सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 23 सितम्बर। मनरेगा के तहत बनाए जा रहे डबरी से किसानों को अल्प वर्षा की स्थिति में सिंचाई की सुविधा तो मिल ही रही है इसके साथ ही अब किसानों का रुझान नगदी फसल सब्जी की खेती की ओर बढ़ा है।
उदयपुर जनपद के ग्राम गुमगा के किसान रामरतन ने वनाधिकार पट्टे की भूमि में इसी वर्ष मई माह में मनरेगा के तहत डबरी का निर्माण कराया। डबरी में अच्छा जल भराव को देखकर किसान रामरतन को सब्जी की खेती करने की युक्ति सूझी। उसने डबरी के आस-पास लौकी, बरबट्टी, बैगन आदि लगाया। अब उसके बाड़ी से सब्जी का उत्पादन होने लगा है और साप्ताहिक बाजार परसा और डांडग़ांव में बेचने जाता है। किसान रामरतन ने बताया कि प्रत्येक बाजार में 2 से 3 हजार की सब्जी बिक जाती है।
किसान रामरतन ने बताया कि डबरी निर्माण छोटे किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। मनरेगा से मुफ्त में डबरी निर्माण तो होता ही है इसमें परिवार के सदस्यों को रोजगार भी मिलता है। डबरी बनने से सिंचाई की सुविधा बढ़ती है जिससे किसान नए फसल की खेती के लिए प्रेरित होते है। इस तरह से डबरी निर्माण से किसानों को कई फायदे है।
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत के माध्यम से किसानों की निजी जमीन पर मनरेगा के तहत डबरी निर्माण की स्वीकृति दी जाती है। डबरी के आकार के अनुसार राशि स्वीकृत होती है। राशि स्वीकृत होने पर रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायक द्वारा कार्य प्रारंभ किया जाता है। डबरी से वर्षा जल संचय के साथ ही आस-पास के जमीन में वाटर रिचार्ज भी होता है।