सरगुजा
विधायक ने डिप्लोमा पाठ्यक्रम पीजीडीसीए एवं डीसीए का किया उद्घाटन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 26 सितंबर। शासकीय लरंग साय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में विधायक बृहस्पत सिंह,नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल,जनभागीदारी समिति अशोक जयसवाल, प्राचार्य आर बी सोनवानी की उपस्थिति में स्व वित्तीय योजना के अंतर्गत डिप्लोमा पाठ्यक्रम पीजीडीसीए एवं डीसीए का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि दो दशक पहले दो कमरों के महाविद्यालय भवन की स्वीकृति हुई थी और आज उसका स्वरूप इतना बड़ा हो गया है और महाविद्यालय लगातार उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को बेहतर से बेहतर अध्ययन के लिए व्यवस्था मिल सके ऐसा मेरा लगातार प्रयास रहता है। आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि महाविद्यालय में पीजीडीसीए डीसीए की कक्षाएं शुरू हो रही है। जो गरीब छात्र छात्रा पैसे के अभाव में पीजीडीसीए डीसीए नहीं कर पाते थे, उन्हें काफी कम फीस में अब यह कोर्स कर सकेंगे।
नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मैं रहा हूं और जब महाविद्यालय का विकास होता है तो मुझे बहुत खुशी होती है। महाविद्यालय के विकास के लिए जो मेरे से सहयोग बनेगा उसे करने के लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।
जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अशोक जयसवाल ने कहा कि आज पीजीडीसीए एवं डीसीए की कक्षाएं विधायक के पहल पर प्रारंभ हो सकी हैं जिसके लिए उन्होंने उन्हें धन्यवाद दिया। महाविद्यालय के प्राचार्य आर बी सोनवानी ने कहा कि महाविद्यालय में 1300 छात्र-छात्रा अध्यनरत हैं, सात विषयों से स्नातकोत्तर की कक्षाएं संचालित है। आज से पीजीडीसीए डीसीए की भी कक्षाएं आरंभ हो गई है।
इस दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह पार्षद राजेश सोनी, विजय रावत, कौशल जैसवाल विकास दुबे, सनोज दास सहित महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
महाविद्यालय के विकास के लिए 30 लाख देने की घोषणा
विधायक बृहस्पति के द्वारा महाविद्यालय में कैंटीन स्थापित करने के लिए 10 लाख रुपए, महाविद्यालय के सौंदर्यीकरण के लिए 10 लाख रुपए एवं अन्य कार्यों के लिए 10 लाख रुपए कुल 30 लाख महाविद्यालय के विकास के लिए देने की घोषणा की।
विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि हमारे ग्रामीण क्षेत्र के बहुत से छात्र-छात्रा जो प्रतिभावान हैं, परंतु पैसे के अभाव में पढ़ाई निरंतर नहीं रख पाते, ऐसे छात्र-छात्राओं को भी मदद प्रदान की जाएगी। उनके पढ़ाई को बाधित नहीं होने दिया जाएगा।