छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 5 मार्च। माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल रायपुर द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ पर्यटन स्थलों की जानकारी ब्रोशर के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। यहां पर लोगों को छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों की ब्रोशर एवं पोस्टर वितरण भी कर रहे है ताकि दर्शनार्थियों को पर्यटन स्थल के जानकारी हो सके।
विभाग के कर्मचारी दिनेश जांगड़े पर्यटन अधिकारी गुरू घासीदास संग्रहालय, रूपेश साहू पर्यटक सूचना केन्द्र रेलवे रायपुर, ओम नारायण पाठक कम्प्यूटर ऑपरेटर रायपुर ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को पर्यटन विभाग की जानकारी प्रदान करना है। यहां हम विभिन्न पोस्टर, बैनरों के माध्यम से लोगों की शंकाओं का समाधान करते हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार हमने छत्तीगढ़ में राम वनगमन पथ का चिन्हांकन किया है जिसमें प्रमुख रूप से सीतामढ़ी हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंद्रखुरी, राजिम, सिहावा, जगदलपुर, रामाराम है। अब तक हमने लगभग 600-700 लोगों को इस योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी दिये है।
छत्तीसगढ़ दर्शन योजना में कम दर में लोगों को विभिन्न स्थानों में घुमाया जाता है और ठहरने के लिए होटलों की बुकिंग पहले से करायी जाती है ऐसे लोग जो शिक्षित नहीं है और सरकार की योजनाओं का लाभ लेना चाहते हंै। उन्हें पोस्टर, बैनर और मानचित्र के द्वारा जानकारी देते हंै। राज्योत्सव में भी हम अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ मिलें, इसलिए एलईडी स्क्रीन के द्वारा एवं पर्यटन विभाग की डोम बनाकर जानकारी देते हंै।
कोरबा से 35 कि.मी. दूर सतरेंगा में बोर्ड क्लब खुला है जहां मिनीमाता बांगों बांध में मोटर बाइक लांच किये है जिसमें चलते हुए भी लंच की सुविधा है और यहां विश्रामकक्ष की व्यवस्था है जिसमें 10 प्रतिशत छूट दिया जाता है।
पर्यटन विभाग के कर्मचारियों ने बताया यदि आप किसी पर्यटन स्थल का जाना या जानकारी लेना इसके लिए आप टोल फ्री नंबर 18001026415 जो प्रात: 8 बजे संध्या 8 तक जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के वेबसाईट में भी जानकारी लेकर बुकिंग की सुविधा भी प्राप्त की जा सकती है।
महासमुन्द, 6 मार्च। शुक्रवार को नगर पालिका के अध्यक्ष सभाकक्ष में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शहरी सीमा अंतर्गत कुष्ठ जांच, खोज एवं उपचार के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में रायपुर से आये डॉ.वी.पी.सिंग व उनकी टीम ने कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को शहर के सभी वार्डो में 6 से 20 मार्च तक चलाये जाने वाले जांच, खोज एवं उपचार कार्यक्रम की जानकारी दी।
श्री चन्द्राकर ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की बात जब आती है तो छ.ग. में ही नहीं अपितु भारत में भी महासमुन्द एवं रायगढ जिला का नाम पहले क्रम में आता है। पालिका अध्यक्ष ने शहरी क्षेत्र के समस्त नागरिकों से अपील की कि 6 मार्च से 20 मार्च 2021 तक चलाये जाने वाले जांच खोज अभियान में स्वास्थ्य विभाग टीम का खुलकर अपनी समस्या बताए।
इस अवसर पर नपा उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार चन्द्राकर, पार्षद संदीपघोष, देवीचंद राठी, महेन्द्र जैन, बड़ेमुन्ना देवार, राजेश नेताम, जगत महानंद, हाफिज कुरैशी, गोलू मदनकार, स्वास्थ्य विभाग से डॉ वी.पी.सिंग, लोकनाथ चन्द्राकर, दुर्गेश चन्द्राकर, टेकेश्वर शुक्ला, बी.एल.साव सहित नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारी काफी संख्या में उपस्थित थे।
मैन ऑफ द मैच सचिन ध्रुव, मैन ऑफ द सिरिज राजेश देवांगन, बेस्ट बल्लेबाज का खिताब संदीप को
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम केशवा में केपीएल क्रिकेट प्रतिस्पर्धा का समापन मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिनिधि लोकेश चन्द्राकर सभापति दिग्विजय साहू दिग्गी एवं युवा नेता वेंकटेश चन्द्राकर की उपस्थिति में हुआ।
केपीएल टूर्नामेंट में फाइनल मैच केशवा व महासमुन्द के बीच खेला गया जिसमें महासमुन्द की टीम ने प्रथम स्थान में अपना नाम दर्ज कराते हुए शील्ड के साथ 7001 रुपये नगद पुरस्कार जीता। द्वितीय इनाम टीम केशवा ने शील्ड के साथ 4001 रुपये नगद हासिल किया। तृतीय इनाम टीम खट्टी की टीम रही। उन्हें 2501 रुपए के साथ शील्ड भेंट की गई। मैन ऑफ द मैच सचिन ध्रुव महासमुन्द, मैन ऑफ द सिरिज राजेश देवांगन ग्राम खट्टी, बेस्ट बॉलर संदीप को मिला। फाइनल मैच में टॉस जीतकर केशवा ने पहली बेटिंग की। जिसमें 53 रन का स्कोर रहा। वहीं टीम महासमुन्द ने अपना खाता खोलते ही छक्कों के साथ 55 रन बनाया। स्पर्धा में मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिनिधि लोकेश चन्द्राकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि खिलाड़ी हमेशा अपने देश व प्रदेश के साथ अपने जिले का नाम रोशन करते रहें।
महासमुन्द, 6 मार्च। गरीबी, आर्थिक तंगी के बावजूद पाई-पाई जोडक़र अपना मकान टैक्स जमा करने वाली वार्ड नं. 22 निवासी चंद्रभागा बाघ का नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर एवं सीएमओ ने पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया।
श्रीमती बाघ का पिछले 5 वर्षों का मकान टैक्स बकाया था। वह अकेली बहुत गरीबी से जीवन यापन करती है। इसके बाद भी उन्होंने धीरे-धीरे राशि एकात्रित कर पिछले बकाया सहित चालू वर्ष 2021-22 का करीब 7 हजार रुपये मकान टैक्स नगर पालिका में जमा किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। स्थानीय मिनी स्टेडियम में 20वीं राज्य स्तरीय जुनियर बॉल बैडमिंटन बालक व बालिका प्रतियोगिता का आयोजन 7 मार्च 2021 को आयोजित किया जाना है। अत: नपा अध्यक्ष ने आरंग नगर पालिका से स्काई लिफ्ट मंगवा कर तत्काल 12 नग 200 वाट की एल ई डी लाइट लगाकर ग्राउंड में लगवाई है।
इस अवसर पर सभापति संदीप घेाष, संतोष वर्मा, गोलू मदनकार,महेंद्र जैन, महेंद्र सिक्का, बड़े मुन्ना, विद्युत प्रभारी सीताराम तेलक,खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे, जिला बॉल बैडमिंटन संघ के पदाधकारियों व वरिष्ठ खिलाड़ी गौरव भारद्वाज, विनय भारद्वाज,प्रभात सेठ, भूषण साहू, निलेश पांडेय उपस्थित थे।
