उपलब्ध भूमि में खेती-किसानी एवं वनोपज संग्रहण का कार्य करते थे। मत्स्य विभाग के अधिकारी से संपर्क होने पर मछली पालन से संबंधित जानकारी प्राप्त कर समूह के सदस्यों द्वारा ग्राम पंचायत में उपलब्ध तालाब को पट्टे पर लेकर मछली पालन का कार्य करने लगे।
मत्स्य विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 में जिला खनिज संस्थान न्यास निधि से मछली पालन के लिए प्रदर्शन इकाई स्थापना हेतु प्राप्त आवंटन के द्वारा उक्त समूह के माध्यम से प्रदर्शन इकाई का स्थापना किया गया था जिसमें उन्हें मत्स्य बीज, परिपूरक आहार, मत्स्याखेट उपकरण एवं आईस बाक्स प्रदाय किया गया है। समूह विभागीय तकनीकी मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण के द्वारा मछली पालन का कार्य कर रहे हैं।
समूह वैज्ञानिक तरीके से प्रयोग कर अधिक से अधिक मत्स्योत्पादन लेकर आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं। समूह बडेकड़मा द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 में दो लाख 89 हजार से अधिक राशि, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3 लाख 42 हजार 600 रूपए का मत्स्य उत्पादन कर बिक्री किए है। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2020-21 में दिसम्बर तक एक लाख 20 हजार रूपए की मछलियों का विक्रय किए। मछली पालन से प्राप्त आय से समूह के सदस्यों द्वारा अपने घरेलू उपयोग की वस्तुओं का क्रय किया गया है तथा मकानों की मरम्मत की गयी कुछ सदस्यों द्वारा पक्का मकान बनवाया गया है कुछ सदस्यों द्वारा आवश्यकता अनुसार मोटर सायकल क्रय किये है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 जनवरी। धूप-बरसात सहकर बड़े ही लाड़ प्यार से फसल की देखभाल करते हुए बड़ा करने के बाद उसे सही कीमत पर बेचने की खुशी किसानों के चेहरे पर अलग ही दिखती है। फसल की सही कीमत मिलने पर धूप-बरसात में दिन-दिन भर किए गए मेहनत की भरपाई हो जाती है। यह कहना है माड़पाल के किसान बलीराम का, जो 50 बोरों में भरकर अपना धान बेचने के लिए उपार्जन केन्द्र पहुंचे।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन से धान उत्पादक किसान काफी खुश हैं। धान की सही कीमत देने के साथ ही किसानों की सुविधा के लिए शासन द्वारा किए गए प्रयास भी दिखाई देते हैं। उन्होंने बताया कि धान खरीदी के लिए बारदाने उपलब्ध होने से धान विक्रय में आसानी हुई।
माड़पाल के ही उमाशंकर कुंवर ने भी माड़पाल उपार्जन केंद्र में 44.40 क्विटल मोटा धान का विक्रय की बात कही। किसानों ने धान खरीदी के लिए किए गए प्रबंध के लिए प्रशासन की प्रशंसा करते हुए बताया कि धान खरीदी की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए नियमित तौर पर उच्चाधिकारी भी यहां नियमित तौर पर आ रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सभी उपार्जन केंद्रों में बारदानों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए खाद्य विभाग के एक अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया। जो प्रतिदिन उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी से प्रारंभ होने से पहले बारदाना की आवश्यकता को पूरा करवाने के कार्य कर रहे है। इसके अलावा जिला सहकारी बैंक, विपणन संघ द्वारा केंद्रों से धान खरीदी, उठाव के साथ-साथ बारदानों की व्यवस्था का सतत निगरानी किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। गढ़चिरौली में बुधवार तडक़े एक आदिवासी नौजवान की नक्सल हत्या का मामला सामने आया है। गढ़चिरौली के भामरागढ़ पुलिस डिवीजन के कोठीटोला गांव में सुबह सशस्त्र नक्सलियों ने विनोद मंडावी नामक युवक की हत्या कर दी। बताया गया है कि गांव के बाहर सुबह युवक का शव खून से लथपथ मिला। वहीं मौके पर नक्सलियों ने पर्चा भी फेंका है।
मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने पुलिस का मुखबीर होने के आरोप में युवक की हत्या की है। जबकि पुलिस ने मृतक से किसी भी तरह के संबंध होने से साफ इन्कार किया है।
गढ़चिरौली एसपी अंकित गोयल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि नक्सलियों ने निर्दोष ग्रामीण की जान ली है। मामले की छानबीन की जा रही है। बताया जा रहा है कि नक्सल पर्चे में नक्सलियों ने लोगों से पुलिस से किसी भी तरह का संबंध नहीं रखने तथा सरकारी योजनाओं का बहिष्कार करने का आह्वान किया है।
