रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जनवरी। तेलीबांधा इलाके में फर्जी दस्तावेज बनाकर निजी भूमि को बेचने के मामले में आरोपी राजेंद्र कुमार, अवधेश गुप्ता के विरूद्ध अपराधिक षडय़ंत्र रचते हुए अन्य आरोपियों को शामिल कर भूमि विक्रय मामले में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार निर्मला देवी चौधरी देवधर झारखंड की निवासी ने तेलीबांधा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पति स्व. काशी प्रसाद चौधरी के नाम पर कृषि भूमि खसरा नंबर 426/36, 428/5, 430/112 भूमि है, जो सरकारी रिकॉर्ड में मृतक के नाम से काबिज है।
उन्होंने बताया कि स्व.काशी प्रसाद चौधरी की मृत्यु 19.04.2021 को हो गई थी। जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र नगर निगम कानपुर के द्वारा जारी किया गया है। उक्त भूमि को फर्जी दस्तावेज बनाकर स्व.काशी प्रसाद चौधरी के नाम से दिनांक 4.12.21 को बेचा हुआ बताया गया। जो कि संभव नहीं है।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर भूमि की रजिस्ट्री के घटना की सूचना जब पुलिस के द्वारा अधिकारियों को मिली। जिसे संज्ञान में लेते हुए थाना तेलीबांधा पुलिस के द्वारा दस्तावेज के आधार पर आरोपियों की पतासाजी शुरू कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों में शिवदास मानिकपुरी (47), शिवदास गुप्ता (46 ), गणेश अग्रवाल (40), अवधेश गुप्ता (46), उमेश कुमार यादव (33), जितेंद्र यादव (28), अभिषेक कुमार सोनी (35), गिरीश कुमार वर्मा (26), योगेश यादव (32), राजेंद्र कुमार अग्रवाल (42) सभी रायपुर निवासी बताए गए है।
उनके पास से करीब 9 लाख 99 हजार नगदी और अन्य भूमि फर्जी दस्तावेज बरामद किया गया। आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 13/22 धारा 420, 467, 468, 471, 419, 120/बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है।