बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 19 फरवरी। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में कुशलता लाने के लिए स्वयंसेवक के रूम में ग्राम स्तर पर पारा मोहल्लों में मितानिनों का सहयोग लिया जाता है। उनमें कार्यक्रम उन्मुखीकरण और दक्षता बढ़ाने हेतु बलौदा बाजार जिले में उक्त मितानिन के लिए 26 वें चरण का प्रशिक्षण जारी है।
प्रशिक्षण के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि यह प्रशिक्षण वर्तमान में जिले के पांच विकास खंडों सिमगा,भाटापारा, पलारी,बिलाईगढ़, कसडोल में आयोजित किया जा रहा है इसमें लगभग 2539 मितानिन प्रशिक्षण ले रही हैं। सात दिवसीय यह प्रशिक्षण आवासीय है।
मितानिन कार्यक्रम की जिला समन्वयक संधाना कोसरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य समुदाय और स्वास्थ्य के बीच मितानिन को एक मजबूत कड़ी के रूप में विकसित करने के साथ-साथ उन्हें विविध प्रकार की जानकारियों से अपडेट करना भी है।
इस प्रशिक्षण में निमोनिया,गर्भवती माताओं के खतरे की पहचान कर उनको रेफर करना, नवजात के परिवार का भ्रमण, नाक कान गले की समस्या के मरीजों की स्क्रीनिंग कर उन्हें जांच के लिए भेजना, बुजुर्गों की देखभाल, टीबी, मलेरिया, कुष्ठ ,फाइलेरिया जैसे संचारी रोग एवं मानसिक स्वास्थ्य, शुगर, रक्तचाप जैसे गैर संचारी रोगों के संबंध में मितानिनों को जिले की मितानिन प्रशिक्षिका तथा विकासखंड कार्यक्रम समन्वयक मितानिन कार्यक्रम द्वारा दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण में खंड चिकित्सा अधिकारियों सहित विकास खंड एवं जिलों में कार्य कर रहे विभिन्न प्रोग्राम के सुपरवाइजर, जिला सलाहकार एवं समन्वयक भी उक्त प्रशिक्षण में समय-समय पर जाकर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। मितानिनों द्वारा अपने क्षेत्रों में हर मौसम में भ्रमण किया जाता है साथ ही दवाइयां एवं अन्य जरूरी आवश्यक सामग्री मरीजों तक पहुंचाई जाती है, ऐसे में उन्हें मौसम से राहत देने हेतु इस प्रशिक्षण में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मितानिन कार्यक्रम से जुड़े मितानिन, मितानिन प्रशिक्षकों, स्वस्थ पंचायत समन्वयक और विकासखंड समन्वयक को छाता और बैग भी प्रदान किया जा रहा है जिससे वह अपना कार्य सरलता पूर्वक कर सकें।