बताया जा रहा है कि गांव में हुए इस हत्या की वारदात से दहशत की स्थिति है। कोठीटोला गांव में पूर्व में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच हिंसक वारदात हुई है। कुछ माह पहले नक्सलियों ने दो जवानों पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें एक जवान शहीद हुआ था। सूत्रों का कहना है कि नक्सलियों द्वारा टीसीओसी अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान के दौरान नक्सली मुखबिरों और जवानों पर नजर रखकर हमला करते हैं। घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। जिले में नक्सलियों के खिलाफ अदम्य साहस के बूते मुठभेड़ों में नक्सलियों को मारने वाले जवानों को पुलिस महकमे ने आउट-ऑफ-टर्न-प्रमोशन देकर उनका हौसला अफजाई किया है। करीब डेढ़ साल पहले शहीद सप्ताह के आखिरी दिन बाघनदी क्षेत्र के शेरपाल के जंगल में 3 अगस्त 2019 को दर्रेकसा दलम के 7 हार्डकोर नक्सली और गुजरे साल 8 मई 2020 को मानपुर के परदोनी जंगल में 4 नक्सलियों को मारने वाले 25 जवानों को उनके मौजूदा पद से पदोन्नति दी है। बताया जा रहा है कि 11 नक्सली दोनों मुठभेड़ में पुलिस के हाथों मारे गए थे। नक्सलियों को दोनों मुठभेड़ में जबर्दस्त नुकसान उठाना पड़ा था।
मिली जानकारी के अनुसार 3 अगस्त 2019 को बाघनदी क्षेत्र के ग्राम शेरपार काली पहाड़ी में हुए पुलिस माओवादी मारे गए थे। वहां जंगल से पुलिस ने एक नग एके-47, एक नग कार्बाईन, एक नग 303 रायफर, दो नग 315 बोर बंदूक, एक नग 12 बोर बंदूक एवं एक नग सिंगल शाट सहित एके-47 के 31 नग कारतूस, 3030 रायफल के 24 नग कारतूस, 315 बोर बंदूक के 40 नग कारतूस, 9 एमएम के 4 नग कारतूस, एक नग 50 किलो का कुकर आईईडी, सात नग पिट्ठू, एक नग मोटोरोला, वायरलेस सेट भारी मात्रा में नक्सल साहित्य, मेडिकल सामान एवं दैनिक उपयोग के सामान बरामद किया गया है। उक्त माओवादी के मारे जाने से एमएमसी जोन अंतर्गत जीआरबी डिवीजन के दर्रेकसा एरिया कमेटी एवं प्लाटून नंबर एक को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
वहीं 8 मई 2020 को मानपुर के ग्राम परदोनी जंगल में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में कुल 4 हार्डकोर माओवादी मारे गए थे तथा एके-47 रायफल एक नग, एसएलआ रायफल एक नग, सिंगल शाट 315 बोर दो नग, एके-47 कारतूस 25 नग, 315 बोर कारतूस 8 नग, 9 एमएम कारतूस 7 नग, एके-47 मैग्जिन दो नग, एसएलआर मैग्जिन दो नग, एसएलआर मैग्जिन एक, रेडियो पिट्ठू, सोलर प्लेट, दैनिक उपयोग के सामान, मेडिकल किट और 25840 रुपए भी बरामद किया गया। उक्त माओवादी के मारे जाने से डीकेएसजेडसी जोन अंतर्गत आरकेबी डिवीजन के मोहला-औंधी संयुक्त एरिया कमेटी को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
उपरोक्त दोनों घटनाओं में जिले में कार्यरत जिला पुलिस बल, डीआरजी एवं छसबल के अधिकारी जवानों द्वारा मौके पर अदम्य साहस सूझबूझ व सामंजस्य का उदाहरण पेश करते हुए बहादुरी एवं कार्यकुशलता का परिचय देते कुल 11 माओवादियों को मार गिराने एवं भारी मात्रा में आटोमेटिक हथियार एवं एम्युनेशन बरामद करने में सफलता मिली।
‘छत्तीसगढ़’ से खास चर्चा में गोधन योजना के साथ गौ आश्रम खोलने का दिया सुझाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। राजनांदगांव जिले के सुदूर अंबागढ़ चौकी कस्बे में कोविड-19 के तनाव से गुजर रहे लोगों को धार्मिक नजरिये से जीवन जीने की कला की सीख देने के लिए इन दिनों श्रीमद् भागवत कथा में भगवताचार्य विनोद गोस्वामी सांसारिक मूल्यों की समझ बढ़ाने के लिए गीता के उपदेशों को अपने जीवन में आत्मसात करने पर जोर दे रहे हैं। उनके वाणी में हाल में धर्म और कर्म के क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर आए बदलाव से जुड़ी प्रेरणायोग्य वचन सुनकर लोग अभिभूत हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में भगवताचार्य श्री गोस्वामी ने सामाजिक और धार्मिक मुद्दों को लेकर चर्चा की।
0 ऐसे समय में आप प्रवचन कर रहे हैं, जब मनुष्य का जीवन कोविड-19 के चलते संकट में है। धार्मिक रूप से इसके बचाव को लेकर आपका क्या संदेश है?
