छत्तीसगढ़
पुलिस ने किसानों को अंदर जाने से रोका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 28 दिसम्बर। राष्ट्रीय किसान मोर्चा और राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में किसानों ने केंद्र सरकार के द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में रविवार को रैली निकालकर सांसद चुन्नीलाल साहू के जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय का घेराव किया।
किसान सांसद से कृषि बिल के बारे में चर्चा करने पहुंचे थे लेकिन कार्यालय के सामने खड़ी पुलिस ने किसानों को निवास के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद किसानों ने सांसद से मुलाकात करने की बात कहीं लेकिन पुलिस ने सांसद के नहीं होने की जानकारी दी। इसके बाद किसानों ने घंटों प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्रीय मांग तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा को सौंपा। किसानों ने बताया कि पिछले एक माह से दिल्ली के बॉर्डर पर कपकपाती ठंड में किसान अपने परिवारों के साथ आंदोलनरत हैं। जिनके समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान विरोधी तीनों बिल को वापस लेने के लिए रैली के रूप में सांसद निवास पहुंचे और उनका घेराव किया है। उन्होंने बताया कि सांसद चुन्नीलाल लाल साहू कृषि बिल पर चर्चा से घबराकर नदारद हो गए हैं।
पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ.विमल चोपड़ा, पार्षद देवींचद राठी, सासंद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, किसानों से चर्चा करने पहुंचे और पूछा कि कृषि कानून के कौन से बिन्दु में समस्या है और कौन से कानून में किसान विरोधी नियम है। उनके सवालों का किसी भी किसान ने जवाब नहीं दिया। ड ॉ. चोपड़ा ने आंदोलनकारियों से कहा कि कोई ज्ञापन देना चाहते हैं तो हमें दे दें लेकिन किसानों ने डॉ. चोपड़ा की किसी भी बात पर ध्यान नहीं दिया और न ही कोई ज्ञापन ही उन्हें सौंपा। सासंद की अनुपस्थिति में किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन देने की बात कही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 दिसंबर। शहर के लखोली क्षेत्र में आज दोपहर को एक कच्चे मकान में भीषण आग लगने से संपत्ति और मकान जलकर खाक हो गया। बताया गया है कि वार्ड नं. 35 के सतनामीपारा मोहल्ले की चंपाबाई मेश्राम एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने घर से बाहर थी। इस दौरान उसके बहू और बेटे घर में थे।
आज सुबह नहाने के लिए गर्म पानी करने के बाद बेटा और बहू घर से बाहर चले गए। बताया जा रहा है कि चूल्हे का आग पूरी तरह से बुझा नहीं था। धीरे-धीरे चूल्हे की चिंगारी भीषण आग में बदल गई और घर के सामानों को अपने लपेटे में ले लिया। इधर मोहल्ले के लोगों ने घर से धुंआ उठता देखकर आग बुझाने की कोशिश की, तब तक घरेलू सामान आग की लपटो में खाक हो गया।
बताया जा रहा है कि पड़ोसियों ने आग बुझाने के लिए दमकल टीम को भी सूचना दी। दमकल वाहन के नहीं पहुंचने की स्थिति में पड़ोसियों ने आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत की। बहरहाल आगजनी से मकान खाक हो गया है। वहीं घरेलू सामान भी जलकर नष्ट हो गए हैं। कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 दिसंबर। जिले के खैरागढ़ वन मंडल में बाघ की मौजूदगी से हलाकान वन अमले को तीसरे दिन बाघ की हलचल नजर नहीं आई। हालांकि ग्रामीण इलाकों में वन अमले की ओर से मुनादी कराकर बाघ से बचने लोगों को चेतावनी दी गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक ढ़ारा के आसपास सटे गांवों में बाघ देखे जाने की कुछ भ्रामक खबरें भवी सामने आ रही है। वन अफसर हर खबरों को बकायदा तस्दीक कर बाघ की खोजबीन में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि बाघ के ओझल होने पर वन महकमा ढ़ारा से सटे जंगलों में उसके प्रवेश करने की संभावना जताई है। ढ़ारा से जंगल की दूरी करीब 4 किमी दूर है। सोमवार सुबह से लेकर दोपहर तक बाघ की कहीं हलचल होने की जानकारी नहीं मिली है। माना जा रहा है कि जंगल में एक बार दाखिल होने के बाद बाघ की वापसी की संभावना कम है।
इस संबंध में खैरागढ़ डीएफओ संजय यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि सोमवार को बाघ को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है। कहीं-कहीं बाघ देखने की खबरें भी मिली, जिसे तस्दीक किया गया, लेकिन उसका पता नहीं चला।
इस बीच खैरागढ़ वन मंडल में पिछले 26 दिसंबर को दिखे बाघ की उपस्थिति को लेकर गांव-देहातों में लगातार वन अफसर फील्ड में डटे रहे। कल ढ़ारा के करीब ढोखेडबरी और आल्हानवागांव में बाघ को देखे जाने की जानकारी मिली थी। बाघ की तस्दीक के लिए दर्जनभर गांवों में वन विभाग की टीम तैनात रही। वहीं सीसीएफ शालिनी रैना ने भी गांवों का दौरा किया।
बताया जा रहा है कि बाघ का लोकेशन पता करने के लिए पूरे मुस्तैदी के साथ टीम फील्ड में तैनात रही। उधर आज बाघ की हलचल नहीं मिलने से वन अमले ने राहत की सांस ली है, लेकिन मैदानी अमला अब भी जमीनी स्तर पर बाघ की तलाश कर रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 दिसंबर। कोरोनाकाल में स्वास्थ्य महकमे में संविदाकर्मी के रूप में पदस्थ रहे कर्मचारियों ने कार्य से पृृथक किए जाने का विरोध करते हुए प्रशासन से दोबारा सेवा में रखे जाने की मांग की है
