सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 12 अक्टूबर। ग्राम पंचायत आरा में शासकीय राशन दुकान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विवाद यहाँ तक बढ़ गया कि मामला हाईकोर्ट तक जा पहुंचा, जहाँ मामला अभी लंबित है। एक बार फिर से ग्राम पंचायत आरा के ग्रामीणों ने पूर्व पीडीएस संचालक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों ने आज राजपुर एसडीएम और कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी के समक्ष ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल ग्राम पंचायत आरा में संचालित उचित मूल्य की दुकान सहेली महिला समूह के द्वारा उप सरपंच इकबाल अंसारी चला रहा था, जहां ग्रामीणों के द्वारा 14 सितम्बर 2020 को बलरामपुर कलेक्टर के समक्ष शिकायत किया गया था।
ग्रामीणों ने अपने शिकायत में कहा था कि संचालक के द्वारा ग्रामीणों को राशन में कटौती कर वितरण किया जाता है। इसके अलावा कई मृतकों के नाम पर संचालक के द्वारा खाद्यान्न का उठाव किया जाता है, साथ ही कई राशनकार्ड की हेरा फेरी कर संचालक द्वारा अपने परिवार वालों के नाम करा कर लगातार खाद्यान्न का उठाव किया जाता है।
शिकायत के पश्चात बलरामपुर कलेक्टर ने इसकी जांच करा कर 19 अक्टूबर 2020 को संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए दुकान को तत्काल निलंबित कर दिया था, साथ ही संचालक के ऊपर एफआईआर की भी बात कही गई थी।
दुकान निरस्त हुए लगभग एक वर्ष होने को है, लेकिन अभी भी दोषी संचालक के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, ग्रामीणों द्वारा संचालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट तक अपील की गई है, जिसमें हाईकोर्ट ने अभी भी निर्णय को सुरक्षित रखा है, जिसके बाद भी उपसरपंच व पूर्व संचालक इकबाल अंसारी ग्राम पंचायत आरा का उचित मूल्य की दुकान को दोबारा लेने के लिए आवेदन कर रहा है, जिससे नाराज होकर ग्राम पंचायत आरा के ग्रामीणों ने आज राजपुर एसडीएम और कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी के समक्ष ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई है।संबंधित अधिकारी और कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा है कि न्यायालय प्रकरण के निर्णय आने के बाद ही किसी भी प्रकार का निर्णय लिया जाएगा।
अभी ग्राम पंचायत आरा का उचित मूल्य की दुकान को दूसरे ग्राम पंचायत के दुकान संचालक के द्वारा ही चलाया जाएगा।