बस्तर
जगदलपुर, 3 अक्टूबर। जनपद पंचायत बकावंड के अंतर्गत आने वाले 30 से 35 ग्राम पंचायतों में 20 से 25 की संख्या मे सोलर लाइट लगा पंचायतों को लाखों का बिल देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पंचायत को जानकारी दिए ही यह काम कर दिया। जिला पंचायत सदस्य इसकी लिखित शिकायत बस्तर कमिश्नर व कलेक्टर को की है ओर जल्द से जल्द इस मामले की जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य सरिता पानीग्राही ने बताया कि जनपद पंचायत बकावंड के अंतर्गत आने वाले 30 से 35 ग्राम पंचायतों में 20 से 25 संख्या मे सोलर लाइट लगाया गया है, साथ ही ग्राम पंचायतों को 42000 से 45 हजार प्रति लाइट के हिसाब से 9 से 10 लाख का बिल पंचायतों को दिया गया है। वहीं सोलर लाइट का बिल जिला धमतरी के फर्म के द्वारा दिया गया है जो कि भंडार क्रय नियम के अंतर्गत 500000 से अधिक क्रय कोई भी ग्राम पंचायत करता है तो उसके पूर्व दैनिक समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित किया जाना अनिवार्य है।
पंचायती राज अधिनियम के मुताबिक ग्राम पंचायतों के सरपंच, जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्यों को विश्वास में लिया गया, उन्हें ज्ञात भी नहीं कि किसी मद किस योजना के तहत पंचायतों में सोलर लाइट लगाया गया है क्योंकि शासन की ही अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण क्रेटा के द्वारा लाइट लगाया जाता है। किसी की पंचायतों में अगर प्रस्ताव पारित होता है तो निम्नानुसार शासन के ही फर्म से क्रय किया जाना था, क्योंकि कोई निजी फर्म अगर सोलरलाइट लगाता है तो गुणवत्ता के मापदंड एवं रखरखाव की जवाबदारी निजी फर्म की नहीं होती, यही अगर शासन के क्रेडा विभाग से खरीदी का लगाया जाता है तो 5 साल तक देख रेख की जवाबदारी क्रेडा विभाग विभाग की होती है। बावजूद इसके भी क्रेड़ा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा इतनी बड़ी लफरवाही समझ से परे है।
सरिता पानीग्राही ने बताया कि इसकी लिखित शिकायत बस्तर कमिश्नर व कलेक्टर को की है ओर जल्द से जल्द इस मामले की जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।