बस्तर
समाज प्रमुखों से आदिवासियों को वनाधिकार पत्र का लाभ दिलाने की सहयोग की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के बहुसंख्यक आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुख-दुख एवं प्रत्येक परिस्थितियों में आदिवासियों के साथ खड़ी है।
श्री बघेल रविवार को जगदलपुर प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों से भेंटकर उनके मांगों के संबंध में चर्चा की। श्री बघेल ने सामाजिक प्रतिनिधियों को आदिवासियों की संवैधानिक हितों की रक्षा एवं उनकी जायज मांगों के निराकरण हेतु उचित कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार राज्य के आदिवासियों को अधिक से अधिक संख्या में वनाधिकार पत्र का लाभ प्रदान कराने हेतु पुरी ईमानदारी के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों को अधिक से अधिक संख्या में वनाधिकार पत्र का लाभ दिलाने हेतु शासन एवं प्रशासन का पूरा सहयोग करने की अपील भी की।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, महापौर सफीरा साहू भी विशेष रूप से उपस्थित थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में शासन-प्रशासन और आप सबकी सहयोग से बस्तर में अमन एवं शांति व्यवस्था कायम हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में पेेसा कानून उचित क्रियान्वयन एवं युवाओं को रोजगार दिलाने हेतु कारगर कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया की उनकी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ उनके मांगों के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करेगी।
इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग के अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर एवं अन्य सामाजिक प्रतिनिधियों के अलावा संभाग आयुक्त श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी., कलेक्टर रजत बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।