सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 26 सितंबर। जनसंघ के संस्थापक व भाजपा के पितृ पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती पर भाजपा नगर मंडल अंबिकापुर द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन भाजपा पिछड़ा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष के मुख्य अतिथि तथा भाजपा सरगुजा जिला अध्यक्ष की उपस्थिति में संकल्प भवन भाजपा कार्यालय में किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा पिछड़ा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने पं. दीनदयाल के संस्मरण को याद करते हुए कहा कि दुनिया में सहजता और सरलता के पर्याय यदि कोई हो सकते हैं तो वह दीनदयाल ही हैं, उनका जीवन के साथ संघर्ष तथा अभाव में प्रभाव पैदा करने की उनकी क्षमता हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।
इस अवसर पर पं. दीनदयाल जी को नमन करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि पंडित दीनदयाल जैसे हमारी पार्टी के पूर्वजों ने कितने संघर्षों के बाद पार्टी को खड़ा किया है यह आज की युवा पीढ़ी को जानना चाहिए। पार्टी की लाइब्रेरी में दीनदयाल के जीवन पर आधारित किताबें रखी हुई हैं, उनका अध्ययन कर कार्यकर्ता उसे अपने जीवन में आत्मसात करें।
इस अवसर पर नगर पालिक निगम अंबिकापुर नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के एकात्म मानव दर्शन ने न सिर्फ भारत को दिशा दी बल्कि समस्त मानव जाति के कल्याण के लिए पूरे विश्व का मार्गदर्शन किया है।इस अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का पूरा जीवन संगठन के लिए समर्पित रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं को उनसे सीख ले कर आगे बढऩा चाहिए।
इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रशांत त्रिपाठी ने कहा कि दीनदयाल जी त्याग, तपस्या, और बलिदान की प्रतिमूर्ति थे। नई पीढ़ी को चिंतन और मनन करके उनके जीवन वृत्त को पढऩा चाहिए।
विचार गोष्ठी को भाजपा जिला उपाध्यक्ष मंजूषा भगत, जिला संवाद प्रमुख संतोष दास, मधु चौदाहा, आलोक दुबे, विश्व विजय तोमर, कैलाश मिश्रा, गौतम विश्वकर्मा, नीलम राजवाड़े, दीपक यादव, शुभम अग्रवाल, तथा अंकित तिर्की ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन मंडल महामंत्री दीपक तोमर तथा प्रेमानंद तिग्गा ने संयुक्त रूप से किया तथा आभार प्रदर्शन नगर युवा मोर्चा अध्यक्ष सोलू सिंह ने किया।
कार्यक्रम से पूर्व स्थानीय दीनदयाल चौक में स्थापित पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर भाजपा जिला अध्यक्ष की उपस्थिति में पदाधिकारी कार्यकर्ताओं द्वारा फूलमाला व पुष्पांजलि अर्पित की गई।