सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 नवंबर। नगर के समीप सुंदरपुर जंगलपारा में डायल 112 के चालक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 12 घंटे के भीतर सुलझा ली है। घटनास्थल के ठीक सामने रहने वाले घर में बाप-बेटे ने नशे के दौरान हुए विवाद के कारण टांगी व डंडे से मार कर चालक की हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार को पुलिस कोआर्डिनेशन सेंटर अंबिकापुर में मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि डायल 112 का चालक सोनूलाल यादव पिता कुंजबिहारी यादव (25) केशवपुर जिला सूरजपुर का है, जो कि घटना दिवस 25 नवम्बर को अपने मित्र रमेश नेहरा के साथ बाईक में बैठकर सुन्दरपुर जंगलपारा में नशा करने गया हुआ था। वहां वे दोनों चौधरी राम के घर के सामने आपस में बात कर रहे थे, जिस पर चौधरी राम अपने घर से निकला और उनको वहां से जाने के लिये बोला। जिससे सोनूलाल और चौधरी राम के बीच विवाद हुआ और चौधरी राम का बेटा शिवभजन टंगिया लेकर सोनूलाल की ओर दौड़ा। विवाद को देखते हुये घटनास्थल से रमेश नेहरा, सोनूलाल को छोडक़र भाग गया।
सोनूलाल को आरोपी शिवभजन और चौधरी राम जो कि नशे में धुत थे, प्राणघातक हमला कर सोनूलाल की हत्या कर दी। सुबह जब घटनास्थल पर पुलिस पहुंची तो आरोपी पिता-पुत्र ने छानबीन के दौरान पुलिस से कहा कि रात में 5-6 लोगों की आवाज आ रही थी जो किसी को घसीट कर लेके जा रहे थे।
पुलिस द्वारा बारीकी से देखा गया तो घटनास्थल के पास घसीटने के कोई निशान नहीं मिले। पुलिस को समझ में आ गया था कि यह पिता-पुत्र गुमराह कर रहे हैं। इधर पुलिस ने चालक के दोस्त रमेश को पकडक़र जब पूछताछ किया तो उसने उक्त दोनों पिता-पुत्र से उन्हीं के घर के सामने विवाद करना बताया। जिसके बाद पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो दोनों ने टांगी एवं डंडे से वार कर हत्या करना स्वीकार किया।
प्रेस वार्ता के दौरान एडिशनल एसपी सरगुजा से पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि पिता-पुत्र गांजा बेचते हैं, इसकी जानकारी है क्या? प्रश्न के संदर्भ में एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि गांजा बेचने की जानकारी मिली है, जांच पड़ताल चल रही है।
श्री शुक्ला ने यह भी बताया कि आरोपी शिवभजन पहले चोरी के मामले में भी संलिप्त रहा है। श्री शुक्ला से पत्रकारों ने यह भी पूछा कि यह भी जानकारी सामने आ रही है कि मृतक चालक किसी को अपने साथ ले जा रहा था, जिसके चलते विवाद बढ़ा? प्रश्न के संदर्भ में श्री शुक्ला ने कहा कि वहां विवाद के बीच मृतक चालक थाना लाने की बात कहा होगा, जिससे पिता-पुत्र और आक्रोशित हो गए होंगे और उसकी हत्या कर दिए होंगे।
उक्त कार्रवाई में उपनिरीक्षक विद्याभूषण भारद्वाज, सउनि सिदीयुस लकड़ा, प्रधान आरक्षक विपीन तिवारी, आर.चंचलेश सोनवानी, सरोज, अरविन्द उपाध्याय, परवेज, सैनिक आसीम पन्ना, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक सुधीर सिहं,प्रवीण राठौर,आरक्षक विरेन्द्र पैंकरा व सुयस शामिल रहे।