बस्तर
जगदलपुर, 22 दिसंबर। भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने जारी बयान में कहा है कि कोंटा नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस द्वारा सत्ता का खुलकर दुरुपयोग किया गया। मंत्री कवासी लखमा व उनके पुत्र हरीश कवासी द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों को डरा-धमका कर मतदान प्रभावित करने का प्रयास किया गया। कोंटा नपं चुनाव में कुछ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ता की तर्ज पर कार्य किया गया, ये लोकतंत्र के लिए घातक है।
कोंटा में पदस्थ बीआरसी द्वारा अपने ही निवास को अस्थाई कांग्रेस कार्यालय बनाकर मंत्री व जिपं अध्यक्ष को बैठा कर खुलेआम लाखों रूपये का बंटवारा किया गया। बीआरसी का कृत्य लोकतंत्र को शर्मसार कर देने जैसा था, एक ब्लॉक स्तर का अधिकारी द्वारा अपने निवास में अधिकारी व कर्मचारी को बुला कर डराना, धमकाना, स्थानांतरण की धमकी देने का पर्याप्त सबूत है। इसी तरह सुकमा जिले के एक अफसर ने नंप चुनाव में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया गया।
इसी तरह कोन्टा के ही एक ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा खुलेआम कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया गया और पैसा वितरण किया गया। उक्त सचिव भी कोंटा बीआरसी का छोटा भाई है।
कोन्टा के ही वार्ड क्रं. 7 के महिला प्रत्याशी के पति साई श्रीनु द्वारा नामांकन दिवस से लेकर मतदान दिवस तक खुलेआम कांग्रेस के पक्ष में प्रचार प्रसार किया गया। इनके द्वारा सोशल मीडिया में भी भाजपा को बदनाम करने के उद्देश्य से गलत खबरों को वायरल किया गया, जिसकी लिखित शिकायत भी की गई लेकिन कार्रवाई शून्य रही।
कोन्टा नपं के रिटर्निंग अधिकारी द्वारा एकतरफा कांग्रेस के पक्ष में कार्य किया गया। भाजपा द्वारा किए जा रहे शिकायतों को बिल्कुल भी नहीं सुना गया। इसी तरह कोन्टा के एक शिक्षक व शिक्षाकर्मी द्वारा भी कांग्रेस के पक्ष में कार्य किया गया। कोन्टा के एक शिक्षक द्वारा तो भाजपा प्रत्याशी बाबुराव को 50 हजार रूपये नगद देकर चुनाव से पृथक होने के लिए कहा गया।
सरकारी तंत्र का इतना बेजा इस्तेमाल लोकतंत्र में देखने को और कहीं नहीं मिलेगा। वस्तुत: मंत्री और उसके जिला पंचायत अध्यक्ष पुत्र ने अपनी हार को पहले ही भाँप लिया और उनसे जो कुछ हो सका, वोटरों को खऱीद फऱोख्त, सरकारी तंत्र का अपने दवाब में पूरी तरह उपयोग किया, धनबल, बाहुबल, सत्ताबल, पैसे और शराब की भरपूर डोज कोंटा में इस्तेमाल किया किया।