बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 अक्टूबर। मेडिकल कॉलेज के सर्जनों ने एक बार फिर एक 24 वर्षीय युवती को नई जिंदगी दी, जहाँ युवती के हाथ मे कैंसर होने के बाद मेकाज के चिकित्सकों ने ना सिर्फ निशुल्क इलाज किया, बल्कि बाहर इलाज के दौरान लगने वाले लाखों रुपये भी बचा दी, मेकाज में हाथ के कैंसर का यह पहला इलाज है, जिसमें डॉक्टरों की टीम ने सफलता हासिल किया है।
मामले के बारे में विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीत पॉल ने बताया कि कोंडागांव निवासी तैला (24 वर्ष) काफी समय से दहिने हाथ में सूजन की वजह परेशान थी, काफी जगह उपचार करने के बाद भी आराम नहीं हो रहा था। मेकाज में जब युवती उपचार कराने के लिए आई तो जांच में बताया गया कि मरीज के दाहिने कलाई के पास रेडियस हड्डी में कैंसर है, इसके लिए ऑपरेशन करना पड़ेगा, बाहर जाने की भी सलाह दी गई, पर परिजनों ने मरीज के बाहर न जाने व यही पर ऑपरेशन कराने का फैसला लिया गया।
चिकित्सकों की टीम ने आपस में चर्चा करने के बाद यही पर ऑपरेशन करने की बात कही, साथ ही युवती के हाथ को भी बचना था, ऑपरेशन इस प्रकार हो कि हाथ पहले की तरह कार्य भी कर सके, ऑपरेशन के दौरान कैंसर वाली हड्डी को काट कर अलग किया, उसके बाद फिर पैर की हड्डी काटकर कैंसर वाली हड्डी की जगह लगाया गया, जो सफल रहा व हाथ के अधिकतर हिस्सा काम कर रहा है।
डॉक्टरों ने बताया कि अगर इसी इलाज को बाहर कराया जाता तो इसके लिए 2 लाख तक का खर्च हो सकता था, साथ ही हाथ के कैंसर का यह पहला सफल ऑपरेशन भी था। इस ऑपरेशन टीम में डॉ. सुनीत पाल, डॉ संदीप सिंग, डॉ. मुकेश डॉ. परादेश, डॉ. गुलाबकाधी, डॉ. रवि डॉ. नायक शामिल थे।