00 प्रकृति में आए बदलाव के चलते मनुष्य को कोरोनाकाल के दौर में संघर्ष करना पड़ रहा है। हर कुछ दशकों में वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल होती है। इंसान हमेशा कठिन दौर में ईश्वर के और नजदीक पहुंचता है। मैं मानता हूं कि धार्मिक नजरिये को अपनाकर इस संकट से उबरा जा सकता है, इसके लिए संयम और संघर्ष की आवश्यकता होती है।
0 भारतीय संस्कृति में धर्म की मौजूदा स्थिति को आप कैसा मानते हैं? क्या सनातन धर्म के अनुरूप हमारी संस्कृति अब भी अक्षुण्ण है?
00 भारतीय संस्कृति का गौरव काफी मजबूत रहा है। हमारी संस्कृति को दुनिया आत्मसात करती है। धर्म-कर्म की महत्ता अब भी हमारे बीच बरकरार है। समय-समय पर संस्कृति को लेकर नजरियों में जरूर फर्क हो सकता है, लेकिन उसकी पृष्ठभूमि हमेशा अक्षुण्ण रही है। सनातन धर्म के अनुरूप आज भी हमारी संस्कृति में पृथ्वी के सभी मौजूद तत्वों को धार्मिक रूप से महत्व मिलता है।
0 छत्तीसगढ़ सरकार की एक अहम योजना गोधन योजना को आप धर्म के कितने करीब मानते हैं? क्या यह योजना देश के दूसरे हिस्सों में भी लागू किया जा सकता है?
00 प्रदेश सरकार की इस योजना से राज्य के लोगों का मान बढ़ा है। केंद्र सरकार भी इस योजना से अभिभूत है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौसंरक्षण के साथ रोजगारमूलक सोंच के आधार पर गोधन योजना की शुरूआत की है। गायों की सुरक्षा और उनके संरक्षण को लेकर यह योजना बिल्कुल सटीक है। मैं मानता हूं कि देश के दूसरे राज्यों को भी इस योजना का आत्मसात करना चाहिए।
0 राजनीति से आप विमुख हो गए हैं, ऐसी क्या परिस्थिति बनी कि आपने अध्यात्म का रास्ता चुना?
00 मेरे पिताजी सदैव यह कहते थे कि व्यासपीठ पर बैठे कथावाचक के मुख से राजनीतिक संदेश नहीं निकलने चाहिए। ऐसे में भागवत कथा के श्रोता और भक्त संदेशों को लेकर निष्पक्ष होने को लेकर असमंजस्य की स्थिति में रहते हैं। हमेशा इस स्थिति से बचना चाहिए।
0 समूचे देश में धार्मिक भावनाओं के जरिये एक वर्ग विशेष में तनाव के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। धर्म एक रास्ता दिखाता है, फिर आपसी रिश्तों में कडुवाहट को बढ़ाने की मुहिम क्यों चल रही है?