कलेक्टर के नाम सौंपे ज्ञापन में अपनी व्यथा सुनाते संविदा कर्मियों ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए संविदाकर्मी के रूप में सभी कार्य कर रहे थे। बीते 15 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी की सेवाएं समाप्त कर सेवामुक्त कर दिया जिसके चलते संविदाकर्मियों के सामने भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है।
ज्ञापन में अपनी पीड़ा का उल्लेख करते बताया कि पूर्व में सभी अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत थे। शासकीय सेवा में कार्य करने का मौका मिलने की आस लेकर सभी ने पूर्व कार्य को छोड़ दिया, अब अचानक सभी को हटाए जाने से आजीविका को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर से आग्रह करते सभी ने दोबारा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी पद पर नियुक्त किए जाने की मांग की है।
जवानों के करतूतों पर अफसरों ने साधी चुप्पी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 दिसंबर। घोर नक्सल प्रभावित डोंगरगढ़ वन परिक्षेत्र के घोटिया-तोतलभर्री में सागौन की तस्करी करते सपड़ाए जवानों की पहचान करने के बाद वन विभाग गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में है।
बताया गया है कि पूरे घटनाक्रम को लेकर सीसीएफ शालिनी रैना ने वन अफसरों को वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बताया जा रहा है कि डोंगरगढ़ रेंज के एसडीओ टीएस खान और रेंजर रतिराम कुर्रे जब्त सागौन की लकडिय़ों को ठूठ से मिलान कराने जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि जंगल से कटाई होने की पुष्टि तथा किसी व्यक्ति से खरीदी किए जाने की स्थिति में अलग-अलग धाराओं के तहत कार्रवाई होगी।
मिली जानकारी के मुताबिक सागौन कटाई के लिए प्रशासन से लेकर वन महकमे की अनुमति लेने का प्रावधान है। वन अफसर पूरे मामले में कार्रवाई करने के लिए हर स्तर पर जानकारी जुटा रहे हैं। हालांकि प्रशासन का रूख भी पूरे मामले में लचीला दिख रहा है। बताया जा रहा है कि पैरामिलिट्री फोर्स आईटीबीपी के नक्सल समस्या पर दिए गए योगदान को दृष्टिगत रखते हुए कार्रवाई करने में लीपापोती की जा रही है। दिलचस्प बात यह है कि अनुशासन पसंद आईटीबीपी के अफसरों की ओर से जवानों के करतूतों को लेकर अब तक कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्रों का कहना है कि आला अफसर तस्करी में शामिल जवानों के बचाव के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक वन महकमे ने वाहन चालक के बयान के आधार पर टीके अमित कुमार, संजू नायर, वाहन चालक सुखराम वैष्णवी, एसआई त्रिलोचन सिंह तथा आरक्षक अनिल भाटी के तस्करी में शामिल होने पर कार्रवाई को लेकर जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बकायदा जवानों को सरकारी वाहन में सागौन की लकडिय़ां ले जाते घेर लिया।
ग्रामीणों के बताए बयान में यह बात भी सामने आई है कि कार्रवाई से बचने के लिए जवानों ने राजनांदगांव से अतिरिक्त फोर्स भी बुला लिया। इस दौरान ग्रामीणों और आईटीबीपी के जवानों में काफी बहस हुई। जवानों ने ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज भी की। उधर आईटीबीपी के अफसर पूरे मामले में चुप्पी साधकर जवानों को बचाने की फिराक में है। इस संबंध में डीआईजी छोटाराम जाट ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि इस मामले की मुझे कोई जानकारी नहीं है। वह घटना को लेकर जानकारी लेंगे।
इस बीच आईटीबीपी के जवानों को आधी रात बिना सुरक्षा के वाहन लेकर प्रवेश करने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। नक्सल क्षेत्र होने के बावजूद जवानों ने बिना सुरक्षा जंगल में प्रवेश किया। पूरे मामले में आईटीबीपी की ओर से अब तक कार्रवाई करने को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई।
'छत्तीसगढ़ संवाददाता'
बिलासपुर, 28 दिसम्बर। धमतरी जिले के गंगरेल बांध से प्रभावित किसानों को 48 साल लम्बी कानूनी लड़ाई के बाद अब न्याय मिलने की उम्मीद है। हाईकोर्ट ने उनके मुआवजा तथा पुनर्वास प्रकरण का निराकरण 3 माह के भीतर करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है।
रविशंकर शुक्ला बांध (गंगरेल बांध) के निर्माण के लिये सन् 1972 में 55 गांवों को खाली कराया गया था। सिर्फ एक पत्र जारी कर 8 हजार 500 की जनसंख्या वाले आदिवासी बाहुल्य 55 ग्रामों को अधिग्रहित कर लिया गया था, जिसमें उन्हें जमीन, मकान और पेड़ का मुआवजा देने की बात भी कही गई थी। जब मुआवजा बांटा गया तो उन्हें नाम मात्र की राशि मिली। एक आदिवासी परिवार को सिर्फ 10, 20 रुपये मुआवजा मिला। एक पेड़ की कीमत 25 पैसे लगाई गई। अधिकतम मुआवजा 250 रुपये का था। अनेक परिवार ऐसे थे जिन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया गया, न ही उनका व्यवस्थापन किया गया। इसे लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति की तो अधिकारी आश्वासन देते रहे लेकिन उचित मुआवजा देने की कार्रवाई नहीं की। इसके खिलाफ ग्रामीणों ने जबलपुर हाईकोर्ट में मुआवजा और व्यवस्थापन की मांग करते हुए याचिका दायर की। छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद यह प्रकरण बिलासपुर हाईकोर्ट में सुना गया। यहां लगभग 20 साल यह प्रकरण चला। हाईकोर्ट में जस्टिस पीपी साहू की सिंगल बेंच ने मुआवजे और व्यवस्थापन्न की कार्रवाई को अपर्याप्त बताते हुए नये सिरे से आकलन कर मुआवजे तथा व्यवस्थापन्न का लाभ देने का निर्देश दिया है।
