सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 20 सितंबर। लखनपुर विकास खण्ड का पुर्वी छोर मोहनपुर से लेकर लक्ष्मणगढ़, मानपुर, सानीबर्रा, सुखरीभंडार, सायर कुम्डेवा, कुद्दरबसवार, भकुरमा, बूले, डूफाखार, केदमा, केसमान, भुड़ूमार, सितकालो, मतरींगा, घटौन डांडक़ेसरा सहित अनेक गांवों में जंगली हाथियों के भ्रमण व उत्पात से सैकड़ों गांवों के ग्रामीण भारी दहशत में जीवन जीने को मजबूर हैं।
हाथियों का समूह कहीं फसल को चौपट कर रहा है, कहीं घरों को तोड़ रहा है तो कहीं पर लोगों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है। विगत सप्ताह केदमा क्षेत्र के ग्राम डूफाखार व भुड़ूमार में हाथी लगातार डेरा जमाये हुए हैं। दोनों गांव में 15 से अधिक घरों को तोडक़र नुकसान पहुंचा चुके हैं व मक्के धान की खड़ी फसल व घर में रखे अनाज को रौंदकर चौपट कर चुके हैं। दोनों गांव के नागरिक रात रात भर भूखे प्यासे भरी बरसात में जागने को मजबूर हैं।
क्षेत्र के भाजपा नेता द्वय राजेश अग्रवाल व विनोद हर्ष ने ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए हांथी प्रभावित दोनों ग्राम का दौरा कर लोगों की परेशानी को जानने का प्रयास किया व जनसंपर्क करते हुये टूटे हुए घरों व नष्ट की गई फसल का अवलोकन किया।
भाजपा नेता राजेश अग्रवाल ने इस संकट की घड़ी में हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए पीडि़त परिवारों व अन्य जरुरतमंदों को प्लास्टिक तिरपाल व कम्बल का वितरण किया व लोगों की प्रधानमंत्री आवास की मांग पर तत्काल प्रशासन से बात करने की बात कही, साथ ही समझाइश देते हुए कहा कि हाथियों के आगमन से पूर्व सतर्कता बहुत जरूरी है। यदि आने का लोकेशन पता चलता है तो तत्काल वन विभाग या जनप्रतिनिधियों को समय पर सूचना दें और सुरक्षित स्थान पर जगह बदल लें।
विनोद हर्ष ने कहा कि शासन को मुआवजा नीति में परिवर्तन करते हुए पीडि़त परिवारों को अग्रिम सहायता राशि देने का प्रावधान करना चाहिए, जिससे लोग अपने टूटे हुए घरों को वैकल्पिक रूप से सुधार सकें।
इस अवसर पर बन्धन राम, अशोक बाबा, सुखसाय, राजेश सिंह पैंकरा, दीनानाथ यादव, लच्छू मांझी, जगन मांझी, बिना मांझी, जयराम पटेल, रघुवीर, इन्दर गिरी, रामटहल सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।