बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 2 मई। छग वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ विगत वर्षों से अपने औचित्य पूर्ण मांगों को लेकर शासन एवं प्रशासन के समक्ष पत्राचार के माध्यम से अनुरोध करता आ रहा है।
शासन प्रशासन द्वारा संघ की मांगों पर ध्यान न देते हुये मांगों को लंबित रखा गया है, जिससे वन विभाग के लिपिक कर्मचारियों में काफी आकोश व्याप्त हैं, जिसको लेकर 27 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। वहीं छग वन 5. (जगदलपुर वृत्त) लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ अपने निम्नांकित मांगों को पूर्ण करने का अनुरोध करता है।
छ.ग. तृतीय श्रेणी (लिपिक वर्गीय) वन सेवा भर्ती नियम को अद्यतन करते हुए लेखापाल के 317 पदों को सहायक ग्रेड-1 एवं सहायक ग्रेड-1 के 78 पदों को लेखा अधीक्षक के पद में समाहित किये जाने संबंधी प्रस्ताव को वित्त विभाग से सहमति, छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य विभागों की भांति वन विभाग में भी लिपिक कर्मचारियों के लिए विभागीय परीक्षाओं का आयोजन हो, जिससे वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी भी राजपत्रित / उच्च पदों पर पदस्थ हो सके। (जगदलपुर वृत्त छ.ग. राज्य के राजस्व विभाग की भांति अधीक्षक पद को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा दिया जावे, वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत डाटा एण्ट्री ऑपरेटरों का पदोन्नति चैनल लागू करें।
वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत वायरलेस ऑपरेटरों का पदोन्नति चैनल लागू करें, लिपिक संवर्ग के उच्चतम् पदोन्न्त पद लेखा अधिकारी, प्रशासकीय अधिकारी को कृत्त) संलग्नाधिकारी के पद पर सभी वृत्त एवं वन मण्डल कार्यालय में पदस्थिति किया जावे। वनमण्डल कार्यालयों में महिला कर्मचारी हेतु पृथक से फीडिंग, रेस्ट रूम र्माण किया जावे, साथ ही वन मुख्यालय एवं प्रत्येक वृत्त कार्यालय में उनके क्षेत्रीय नमण्डलों से विभिन्न कार्यालयीन कार्यों के लिये आये लिपिकों को विश्राम साधन के लिये कक्ष आबंटन किया जावे।
वन लिपिक कर्मचारियों को प्रतिमाह 1000 मोबाईल भत्ता दिया जावे। कर्मचारी कल्याण मद एवं विभागीय पदोन्नति समिति में छग वन लिपिक वर्गीय र्मचारी संघ के पदाधिकारियों (प्रांतीय/संभागीय) को भी प्रतिनिधित्व दिया जावे। सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में पदस्थ लिपिक संवर्ग कर्मचारी को उनके पद नाम से आवास निर्माण एवं वन मुख्यालय में छत्तीसगढ़ वन में लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ को संघीय कार्य हेतु कक्ष आबंटन किया जावे। इन सभी बातों को लेकर कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए है।