पिछले राज्य स्तरीय सब जूनियर प्रतियोगिता में खिलाडि़य़ों ने लाइट की कमी महसूस की थी। इसके बाद बॉल बैडमिंटन के खिलाड़ी व सचिव अंकित लूनिया ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर से एलईडी लाईट की मांग की थी। उनकी मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष ने आगामी समय में आयोजित प्रतियोगिता तक लाइट की पूर्ति करने की घोषणा की थी।
बलौदाबाजार, 6 मार्च। जिला मुख्यालय में नवोदित खिलाडिय़ों के पास अभ्यास के लिए भी मैदान नहीं बचा हुआ है। शहर के मैदान का उपयोग क्राफ्ट मीना बाजार एवं सामाजिक राजनीतिक धार्मिक आयोजन के लिए किया जा रहा है, वहीं खेल मैदान के लिए विख्यात पंडित चक्रपाणि शुक्ला हाई सेकेंडरी स्कूल के मैदान में हेलीपैड का निर्माण कराया दिए जाने से यहां खिलाडिय़ों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है।
विदित हो कि जिला मुख्यालय में खेल मैदान केआरक्षण की मांग खेल प्रेमियों द्वारा वर्षों से की जा रही है, परंतु जनप्रतिनिधियों की उदासीनता व प्रशासन की अदूरदर्शिता के चलते जिला मुख्यालय के मुख्य खेल मैदानों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है।
शहर के हृदय स्थल दशहरा मैदान जो कभी विभिन्न खेलों का आयोजन स्थल व करता था, इसके आसपास विभिन्न निर्माण कार्य होने तथा वाहनों का पार्किंग स्थल होने के चलते यहां सिर्फ छोटे आयोजन खेल संबंधित हो सकते हैं, वहीं राज्य के प्रमुख मैदानों में शुमार पंडित चक्रपाणि शुक्ला हायर सेकेंडरी स्कूल के खेल मैदान प्रशासन द्वारा हेलीपैड का निर्माण कराने के अलावा यहां राष्ट्रीय पर्व पर परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के नाम पर मैदान में मुरम डलवा दिया गया इसके चलते यह मैदान खिलाडिय़ों के लिए पिछले कुछ वर्षों से अनुपयोगी साबित हो रहा है। इसके चलते उक्त दोनों मैदानों को लेकर खेल प्रेमियों के चिंता व्यक्त है।
जनप्रतिनिधि, ग्रामीणों और स्कूली छात्रों को वितरित की गई प्रचार सामग्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 6 मार्च । राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों पर आधारित विकास फोटो प्रदर्शनी सह-सूचना शिविर का आयोजन सुकमा जिले में शुक्रवार से शुरू हो गया है। जनसम्पर्क विभाग द्वारा शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं लाभकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से विभिन्न ग्रामों में शिविर आयोजित किया जा रहा है।
विकासखण्ड छिंदगढ़ के ग्राम पंचायत कुकानार में साप्ताहिक हाट-बाजार के अवसर पर शिविर आयोजित किया गया। हाट बाजार में ग्राम कुकानार एवं आसपास के गांव बोदारास, कुंदनपाल, डब्बा, पेदारास, टांगारास, कुन्ना, डोलेरास, पुसगुन्ना से बड़ी संख्या में ग्रामीण बाज़ार आते हैं। जनप्रतिनिधि, ग्रामीणों सहित स्कूली छात्रों ने भी शिविर स्थल तक आकर विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी ली और जनसंपर्क विभाग के प्रचार सामग्रियों का अवलोकन किया।
स्कूली छात्रों को खूब पसंद आयी जनमन और संबल
ग्राम कुकानार में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समीप आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर में शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं को विभिन्न छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित की गई। आयोजित शिविर में शासकीय योजनाओं से संबंधित प्रचार पुस्तिका जनमन, संबल एवं किसान गाईड का नि:शुल्क वितरण भी किया गया। जिसे स्कूली छात्रों ने खूब पसंद किया।
कक्षा दसवीं में अध्ययनरत कामदेव नाग को मासिक पत्रिका जनमन बहुत पसंद आई और कक्षा 11वीं के छात्र अजय सोढ़ी ने संबल पुस्तिका को परीक्षा की तैयारियों के लिए बहुत सहयोगी बताया। ग्राम पंचायत कुकानार की सरपंच मंगलदई नाग ने जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित विकास फोटो प्रदर्शनी सह सूचना शिविर की सराहना करते हुए कहा कि इस शिविर के माध्यम से समस्त ग्रामीणों को शासन के द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल रही है। वहीं उपसरपंच मुकुंददास मानिकपुरी ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को शिक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य और कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए लाभकारी है।
शिविर में छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, आदर्श गौठान, बिजली बिल हाफ योजना, मनरेगा, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, राम वन गमन पथ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पीडीएस, कृषि विभाग के विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। जनसंपर्क विभाग द्वारा आगामी दिवसों में भी जिले के विभिन्न ग्राम में छायाचित्र प्रदर्शनी सह सूचना शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पाकेला, गुम्मा, दोरनापाल, पोलमपल्ली, छिंदगढ़, कोंटा, केरलापाल, लेदा और गादीरास में शिविर का आयोजन होगा।
तीसरे चरण के वैक्सीनेशन में महासमुन्द प्रदेश में तीसरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। 1 मार्च से शुरू हुए वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तीसरे चरण में महासमुन्द जिला प्रदेशभर में तीसरे स्थान पर है। जिले में पिछले पांच दिनों में पांच हजार बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिले के सभी टीकाकरण केंद्र में बड़ी संख्या में बुजुर्ग पहुंचकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग बुजुर्गों का ध्यान भी रख रहा है। यही कारण है कि वैक्सीनेशन के मामले में महासमुन्द ने प्रदेश में अच्छी रैंक हासिल की है। जानकारी के अनुसार वैक्सीनेशन के मामले में पहले स्थान पर रायगढ़ व दूसरे स्थान पर दुर्ग जिला है।
महासमुन्द जिले में वैक्सीनेशन के लिए केंद्र पहुंचने वाले बुजुर्गों की परेशानियों को देखते हुए अब आधार कार्ड मिलान के नियम को शिथिल किया गया है। अब टीकाकरण केंद्र में सामान्य रजिस्ट्रेशन के साथ ही बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
ज्ञात हो कि शुरुआती दिनों में आधार कार्ड से नम्बर के लिंक नहीं होने के कारण बुुजुर्गों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसके चलते कई बार बुजुर्गों को वापस जाना पड़ता था और दूसरी आईडी लेकर फिर से केंद्र पहुंचना पड़ता था। कई बार तो बुजुर्ग वापस ही नहीं आते थे। यही कारण है कि अब इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया है, ताकि बुजुर्गों को सहूलियत मिले। इसके तहत अब पोर्टल पर सामान्य रजिस्ट्रेशन करके लोगों को टीका लगाया जा रहा है ताकि लोगों को परेशानी न हो।
