गरियाबंद
गांवों में अलर्ट, वन विभाग मुस्तैद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 21 दिसंबर। गरियाबंद जिले के नवागढ़ और धवलपुर के जंगलों में मंगलवार की सुबह लोगों ने 30 हाथियों को घूमते हुए देखा। इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर लोगों को नहीं जाने की अपील करती रही।
वन परिक्षेत्र अधिकारी तुलाराम सिन्हा ने बताया कि धवलपुर वन परिक्षेत्र के पास पहुंचे इस दल में लगभग 30 हाथी हैं। हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग का अमला मुस्तैद है।
हाथियों का दल लगातार गरियाबंद जिला को कॉरिडोर बना चुका है। इन हाथियों को भगाया कैसे जाए, यह विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। मिली जानकारी अनुसार 30 हाथियों का दल धवलपुर एवं नवागढ़ परिक्षेत्र के पहाड़ी वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है। पुराने रूट के आधार पर चिंदाभाटा-कामेपुर चिपरी सेमरा, खरता होकर धमतरी वनमण्डल की ओर जा सकता है। गजराज दल द्वारा मूवमेंट लोकेशन ट्रेसिंग हेतु ट्रेकिंग कार्य किया जा रहा है।
इन गांवों में जारी किया अलर्ट
हाथियों के दल को देखते हुए जिले के इन गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। जिसमेंं ग्राम चिन्दाभाटा, कामेपुर, भैसामुड़ा, घटाउद, साल्हेभाट, कोदोभाट, भटगांव, गोबरा, कांटीपारा चिपरी, सेमरा, रावणडिग्गी, आमागांव, खरता, सेमहरढाप शामिल है।
महासमुंद में हाथियों की लोकेशन बदलने से रातभर परेशान रहे कर्मी
गरियाबंद से लगे महासमुंद में गरियाबंद से लौटे पांच दंतैल ने मंगलवार की रात विभाग के कर्मचारियों व हाथी मित्र को खूब छकाया। रातभर कर्मचारियों ने दंतैल को गांव की बस्ती से निकालने के लिए मशक्कत की। दंतैल बनसिवनी व घोघीबाहरा गांव के अंदर घुसकर ब्यारा के अंदर केला पेड़ और किसान के धान को नुकसान पहुंचाया है। रात में ये एक दूसरे से अलग भी हो गए थे, जिनकी वजह से टीम को रात को भी अलग-अलग होना पड़ा।
वन परिक्षेत्र अधिकारी टीआर सिन्हा ने बताया कि रात को पांचों दंतैल ने कर्मचारियों को खूब छकाया। पांचों दंतैल अलग होकर बस्ती और ब्यारा में घुस गए थे। विभाग के अनुसार रविवार को ये पांचों दंतैल ने गरियाबंद के पांडुका रेंज से हुए बकम, गौरखेड़ा होते हुए महासमुंद रेंज में प्रवेश किया था।