महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 26 अप्रैल। महासमुंद लोकसभा क्षेत्रांतर्गत कुरूद विधानसभा में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। शादी सीजन एवं हीटवेव के चलते मतदान केंद्रों में कतार नजर नहीं आई। वोट डालने ने लिए लोगों में पहले जैसा उत्साह नहीं दिखा। शाम 4 बजे तक क्षेत्र में 65 फीसदी मतदान होने की जानकारी मिली। विधायक अजय चन्द्राकर ने राजधानी से आकर कुरुद में वोट डाला। कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू ने कुरुद के विभिन्न पोलिंग बूथ में जाकर स्थिति का जायजा लिया।
महासमुंद लोकसभा चुनाव में वैसे तो 17 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। भाजपा प्रत्याशी रुपकुमारी चौधरी मोदी गारंटी और कांग्रेसी उम्मीदवार ताम्रध्वज साहू पार्टी के घोषणा पत्र और एक वर्ग से विषेश समर्थन मिलने की उम्मीद पर चुनाव लड़ा है। नगर में सुबह से मतदान धीमी गति से चलता रहा, जो दिन भर में गति नहीं पकड़ सका। मीडिया वाले मतदाताओं की कतार वाली फोटो के लिये तरस गये। ग्रामीण क्षेत्र का भी यही हाल था। कई जगह मतदान दल आंखें बिछाए मतदाताओं का इंतजार करते नजर आये। इस बार भी प्रमुख सियासी दलों ने वोटरों के लिये वाहन और चाय, नास्ते का इंतजाम किया गया था। सुरक्षा व्यवस्था पहले जैसी नजर नहीं आई।
कुरुद विधायक अजय चन्द्राकर ने साढ़े दस बजे कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र में पहुंचकर अपने मत का प्रयोग किया। बाहर निकल उन्होंने बताया कि मोदी की गारंटी पूरे देश में काम कर रही है, लोग देश में फिर से मजबूत सरकार बनाने बढ़चढ़ कर वोट कर रहे हैं। एक प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेरे प्रभार वाले बस्तर, कांकेर और महासमुंद लोकसभा में स्पष्ट रुप से भाजपा प्रत्याशी बड़े अंतर से जीतेंगे।
इस मौके पर सुरेश अग्रवाल, भूपेंद्र चन्द्राकर,मोहन अग्रवाल आदि मौजूद थे। इसी तरह महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू ने कुरुद विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर कार्यकर्ताओं से भेंट मुलाकात कर स्थिति का जायजा लिया। प्रेस प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए उन्होंने भी अपनी जीत का दावा करते हुए बताया कि इस बार मतदाताओं ने जुमलेबाज पार्टी को सबक सिखाने कांग्रेस के न्याय घोषणा पत्र से प्रभावित होकर मतदान किया है लिहाजा महासमुंद से उनकी जीत पक्की है। तारिणी चन्द्राकर, राजकुमारी दीवान, तपन चंद्राकर सहित अन्य कांग्रेसी उनके साथ थे।