बीते 1 मार्च से शुरू हुए तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान में अब बुजुर्गों में उत्साह नजर आने लगा है। इसका नजारा वैक्सीनेशन सेंटर में देखा जा सकता है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय के जीएनएम नर्सिंग सेंटर के वैक्सीनेशन सेंटर में बड़ी संख्या में बुजुर्ग पहुंचकर टीका लगवाने पहुंचे थे। यहां सुबह 10.50 तक 100 से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका था।
हालांकि रजिस्ट्रेशन पोर्टल के सर्वर स्लो होने के कारण इसकी रफ्तार में थोड़ी कमी भी आई थी टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने आ रहे लोगों का पूरा ब्यौरा रजिस्टर में रखा जा रहा है। केंद्र में मितानिन तैनात हैं, जो पोर्टल में रजिस्ट्रेशन से पहले मैनुवल पंजीकरण कर रही हैं। वहीं टीका लगवाने के बाद निश्चित समय तक लोगों को ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाया जा रहा है।
जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग और 60 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 4930 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता और उप टीकाकरण अधिकारी डॉ मुकुंद राव घोड़ेसवार कहते हैं कि जिले में अब तक 4930 लोगों को तीसरे चरण में टीका लगाया जा चुका है। शुक्रवार को जिले के सीएचसी, जिला अस्पताल और जीएमएम सेंटर में कुल 1046 लोगों को टीका लगाया गया। जिसमें 165 लोग 45 से 59 वर्ष के अधिक बीमार शामिल थे। वहीं 881 लोग 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के थे।
डॉ. अरविंद गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को रूटीन टीकाकरण का दिन होता है। इसलिए मंगलवार और शुक्रवार को जिले के सीएचसी, जिला अस्पताल व जीएनएम सेंटर में टीकाकरण हुआ। उन्होंने बताया कि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों व और दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन का दूसरा डोज देने में हमारा जिला चौथे स्थान पर है। महासमुन्द जिले में 8481 लोगों को टीके का दूसरा डोज लगाया जाना है। 3 मार्च तक 3364 लोगों को टीके का दूसरा डोज लगाया जा चुका है।
बलौदाबाजार, 6 मार्च। जिले में जन्म-मृत्यु के ऑनलाइन पंजीयन हेतु गहन प्रशिक्षण कराया गया । जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी सुमीत कुमार मेरावी ने बताया की आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय, छत्तीसगढ़ द्वारा जन्म-मृत्यु के ऑनलाइन पंजीयन हेतु राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कराया गया था । उक्त प्रशिक्षण के उपरांत जिले में जन्म एवं मृत्यु के पंजीयन को मिशन मोड में क्रियान्वित करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए 22 फरवरी से शुरू कर लगातार दो हफ्तों तक प्रत्येक विकासखंड को 4 क्लस्टर्स मे बाँट कर प्रशिक्षण प्रदान किया गया । इसमें प्रतिदिन हर क्लस्टर के ग्राम पंचायत सचिवो तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया ।
प्रशिक्षण में जिले में स्थित कुल 903 पंजीयन इकाइयों के पंजीयक शामिल हुए ।
श्री मेरावी ने बताया कि ऑनलाइन पंजीयन से डुप्लीकेसी की संभावनाओं को कम किया जा सकता है तथा क्यूआर कोड की सुविधा से ऑन स्पॉट वेरिफिकेशन भी किया जा सकता है। उन्होंने सभी पंजीयकों तथा आमजन से निवेदन किया है कि वे सभी ऑनलाइन माध्यम से ही जन्म-मृत्यु का पंजीयन कराएं एवं असावधानी से बचे। प्रशिक्षण में योगेन्द्र कँवर, हेमलाल देवांगन, हरबंश कोशले, लक्ष्मी मंडावी तथा देवेन्द्र श्रीवास प्रशिक्षक थे।
दुर्ग, 6 मार्च। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की पुष्पा वैध (जयपुर) एवं सारिता बारलौट राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ने जल परिसर में सरोज पाण्डेय से सौजन्य भेंटकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, अन्न बचाओ पानी बचाओ, पेड़ बचाओ पर्यावरण बचाओ एवं नशामुक्त सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की एवं तेरापंथ समाज के आचार्य महाश्रवण की चतुर्थ मास में आने हेतु भीलवाड़ा शहर में आमंत्रित किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 6 मार्च। गुरुवार को जिला सहकारी संघ मर्यादित धमतरी के द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति सेमरा में एक दिवसीय सहकारी संगोष्ठी का आयोजन किया गया है, जिसमें प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति, मछुवारा सहकारी समिति, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के अध्यक्ष, संचालक गण, अन्य सदस्यों के साथ ही समिति के कर्मचारियों तथा जनपद पंचायत के सदस्य हुमेन्द रिंकु गजेन्द्र, सरपंच जानकी साहू उपस्थित रहीं।
जिला सहकारी संघ मर्यादित धमतरी के अध्यक्ष प्रवीण चंद्राकर ने जिला सहकारी संघ मर्यादित धमतरी के गठन का उद्देश्य बताया कि जिला में कार्यरत सभी सहकारी समिति के उत्थान के लिए यह समिति कार्य करती है, किसी भी समस्या के समाधान हेतु आप सभी सहकारी समितियों के सदस्यों के साथ बैठक कर हल निकालने का प्रयास किया जाता है, स्थानीय स्तर पर समाधान नहीं निकलने पर सक्षम अधिकारियों से बात करने एवं वहां पर भी हल नहीं निकला तो सक्षम न्यायालय में याचिका दायर करने का प्रयास किया जाता है। सहकारिता आंदोलन का मूल उद्देश्य है कि सहकारी समितियों के सदस्यों को आर्थिक रूप से अधिक लाभ हेतु सक्षम करना है।
सहकारिता के माध्यम से समाज में समानता आती है, न कोई छोटा न कोई बड़ा होता है, न ही धर्म,जाति, क्षेत्र, भाषा, उम्र में कोई भेद होता है। सभी को उन्नति हेतु समान अवसर मिलता है अनेक अक्षम और कमजोर व्यक्ति, मिल कर कोई भी बड़ा कार्य कर सकते हैं, और अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सहकारिता एक जीवन पद्धति है जो अति प्राचीन काल से भारतीय जनता में शामिल है इसका उदाहरण संयुक्त परिवार है। महात्मा गांधी ने भी पंचायती राज तथा सहकारिता पर बल दिया है। पूंजीवाद के विरुद्ध संघर्ष का माध्यम सहकारिता ही है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हुमेन्द रिंकु गजेन्द्र जनपद सदस्य ने कहा कि कृषक गण सहकारी समिति में अपने धान विक्रय करने हेतु गोदाम, चबूतरा निर्माण तथा मछुवारा समिति के लिए तालाब आबंटन, मछली पालन, विक्रय के मामले में शासन तथा पंचायत विभाग द्वारा सहयोग का आश्वासन दिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्ष जानकी साहू सरपंच ग्राम पंचायत सेमरा ने सहकारी समितियों को मजबूत बनाने के लिए ग्रामपंचायत द्वारा हमेशा सहयोग प्रदान करने के बारे में भरोसा दिलाया।
