बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 अक्टूबर। राजस्व पट्टे प्राप्त किसानों की जमीनों पर वन विभाग द्वारा जबरन पौधारोपण का आरोप बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा ने लगाया है। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के संयोजक व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जगदलपुर शहर अध्यक्ष नवनीत चाँद के नेतृत्व व जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष नीलाम्बर सेठिया, सचिव मोहन मौर्य, जगदलपुर ग्रामीण ब्लाक अध्यक्ष अजय बघेल की अध्यक्षता में कलेक्टर से मुलाकात कर जांच की मांग की है।
कोविड काल में बस्तर के स्वास्थ्य विभाग में डीएमएफ निधि योजना के अन्तर्गत सेवा दे रहे कर्मचारियों को वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग में पड़े रिक्त पदों व शहरी व ग्रामीण क्षत्रों में लचर व्यवस्थाओं की रिपोर्ट के बाबजूद सेवा समाप्ति का आदेश की बहाली की मांग की गई, वहीं जगदलपुर ग्रामीण ब्लाक के धनियालूर में राजस्व पट्टे प्राप्त किसानों की जमीनों पर वन विभाग द्वारा जबरन पौधारोपण करवा शेष भूमि में खेती करने पर प्रतिबंध लगा अवैध अतिक्रमण करने के मामले पर कलेक्टर से चर्चा कर समस्याओं के निवारण की मांग रखी गई।
नवनीत चाँद ने कहा कि कोविड संक्रमण काल में बस्तर वासियों की जान बचाने में अपनी सेवा देने वाले कर्मचारियों को अचानक सेवा समाप्ति तुगलगी आदेश बस्तर की स्वस्थ्य सेवा पर कठुरघात है, जिसे बस्तर की जनता नहीं सहेगी। वहीं बस्तर के किसानों को राजस्व पट्टा व वन पट्टा आबंटन के बाद भी उनकी जमीनों पर वन विभाग का अवैध अतिक्रमण कर जबरन पौधारोपण करवा बचे हुए रिक्त भूमि पर किसानों को खेती करने पर प्रतिबंध करना किसानों के साथ अन्याय है। किसानों के साथ राजस्व व वन विभाग के संयुक्त अन्याय के खिलाफ जिला कलेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।