सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,1 दिसंबर। विश्व एड्स दिवस पर उमा.वि.संस्कार महाविद्यालय लटोरी के सभाकक्ष में राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनर तले व्याख्यानमाला एवं विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एड्स-एचआईवी, टीबी और एड्स का ंम्बंध, प्रजनन पथ संक्रमण, यौन जनित बिमारी आदि विषयों पर गहन चर्चा की गई और विषय विशेषज्ञों संबंधित विषयों पर द्वारा प्रकाश डाला गया। प्रश्नोत्तरी के माध्यम से भी छात्रों को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज नारायण द्विवेदी (समाजसेवी) ने कहा कि एड्स की बिमारी के चार प्रमुख कारणों है। जिसमें असुरक्षित यौन संबंध, दूषित खून, इंजेक्शन, और गर्भवती माता से बच्चें को। इन चारों कारणों से व्यक्ति सावधान रहे तो एड्स की बिमारी से बच सकता है यानी जानकारी और सावधानी ही बचाव है। यौन जनित बिमारी और प्रजनन पथ संक्रमण से बचने के लिए व्यक्ति को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इन बिमारियों का समय पर इलाज नहीं करने से एड्स होने की आशंका बढ़ जाती है। एड्स बिमारी में व्यक्ति के बिमारियों से लडऩे की क्षमता नष्ट होने लगती है जिस कारण व्यक्ति को अनेक दूसरी बिमारी लग जाती है जो ठीक नहीं होती। एड्स रोगी को टीबी की बिमारी होने का ज्यादा सम्भावना रहती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जागेश्वर सिंह ने कहा कि किसी भी बिमारी का पहला तथ्य जागरूकता है। व्यक्ति और समाज जागरूक है तो हर समस्या का समाधान निकल जाएगा। कार्यक्रम प्रभारी भागीरथी पातर ने कहा कि व्यक्ति की स्वच्छता पर व्यक्ति का स्वास्थ्य निर्भर करता है। पोषण से व्यक्ति में शारिरिक क्षमता विकसित होती है। नशा से दूर रहकर स्वास्थ्य समाज का निर्माण कर सकते हैं।
राम नरेश ने कहा कि स्वास्थ्य समाज के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है। युवा राष्ट्र के भविष्य है और राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं के चरित्र निर्माण पर विशेष बल देती है। अनिता विश्वकर्मा ने आभार व्यक्त किया। प्रभा राजवाड़े, बिन्दु सूर्यवंशी श्रवण सिंह, समीर विश्वास ने भी अपने विचार व्यक्त किये।