48 साल पुराने मामले में अधिकांश विस्थापित आदिवासी गुजर चुके हैं। अब उनके बेटे और पोते इस मुकदमे को लड़ रहे थे जिन्हें हाईकोर्ट के आदेश का लाभ मिलेगा। तीन जिलों धमतरी, दुर्ग और कांकेर में जिला प्रशासन द्वारा मुआवजे और व्यवस्थापन की कार्रवाई अब की जायेगी।
हाईकोर्ट में अधिवक्ता संदीप दुबे ने पैरवी की कोई फीस नहीं ली। उन्होंने कहा कि पूर्व में राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों को आश्वासन दिया जाता रहा और अलग-अलग जवाब दाखिल किया जाता रहा, जिसके चलते मामला 48 साल तक खिंचा। छत्तीसगढ़ बनने के बाद भी हाईकोर्ट में राज्य सरकार द्वारा 2004 से 2010 तक यही कहा जाता रहा कि मुआवजा वितरण व व्यवस्थापन्न की जांच रिपोर्ट बनाई जा रही है, लेकिन जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। विस्थापित परिवारों के लिये कई समितियों और प्रशासनिक अधिकारियों की अनुशंसा के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
गांव में नहीं पहुंचा आज तक एम्बुलेंस, बुनियादी सुविधाएं नहीं, सिर्फ आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 दिसंबर। जिला अंतर्गत बयानार थाना क्षेत्र का एक छोटा सा गांव कोहकड़ी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है। इस गांव में शासकीय संसाधनों की बात करें तो सडक़, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी सुविधाएं ग्रामीणों से कोसों दूर है। लेकिन इस गांव के आम जनता आज भी स्थानीय प्रशासन व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से पूरी उम्मीद लगाए रखे हैं कि उनके क्षेत्र में देर सवेर ही सही विकास की लौ जरूर जलेगी। इसी आशाओं के साथ कोहकाड़ी के ग्रामीणों ने लगातार विधायक स्तर के जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों तक पहुंची व्यथा सुनाई हैं। लेकिन हर बार की तरह उन्हें विकास के बजाय विकास के वादे ही मिले हैं।
विकास खण्ड कोण्डागांव अंतर्गत मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर ग्राम पंचायत छोटेउसरी के कोहकड़ी में आज तक विकास का लौ नहीं जल पाया हैं। इस गांव में आज पहली बार मीडिया का कैमरा पहुंचा। यहां के ग्रामीणों ने अपनी व्यथा सुनाई, जिसके अनुसार बीमारी के साथ-साथ परिस्थितियों से भी लडऩा होता हैं। क्योकि पंचायत मुख्यालय से गांव तक पहुंचने के लिए कोई सडक़ ही नहीं हैं। यहां केवल पगडंडी से होकर ही पहुंचा जा सकता हैं। ऐसे में लगभग 7 किमी की दूरी तक गांव के छोटे हो या बुजुर्ग या फिर गर्भवती महिला सभी को डोला के ही सहारे एम्बुलेंस तक और फिर एम्बुलेंस से नजदिकी अस्पताल पहुंचाया जाता हैं।
कोहकड़ी में आजादी के 70 बरस बाद भी गांव के लोग साफ पेयजल के लिए तरस रहे हैं। कोहकाड़ी के लाऊड़पारा की बात करे तो, यहां के वाशिंदों के लिए सरकार आज तक एक हैंडपंप भी नहीं खोद पाई हैं। ऐसे में पूरा लाऊड़पारा अपने खेत में बने (बिहरी) झरिया के पानी से प्यास बुझाता हैं। गांव के पंच मणिराम कोर्राम के अनुसार, छोटेउसरी पंचायत का आश्रित ग्राम कोहकड़ी तक पहुंचने के लिए जिला मुख्यालय से चेमा तक डामर की पक्की सडक़ हैं। तो वहीं चेमा से छोटेउसरी तक सीसी सडक़ भी बनाई गई है। लेकिन पंचायत मुख्यालय से ना जाने क्यों उनके गांव तक लगभग 7 किमी पहुंचने के लिए सभी शासकीय प्रसानिक तंत्र दम तोड़ देता हैं। उनके गांव में 26 मकान है, जिसमें 370 लोगों का निवास हैं। इन 370 लोगों तक बुनियादी सभी सुविधाएं पहुंचने से पहले दम तोड़ चुकी हैं।
गांव में है 4 बिहरी, गर्मी में कीचड़ से सने पानी से बुझता है प्यास
गांव के लोगों के अनुसार, उनके गांव में चार बिरही (झरिया) हैं। इन चार बिरही में धोडग़ी नाला में एक, चिहरा नाला में एक, झरिया टट में एक और एक झोरकी नाम से ग्रामीणों ने अपनी प्यास बुझाने के लिए निर्माण किया हैं। ग्रामीणों ने दावा किया है कि, चोरों झरियां बारिश के दौरान पूरी तरह से डुब कर जलमग्न हो जाता है। इस कारण बारिश में खेत में जमा पानी से प्यास बुझाई जाती हैं। तो वहीं गर्मी के मौसम में मात्र एक या दो बिहरी में पानी रहता हैं। जिसमें या तो पानी पीने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, या फिर दैनिक अन्य उपयोग में।
पूरे गांव का सबसे महंगा वाहन आज भी साइकिल
गांव के किसी भी ग्रामीण ने अपने गांव में आज तक कोई एम्बुलेंस नहीं देखा हैं, देखते भी कैसे यहां तक पहुंचने के लिए सडक़ ही नहीं हैं। ग्रामीणों की माने तो गांव में सबसे महंगा वाहन साइकिल है। गांव तक पक्की सडक़ और नदी नाला पार करने के लिए पुल नहीं होने से गांव के किसी ने भी चाह कर भी मोटर साइकिल तक नहीं खरीदा। अब ग्रामीण पंचायत मुख्यालय हो या जिला मुख्यालय गांव के सबसे महंगे वाहन साइकिल से ही सफर किया करते हैं।
नाला के पार है स्कूल, बरसात हुआ तो बच्चों की लम्बी छुट्टी तय
विकास से कोसों दूर छोटेउसरी के कोहकड़ी के ग्रामीणों को पता है कि, उनके गांव में विकास का लौ शिक्षा के माध्यम से ही जलेगा। शिक्षा की अलाप जलाने गांव के लगभग 18 बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के लिए नाला के पार स्कूल जाना होता हैं। नाला पार शिक्षा के मंदिर में पहुंचने से पहले बच्चों को जीस नाला को पार करना होता है, वह बारिश के दौरान लगभग 3 माह पूरी तरह से लबालब होता हैं। ऐसे में बारिश के बाते ही गांव के बच्चों की स्कूल से लम्बी छुट्टी हो जाती हैं।
