बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 अक्टूबर। बस्तर दशहरा पर्व का मुख्य कार्यक्रम 6 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान से प्रारंभ होकर 2 सप्ताह तक बस्तर क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत एवं सामाजिक समरसता का प्रतीक के रूप में मनाया जाएगा। बस्तर अंचल की मुख्य आराध्य देवी मां दन्तेश्वरी के सम्मान में श्रद्धापूर्वक मनाया जाने वाला बस्तर दशहरा उत्सव में प्रतिवर्ष के अनुरूप इस बार भी पुलिस एवं प्रशासनिक व्यवस्था लगायी जाएगी।
सुन्दरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा बस्तर पुलिस के सर्व संबंधितों को दशहरा पर्व के दौरान सतर्कता एवं अनुशासन के साथ क्षेत्र की जनता, श्रद्वालु एवं सैलानियों को सुरक्षा एवं सुविधा हेतु समर्पित होकर कार्य करने के संबंध में निर्देशित किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा बस्तर अंचल के समस्त नागरिक, सामाजिक एवं धार्मिक संगठन, जनप्रतिनिधियों, मांझी, चालकी, पुजारी, गांयता, पटेल, पत्रकार साथियों, व्यापारिक संस्थानों, स्वयंसेवी संगठन तथा सभी संबंधितों को दशहरा पर्व को सुरक्षित एवं व्यवस्थित तरीके से संपन्न करने में सहयोग प्रदाय करने का अनुरोध किया गया।
ज्ञात हो कि आने वाले दिनों में नवरात्रि, दशहरा, ईद-ए-मिलाद, धनतेरस एवं दीपावली जैसे मुख्य त्यौहारों के संदर्भ में बस्तर संभाग के समस्त जिलों में स्थानीय स्तर पर पुलिस एवं जिला प्रशासन तथा शांति समिति की बैठक आयोजित की जाकर यातायात, सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु आवश्यक पहल की जा रही है।