कोण्डागांव
कोण्डगांव, 15 अप्रैल। शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के एमएससी रसायन शास्त्र के छात्र-छात्राओं द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की पेयजल परीक्षण प्रयोगशाला का भ्रमण किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की केमिकल सोसायटी द्वारा प्रायोजित किया गया था।
भ्रमण के दौरान प्रयोगशाला के केमिस्ट नरहरी सिंह द्वारा छात्र-छात्राओं को पेयजल की शुद्धता के संबंध में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स के विभिन्न मानकों के बारे में विस्तार से बताते हुए। उनके विश्लेषण की विधियां समझाई गई। उन्होंने पानी में पाए जाने वाले रासायनिक, भौतिक और सूक्ष्म जीवों के प्रदूषण के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह से रासायनिक परीक्षण के लिए स्पेक्ट्रोफोटोमीटर, पीएच मीटर, कंडक्टोमीटर, टर्बीमीटर, आदि आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही उनके द्वारा फ्लोराइड, आयरन, लेड जैसे प्रदूषकों का परीक्षण करके भी दिखाया गया। उन्होंने बताया कि पूरे बस्तर क्षेत्र में अधिकांश स्थान के पानी में आयरन अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है।इसके साथ ही बताया कि जिले के कुछ स्थानों में फ्लोराइड जो कि बेहद खतरनाक है। जो हानिकारक स्तर पर पाई गई है। इस दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता डी सी नारनौरे द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ बातचीत करते हुए बताया गया कि, यह प्रयोगशाला राष्ट्रीय स्तर की है।
हाल ही में इसे एनएबीएल द्वारा सर्टिफाई किया गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की प्रयोगशालाएं अभी प्रत्येक ब्लॉक में बनने वाली है अत: निकट भविष्य में उन्हें इस तरह की प्रयोगशालाओं में कार्य करने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। डीसी नारनौरे द्वारा महाविद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए। उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा जल के विश्लेषण की जिन विधियों को महाविद्यालय में पढ़ा जाता है। उनके व्यावहारिक उपयोग को देखकर छात्र निश्चित रूप से प्रोत्साहित होंगे। इस दौरान प्रयोगशाला सहायक के रूप में पदस्थ श्यामलाल, अघन सिंह सोरी, पतिराम मरकाम व मिथलेश कुमार भी मौजूद रहे। इसके तहत महाविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग के प्राध्यापक के रूप में नसीर अहमद, डॉ. आशीष कुमार आसटकर, चित्र करण पटेल, गायत्री वर्मा, व प्रयोगशाला तकनीशियन सी ए धनेलिया सहित एमएससी रसायन शास्त्र के द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर के 38 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।