महासमुन्द
खेतों में जमा पानी निकालें-खुद को भी रखें सुरक्षित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 जनवरी। कृषि विज्ञान केंद्र के एसके वर्मा ने बताया कि 24 घंटे हो रही बारिश से साग सब्जी, चना, दलहन व तिलहन के फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। खेतों में इस बारिश से पानी भर गया है। पानी निकासी के बाद जब धूप निकलेगा तो फसल में कीट प्रकोप बढ़ेगा। जिला स्वास्थ्य अधिकारी एनके मंडपे ने कहा कि बारिश से स्वास्थ्य में असर पड़ रहा है। इससे वायरल भी बढ़ रहा है। सर्दी, खांसी व बुखार के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। लोगों को चाहिए की गर्म स्थानों पर रहे।
कृषि अधिकारी बताते हैं कि जिले के 66 हेक्टेयर में गेंहू, 222 हेक्टेयर में मक्का व 12 हेक्टेयर में ली गई चने की पसल इस बारिश से पूरी तरह प्रभावित हुई है। यदि 14 जनवरी तक ऐसा ही मौसम रहा तो आगामी समय में इनके भारी नुकसान की संभावना है। मालूम हो कि महासमुंद विकासखंड में 38.1 इंच बारिश दर्ज की गई है। वहीं सरायपाली में 4.2, पिथौरा में 4.6, बागबाहरा में 6.4 एवं बसना में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
इससे चना, सब्जी व दलहन तिलहन को काफी नुकसान पहुंचा है। पिछले 38 घंटे से जिले में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। पिछले सप्ताह भी दो दिनों तक मौसम खराब थी। इस वक्त धान की कटाई तो हो गई है लेकिन दलहल, तिलहन और गेहूं की खेती को काफी नुकसान हो रहा है। बेमौसम बारिश के चलते ठंड भी बढ़ गई है। इस बारिश का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। निजी व शासकीय अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सर्दी, खांसी व बुखार के मरीजों में वृद्धि हुई है। शासकीय अस्पताल में 70 से 80 लोग सर्दी खांसी की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।