कई बार दिया लिखित आवेदन - ग्रामीण
गांव के पंच समेत स्थानीय महिला, पुरूष व बुजूर्गों ने कहा कि, उनके माध्यम से कई बार क्षेत्र के विधायक को लिखित आवेदन दिया गया हैं। लगातार हस्ताक्षर करके आवेदन देने के बाद भी आज तक किसी एक समस्या का भी समाधान नहीं हो पाया हैं।
हर घर में लगेगा नल, सर्वे दल भेज समस्या का किया जाएगा समाधान - कलेक्टर
इन मामले पर कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा ने कहा, कोण्डागांव के कोहकाड़ी क्षेत्र से पेयजल की समस्या का शिकायत मिली है। जिले के ऐसे गांव जहां पेयजल की समस्या हैं, उन गांव में जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल दिया जाएगा। ताकि इन क्षेत्रों से पेयजल की समस्या समाप्त हो जाए। साथ ही कलेक्टर ने कहा कि, गांव में सर्वे दल भेज कर सभी तहर के समस्याओं को पता करवाया जाएगा और उनका निराकरण भी करवाया जाएगा।
कोण्डागांव, 27 दिसंबर। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की जिला शाखा कोण्डागांव से जुड़े तमाम कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं व सदस्यों ने अपने-अपने ग्राम पंचायत स्तर पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का 95वां स्थापना दिवस मनाया।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की जिला शाखा कोण्डागांव के अंतर्गत आने विभिन्न ग्रामों में जिला सचिव तिलक पाण्डे के दिशा निर्देश में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का 95वां स्थापना दिवस मनाया गया। इसी क्रम में कोण्डागांव जिले के जनपद पंचायत माकडी अंतर्गत आने वाले ग्राम कांटागांव में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां राज्य परिषद् सदस्य शैलेष, बिरज नाग, दिनेश मरकाम, बिसम्बर मरकाम, लक्ष्मण महाविर, श्याम पोयाम, झगडूराम मरकाम आदि सहित काफी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
किरंदुल, 27 दिसंबर। लौह नगरी किरंदुल स्थित एनएमडीसी परियोजना के द्वारा नगर के स्थानीय पत्रकारों के लिए पहली बार कंपनी के ई.डी आर गोविंद राजन की नेतृत्व में पत्रकार मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें नगर के पत्रकारों को आमंत्रित कर सम्मान किया गया और पत्रकारों की भूमिका के संबंध में पत्रकारों के कार्यशैली की सराहना करते हुए कार्यक्रम में मौजूद सभी अधिकारियों ने पत्रकारों को संबोधित किया।
इस मौके पर अधिशासी निदेशक आर गोविंदराजन ने पत्रकार बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक हर्ष का मौका है कि हम आज एक संयुक्त रूप से आपस में रूबरू हो सके। आप लोगों के द्वारा वर्तमान में नगर विकास को लेकर जनता की आवाज को अपनी कलम के माध्यम से आप लोग अपने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का काम बखूबी से कर रहे हैं। हम यही आशा करते हैं कि आप लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ हो आपके माध्यम से जन-जन तक गलत के विरुद्ध सच्चाई की खबर पहुँचे और हम ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित कर आप लोगों से रूबरू होते रहेंगे।
इस दौरान उप महाप्रबंधक (कार्मिक) एस चटर्जी, महाप्रबंधक (उत्पादन) विनय कुमार, उप महाप्रबंधक जी गणपत, संयुक्त महाप्रबंधक सिविल लखबीर सिंह, उप महाप्रबंधक सीएसआर धर्मेंद्र आचार्य, राजभाषा से संजय पाटिल अरुमोय विश्वास, अयोध्या प्रसाद और एनएमडीसी के सभी एच.ओ.डी मौजूद थे। पत्रकार बंधुओं में राजेंद्र सक्सेना, रामकृष्ण बैरागी, संजीव दास, शेख आजाद एस एच अज़हर, रवि दुर्गा, शेखर दत्ता, के रघु राव राम बाबू, के रवि कुमार, अब्दुल हामीद सिद्दीकी, अनिल सिंह भदौरिया, निशु त्रिवेदी आदि पत्रकार बंधु मौजूद थे।
बैकुंठपुर, 27 दिसंबर। झुमका बोट क्लब में लोगों को सैर कराने वाली 3 में 2 ओबीएम नाव (आउट बोट मोटर) फिटनेस में फेल है। झुमका बोट क्लब पहुंची संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने तत्काल बोट से सैर पर रोक लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरी तैयारी के साथ बोट क्लब शुरू हो।
इस संबंध में होम गार्ड के कमांडेट शेखर बोरनवलकर का कहना है कि यह सही है कि 3 में से 2 नाव फिटनेस मेें फेल हो चुकी है, प्रशिक्षित तैराक और बचाव करने वालों की भी कमी है, मेरे द्वारा इसकी जानकारी मछली विभाग के अधिकारियों को बता दी गई, प्रशासन हर हाल में पूरी तैयारी में लगा हुआ है।
वहीं संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि मैंने शनिवार को झुमका बोट क्लब को जाकर देखा, जिस पर लोग सवार होकर झुमका की सैर कर रहे हैं, उसमें सिर्फ 1 नाव फिटनेस में पास हुई है, जबकि दो नाव में बड़ा फाल्ट देखा जा रहा है, मेरे द्वारा पर्यटन समिति के प्रभारी को बोट क्लब बंद करने के निर्देश दिए है, शुरू तभी किया जाए जब पर्यटकों को लेकर हर तरह की सुरक्षा की तैयारी हो, ताकि कोई हादसा न हो। यदि कोई हादसा होता है, तो लोग अधिकारियों से नहीं मेरे से जवाब मांगेंगे।
