रायगढ़

भांजी ने मामा को लगाई साढ़े तीन लाख की चपत
28-Apr-2022 5:08 PM
भांजी ने मामा को लगाई साढ़े तीन लाख की चपत

धोखाधड़ी केस में यू ट्यूबर युवती गिरफ्तार व जेल दाखिल  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 28 अपै्रल।
चक्रधरनगर पुलिस द्वारा ऑनलाइन फ्राड के केस में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीडि़त व्यक्ति की भांजी को गिरफ्तार किया गया है जो उसके मामा (पीडि़त) के बैंकिग के लिये रजिस्टर्ड मोबाइल सिम का दुरूपयोग कर यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन रूपये अपने परिचितों को ट्रांसफर करती थी और बाद में उनसे रूपये ले लिया करती थी। खास बात यह है कि यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन रूपये ट्रांजेक्शन करना युवती यू ट्यूब से देखकर सीखना बताती है। धोखाधड़ी के आरोप में आरोपिया को 26 अपै्रल को चक्रधरनगर पुलिस द्वारा जेएमएफसी  रायगढ़ के न्यायालय रिमांड पर भेजा गया।

लोक निर्माण विभाग उप संभाग रायगढ़ में स्थल सहायक के पद पर पदस्थ वेणुधर दास वैष्णव ( 50 ) निवासी बाजार पारा थाना तमनार द्वारा  26 अपै्रल को थाना चक्रधरनगर में आकर भारतीय स्टेट बैंक शाखा चक्रधरनगर के बचत बैंक खाता से 17 सितंबर 21 से 21 अक्टूबर 2021 के बीच खाते से कुल रकम 3,53,776 रूपये अज्ञात व्यक्ति  द्वारा ऑन लाईन अनाधिकृत रूप से आहरण कर ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पीडि़त ने बताया कि जिस खाते में वेतन आता है, उस बैंक एकाउन्ट में रजिस्ट्रर्ड मोबाइल नम्बर मोबाईल सेट सहित गुम हो गया था। 22 अक्टूबर 21 को जब बैंक पैसा निकालने गया तो कैशियर बताया कि उक्त बैंक खाते से 17 अगस्त से 21 अक्टूबर 21 के बीच विभिन्न तारिखों में किस्तों से कुल 3,53,776 रूपये आनलाईन अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनाधिकृत रूप से आहरण कर धोखाधड़ी कर ठगी किया है। थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक अभिनव कांत सिंह द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को ऑनलाइन ठगी से अवगत कराया गया जिस पर सीएसपी योगेश कुमार पटेल द्वारा साइबर सेल, बैंक की मदद से तत्काल पीडि़त के रूपये जिन गेटवे के माध्यम से ट्रांसफर किये गये हैं, उन्हें होल्ड कराया जावे।

17 जुलाई 21 से 21 अक्टूबर 2021 के बीच जिन गेटवे के माध्यम से रूपये जिन्हें ट्रांसफर किया गया है, उनसे सम्पर्क किया गया, जिस पर जुटमिल क्षेत्र का युवक भी कुछ रूपये प्राप्त किया था जिससे हिक्मत अमली से पूछताछ करने पर तमनार की युवती द्वारा रूपये उसके खाते में ट्रांसफर करना बतायी। ततकाल प्रधान आरक्षक सतीश पाठक हमराह स्टाफ के तमनार रवाना हुये जहां पहले प्रार्थी पीडि़त से मिलकर उसे युवती के बारे में बताये तो वह दंग रहा गया और बताया कि युवती प्रभाती बैरागी उसकी भांजी है। चक्रधरनगर पुलिस द्वारा युवती को हिरासत में लेकर थाना लाये जिसने अपने मेमोरंडम बयान में धोखाधड़ी का खुलासा किया गया।

आरोपी प्रभाती बैरागी निवासी बाजार पारा तमनार ने बताया कि पिछले साल उसे उसके मामा वेणुधार दास वैष्णव का मोबाइल सिम मिला, उसने यूट्यूब, इंटरनेट के माध्यम से यूपीआई का उपयोग कर पैसा ट्रांसफर करना सीखी जिसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल सिम का अपने मोबाइल सेट में उपयोग कर दूसरे अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने लगी और कई बार दुकानों में बार कोड का इस्तेमाल कर शॉपिंग भी की। इस तरह वह उसके मामा को धोखे में रखकर पकड़े जाने के डर से रजिस्टर्ड सिम का उपयोग कर अपने परिचितों को रुपए भेजती और बाद में उनसे रुपए प्राप्त कर लेती थी। चक्रधरनगर पुलिस द्वारा मामले को गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई कर आरोपिया को अपराध कायमी के 24 घंटे के भीतर धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। 

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