अंत में कार्यक्रम के समापन पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति सेमरा के अध्यक्ष श्री पन्नालाल ने सहकारी संगोष्ठी में शामिल सभी सहकारी समितियों के सदस्यों का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम में अतिथियों के अलावा प्रमुख रूप से पैक्स के संचालक एवं कर्मचारी गण, उपाध्यक्ष जत्ताबाई, छबिलाल साहू, जिवराखन लाल सिन्हा, खारुन नदी मछुवारा सहकारी समिति के भीखम,लोकेश, घनश्याम, दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति से डोरीलाल साहू, मुरली राम सिन्हा आदि सहकारी बंधुओं की उपस्थिति रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 मार्च। कार्यपालक निदेशक संजय पटेल ने दुर्ग क्षेत्र के शहर वृत्त एवं वृत्त के अधीक्षण अभियंताओं तथा सभी आठ संभागों के कार्यपालन अभियंताओं, सहायक अभियंताओं एवं कनिष्ठ अभियंताओं की बैठक लेकर राजस्व वसूली के सबंध में संभागवार समीक्षा की एवं सभी श्रेणी के बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कटे हुए लाइन को अनाधिकृत रूप से जोडऩे वाले उपभोक्ताओं पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कार्यपालक निदेशक संजय पटेल ने घरेलू उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि यथासमय बिजली बिल का भुगतान कर 400 यूनिट तक की बिजली खपत पर हाफ रेट बिजली बिल योजना का फायदा उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ बकाया शेष नहीं रहने पर ही मिलता है। श्री पटेल ने कहा कि यथासमय बिजली बिलों का भुगतान करके विद्युत विच्छेदन एवं अतिरिक्त प्रभार के भुगतान जैसी परेशानियों से भी उपभोक्ता बच सकते हैं। बिजली बिल का भुगतान कंपनी द्वारा दी गई ऑनलाइन सुविधाओं का उपयोग कर घर बैठे भी किया जा सकता है।
उपभोक्ता मोर बिजली एप एवं अन्य ऑनलाइन माध्यमों से भी घर बैठे विद्युत देयकों का भुगतान कर सकते हैं। बैठक में अधीक्षण अभियंता एस.आर. बांधे, ए.के. गौराहा एवं एच.के. मेश्राम सहित सभी संभागों के कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता उपस्थित हुए।
लोगों को दांतों की समस्या से मिलेगी राहत-धनेन्द्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 6 मार्च। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरा नवापारा स्वास्थ्य के क्षेत्र मे सफलता के एक और कदम की ओर आगे बढ़ा। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डेंटल सर्जन की नियुक्ति हो गई है और नया डेंटल चेयर भी आ गया है। जिससे अब नवापारा शहरवासियों को दाँत के इलाज के लिए भी किसी निजी अस्पताल का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।
शुक्रवार को नये डेंटल चेयर का शुभारंभ अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू द्वारा फीता काटकर किया गया साथ ही इस मशीन से विधायक धनेंद्र साहू ने डेंटल सर्जन डॉ. प्रज्ञा लोधी बिल्लौने के हाथों अपने दांतों का इलाज भी करवाया।
इस अवसर पर विधायक श्री साहू ने कहा कि यह नवापारावासियों के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है। यहाँ नये डेंटल चेयर सहित डेंटल सर्जन की नियुक्ति भी हो गई है। जल्द ही इससे जुड़ी अन्य संसाधनों के आने के पश्चात यह आम लोगों के लिए भी प्रारम्भ हो जायेगा। जिससे काफी हद तक नवापारा सहित क्षेत्र की जनता को दांतों की समस्या से राहत मिलेगा।
पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी ने भी इसे नगरवासियों के स्वास्थ्य हित के लिए काफी शुभदिन बताया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरा नवापारा में विधायक के आशीर्वाद से निरंतर सुविधाओं का विस्तार हो रहा है जिसके लिए उनकी पूरी टीम उनका सदैव आभारी रहेगा।
इस दौरान विधायक धनेंद्र साहू के साथ पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी, उपाध्यक्ष चतुर सिंह, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष सरदार जीत सिंग, जगत, नवापारा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सौरभ शर्मा, रायपुर जिला ग्रामीण सचिव रामा यादव, सभापति व पार्षद मंगराज सोनकर, एल्डरमेन शाहिद रजा, राजा चावला, रामरतन निषाद, मेघनाथ साहू, सोहन देवांगन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. एके शर्मा, डॉ. प्रज्ञा लोधी बिल्लौने, प्रदीप यदु, डॉ. कुलदीप, महेंद्र सहित बड़ी संख्या में अस्पताल के कर्मचारी व विधायक समर्थक उपस्थित थे।
डॉ. प्रज्ञा लोधी बिल्लौने करेंगी इलाज
नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी की निगाहें बनी रहती है, जिसके चलते लम्बे समय से इस अस्पताल में दाँत से जुड़े इलाज की मांग चल रही थी लिहाजा डेंटल सर्जन डॉ.बिल्लौने के आने के बाद यह कमी पूरी हो गई, हुए डेंटल चेयर का शुभारंभ भी हो गया। ज्ञात हो की उक्त डेंटल चेयर सीजीएमएससी के द्वारा अस्पताल प्रबंधन व जनप्रतिनिधियों की मांग पर भेजी गई है।
जिसकी अनुमानित लागत 2 लाख के ऊपर है।
गरियाबंद, 6 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नवीन पंजीकृत मतदाताओं द्वारा 15 मार्च तक ई-ईपिक डाउनलोड सुनिश्चित कराया जाना है। आयोग के मंशानुसार कार्यक्रम के सफल निष्पादन हेतु जिले के प्रत्येक विधानसभा में निर्धारित स्थलों/मतदान केन्द्रों पर व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ 6 एवं 7 मार्च को दो दिवसीय शिविर आयोजित किया जाएगा।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी जे.आर. चौरसिया ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गरियाबंद/देवभोग तथा तहसीलदार एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी गरियाबंद, राजिम, छुरा, मैनपुर एवं देवभोग को 6 एवं 7 मार्च को नवीन पंजीकृत मतदाताओं द्वारा ई-ईपिक डाउनलोड सुनिश्चित कराने शिविर आयोजित करने तथा शिविर के अतिरिक्त अन्य दिनों में बी.एल.ओ. के माध्यम से नवीन पंजीकृत मतदाताओं को ई-ईपिक प्राप्त करने में सहयोग करने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने निर्देशित किया है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को नवीन मतदाताओं द्वारा ई-ईपिक डाउनलोड के संबंध में कार्यवाही 15 मार्च तक पूर्ण कर शिविर तथा बी.एल.ओ. के माध्यम से प्राप्त उपलब्धियों आंकड़ों सहित पृथक-पृथक जानकारी 16 मार्च 2021 तक आवश्यक रूप से जिला निर्वाचन कार्यालय को प्रेषित करने निर्देशित किया है।