जानकारी के अनुसार शनिवार को संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव झुमका बोट क्लब पहुंची। उन्हें बताया गया कि 3 ओबीएम नाव (आउट बोट मोटर) में से 2 बोट फिटनेस में फेल हो चुकी है, जबकि एक एकदम दुरूस्त है, दोनों बोट के गेयर ठीक से काम नहीं कर रहे है, नाव में कोई सहायक के साथ कोई प्रशिक्षित मेन पावर भी नहीं रहते है, नाव में सिर्फ एक चप्पू है। नाव कुछ खराबी के साथ कभी भी कोई गंभीर हादसा भी हो सकता है।
इसके बाद उन्होंने पर्यटन समिति में सदस्य डिप्टी कलेक्टर को मौके पर बुलाया और उन्हें कहा कि फिलहाल बोट पर सैर को बंद कर दें, बोट को दुरूस्त करवाने या नई बोट लाने के बाद ही बोट क्लब को शुरू करें।
सेल्फी झोन में भी खतरा
झुमका बोट क्लब मेें एक सेल्फी झोन बनाया गया है, जिस स्थान पर यह बनाया गया है, वहां पानी 20 फीट गहरा है, वहां पहुंचने पर सेल्फी झोन हिलता है, यहां भी कोई प्रशिक्षित मैनपावर की नियुक्ति नहीं की गई, यहां छोटे छोटे बच्चों के साथ काफी संख्या में लोग सेल्फी लेने आ रहे है, जहां कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की आशंका है।
संसदीय सचिव श्रीमती सिंहदेव स्वयं मौके पर पहुंची और उक्त सेल्फी झोन को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि ऐसे में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, इसके स्थान में परिवर्तन करने को भी कहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 27 दिसंबर। न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 27 दिसंबर को छुट्टी वाले दिन पेयजल की भारी समस्या रही। कॉलोनी वासियों ने अपनी प्यास बुझाने के लिए पड़ोस के खेत में लगाए गए बोरवेल से पानी का जुगाड़ बनाया।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के माध्यम से जिला मुख्यालय कोण्डागांव के मंडी परिसर बड़ेकनेरा मार्ग पर न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का निर्माण किया गया हैं। यहां बोर्ड ने 44 क्वाटर बनावाया हैं, जिसमें टाइप एफ, जी और एच कैटेगिरी शामिल हैं। वर्तमान में यहां के 44 शासकीय आवास में 100 से ज्यादा लोग रहते है, जिसमें आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त से लेकर लेकर लिपिक तक शामिल हैं। कई कर्मचारी तो जिला कलेक्टर कार्यालय में ही अपनी शासकीय सेवा दे रहे हैं।
यहां निवासरत कर्मियों के अनुसार, 44 कॉलोनी के सैटअप अनुसार दो बोरवेल होने थे। लेकिन यहां एक ही बोरवेल लगाया गया हैं। जिस कारण यहां पानी की समस्या बनी हुई हैं। यहां 4 माह में दो बार पानी का बोर बिगड़ चुका हैं, ऐसा ही हाल 26 दिसंबर की शाम को भी रहा, जो कि 27 दिसंबर तक बना रहा।
इस बारे में स्थानीय निवासियों ने बताया, मामले की शिकायत विभाग के प्रमुख से दूरभाष में की गई हैं। लेकिन उनके माध्यम से गैरजिम्मेदार जवाब देते हुए कुछ समय बाद मोबाईल बंद कर दिया गया हैं। इस मामले पर जब हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी विभाग के ईई से चर्चा करना चाह गया तो उनका मोबाइल बंद रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 27 दिसंबर। दंतेवाड़ा के कुआकोंडा विकासखंड के मैलावाड़ा गांव में शनिवार को शक्ति दिवस का गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान वक्ताओं ने समाज की दशा दिशा पर अपने विचार रखें। गांव के आस्था केंद्र माता गंगनादेई मंदिर प्रांगण में अखिल भारतीय हलबा हलबी समाज के जिलाध्यक्ष दशा रामनाग द्वारा समाज के ध्वज को फहराया गया। इसके उपरांत जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा द्वारा मां दंतेश्वरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि तूलिका कर्मा ने अपने संबोधन में आयोजन की सराहना की। उन्होंने हलबा हलबी समाज के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की।भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष चैतराम अटामी नें समाज की एकजुटता पर बल दिया।
श्री अटामी नें आयोजनकर्ताओ को बधाई दी। शिवसेना दंतेवाड़ा के जिलाध्यक्ष महेश स्वर्ण ने कहा कि शक्ति दिवस से समाज को बल मिलता है।इससे सामाजिक एकता में सुदृढ़ता आती है।जिला पंचायत सदस्य रामू राम नेताम ने भी शक्ति दिवस की सराहना की।समाज के जिला अध्यक्ष दशा राम नाग ने प्रेरक संबोधन में कहा कि समाज के सदस्यों को व्यसन त्यागना चाहिए। नशा मुक्ति और मुर्गा बाजार से समाज के सदस्यों को दूर रहना चाहिए। इससे समाज की उन्नति होगी। समारोह को थाना प्रभारी को कुआकोंडा प्रदीप बिसेन ने भी संबोधित किया। उपस्थित अतिथियों का आभार प्रदर्शन समाज के महासचिव एडी नाग ने किया। मंच संचालन हरि डेगल और रामचंद्र नागेश में किया।
बुजुर्गों का सम्मान
इस अवसर पर अतिथियों ने समाज के संयोजकों को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया। इनमें दशा राम नाग, एडी नाग समाज के वरिष्ठ सदस्य राम सिंह नाग, सरपंच मैलावाड़ा सावन नाग और रामलाल राम लाल डेगल को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हजारों ग्रामीण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 27 दिसंबर। जनसंपर्क विभाग जिला बस्तर द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के दो वर्ष पूरा होने पर लगाई गई शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं की फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन करने हेतु बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जनसम्पर्क विभाग जिला बस्तर द्वारा राज्य सरकार के दो वर्ष पूरा होने पर विकासखण्ड मुख्यालय बास्तानार के साप्ताहिक बाजार में फोटो प्रदर्शनी लगाई गई है। इस फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं को छायाचित्र के माध्यम से आम लोगों तक पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे ग्रामीणों ने प्रदर्शनी का सराहना की है।