00 हर धार्मिक आयोजनों में एकता और आपसी सौहद्र्र की सीख दी जाती है। मनुष्य को तनाव से हमेशा नुकसान हुआ है। धर्म का काम रास्ता दिखाना है। कथाओं और प्रवचनों में मिले ज्ञान में कहीं भी कडुवाहट और रिश्तों में तल्खी नहीं मिलती। देश में बन रही इस तरह की स्थिति को धैर्य के साथ सुलझाया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जनवरी। हाईकोर्ट प्रशासन ने संजय कुमार जायसवाल को रजिस्ट्रार विजिलेंस का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। वे इस समय रजिस्ट्रार निरीक्षण व जांच का कार्यभार संभाल रहे हैं। हाईकोर्ट में दीपक कुमार तिवारी के रजिस्ट्रार जनरल बनाने जाने के बाद रजिस्ट्रार विजिलेंस का पद खाली हो गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जनवरी। बार कौंसिल ऑफ इंडिया, बीसीआई ने स्टेट बार कौंसिल छत्तीसगढ़ द्वारा घोषित चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। इसे मुद्दे पर 15 जनवरी को स्टेट बार कौंसिल के साथ बीसीआई की बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होगी जिसमें शिकायतों के बारे में स्पष्टीकरण लिय जायेगा।
ज्ञात हो कि स्टेट बार कौंसिल का कार्यकाल एक साल पहले पूरा हो चुका था। प्रावधान है कि किसी अपरिहार्य कारण से कौंसिल का कार्यकाल केवल 6 माह के लिये बीसीआई से अनुमोदन लेकर बढ़ाया जा सकता है, लेकिन स्टेट बार कौंसिल ने कोरोना महामारी को कारण बताते हुए दो बार अपना कार्यकाल बढ़ा लिया। दूसरी बार कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर बीसीआई से शिकायत की गई थी। इस मुद्दे पर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है। इस विवाद के दौरान बीसीआई को स्टेट बार कौंसिल ने नई कार्यकारिणी के लिये एक निर्वाचन कार्यक्रम बनाया और और उसका अनुमोदन मांगा। बीसीआई ने इसका अनुमोदन नहीं किया और 15 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंस कर कई मुद्दों पर स्पष्टीकरण लेने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर 5 जनवरी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानक से अधिक पर्यावरण में प्रदूषण फैला रहे जामुल स्थित एसीसी सीमेंट कंपनी को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल दुर्ग द्वारा बंद कराया गया है ।
मंडल द्वारा जारी आदेश में निर्धारित मानक को प्राप्त करने पर ही पुनः कंपनी में उत्पादन शुरू किया जा सकेगा। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल दुर्ग की क्षेत्रीय अधिकारी डॉ अनीता सावंत ने बताया कि विगत दिनों कार्यालय से निरीक्षण के लिए मंडल की टीम एसीसी कंपनी गई हुई थी। इस टीम के द्वारा देखा गया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए एसीसी प्रबंधन द्वारा लगाए गए यंत्र बंद पड़े हुए हैं। रॉ मैटेरियल (कच्चा माल) भी जिस स्थिति में रखा गया था। उसके कारण भी प्रदूषण बढ़ने की संभावना बनी हुई थी। संयंत्र की चिमनी से निकलने वाले धुंआ के कारण भी पर्यावरण में प्रदूषण की मात्रा बढ़ रही थी। इसके अलावा प्रबंधन के भीतर साफ-सफाई का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है चौतरफा धूल बनी हुई है। संयंत्र प्रबंधन के द्वारा प्रदूषण नियंत्रित करने एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य भी नहीं किए जा रहे हैं वर्तमान स्थिति पर्यावरण नियंत्रण के लिए निर्धारित गाइडलाइन के ठीक विपरीत बनी हुई है ।इसके कारण मंडल द्वारा एसीसी प्रबंधन को उत्पादन बंद कर सभी मानकों के अनुसार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आदेशित किया गया है। प्रदूषण के लिए निर्धारित गाइडलाइन के तहत सुधार किए जाने के पश्चात ही पुनः प्लांट शुरू करने के लिए मंडल द्वारा अनुमति दी जाएगी।
गौरतलब हो की पर्यावरण संरक्षण मंडल दुर्ग के द्वारा 31 दिसंबर को एसीसी सीमेंट कंपनी जामुल को बंद करा दिया गया है इसके कारण विगत 5 दिनों से सीमेंट प्लांट बंद है। पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति को सुधारने के लिए एसीसी प्रबंधन के द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए संयंत्र के मुख्य गेट के पास से ही सड़क के दोनों और पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। ताकि गाइडलाइन का पालन किया जा सके। दूसरी ओर एसीसी सीमेंट प्लांट जामुल के मानव संसाधन विभाग के उप महाप्रबंधक अनिल सिंह से इस विषय में जानकारी लेने का प्रयास किया गया जिनके द्वारा दूरभाष पर अपना कोई भी अभिमत नहीं दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 जनवरी। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत होकर एक माह बीत चुके हैं। इस एक महीने में ही बहुत से धान खरीदी केंद्रों से कई प्रकार की शिकायतें सामने आई। कहीं बारदानों की कमी को लेकर तो कई तय मापदंड से ज्यादा लिए जाने को लेकर ग्रामीणों ने असंतोष जताया। और कई धान केंद्र ऐसे भी हैं जहां पर पिछले कई हफ्तों से धान की उठाव भी नहीं हो सकी है, जिसका गलत फायदा उठाकर धान केंद्र के प्रबंधक और प्रभारी सुकती के नाम पर प्रति बोरा से 800 से 900 ग्राम धान ज्यादा ले रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बस्तर ब्लाक के ग्राम पंचायत लामकेर और जनपद पंचायत जगदलपुर के ग्राम पंचायत माड़पाल व सेमरा के धान खरीदी केंद्र को लेकर कई प्रकार के अनियमितता का आरोप लगाते हुए किसानों ने बताया कि प्रशासन द्वारा तय मापदंडों को दरकिनार कर केंद्र में प्रबंधक व प्रभारी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं और किसानों से लगातार ज्यादा धान लिया जा रहा है। जिसको लेकर कई बार प्रभारी से शिकायत भी की गई लेकिन प्रभारी ने ध्यान नहीं दिया।
मिली जानकारी के अनुसार धान केंद्रों में 10,000 क्विंटल से ज्यादा के लगभग धान की खरीदी हो चुकी है। गौरतलब है कि प्रत्येक क्विंटल में से डेढ़ से दो किलो धान निकाला जा रहा है।
जब इस पूरे मामले में धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक श्री नायक से जानकारी लेनी चाही गई तो कहा कि धान केंद्र के प्रभारी भादूराम कश्यप है और कहा कि इस धान केंद्र से मेरा कोई भी लेना-देना नहीं है।
इस पूरे मामले में केंद्र प्रभारी भादूराम कश्यप से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि विगत एक महीने से धान का उठाव नहीं हो रहा है इसके कारण धान सूख रहा है, इसलिए सुकती के नाम पर ज्यादा लिया जा रहा है।
जब इस विषय में एसडीएम श्री मरकाम से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि पूरे तराजू मैनुअल है हल्का सा झुकती में किसान देता है अगर सुकती के नाम पर अधिक लिया जा रहा है तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए, परंतु मेरी जानकारी में ऐसा कोई भी लेम्स नहीं है मेरे द्वारा सब लेम्प्स का भ्रमण किया जाता है। यदि किसी खरीदी केंद्र में ऐसा किया जा रहा है तो उस पर जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
कोण्डागांव, 5 जनवरी। आम आदमी पार्टी कोण्डागांव के माध्यम से 9 जनवरी को आवाहित जनांदोलन कोण्डागांव से जगदलपुर तक विशाल पदयात्रा का समर्थन जय हिन्दूराष्ट्र मोर्चा के जिला संयोजक हेमंत कौशिक करेंगे।
जय हिन्दूराष्ट्र मोर्चा के जिला संयोजक हेमंत कौशिक ने जारी बयान में कहा, वर्तमान में आंदोलन कोण्डागांव के भ्रष्ट तंत्र के विरुद्ध किया है। इसी आंदोलन की शुरुवात हमने 2018 में किया था। जय हिन्दूराष्ट्र मोर्चा के बैनर तले जो कि हमारे नेता पूर्व प्रदेश संयोजक बजरंग दल डॉ. आशुतोष पांडे व वर्तमान सह संयोजक प्रदेश द्वारा स्थापित संगठन 40 दिनों तक लगातार कोण्डागांव जिला आंदोलनरत रहा। इसमें कोण्डागांव जिला मुख्यालय बंद से लेकर फरसगांव और केशकाल तक बंद हुआ। परंतु आज तक उस घोटाले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसमें हमने देश की सर्वोच्च सत्ता से लेकर कमिश्नर बस्तर तक ज्ञापन दिया। उन मांगों को लेकर पुन: आंदोलन किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 5 जनवरी। नव वर्ष के उपलक्ष्य पर कोण्डागांव के धनकुल रिसोर्ट के सामने 5 जनवरी को ब्लॉक स्तरीय कांग्रेस मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मिलन समारोह में मुख्य रूप से कोण्डागांव के विधायक व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप और छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमई नायक मुख्य रूप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी से संबंधित चर्चाएं भी की गई। इस अवसर पर विधायक व छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने नवबर्ष की बधाई सभी कार्यकताओं को दी व उनके उज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री रवि घोष, जिला प्रभारी यशवर्धन राव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कैलाश पोयाम, प्रदेश सचिव मनीष श्रीवास्तब सहित कोण्डागांव ब्लाक ग्रामीण व शहर के बूथ सेक्टर जोन के प्रभारी व कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित रहे।
राजीव कांग्रेस भवन निर्माण कार्य का पीसीसी अध्यक्ष ने लिया जायजा
कोण्डागांव के चिकलपुट्टी से बड़ेकनेरा बायपास मार्ग पर कांग्रेस राजीव भवन का निर्माण किया जा रहा हैं। जिसका 5 जनवरी को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम ने जायजा लिया। भवन निर्माण स्थल पर पहुंचकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सितंबर माह तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।