सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 24 जनवरी। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के द्वारा 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कोरोना नियमों का पालन, मास्क और सोशल डिस्टेंस द्वारा कार्यक्रम को क्रियान्वित किया गया। इस अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों ने अपने विचारों को भी साझा किये।
इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गिरीश गुप्ता प्राचार्य लाइवलीहुड कॉलेज अंबिकापुर एवं एम. सिद्दीकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा, अशोक सिंह बी.पी.ओ. मैनपाट, अरूण कुमार गुप्ता, बी.पी.ओ.लुंड्रा की उपस्थिति रहीं। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें बालिकाओं का अच्छा प्रदर्शन रहा। सेल्फी विथ डॉटर, निबंध, विचार लेखन, कविताएं, सोंग एवं भाषण द्वारा बालिकाओं ने अपनी प्रस्तुति दी।
गिरीश गुप्ता ने बताया कि बेटियां कोमल स्वभाव वाली अवश्य होती हैं, परन्तु बेटियां किसी से कमज़ोर नहीं होती। बेटे अक्सर चले जाते हैं मां-बाप का दिल तोडक़र।
इसी तारतम्य में एम. सिद्दीकी ने बताया कि बेटी बचाओ और जीवन सजाओ, बेटी पढ़ाओ और खुशहाली बढ़ाओ। आज इस खास दिन को मनाने की मुख्य वजह देश की बेटियों को सशक्त बनाने के लिए जागरूकता पैदा करना। ऐसा कोई काम नहीं, जो बेटियां न कर पाई है, समाज में आज भी कई लोग बालिकाओं और महिलाओं को आगे बढ़ाने में बाधक बने हुए हैं। उनकी महिलाओं और लड़कियों को लेकर आज भी सोच संकुचित ही है। ऐसे में बालिकाओं के प्रति समाज के लोगों की सोच बदलने हेतु हर वर्ष राष्ट्र स्तर पर राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया जाता है।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में आंचल दास, यशोदा रजवाडे, राधा सिंह, दशमेश रजवाडे, कुंदन, गीतांजली, गौरव एवं शुभंकर आदि का उत्तीर्ण स्थान रहा। इन्हें सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम में रमेश यादव, अंजूमाला, विवेक सिंह, जागेश्वर आदि की गरिमामय उपस्थिति रहीं।