प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें इसके माध्यम से शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को जानने एवं समझने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में वितरित किए जा रहे प्रचार सामग्रियों से उन्हें शासन की कई जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिल रही है।
विकासखंड स्तरीय छायाचित्र प्रदर्शनी में जनसम्पर्क विभाग द्वारा आम लोगों को वितरित किए जा रहे जनमन, संबल और अन्य पुस्तकों, पाम्पलेट जन उपयोगी एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अत्यंत लाभप्रद है। शुक्रवार 25 दिसम्बर को विकासखण्ड तोकापाल के ग्राम रायकोट में आयोजित साप्ताहिक बाजार में भी फोटो प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसको बड़ी संख्या में ग्रामीणजनों ने अवलोकन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 27 दिसंबर। पुलिस ने 4 लाख 32 हजार 860 के नकली नोट के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। बरामद नकली नोटों में 2000, 500, 200 तथा 100 रुपए के नोट शामिल हैं। पुलिस के सामने आरोपियों ने बयान दिए हैं कि यू ट्यूब में उन्होंने नकली नोट बनाना सीखा और उन नोटों को बाजार में खपाने लगे।
जिला पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने मुखबीरों से मिली सूचना के आधार पर जिले के समस्त थाना चौकी प्रभारियों तथा जिला सायबर सेल महासमुंद को इस मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए थे। जिस पर जिला सायबर सेल महासमुन्द गुप्तचर लगाकर नकली नोट छापने-खपाने वालों गिरोह की तलाश कर रही थी कि 26 दिसम्बर को गढ़बेड़ा चौक पिथौरा के पास कुछ संदिग्ध अवस्था में ढेर सारे पैसे लेकर घूमने की खबर मिली। खबर यह भी थी कि आरोपी भीड़भाड़ वाली दुकानों में जाकर बड़े नोटों को छोटे नोट में बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
सूचना पर तत्काल पुलिस अधीक्षक ने सायबर सेल की टीम तथा थाना पिथौरा की टीम को कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध लोगों के पता तलाशने में जुट गई। पुलिस की टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए राजमार्ग 53 गढ़बेड़ा चौक पिथौरा पहुंची, जहां संदिग्ध अलग-अलग स्थानों पर नकली नोट खपा रहे थे। पुलिस को गढ़बेड़ा चौक पिथौरा के आगे रायपुर रोड में प्रेम लाल सिन्हा के पान दुकान के पास बिना नम्बर वाली मोटर सायकल बजाज प्लेटिना में 3 व्यक्ति बैठे मिले। पूछताछ करने पर उन्होंने क्रमश: अपना नाम तेजेश्वर दास मानिकपुरी (21) जरौद कलाई थाना आरंग जिला रायपुर, योगेन्द्र दास मानिकपुरी (21) जरौद कलाई तथा अविनाश फुले (23) आदर्श कॉलोनी रायपुर बताया। बारीकी से पूछताछ करने पर सभी ने नकली नोट खपाने की बातें बताई।
आरोपी तेजेश्वर दास मानिकपुरी ने पुलिस को बताया-सोशल वीडियो प्लेटफ ॉर्म यू ट्यूब में मैंने सीखा कि बिना कम्प्यूटर के नोट कैसे छापा जाता है। इसमें मंै सफल रहा। इसके बाद अपने घर में कलर प्रिंटर व बॉन्ड पेपर लाकर 2000, 500, 200,100 तथा 20 रुपए के नकली नोट छापना शुरू किया। नकली नोट छापने के बाद तीनों उसे बाजार में खपाते रहे। तीनों मिलकर अलग-अलग दुकानों में जाकर थोड़ी बहुत रुपए का सामान खरीदते और बड़ा नोट देकर बाकी चिल्हर के रूप में असली नोट दुकानदार से लेते थे।
इन तीनों आरोपियों से पुलिस ने कुल 4 लाख, 32 हजार, 860 रुपए के नकली नोट, एक एचपी कंपनी का कलर प्रिंटर, कैंची, बॉन्ड पेपर, हरा टेप, स्कैच, कलर पेन, प्रिंटर इंक, 3 नग मोबाईल बरामद किया है। आरोपियों के खिलाफ थाना पिथौरा में जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 27 दिसंबर। सुभाषनगर स्थित हल्बा समाज भवन में शनिवार को आदिवासी हल्बा समाज का शक्ति पर्व मनाया गया। मुख्य अतिथि एनएमडीसीी बचेली के अधिशासी निदेशक अशोक कुमार प्रजापति के द्वारा हल्बा समाज का झंडा फहराकर किया गया। तत्पश्चात समाज की आराध्य देवी दंतेश्वरी माई के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्जवलित किया गया।
मंच पर मुख्य अतिथि श्री प्रजापति एवं सहायक महाप्रबंधक नरेन्द्र अंबादे का पुष्पगुच्छ तथा पंरपरा अनुसार पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। उसके बाद सभी समाजिक पदाधिकारियों द्वारा शक्ति दिवस पर्व समाज का एकता का संदेश दिया गया।
अधिशासी निदेशक द्वारा अपने उद्बोधन में हल्बा समाज को शक्ति पर्व पर मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम के दौरान संरक्षक बीएस कोसमा, अध्यक्ष सुरेश सहारे, सचिव वेदप्रकाश कोठारी, युवा प्रभाग अध्यक्ष नोमेश पिद्दा, सर्व आदिवासी समाज दंतेवाड़ा के महासचिव धीरज राना, पी आर कोलियारा,लक्ष्मीकांत भोयर,महेंद्र कोकिला,परदेशी कोसमा, नूतन ठाकुर, चन्दर राम ठाकुर,राजेश भुआर्य, विकास ठाकुर,पीताम्बर देहरी, मुरली रावटे,खोमन तारम, किशोर चनाप, थलेश ठाकुर, दीलिप चिराम, वरिष्ट समाजिक कार्यकर्ता दयालु राम केराम, अनूप घरत,मोहन ठाकुर,चैतराम ठाकुर, विजय भंडारी, कुलेश्वर पीयूष,नरेंद्र पुजारी, हूसन रावटे,महेश ठाकुर, समारू,सन्तोष ठाकुर,महिला प्रभाग अध्यक्ष श्रीमती चन्द्रकला ठाकुर,सचिव श्रीमती ममता राना,कोषाध्यक्ष माधुरी ठाकुर, कुलेश्वरी तारम ,तरुणा भोयर, सीमा कोठारी,खोमेश्वर सहारे,साथ ही हल्बा आदिवासी समाज के सभी सम्मानीय सदस्यगण उपस्थित रहे।