प्लान बनाकर कार्य करने के दिए निर्देश
दुर्ग, 6 मार्च। आयुक्त हरेश मंडावी ने 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट का निरीक्षण कर अमृत मिशन के कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने वाटर सप्लाई सिस्टम, पानी फिल्टर सेक्शन का भ्रमण कर अमृत मिशन कार्यों की समीक्षा की। उन्होनें अमृत मिशन योजना के बचे शेष कार्यों को 31 मार्च तक पूरा करने कहा. इसके लिए उन्होनें साप्ताहिक प्लान बनाकर कार्य को पूरा करने निर्देश दिए। इस दौरान कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, उपअभियंता भीमराव, एजेंसी के मनोज सिंह, पीडीएमसी के विजेन्द्र सिंह व अन्य उपस्थित थे। नगर निगम में अमृत मिशन योजना के तहत इंटरकनेक्शन, रेनावेशन पाइप लाईन का कार्य जिस वार्ड में पूरा हो गया है वहां टेस्टिंग कर उसे चालू करें। इसके अलावा योजना के जो कार्य बचे हैं उसे 31 मार्च तक अवश्य पूर्ण करें।
प्लान कर कार्य को पूरा करें
अमृत मिशन योजना में कार्य करने वाले अधिकारियों ने आयुक्त श्री मंडावी को योजना के तहत बचे कार्यों से अवगत कराया। आयुक्त ने कहा बचे कार्यों के लिए साप्ताहिक प्लान करें, जैसे अमुक कार्य को इस सप्ताह पूरा कर सकते हैं, उसे पाइंट आउट करें। इसी तरह से प्रत्येक वार्डों के कार्यों के लिए साप्ताहिक प्लान बनाकर कार्य को जल्द पूर्ण करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 मार्च। दुर्ग भिलाई पालक संघ अध्यक्ष नासिर खोखर ने कहा 15 मार्च से शुरू हो रहे शिक्षा के अधिकार के ऑनलाइन पंजीयन का दुर्ग भिलाई पालक संघ प्रचार प्रसार करेगा और दुर्ग भिलाई के जिन स्कूलों में पिछले वर्ष सीटें खाली रह गई थी या जिन स्कूलों में आरटीई के तहत कम प्रवेश हुआ है। ऐसे स्कूलों के आसपास के पिछड़े क्षेत्र में बीपीएल परिवार व गरीब परिवार के बच्चों को आरटीई के तहत प्रवेश दिलाने के लिए उन क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करेगा व कैंप लगाकर बीपीएल परिवार के बच्चों ऑनलाइन पंजीयन करवाएंगे।
पिछले वर्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आरटीई के तहत कक्षा नर्सरी से आठवीं तक नि:शुल्क छात्रों को कक्षा बारहवीं तक नि:शुल्क करने की घोषणा की, जिससे प्रदेश के लाखों बीपीएल परिवार के पालकों व छात्रों को लाभ मिला। कक्षा बारहवीं तक के नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधान केवल छत्तीसगढ़ प्रदेश में है जिसके लिए पालकों ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का व कांग्रेस की सरकार का आभार जताया।
2011 से दुर्ग-भिलाई पालक संघ के लगातार प्रचार प्रसार से प्रदेश में अब तक शिक्षा के अधिकार आरटीई में सर्वाधिक प्रवेश देने के लिए दुर्ग जिला हमेशा आगे रहा है। इस वर्ष भी दुर्ग-भिलाई पालक संघ आरटीई के तहत सभी निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत आरक्षित सीटों में बीपीएल परिवार के बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए प्रचार प्रसार करेगा और पिछड़े क्षेत्रों में कैंप लगाकर ऑनलाइन पंजीयन किया जाएगा और जो स्कूल आरटीई के तहत बीपीएल परिवार के बच्चों को प्रवेश देने से इंकार करेंगे या आनाकानी करेंगे उन स्कूलों के खिलाफ दुर्ग-भिलाई पालक संघ उग्र आंदोलन और प्रदर्शन करेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल/बलौदाबाजार, 6 मार्च। शुक्रवार कसुबह मुण्डा और लाहोद के मध्य कसडोल तरफ से बलौदाबाजार की ओर जा रही ट्रक चालक ने ओवरटेक करने के चक्कर में ट्रैक्टर को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे ट्रैक्टर व ट्रक चालक फंस गए। करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रक चालक व ट्रैक्टर में सवार लोगों को व 5 घंटे से अधिक समय तक बुरी तरह फंसे ट्रैक्टर चालक क्रेन की मदद से निकाला गया। काफी देर तक ट्रैक्टर में दबे होने की वजह से टेक्टर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं ट्रक चालक सहित तीनों घायलों को बलौदाबाजार प्राथमिक उपचार पश्चात रायपुर रिफर किया गया। जिसमें एक की रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई।
घटना की जानकारी परिजनों व ग्रामीणों को होने के बाद ग्रामीणों के द्वारा मुआवजा के लिए कुछ समय के लिए मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया। वहीं ग्रामीणों के द्वारा चक्काजाम किये जाने की खबर मिलते ही मौके पर एसडीओपी सुभाष दास बलौदाबाजार यातायात प्रभारी प्रमोद सिंह कसडोल टीआई अरुण साहू तहसीलदार बलराम तंबोली व नायब तहसीलदार प्रियंका बंजारा मौके पर पहुंचकर मृत चालक के परिजनों को 25 हजार रूपये का मुआवजा दिया गया। मुआवजा मिलने के बाद मामला शांत हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह 6 बजे चिरपोटा पुल व लाहोद के बीच ग्राम कारी की ट्रैक्टर-ट्रॉली क्रमांक सीजी 04 एच डब्ल्यू 3139 लकड़ी भरकर लाहौद आरा मिल चिरवाने जा रही थी। पीछे तरफ से आ रही ट्रक क्रमांक सी.जी. 04 एयू 7776 का चालक ओवरटेक करने के चक्कर में बलौदाबाजार से मुण्डा की ओर जा रही ट्रक क्रमांक एचआर 61 ए 8907 को टक्कर मारते हुए ट्रैक्टर को अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत रही कि रोड किनारे के पेड़ ने रोक लिया। पेड़ से वाहन वही पर रूक गया। जिससे ट्रैक्टर में सवार लोग तो बच गये लेकिन ट्रैक्टर व ट्रक चालक व ट्रैक्टर में सवार लेग बुरी तरह से वाहन में ही फंस गये थे जिसे क्रेन की सहयोग से 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। काफी देर तक वाहन में ही फंसे होने व दब जाने की वजह से ट्रैक्टर चालक हेमराम वर्मा पिता लतेलू वर्मा (32) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं ट्रेक्टर पर सवार महेन्द्र साहू 45 वर्ष, टेकराम रजक 35 वर्ष, बिसाहत वर्मा 45 वर्ष सभी निवासी ग्राम कारी बुरी तरह से घायल हो गए, जिसे बलौदाबाजार में प्राथमिक उपचार पश्चात रायपुर भेज दिया गया था, जिसमें से एक व्यक्ति महेन्द्र साहू की रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। लवन पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। पिथौरा सरपंच संघ के अध्यक्ष और उसके बेटे ने गांव के एक आदिवासी युवक और उसकी मां की पिटाई कर दी। पुलिस का कहना है कि बाप-बेटे मिलकर एक महिला की पिटाई की है। घटना के दिन आदिवासी ग्रामीण शिकायत के लिए थाने पहुंचे थे। थाने में ही पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर वापस भेज दिया था। दूसरे दिन फिर से सरपंच और उसके बेटे ने शिकायतकर्ता और उसकी मां-पिता की गांव वालों के सामने ही पिटाई कर दी। घटना में महिला का सिर फूट गया है। सर्व आदिवासी समाज की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। मामला तेंदूकोना थाना क्षेत्र के ग्राम ठाकुरदिया कला का है।
