सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 12 मई। आज सरस्वती साइकिल योजना के तहत विकासखंड कुसमी के सेमरा स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में नवमीं व दसवीं की 44 बालिकाओं को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों निशुल्क साइकिल वितरण किया गया। यहां कुल 67 बालिकाओं को इस योजना के तहत साइकिल वितरित की जाएगी।
कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष हुमंत सिंह, उपाध्यक्ष हरीश मिश्रा, नगर पंचायत अध्यक्ष गोवर्धन राम, शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष व नगर पंचायत उपाध्यक्ष जावेद रहमानी सहित अन्य जनप्रतिनिधि मंचासीन हुए। गोवर्धन राम ने विद्यालय में व्यवस्थाओं के प्रति शासन की तैयारियों को सराहा तथा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर हरीश मिश्रा ने कहा कि बालिकाओं को शिक्षा के प्रति बढ़ावा देने के लिए यह योजना शासन द्वारा लागू की गई है। दूरदराज से जो बालिकाएं अध्ययन के लिए आती हैं, वह समय पर पहुंच जाएं।
श्री मिश्रा ने छात्राओं को नियमित रूप से शाला आने के लिए प्रेरित किया। संस्था के प्राचार्य गुलाम रसूल मंसूरी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। जिसके बाद सभी की उपस्थिति में छात्राओं को साइकिल वितरण किया गया।
इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र यादव, मंडल संयोजक हरिशंकर सोनवानी, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी सतेंद्र परमार सहित विद्यालय के शिक्षक - शिक्षिकाएं उपस्थित थीं।
‘छत्तीसगढ़’ से बालिकाओं ने कहा कि साइकिल मिलने से वे बहुत खुश हैं। अब उनके समय की बचत होगी, साथ ही स्कूल जाने में सुविधा मिलेगी। बालिकाओं ने बताया कि पहले वे कई किलोमीटर दूरी तय करने से थक जाती थी। इसका असर उनके पढ़ाई पर भी पड़ता था।
अब साइकिल मिल जाने से बहुत कुछ अच्छा होगा। साइकिल से जाने से थकावट नहीं लगेगी। समय की बचत के साथ घर के अन्य काम और स्कूल के पढ़ाई लिखाई के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
लाटरी निकाल प्रवेश
कक्षा पहली से दसवीं तक के विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए शासनादेश का पालन करते हुए पूर्ण पारदर्शिता के साथ टोकन के माध्यम से लाटरी निकाली गई। आवेदक पालकों, बच्चों, महिलाओं, जनप्रतिनिधियों ने बारी- बारी से पारदर्शिता वाले एक डब्बे में हाथ डालकर टोकन निकाला और निकाले गए टोकन अनुसार बच्चे एवं पालक की जानकारी सभी के समक्ष दी गई तथा इस लॉटरी प्रक्रिया में नियमानुसार बीपीएल एवं आर्थिक रूप से कमजोर संवर्ग को 25 प्रतिशत सीटों में प्राथमिकता दी गई तथा प्रत्येक कक्षा में 50 प्रतिशत बालक एवं 50 प्रतिशत बालिका हो यह सुनिश्चित किया गया।
मुख्यमंत्री महतारी दुलार योजना के तहत भी बच्चों को प्राथमिकता देते हुए प्रवेश प्रक्रिया में लाटरी कार्य पूर्ण की गई। इस प्रकार लाटरी प्रक्रिया के माध्यम से पहली से दसवीं तक के छात्राओं को विद्यालय में प्रवेश लिया गया।