गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 मार्च। नगर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में विश्व जल दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिनमें छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए उत्साहपूर्वक भाग लिया। ‘‘जल ही जीवन है’’ की प्रासंगिकता पर विश्व को जल संकट से बचाने व जल संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु प्रतिवर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इसे पहली बार ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन की अनुसूची क्रमाँक 21 में आधिकारिक रुप से इसे जोड़ा गया था।
विश्व जल दिवस एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है। इसी परिप्रेक्ष्य में विद्यालय में छात्रों को जल संरक्षण के प्रति सजग सक्रिय करने हेतु भाषण, चित्रकला, स्लोगन व निबंध लेखन का आयोजन व्याख्याता समीक्षा गायकवाड़ के मार्गदर्शन हुआ। कार्यक्रम में प्राचार्य बी.एल. धु्रव, प्रधानपाठक एजी गोस्वामी, वरिष्ठ व्याख्याता आरके यादव, एमके चंदन, एमएल सेन, सागर शर्मा ने उद्बोधनों द्वारा विद्यार्थियों को जीवन में जल की अनिवार्यता एवं पृथ्वी पर आगामी जल संकट की जानकारी दी।
व्याख्याता एसके सूर्यवंशी, कमल सोनकर, गोपाल देवांगन, संकुल समन्वयक सुभाष शर्मा, शिखा महाडिक़, पी.एल.ठाकुर, एन.एल साहू, नेतराम साहू, कैलाश साहू, अंजु मार्कण्डेय, अंगेश गंगेले ने छात्रों को जल संरक्षण के महत्व और उपयोगिता की प्रेरणा दी।
चित्र कला प्रतियोगिता में कक्षा सातवीं के रूपेश देवांगन प्रथम, कक्षा आठवीं के मयंक देवांगन द्वितीय रहें। स्लोगन प्रतियोगिता में कक्षा सातवीं के वंश सचदेव प्रथम, लक्ष्मण धु्रव व भास्कर सोनकर द्वितीय स्थान पर रहें। भाषण प्रतियोगिता कक्षा सातवीं के मयंक पटेल प्रथम व पवन निषाद द्वितीय रहें। सोनू पटेल, कृष्णा पटेल, देवेन्द्र निषाद, सुभाष निषाद, लोकेश धीवर आदि छात्रों का प्रदर्शन प्रशंसनीय रहा।