घटनाक्रम अनुसार ग्राम ठकुरदिया कला निवासी स्वारति ध्रुव पति गंगाराम के बेटे थान सिंग की सरपंच के बेटे कुंदन पटेल ने पिटाई कर दी। घटना के बाद महिला और उसके पति थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। इस पर पुलिस ने दोनों के बीच रजामंदी करा दी। दूसरे दिन 3 मार्च को गांव में स्वारति ध्रुव के घर के पास गांव की बैठक बुलाई गई। बैठक में पिथौरा सरपंच संघ अध्यक्ष और गांव के सरपंच विद्याधर पटेल, उसके बेटे कुंदन पटेल और अन्य ग्रामीण नंदलाल पटेल ने पीडि़त पक्ष की फिर से पिटाई कर दी।
सरपंच के बेटे कुंदन पटेल ने महिला के सिर पर ईंट से हमला कर दिया। घटना में महिला का सिर फूट गया। घटना की जानकारी मिलते ही सर्व आदिवासी समाज के लोग भी थाने पहुंचे। मारपीट करने वालों के खिलाफ तेंदूकोना थाने में अपराध दर्ज किया गया। तेंदूकोना थाना प्रभारी हर्ष धुरंधर ने कहा कि दोनों पक्ष थाने आए थे। दोनों पक्ष आपसी रजामंदी होकर चले गए थे। इसमें किसी तरह के दबाव की बात नहीं है। मारपीट के बाद दोबारा जब महिला आई तो शिकायत दर्ज की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 मार्च। रायगढ़ शहर का स्टेडियम इन दिनों सुर्खियों में है, जिसका कारण फ्लड लाईट क्रिकेट मैच के दौरान देर रात तक यहां आने वाले कुछ दर्शक मैदान के बीचोंबीच शराब पीते हुए पूरे मैदान में चखना के कचरे के साथ-साथ बोतल फैला कर माहौल को खराब करने में लगे हुए हैं।
बीते चार दिनों से इस स्टेडियम में युवाओं की एक संस्था द्वारा फ्लड लाईट क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है और पहले दिन से ही मैदान में आने वाले कुछ दर्शक बकायदा बीयर, अंग्रेजी व देशी शराब लेकर पहुंचते हैं और मैदान के बीचों-बीच शराब का सेवन करते हैं और इस दौरान बोतलों को मैदान में ही फेंककर चले जाते हैं।
मार्निंग वॉक में आने वाले बुजुर्ग, महिलाएं व युवक तथा बच्चे मैदान में पड़ी बोतलों को देखकर यह कहने से नहीं चूकते कि खेल का मैदान शराब खोरी का नया अड्डा बन गया है। प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि क्रिकेट मैच के दौरान ऐसी हरकत करने वाले दर्शकों पर कड़ी कार्रवाई करें, ताकि खेल का मैदान शराबियों से खराब न हो।
ज्ञात हो कि बीते तीन दिनों से देर रात तक शराबखोरी करने वाले दर्शकों द्वारा फेंकी गई बोतलें तथा चखने के कचरे से अटा पड़ा मैदान को साफ करने के लिए कोई पहल भी नहीं हो रही है। ऐसे में वहां आने वाले खिलाडिय़ों तथा दर्शकों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने स्टेडियम प्रभारी मुकेश चटर्जी से बात की तो उन्होंने भी इस बात को माना कि मैदान के भीतर शराबखोरी होती है और इस मामले में क्रिकेट के आयोजक को बता दिया गया है और उन्हें यह भी चेताया गया है कि मैदान के भीतर शराबखोरी को बंद करने के लिए पहल करें। मुकेश चटर्जी ने यह भी बताया कि उनके कहने के बाद आयोजकों ने माइक पर इसका प्रसारण भी किया, लेकिन दर्शक जेब में भरकर शराब लाते हैं, जिसे रोक पाना आसान नही हैं।
शिकायत के बाद कर्मचारियों से राशि वापस ली गई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 मार्च। जिले के बसना ब्लॉक के 339 आंगनबाड़ी केंद्रों में रंगाई-पुताई के नाम पर 20.34 लाख रुपए जारी करने का मामला सामने आया है। इन केंद्रों की रंगाई और पुताई के लिए केंद्रवार 6-6 हजार रुपए कार्यकर्ताओं के खाते में डाले गए थे। शिकायत के बाद अब अधिकारी ने कार्यकर्ताओं से यह रकम वापस मांग ली है।
चर्चा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने हिसाब से केंद्र की रंगाई-पुताई करानी थी लेकिन अधिकारियों ने सभी केंद्रों की रंगाई का ठेका ही एक ही व्यक्ति को दे दिया था। अधिकारी अब कार्यकर्ताओं पर पैसे वापस करने का दबाव बना रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अधिकारी मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ क ार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।
बसना ब्लॉक के चनाट और बाराडोली सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ताओं से पैसे वापस मांगने के बाद इन सेक्टर में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं ने शिकायत की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जनवरी को बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं के खाते में 6-6 हजार रुपए जमा किए गए थे। उक्त राशि से कार्यकर्ताओं को अपने-अपने केंद्र की रंगाई-पुताई का काम कराना था। ज्ञात हो कि महासमुन्द ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों के रंग-रोगन के लिए पिछले वर्ष राशि जमा हुई थी। महासमुन्द के 67 शहरी और 324 केंद्रों के लिए 6-6 हजार रुपए खाते में जमा कराया गया था। लेकिन इन कार्यकर्ताओं से भी पैसे वापस लेकर अधिकारियों ने सेंट्रलाइज्डज तरीके से केंद्रों का रंग-रोगन करा दिया था।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाध्यक्ष द्रोपती साहू ने बताया कि रंगाई के नाम पर पैसे तो वापस लिए गए लेकिन केंद्रों का हाल काफी बुरा है। आंगनबाड़ी केंद्र के एक कमरे में चार दीवार होते हैं। लेकिन केवल तीन दीवार की रंगाई ही की गई है। भीतर की दीवारें पूरी तरह से खराब हो चुकी है। बाहरी दीवारों पर जो रंगाई का काम हुआ है, वह भी एक बारिश में पूरी तरह से धुल गया है।
इस पूरे मामले में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा का कहना है कि बसना ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई-पुताई के लिए 6-6 हजार रुपए प्रति केंद्र के हिसाब से राशि कार्यकर्ताओं के खाते में जमा कराई गई है। रंग-रोगन का काम तो उन्हें ही कराना है। यदि अधिकारियों के द्वारा इस तरह का कृत्य किया गया है तो उनके खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। मैं आज ही अधिकारियों से इस सम्बंध में बात करता हूं।