बचेली, 27 दिसंबर। थाना कुआकोंडा के अंतर्गत ग्राम मोलसनार में शनिवार को एक महिला ने ज़हर खाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के अनुसार ग्राम मोलसनार के मडक़ापारा निवासी 50 वर्षीय महिला मुल्ले मरकाम, पति रामा मरकाम ने शनिवार की रात 7.15 बजे जहर खा लिया। महिला के शराब पीने पर पति ने मना किया तो बहस के दौरान महिला ने ज़हर पी लिया। तत्काल अपोलो अस्पताल बचेली लाया गया, जहॉ डॉक्टरो ने मृत घोषित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 दिसम्बर। दिव्यांग बेलाबाई को एमएमयू की सुविधा से राहत मिली। नि:शुल्क इलाज व दवा पाकर उसने इस योजना की प्रशंसा की।
अम्बिकापुर के जोड़ा पीपल निवासी 54 वर्षीय दिव्यांग बेलाबाई का परिवार रोजी मजदूरी करके अपना गुजर बसर करता है। बेलाबाई पैर से दिव्यांग होने के कारण लकड़ी के सहारे चलती-फिरती है। गठिया बात तथा घुटनो में दर्द की शिकायत से परेशान रहती है। पड़ोसियों ने बेलाबाई को बताया कि एक बस हमारे मुहल्ले में आई है और उसमे डॉक्टर हैं जो सभी लोगों का नि:शुल्क ईलाज कर रहे हैं। यह जानकर बेला बाई बहुत प्रसन्न हुई। वह तत्काल मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाली मोबाइल मेडिकल यूनिट जोड़ा तालाब के पास गई। वहां पर डॉक्टर के द्वारा जांच करवाकर उचित दवा का वितरण दिया गया। इसके साथ ही उनको उपचार के उपरांत उचित चिकित्सा परामर्श प्रदान किया गया। नि:शुल्क इलाज व दवा पाकर वह इस योजना की भूरी भूरी प्रशंसा करने लगी।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अम्बिकापुर नगर निगम में कुल 4 मोबाईल मेडिकल यूनिट प्रतिदिन अलग-अलग निगम क्षेत्र में भ्रमण कर चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रही हैं। इस योजना का उद्देश्य स्लम क्षेत्र में रहने वाले लोगों को गुणवत्तापूर्ण नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श, जॉच, उपचार एवं दवाईयां उपलब्ध कराना है।
नगर निगम के आयुक्त हरेश मण्डावी ने बताया कि मोबाईल मेडिकल यूनिट के द्वारा अम्बिकापुर निगम क्षेत्र में 54 शहरी क्षेत्र में शिविर लगाकर लगभग 3 हजार 513 से अधिक हितग्राहियों का स्वास्थ्य जांच कर स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया है। मेडिकल टीम के द्वारा दिव्यांग, बुजुर्ग तथा असमर्थ लोगों के घर जाकर नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है। बसों का संचालन चिन्हांकित स्लम एरिया में प्रतिदिन प्रात: 8 से दोपहर 3 बजे तक किया जाता है। बस में डॉक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट के साथ और अन्य मेडिकल स्टॉफ मौजूद रहते हैं। बस में कुल 41 प्रकार के स्वास्थ्य जांच के लिए लैब की सुविधा उपलब्ध है। जहाँ पर तत्काल लैब टेस्ट कर रिपोर्ट प्रदान किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 दिसंबर। लिनक्स विषय का पुस्तक लिखने वाले छात्र विनोद कुमार गुप्ता को कैबिनेट मंत्री टीएस सिंह देव ने बधाई दी।
अम्बिकापुर नगर के पीजी कॉलेज बीसीए का छात्र विनोद कुमार गुप्ता द्वारा लिनक्स विषय का पुस्तक लिखा गया है, जो छत्तीसगढ़ में उपलब्ध नहीं है।़ विनोद जब सेकंड ईयर में पढ़ाई कर रहा था तब उसे लिनक्स विषय में बहुत परेशानी हुई। वो छात्रों की परेशानी को देखते हुए उसने इस विषय की खुद से बुक लिखने का संकल्प लिया, जिससे आने वाले छात्रों को परेशानी न हो।
आज उसकी किताब को प्रमाणित होने के बाद कैबिनेट मंत्री टीएस सिंह देव से मुलाकात करके पुस्तक भेंट कर आशीर्वाद लिया एवं छात्रों को उपलब्ध कराने का आग्रह किया, जिसके बाद टी एस सिंह देव ने छात्र के इस पहल पर शुभकामनाएं दिए। इस दौरान एनएसयूआई जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल, आकाश, अभिषेक, वैभव उपस्थित हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 27 दिसंबर। ग्राम पीना बचेली में बुधवार को सडक़ के मोड़ पर तेज गति मोटर साईकिल पेड़ से टकराने से एक की मौत व दूसरा घायल हो गया।
मिली जानकारी के मुताबिक दुपहिया वाहन क्रं. सीजी 18 जेडई 0717 में सवार होकर बचेली से पीना बचेली की ओर जा रहे थे। तेज रफ्तार में होने के कारण मोटर साईकिल पेड़ से टकरा गई, जिससे एक व्यक्ति 19 वर्षीय श्याम कुमार नागकी मौत हों गई, वहीं 24 वर्षीय राकेश मंडावी गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों ही बचेली नगर पालिका के वार्ड क्रं .1 के निवासी है।
दोनों ही उस स्थान पर गिरकर पड़े हुए थे, राहगीरों द्वारा अपोलो अस्पताल में सूचना देने पर एम्बलुेंस वहां पहुंची और अस्पताल ले जाया गया। वाहन चलाते वक्त हेलमेट नहीं पहना था, सिर में गंभीार रूप से चोटे आई। राकेश मंडावी गंभीर रूप घायल है अपोलो में इलाज चल रहा है।
पुलिस का कहना है कि राकेश के ठीक होने के बाद ही इस घटना की पूरी जानकारी के बारे में पता चल पायेगा। पुलिस थाना बचेली ने केस दर्ज कर लिया है।
