सरगुजा
ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार ने पटवारी को हटाने दिया आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 9 मई। पहाड़ी कोरवाओं की जमीन को राजस्व विभाग के तहसीलदार, आरआई, पटवारी की टीम गठित कर मौका में पहुंच शिक्षक के अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। पहाड़ी कोरवा अति पिछड़ी जनजाति के लोगों के द्वारा पदस्थ पटवारी के द्वारा दुव्र्यवहार करने का भी आरोप लगाया गया, जिस पर तहसीलदार ने तत्काल पटवारी को हटाने का आश्वासन दिया।
लखनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लोसंगी के आश्रित ग्राम जामझोर में लगभग 10 एकड़ भूमि पर अवैध रूप से सादा कागज में बिक्री नामा 100, 50, 20,10 , रुपए और कपड़ा (साड़ी) में पहाड़ी कोरवाओं का जमीन हड़पने का मामला प्रकाश में आया था। उक्त आशय की खबर ‘छत्तीसगढ़’ ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। जिसके बाद जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी हरकत में आते हुए सोमवार को लखनपुर प्रभारी तहसीलदार प्रभाकर शुक्ला ने ग्राम लोसंगी के आश्रित ग्राम जामझोर के स्कूल प्रांगण में समस्त पीडि़त पक्ष एवं आरोपी शिक्षक खगेश सिंह पैकरा को बुलाकर सभी पहाड़ी कोरवाओं की भूमि को शिक्षक के अवैध कब्जा से मुक्त कराया और भूमि को इन सभी को कब्जा दिलाया गया।
इस दौरान आसपास गांव के काफी लोग एकत्रित हो गए थे, जिसमें कुछ और लोगों के द्वारा शिक्षक के द्वारा और भी जमीन को कब्जा कर अतिक्रमण करने का भी आरोप लगाया गया।
पहाड़ी कोरवा जनजाति के पीडि़त पक्षों के द्वारा वर्तमान में पदस्थ पटवारी देव साहनी की शिकायत समस्त पहाड़ी कोरवा के द्वारा तहसीलदार के समक्ष किया गया और बताया गया कि पटवारी के द्वारा हम सबको गाली गलौज और टोनही- टोनहा कहा जाता है और आरोपी शिक्षक से मिलकर हमको धमकी भी दी गई तथा इसके ऊपर जल्द से जल्द करवाई नहीं हुई तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के पास भी करने की बात पीडि़त पहाड़ी कोरवाओं के द्वारा कही गई।
उक्त बात को गंभीरता से लेते हुए जांच में आए प्रभारी तहसीलदार प्रभाकर शुक्ला ने पीडि़त पक्ष को आश्वस्त किया कि उक्त पटवारी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी और कार्य से हटाया जाएगा।