-पार्थिव शरीर महाराष्ट्र रवाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 6 मार्च। अबूझमाड़ के कोहकामेटा मार्ग पर शुक्रवार की शाम नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में आईटीबीपी 53वीं बटालियन का एक जवान शहीद हो गए। आज सुबह नारायणपुर के पुलिस लाइन में अफसरों व गणमान्य नागरिकों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहीद जवान के शव को गृह ग्राम महाराष्ट्र के नागपुर ससम्मान भेजा गया।
सडक़ सुरक्षा के दौरान नक्सलियों के द्वारा जवानों को टारगेट किया गया। कल शाम अबूझमाड़ के कोहकामेटा मार्ग पर किहकाड के पास नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर दिया, जिसकी चपेट में आईटीबीपी का एक जवान आ गया। गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शहीद जवान मंगेश हरिदास रामटेके नागपुर (महाराष्ट्र ) के रहने वाले हैं। शनिवार सुबह नारायणपुर के पुलिस लाइन में कलेक्टर धर्मेश साहू, एसपी मोहित गर्ग, जिपं के सीईओ राहुल देव, आईटीबीपी के कमांडेंट, जवान व गणमान्य नागरिकों ने शहीद जवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। शहीद जवान के शव को गृह ग्राम महाराष्ट्र के नागपुर ससम्मान भेजा गया।
ज्ञात हो कि इसके पहले बेचा के पास नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में एक जवान की शहादत हुई थी। वहीं घमंडी पंचायत के पास मुठभेड़ में डीआरजी का जवान कनेर उसेंडी शहीद हुए थे। बीते दस दिनों के अंदर नक्सल वारदात में तीन जवानों की शहादत के साथ दो जवान घायल हुए हंै।
विदित हो कि नक्सलियों के द्वारा दो दिन पहले पर्चा फेंक कर सडक़ निर्माण में लगे ठेकेदारों और उनके मुंशी को निर्माण कार्य बंद करने की चेतावनी देकर जन अदालत में सजा देने का एलान किया है।
नांदगांव-खैरागढ़ वन मंडल में एक लाख 27 हजार मानक बोरा तोड़ाई का लक्ष्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 मार्च। जिले के राजनांदगांव और खैरागढ़ वन मंडल में तेन्दूपत्ता तोड़ाई की प्रारंभिक तैयारी शुरू हो गई है। तेन्दूपत्ता तोड़ाई से पूर्व बूटा कटाई का कार्य प्रारंभ हो गया है। इसके लिए वन महकमे ने मैदानी अमले को प्रशिक्षित भी किया है। बूटा कटाई से नए पत्तों की गुणवत्ता बेहतर होती है। इससे वन महकमे को ठेकेदारों के जरिये नीलामी से अच्छी आय होती है।
बताया जा रहा है कि राजनंादगांव वन मंडल में जहां 84 हजार 400 और खैरागढ़ वन मंडल में 42 हजार 600 मानक बोरा तेन्दूपत्ता की तोड़ाई का लक्ष्य रखा गया है। खैरागढ़ वन मंडल 13 हजार 13 वर्ग किमी में फैला हुआ है। खैरागढ़ वन मंडल में कुल 24 लाट में से 21 की नीलामी हो गई है। दीगर प्रांतों के ठेकेदारों ने बोली लगाकर तोड़ाई का अधिकार हासिल किया है। बताया जा रहा है कि 3 लाट डोंगरगढ़, छुईखदान और गंडई क्षेत्र में विभाग तोड़ाई करेगा।
पिछले साल की तर्ज पर इस बार भी 42600 मानक बोरा तेन्दूपत्ता तोड़ाई खैरागढ़ वन मंडल द्वारा किया जाएगा। बताया जा रहा है कि नक्सल क्षेत्र होने के कारण तेन्दूपत्ता तोड़ाई में पिछले कुछ सालों से वन महकमा लक्ष्य से पीछे रहा है।
इस संबंध में खैरागढ़ डीएफओ संजय यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि प्रारंभिक तैयारी के तहत बूटा कटाई शुरू हो गई है। इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। उधर बूटा कटाई के 45 दिनों बाद तेन्दूपत्ता तोडऩे की भी तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि दोनों वन मंडल में 10 मार्च तक बूटा कटाई का कार्य पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद तय दिनों के आधार पर 25 अप्रैल से तेन्दूपत्ता की तोड़ाई शुरू होगी। इस वर्ष भी नांदगांव जिले में वन विभाग द्वारा तेन्दूपत्ता तोड़ाई सुनिश्चि कराई जाएगी। इसके लिए तैयारी की जा रही है। वर्ष 2019-20 की तर्ज पर ही इस वर्ष भी 84 हजार 400 मानक बोरा तेन्दूपत्ता की तोड़ाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि राजनांदगांव के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र मोहला-मानपुर, अंबागढ़ चौकी, औंधी, छुरिया और डोंगरगांव आदि क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता की अच्छी उपज होने से इस वर्ष भी वन विभाग द्वारा जिले में 84 हजार 400 मानक बोरा तेन्दूपत्ता तोड़ाई का लक्ष्य रखा गया है। तेन्दूपत्ता तोड़ाई के कार्य में अधिक से अधिक वन क्षेत्र के रहवासियों को रोजगार देने की तैयारी भी की जा रही है। इसके लिए स्थानीय स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है।
उत्तर मंडल के लिए भीषम ने शुरू की दावेदारी
राजनांदगांव, 6 मार्च। भाजयुमो जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद जिले के मंडलों में अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर उठापटक शुरू हो गई है। अध्यक्ष बनने के लिए दावेदार सामने आने लगे हैं। राजनांदगांव शहर के उत्तर और दक्षिण मंडल के अध्यक्ष बनने के लिए युवा नेताओं में जोर आजमाईश भी शुरू हो गई है। अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे युवा नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं से मेल-मुलाकात कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर के पास भी अध्यक्ष बनने की इच्छा लिए दावेदार पहुंच रहे हैं। जिलाध्यक्ष बहादुर फिलहाल दावेदारों से औपचारिक चर्चा कर रहे हैं। वह क्षेत्रीय संतुलन के तहत नियुक्ति करने पर जोर दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि नई टीम का ऐलान करने से पूर्व जिलाध्यक्ष बहादुर आला नेताओं से भी चर्चा करेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक जिले में भाजयुमो के कुल 20 मंडल है। जिसमें राजनंादगांव के उत्तर-दक्षिण और ग्रामीण मंडल भी शामिल है। राजनंादगांव के दक्षिण मंडल से प्रखर श्रीवास्तव, गोविंद यादव और हिमांशु सोनवानी का नाम चर्चा में है। वहीं उत्तर मंडल से अध्यक्ष के लिए अमन जायसवाल और भीषम देवांगन का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि नांदगांव ग्रामीण भाजयुमो मंडल के लिए भी कुछ नामों पर चर्चा चल रही है।
बताया जा रहा है कि मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति में पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की पसंद मनोनयन का एक प्रमुख मापदंड हो सकता है। गौरतलब है कि जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर के नाम की सिफारिश पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने की थी। बताया जा रहा है कि भाजयुमो की नई जिला कार्यकारिणी की घोषणा में भी पूर्व सांसद की पसंद का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
महामंत्री के लिए भी उठापटक
जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद भाजयुमो के दूसरे पावरफुल पद महामंत्री के लिए भी जोर आजमाईश चल रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा की तर्ज पर भाजयुमो में भी ग्रामीण और शहर से महामंत्री पद के लिए युवाओं का मनोनयन किया जाएगा। महामंत्री पद के लिए प्रशांत कोड़ापे जहां ग्रामीण चेहरे माने जा रहे हैं। वहीं विवेक शर्मा भी महामंत्री बनने के लिए इच्छा जाहिर कर चुके हैं। हालांकि सुमित भाटिया और गोलू गुप्ता भी महामंत्री के दावेदार माने जा रहे हैं, लेकिन संगठन में 35 साल की उम्र की पाबंदी के चलते दोनों का दावा कमजोर पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि दोनों 35 साल से अधिक उम्र के हैं। प्रशांत कोड़ापे आदिवासी समाज से हैं। उनके मनोनयन से पार्टी के प्रति आदिवासी समाज के युवााओं का रूझान बढ़ सकता है। फिलहाल अध्यक्ष के साथ-साथ महामंत्री पद के लिए भी मंथन का दौर शुरू हो गया है।
जगदलपुर, 5 मार्च। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद व संभागीय सह संयोजक समीर खान ने सयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा जिस तरह से देश के अंदर सरकारी उपकर्म को निजी हाथों में देने का षड्यंत्र रच बड़े उद्योगपतियों के लिए निजीकरण की राह प्रशस्त कर जनता के हितों के खिलाफ शोषणकारी नीति प्रारम्भ की है। उन नीतियों का देश के प्रत्येक वर्ग व्यक्ति को खुल कर विरोध करना चाहिए। इसी तर्ज पर बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा द्वारा इन नीतियों का खुल कर विरोध करने का फैसला किया है।
बस्तर के क्षेत्र अधिकारों व विकास, रोजगार -स्वरोजगार गैरान्टी की शर्तों व पांचवी अनुसूची के बस्तर हितैषी संवैधानिक प्रावधानों को ताक में रख राज्य सरकार की इशारों पर केंद्र सरकार द्वारा एनएमडीसी के एक मात्र नगरनार स्टील प्लांट का विनिवेशीकरण कर निजी हाथों में देने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जो सरासर बस्तर के लोगों के विश्वास के साथ राज्य व केंद्र सरकारों का धोखा करने जैसा घटना है। जिसका बस्तर हितैषी हर नागरिक विरोध करता है।राज्य की सीमाओं को लांग पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश के विशाखापटनम स्थित आईआरएनएल द्वारा संचालित 22 हजार एकड़ में स्थापित विशाखा स्टील प्लांट का भी केंद्र सरकार द्वारा निजीकरण करने के फैसले के साथ ट्रेड यूनियन के आव्हान में पूरे आंध्रप्रदेश के राजनैतिक दल, सामाजिक संगठन, व्यापारिक संगठन, सर्व समाज द्वारा संयुक्त रूप से केंद्रीय निजीकरण नीतियों के विरोध में संवैधानिक दायरे में एकजुट होकर संघर्ष प्रारम्भ कर दिया है। जो बस्तर में नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में किये जा रहे संघर्ष को नई जान फूंकने का काम करेगा।
आंध्रप्रदेश में हो रहे विरोध की नीतियों के तर्ज पर नगरनार स्टील प्लांट निजीकरण रोकने हेतु बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा द्वारा बस्तर एकता अभियान चलाते हुए बस्तर के सर्व समाज, सर्व समाजिक संगठन, व्यापारिक, टांसपोर्ट संगठनों व बस्तर राजमहल, मजदूर संगठन, ठेकेदारों, वार्ड, पंचायत प्रतिनिधियों को बस्तर हितों व अधिकार रोजगार स्वरोजगार के अवसर बचाने हेतु समर्थन मांग एक मंच लाने का प्रयास किया जाएगा। ताकि बस्तर के विकास के मिल के पत्थर नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण को रोकने हेतु केंद्र व राज्य सरकार को मजबूर किया जा सके।
मुक्तिमोर्चा के संयोजक ने केंद्र व राज्य सरकार संचालित पार्टियो के बस्तर के जनप्रतिनिधियों के नगरनार प्लांट को बचाने की मंशा पर प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि, एक ही दल के प्रतिनिधित्व से बनी सर्वदलीय मंच के गठन पश्चात कई माह बीत जाने के बाद भी जमीनी लड़ाई अब तक प्रारम्भ नहीं किया जाना, बस्तर के लिए दुर्भाग्य है। राज्य के मुख्यमंत्री से दो बार मुलाकात व विधानसभा में अधूरे संकल्प पत्र के बाद भी राज्य के बजट में नगरनार स्टील प्लांट को राज्य सरकार द्वारा संचलान को लेकर कोई बजट नहीं रखा जाना, राज्य सरकार की मंशा पर भी प्रश्न खड़ा कर रहा है और इस पूरे घटना क्रम पर सर्वदलीय मंच की अब तक कि खामोशी बस्तर के निवासियों के मन में संशय पैदा कर रहा है। इसलिए मुक्तिमोर्चा द्वारा बस्तर के सभी वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित कर नए सिरे से आंध्रप्रदेश की विरोध नीतियों के तर्ज पर, नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में नई रणनीति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 मार्च। रायगढ़ शहर का स्टेडियम इन दिनों सुर्खियों में है, जिसका कारण फ्लड लाईट क्रिकेट मैच के दौरान देर रात तक यहां आने वाले कुछ दर्शक मैदान के बीचोंबीच शराब पीते हुए पूरे मैदान में चखना के कचरे के साथ-साथ बोतल फैलाकर माहौल को खराब करने में लगे हुए हैं।
बीते चार दिनों से इस स्टेडियम में युवाओं की एक संस्था द्वारा फ्लड लाईट क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है और पहले दिन से ही मैदान में आने वाले कुछ दर्शक बकायदा बीयर, अंग्रेजी व देशी शराब लेकर पहुंचते हैं और मैदान के बीचों-बीच शराब का सेवन करते हैं और इस दौरान बोतलों को मैदान में ही फेंककर चले जाते हैं।
मार्निंग वॉक में आने वाले बुजुर्ग, महिलाएं व युवक तथा बच्चे मैदान में पड़ी बोतलों को देखकर यह कहने से नहीं चूकते कि खेल का मैदान शराब खोरी का नया अड्डा बन गया है। प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए कि क्रिकेट मैच के दौरान ऐसी हरकत करने वाले दर्शकों पर कड़ी कार्रवाई करें, ताकि खेल का मैदान शराबियों से खराब न हो।
ज्ञात हो कि बीते तीन दिनों से देर रात तक शराबखोरी करने वाले दर्शकों द्वारा फेंकी गई बोतलें तथा चखने के कचरे से अटा पड़ा मैदान को साफ करने के लिए कोई पहल भी नहीं हो रही है। ऐसे में वहां आने वाले खिलाडिय़ों तथा दर्शकों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने स्टेडियम प्रभारी मुकेश चटर्जी से बात की तो उन्होंने भी इस बात को माना कि मैदान के भीतर शराबखोरी होती है और इस मामले में क्रिकेट के आयोजक को बता दिया गया है और उन्हें यह भी चेताया गया है कि मैदान के भीतर शराबखोरी को बंद करने के लिए पहल करें। मुकेश चटर्जी ने यह भी बताया कि उनके कहने के बाद आयोजकों ने माइक पर इसका प्रसारण भी किया, लेकिन दर्शक जेब में भरकर शराब लाते हैं, जिसे रोक पाना आसान नही हैं।