बस्तर

निगम की सामान्य सभा में हंगामा, पक्ष-विपक्ष के बीच नोंक-झोंक
06-Oct-2021 4:40 PM
निगम की सामान्य सभा में हंगामा, पक्ष-विपक्ष के बीच नोंक-झोंक

नेता प्रतिपक्ष के माफी नहीं मांगने पर निलंबित, विपक्ष ने सदन का किया बहिष्कार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
जगदलपुर, 6 अक्टूबर।
नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक 12 बजे आरंभ हुई। सत्ता पक्ष पहले सामान्य सभा की बैठक में मुद्दों पर चर्चा करने की मांग की, वहीं विपक्ष प्रश्नकाल की मांग पर अड़ा रहा। सभापति कविता साहू ने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का अवसर दिया जाएगा। इसके पश्चात प्रश्नकाल की कार्यवाही प्रारंभ हुई।

नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे सिटी ग्राउंड और हाथी ग्राउंड खेल मैदान के निर्माण में भ्रष्टाचार और इस तरह निर्माण का आरोप लगाते हुए अपनी बातों को रखा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि अधूरे निर्माण कार्य होने की स्थिति में भी खेल मैदानों का लोकार्पण किया गया। 
महापौर सफीरा साहू और लोक निर्माण विभाग के सभापति यशवर्धन राव ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि खेल मैदानों के निर्माण का कार्य सही ढंग से हुआ है और मैदान के निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद ही उस का लोकार्पण भी किया गया है। इस बीच आयुक्त प्रेम कुमार पटेल ने कहा कि सिटी ग्राउंड निर्माण का कार्य 3 स्तर में हो रहा है, दो स्तर का काम पूरा हो चुका है 3 स्तर में दुकानों के निर्माण का कार्य चल रहा है । 

इसी तरह अनेक मुद्दों को उठाते हुए सत्ता पक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जिसके चलते सामान्य सभा की बैठक में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष और सफाई सभापति के बीच में नोंकझोंक इतनी बढ़ी कि बात धक्का-मुक्की और हाथापाई तक पहुंच गई, लेकिन पक्ष विपक्ष के नेताओं ने बीच बचाव कर मामला बिगडऩे से पहले ही बचा लिया।

दरअसल, सामान्य सभा की बैठक में पक्ष विपक्ष भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एक दूसरे के आरोप लगा रहे थे। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे वीड हार्वेस्टर मशीन और डस्टबिन खरीदी में हुए भ्रष्टाचार पर सफाई सभापति विक्रम सिंह डांगी से सवाल-जवाब कर रहे थे। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष के द्वारा निजी बातों को लेकर टिप्पणी करने के बाद दोनों के बीच विवाद हो गया। दोनों ही नेताओं के बीच धक्का-मुक्की शुरु हो गई और नौबत हाथापाई तक आ गई, लेकिन बीच बचाव करते हुए पक्ष विपक्ष के सदस्यों ने बड़ा विवाद होने से पहले ही रोक दिया।
 नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने नगर निगम सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम सामान्य सभा में आज तक इस तरह के विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई, कांग्रेसी गुंडागर्दी पर उतर गए हैं। भ्रष्टाचार की बात को दबाने के लिए निजी बातों को निकालकर विवाद खड़ा कर रहे हैं।

महापौर ने भाजपा  नेताप्रतिपक्ष द्वारा किये गए सदन में गाली गलौच और धक्का-मुक्की पर निंदा की है और कहा है कि नगर सरकार जो काम कर रही है, उससे भाजपाईयों को दर्द हो रहा हैं और सदन के अंदर नेतागिरी चमका रहे हैं। इसके पश्चात सभापति कविता साहू ने नेता प्रतिपक्ष को माफी मांगने की बात कही। जिस पर संजय पांडे ने कहा कि एमआईसी के सदस्य विक्रम डांगी के द्वारा भी माफी मांगा जाए। नेता प्रतिपक्ष के माफी नहीं मांगने पर सभापति कविता साहू ने उन्हें निलंबित कर दिया और बाहर जाने का आदेश दिया। जिस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मार्शल बुलाकर उन्हें बाहर किया जाए और इसके साथ ही पूरा विपक्ष सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर चले गए। 

इसके पश्चात नगर निगम में सत्ता पक्ष द्वारा बहुमत के आधार पर दलपत सागर सौंदर्यीकरण के कार्य कराए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। गंगा मुंडा तालाब सौंदर्यीकरण के लिए स्वीकृत 139 लाख रुपए से स्वीकृत कार्य कराए जाने के लिए निविदा आमंत्रण करने की अनुशंसा की गई। नगर निगम के 5 वार्डों सदर वार्ड प्रताप देव वार्ड बालाजी वार्ड इंदिरा वार्ड और सुभाष वार्ड को संपत्ति कर वसूली के लिए एजेंसी फर्म के माध्यम से वसूली का ठेका दिए जाने का निर्णय लिया गया। 

महापौर को 40 हजार, नगर निगम सभापति को 35 हजार और पार्षदों को 25 हजार रुपए मानदेय दिए जाने के साथ महापौर निधि 1 करोड़ 50 लाख रुपए तथा पार्षद निधि 15 लाख रुपए किए जाने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया। 
पंडित दीनदयाल उपाध्याय व्यवसायिक परिसर के प्रथम तल पर 50000 अमानत राशि और 12 प्रति वर्ग फुट किराए पर दिए जाने का निर्णय लिया गया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यवसायिक परिसर की भूतल पर स्थित चार दुकानों को शासकीय दर निर्धारित कर निविदा आमंत्रित करने की स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही शहर के निजी एवं शासकीय भवनों पर होर्डिंग्स लगाने के दर का भी निर्धारण किया गया। भूतल का नवीन शासकीय दर 23.10 लाख रुपए निर्धारित की गई है। 

प्रत्येक वर्ष  ठेका समाप्ति पर 10 फीसदी की राशि में वृद्धि होगी। ठेका नहीं होने की स्थिति में प्रति होर्डिंग्स 1 से 7 दिनों के लिए 2000 रु., 115 दिनों के लिए 3000 और 1 माह के लिए 5000 रुपए निर्धारित की गई है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news