रायपुर
अब तक 33 सौ सैंपल गए, 16 सौ में डेल्टा वैरिएंट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 दिसंबर। छत्तीसगढ़ में ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट है। इसी कड़ी में हाल ही में विदेश से आए बिलासपुर के दो कोरोना पॉजिटिव के सैंपल भी जांच के लिए विशाखापटनम भेजे गए हैं। इससे परे अब तक 33 सौ से अधिक कोरोना पॉजिटिव के संैपल भेजे गए थे। जिनमें से 16 सौ में ही वैरिएंट पाए गए।
डायरेक्टर महामारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में बताया कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के कुल 3329 सैंपल जांच के लिए विशाखापटनम लैब भेजे गए थे। जिनमें से 1615 में वैरिएंट की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि इनमें से 1260 में डेल्टा वैरिएंट, 26 में यूके वैरिएंट, और 38 में कापा पाए गए। बाकी अन्य तरह के थे। अभी तक राज्य में ओमिक्रॉन के एक भी केस नहीं आए हैं। डॉ. मिश्रा ने बताया कि बिलासपुर के विदेश से आए दो कोरोना पॉजिटिव के सेंपल की जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।
बिलासपुर के दोनों कोरोना पॉजिटिव की हालत सामान्य है, और वो होम आइसोलेशन में हैं। दूसरे राज्यों में ओमिक्रॉन के मरीज मिलने के बाद छत्तीसगढ़ में भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। और विदेश से आए लोगों की विशेष तौर पर निगरानी की जा रही है। इससे परे वैक्सीनेशन पर विशेष रूप से जोर दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वालों की संख्या एक करोड़ को पार कर गई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश में एक करोड़ 22 हजार 404 लोगों ने इसके दोनों टीके लगवा लिए हैं। यह प्रदेश में टीकाकरण के लिए पात्र आबादी एक करोड़ 96 लाख 51 हजार का 51 प्रतिशत है। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए विगत 1 दिसम्बर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी की शुरूआत के बाद खरीदी केंद्रों में भी कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है।
कोरोना से बचाव के टीके की पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर प्रदेश में अब तक (5 दिसम्बर तक) दो करोड़ 79 लाख 93 हजार 381 टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य में टीकाकरण के लिए पात्र 91 प्रतिशत जनसंख्या को पहला टीका लगाया जा चुका है। प्रदेश के एक करोड़ 79 लाख 70 हजार 977 नागरिक संक्रमण से बचाव के लिए पहला टीका लगवा चुके हैं।