बचेली, 27 दिसंबर। बचेली नगर से करीब 7 किमी दूर ग्राम दुगेली के गायता पारा में शनिवार की दोपहर 7 वर्षीय बच्चे की नाला में डूबने से मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक जितेन्द्र कुमार कर्मा दोपहर में नाले में नहाने में गया था, पानी की गहराई के कारण डूब रहा था। उसी गांव की दूसरी छोटी बच्ची ने जितेन्द्र को डूबते हुए देखते ही गांव वालों को बताया। तत्काल वहां पहुंचकर निकाला गया। उसे एनएमडीसी अपोलो अस्पताल बचेली में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। बचेली पुलिस ने मर्ग कायम करने के बाद पोस्टमार्टम किया गया। एएसआई के. सीमांचलम इसकी जांच कर रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 27 दिसम्बर। राज्य शासन के 2 वर्ष पूरे होने पर योजनाओं तथा उपलब्धियों पर आधारित विकासखंड स्तरीय छायाचित्र प्रदर्शनी जनसंपर्क विभाग द्वारा बतौली के साप्ताहिक बाजार में लगाई गई। फोटो प्रदर्शनी में राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को सुंदर एवं आकर्षक चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित की गई है। गाँव से बाजार आये ग्रामीणों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर योजनाओं से संबंधित जानकारी प्राप्त की। प्रदर्शनी स्थल में लोगो कों योजनाओं से संबंधित ब्रोशर, पुस्तिका एवं पाम्पलेट भी दिया गया।
ग्राम पंचायत टेडगा के इंदरसाय, सुखराम, बतौली के हीरासाय ने प्रदर्शनी के संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि योजनाओं को सुंदर चित्र के माध्यम से बताया गया है। इसप्रकार के प्रदर्शनी से ग्रामीणों को योजनाओं की सहज जानकारी मिलेगी।उल्लेखनीय है कि वर्तमान सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर जनसंपर्क विभाग द्वारा विकासखण्ड स्तरीय विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, सुराजी गांव योजना, राम वनगमन परिपथ पर्यटन विकास योजना, मनरेगा, स्वावलंबन योजना आदि को आकर्षक और संक्षिप्त जानकारियों के साथ प्रस्तुत किया गया है।
अंबिकापुर, 27 दिसम्बर। कोरोना को शिकस्त देकर 4 व्यक्ति घर लौटे, वहीं 47 का इलाज जारी है।
संयुक्त संचालक एवं मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने बताया कि अम्बिकापुर के नमनाकला निवासी 17 वर्षीय महिला, 43 वर्षीय पुरूष, पटेलपारा के 63 वर्षीय महिला एवं सूरजपुर के 40 वर्षीय पुरूष को 5 दिन के हॉस्पिटलाईजेशन होने के उपरांत लक्षण रहित पाए जाने पर आज डिस्जार्च कर दिया गया है। कोविड अस्पताल अम्बिकापुर में 27 दिसम्बर की स्थिति में 49 मरीज भर्ती हैं जिनका ईलाज जारी है। इनमे सरगुजा जिले के 37, सूरजपुर जिले के 3 तथा बलरामपुर जिले के 9 मरीज शामिल हैं।
अम्बिकापुर, 27 दिसम्बर। भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी शाखा सरगुजा की कार्यकारिणी समिति की आमसभा की बैठक अब 4 जनवरी 2021 को दोपहर 12 बजे कलेक्टोरेट में आयोजित होगी। पूर्व में यह बैठक 28 दिसम्बर को आयोजित होने वाली थी। सीएमएचओ डॉ पीएस सिसोदिया ने सभी सदस्यों को उक्त तिथि एवं समय पर उपस्थित होने का आग्रह किया है।
बचेली, 27 दिसंबर। क्रिसमस का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर के गिरिजाघर में विशेष प्रार्थना हुई। ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा केक काटकर क्रिसमस मनाया और एक दूसरे को शुभकामनाएं दी है। हालांकि इस बार पर्व पर कोरोना का साया रहा। चर्च को आकर्षक झालर लाईटों से सजाया गया था, रोशनी से जगमगा रहा था। रात होते ही कैरल गूंजते रहे। बाईबिल से प्रभु यीशु का संदेश दिया गया। घरों में भी लोगों ने सजावट कर रखी थी क्रिसमस ट्री, स्टार के साथ सजाया गया था, छोटे बच्चों में इस पर्व को लेकर उत्साह देखा गया।
राजस्व सचिव सहित कलेक्टर, नजूल अधिकारी से जवाब-तलब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 दिसंबर। भगवानपुर की भूमि ख. न . 34/2 की नीलामी अधर में हो गई है। नीलामी के खिलाफ़ हाईकोर्ट ने सुनवाई के लिए केस स्वीकार किया है। हाईकोर्ट ने इस संबंध में राजस्व सचिव, रायगढ़ कलेक्टर के साथ-साथ नजूल अधिकारी से भी जवाब मांगा है।
ज्ञात हो कि इस संबंध में अपील कर्ता हनुमान प्रसाद शर्मा ने हाईकोर्ट में अपील की थी। उन्होंने रिक्त जमीन का पट्टा आबंटित करने के लिए कलेक्टर से लेकर नजूल विभाग को बरसों पहले आवेदन दिया था। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने उक्त जमीन की नीलामी का आयोजन कर दिया था।
उक्त भूमि के लिए हाईकोर्ट बिलासपुर ने अपने प्रकरण क्र. डब्ल्यूपीसी/2475 में आदेश 29 अक्टूबर को हनुमान शर्मा के 20000 वर्गफुट के आवेदन पर राज्य शासन को निर्देश दिया है तथा राज्य शासन स्तर पर यह विचाराधीन है। राज्य शासन के गाइडलाइन 11 सितंबर 2019 के अनुसार 7500 वर्गफुट से ज़्यादा आबंटन या व्यवस्थापन या पट्टा देना राज्य शासन के अधिकार में है। परंतु 22927 वर्गफुट के नीलामी के लिए सूचना निकाले जाने पर पुन: डब्ल्यूपीसी 15128/2020 को अर्जेंट सुनवाई हेतु हाईकोर्ट ने स्वीकार किया है तथा राज्य शासन ने अपने पत्र क्रमांक 3526 राजस्व मंत्रालय रायपुर ने मामले को गंभीर मानते हुए 26 दिसंबर को आदेश जारी कर उक्त मामले की जांच रिपोर्ट मंगाई है। हाईकोर्ट ने इस संबंध में राजस्व सचिव, रायगढ़ कलेक्टर के साथ-साथ नजूल अधिकारी से भी जवाब मांगा है।