राजनांदगांव
![सुरेश ने गिरदावरी रकबे कटने के कारण की खुदकुशी- भाजपा सुरेश ने गिरदावरी रकबे कटने के कारण की खुदकुशी- भाजपा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1639909908jn__10.jpg)
50 लाख मुआवजा दे राज्य सरकार - अभिषेक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 दिसंबर। छुरिया विकासखंड के करेगांव के किसान सुरेश नेताम की आत्महत्या की खबर मिलने पर शनिवार को पूर्व सांसद अभिषेक सिंह क्षेत्र के भाजपा नेताओं के साथ उनके परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे और उनकी पत्नी तथा 3 पुत्रियों से बातचीत की और हालचाल जाना तथा शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
परिवार से मिलने के पश्चात अभिषेक सिंह ने दावा करते कहा कि सुरेश कुमार नेताम 3.8 एकड़ जमीन का मालिक था और विगत कई सालों से 3 एकड़ का पंजीयन हुआ करता था, परंतु इस वर्ष गिरदावरी के नाम पर शासन ने डेढ़ एकड़ का पंजीयन किया। जिसकी चिंता में कि उसका कर्ज कैसे पटेगा, यह सोच कर उक्त किसान ने मजबूरी में आत्मघाती कदम उठाया।
श्री सिंह ने कहा कि दुर्भाग्य का विषय है कि छत्तीसगढ़ में ऐसी सरकार है, जिन्होंने गंगाजल की कसम खाकर किसानों का एक-एक दाना खरीदने की बात की थी, परंतु ठीक उसके विपरीत शासन के इशारे पर जानबूझकर किसानों का रकबा कम किया जा रहा है। जिसके कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। उन्होंने पीडि़त परिवार से मिलने के बाद उनकी तीन बेटियों के भविष्य की चिंता करते छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि पीडि़त किसान परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाए, अन्यथा भाजपा आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
श्री सिंह ने कहा कि एक और जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के किसानों को 50 लाख रुपए का चेक वितरण करते हैं तो वहीं सरकार की गलत नीतियों की वजह से आत्महत्या करने पर मजबूर किसान को 50 लाख रुपए क्यों नहीं दिए जाएंगे और अगर सरकार ने इसमें हीलहवाला किया तो भाजपा पूरे प्रदेश में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर को किसान के रिकॉर्ड में पंजीयन का रकबा 1.5 एकड़ था, परंतु जैसे ही किसान की आत्महत्या की बात शासन को पता चली तो प्रशासन नींद से जागा और 17 दिसंबर को उसके रिकॉर्ड में 2.15 एकड़ का पंजीयन दिखाया जाने लगा इस तरह से शासन ने मामले को दबाने के लिए लीपापोती कर रिकॉर्ड को बदलने का कुत्सित प्रयास किया है। जिसका प्रमाण प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है।
मीडिया सेल के अनुसार अभिषेक सिंह के साथ पूर्व विधायक संजीव शाह, दिनेश गांधी, चंद्रिका डडसेना एवं किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष हीरेंद्र साहू भी साथ में थे।