रायपुर
बैंक को फिर से शुरू करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 जुलाई। इंदिरा बैंक के करीब 3 हजार खातेदारों की 10 करोड़ राशि अब तक नहीं मिल पाई है। बैंक को डिफाल्ट हुए, 15 साल हो चुके हैं। खातेदारों ने एक बार फिर जमा राशि की वापसी की मांग की है।
इंदिरा बैंक संघर्ष समिति के कन्हैया अग्रवाल, शिव सोनी, शैलेश श्रीवास्तव ,पुरुषोत्तम शर्मा और सुरेश जैन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इंदिरा बैंक के खातेदारों का बकाया भुगतान दिलाने के साथ बैंक डूबाने के जिम्मेदारों और उनके संरक्षण कर्ताओं को सजा दिलाने की मांग की है।
बैंक के खातेदारों ने इंदिरा बैंक को डिफॉल्ट करने की 15वीं बरसी पर देश की पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, प्रियदर्शनी इंदिराजी के नाम पर स्थापित की गई बैंक को पुन: प्रारंभ करवाने के साथ ही खातेदारों की जमा राशि का भुगतान करवाने की माँग की है। खातेदारों ने कहा कि सरकार यदि चिटफंड कंपनी की संपत्ति बेचने का आदेश देकर जमा कर्ताओं का भुगतान करवा रही हैं तो इंदिरा बैंक के साजिशकर्ताओं की संपत्ति बेचकर खातेदारों का भुगतान क्यों नहीं किया जा सकता?
इंदिरा बैंक संघर्ष समिति ने बैंक के गुनाहगारों को बचाने करोड़ों रुपए लेने वाले तत्कालीन मंत्रियों और अफसरों के खिलाफ नारको टेस्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जनता के प्रतिनिधि ही षडय़ंत्र कर्ताओं के साथ हो गए हैं ,उनके खिलाफ कार्रवाई से खातेदारों को न्याय की आस जागेगी।