महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 जनवरी। महासमुंद छत्तीसगढ़ संयुक्त पुलिस परिवार की महिलाएं कल शुक्रवार को अपने बच्चों को साथ लेकर कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचीं और जिला प्रशासन व पुलिस अधीक्षक को गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि उज्जवल दीवान व पुलिस परिवार के अन्य सदस्य रिहा नहीं होंगे तो वे अनशन के लिए बाध्य होंगी।
संयुक्त पुलिस परिवार की महिलाओं ने बताया कि पुलिस कर्मियों के उत्थान के लिए वैध बुनियादी मांगों को पूरा करने की मांग शासन के संज्ञान में लाने के लिए 10 जनवरी को राजधानी रायपुर में पूर्ण सम्मेलन एवं रैली के माध्यम से शासन को ज्ञापन सौंपे जाने का कार्यक्रम था। संयुक्त परिवार की तरफ से उज्जवल दीवान ने उक्त सम्मेलन के लिए किसी प्रकार का आह्वान नहीं किया था। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन ने उज्जवल दीवान व पुलिस परिवार के अन्य सदस्यों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर अन्यायपूर्ण एवं अवैधानिक तरीके से 9 जनवरी को हिरासत में लेकर केंद्रीय जेल भेजा दिया। पुलिस प्रशासन का उक्त कार्रवाई घोर निंदनीय है। साथ ही पुलिस परिवार के वैध मांगों को बलपूर्वक कुचलने का पर्याय और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। अत: उज्जवल दीवान व अन्य सदस्यों की रिहाई जल्द होनी चाहिए।