महासमुन्द
पुलिस ने किसानों को अंदर जाने से रोका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 28 दिसम्बर। राष्ट्रीय किसान मोर्चा और राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में किसानों ने केंद्र सरकार के द्वारा पारित तीन कृषि कानून के विरोध में रविवार को रैली निकालकर सांसद चुन्नीलाल साहू के जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय का घेराव किया।
किसान सांसद से कृषि बिल के बारे में चर्चा करने पहुंचे थे लेकिन कार्यालय के सामने खड़ी पुलिस ने किसानों को निवास के अंदर जाने से रोक दिया। इसके बाद किसानों ने सांसद से मुलाकात करने की बात कहीं लेकिन पुलिस ने सांसद के नहीं होने की जानकारी दी। इसके बाद किसानों ने घंटों प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्रीय मांग तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा को सौंपा। किसानों ने बताया कि पिछले एक माह से दिल्ली के बॉर्डर पर कपकपाती ठंड में किसान अपने परिवारों के साथ आंदोलनरत हैं। जिनके समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान विरोधी तीनों बिल को वापस लेने के लिए रैली के रूप में सांसद निवास पहुंचे और उनका घेराव किया है। उन्होंने बताया कि सांसद चुन्नीलाल लाल साहू कृषि बिल पर चर्चा से घबराकर नदारद हो गए हैं।
पूर्व विधायक व भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ.विमल चोपड़ा, पार्षद देवींचद राठी, सासंद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, किसानों से चर्चा करने पहुंचे और पूछा कि कृषि कानून के कौन से बिन्दु में समस्या है और कौन से कानून में किसान विरोधी नियम है। उनके सवालों का किसी भी किसान ने जवाब नहीं दिया। ड ॉ. चोपड़ा ने आंदोलनकारियों से कहा कि कोई ज्ञापन देना चाहते हैं तो हमें दे दें लेकिन किसानों ने डॉ. चोपड़ा की किसी भी बात पर ध्यान नहीं दिया और न ही कोई ज्ञापन ही उन्हें सौंपा। सासंद की अनुपस्थिति में किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन देने की बात कही।