रायपुर
समोदा डायवर्सन के लिए 260 करोड़ स्वीकृत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 मई। सूखे की मार झेल रहे किसानों के लिए अब राहत भरी खबर है। महानदी के किनारे बसे गांवों में पानी की समस्या की खबर को च्छत्तीसगढ़’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। पानी की कमी सिर्फ इन्हीं 8-10 गांवों की समस्या नहीं है। इस विशाल नदी के किनारे बसे सैकड़ों गांवों की हालत भी इससे जुदा नहीं है। सर्वे के मुताबिक महानदी की गहराई इन गांवों में करीब सौ फीट है। इन गांवों का जल स्त्रोत महानदी पर निर्भर है। लेकिन इस साल पहली बार पूरी तरह से सूख जाने से इन गांवों में पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गई है।
इसे देखते हुए राज्य शासन ने अधूरी पड़ी महानदी राजीव गांधी व्यापवर्तन योजना समोदा डायवर्सन के लिए 260 करोड़ 67 लाख 74 हजार रुपए मंजूर किए है, जिससे किसानों में खुशी है। उल्लेखनीय है कि आरंग के निसदा बांध का पानी निसदा से लवन कर 82 किमी नहर से गांवों तक पहुंचेगा जिससे सूखे की मार झेल रहे 35 गांवों के 28 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि पर किसान अब फसल ले सकेंगे।
निसदा से रानीसागर तक मात्र 12 किमी क्षेत्र के किसान 29 हजार हेक्टेयर में भरपूर फसल रहे रहे है। पिछले 18 सालों से करीब 28 हजार हेक्टेयर की खेती इस 70 किमी तक नहर न होने से प्रभावित होती रही है। नहर न होने से किसान वर्षा अधारित खेती ही कर रहे हैं और वर्षा के अभाव में सूखे की मार झेलते रहे हैं। इस योजना के लिए सीएम भूपेश बघेल ने राशि मंजूरी करवा दी है।
संसदीय सचिव विधायक कसडोल शकुन्तला साहू एवं कसडोल विधानसभा के किसानों ने महानदी राजीव व्यापवर्तन योजना समोदा डायवर्शन नहर पर निर्माण 26067.74 करोड़ रुपये दो सौ साठ करोड़ सड़सठ लाख चौहत्तर हज़ार रुपये के बहुप्रतीक्षित परियोजना के निर्माण को पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति मिलने पर कृषि एवं जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे का धन्यवाद आभार ज्ञापित किये।
मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि शकुन्तला का मेहनत का प्रतिफल है इस योजना के रुके हुए कार्य के संबंध में विधानसभा में अपनी बात रखी थी और लगातार इस परियोजना को पूरा करने के लिए मुझे याद दिलाती रही, इस परियोजना को जल्द पूरा करायेंगे और आपके पलारी और लवन अंचल के किसानों तक पानी पहुचायेंगे।
धन्यवाद ज्ञापित करने विधायक शकुंतला साहू के साथ क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं किसानों में प्रमुख रूप से जनपद अध्यक्ष पलारी खिलेंद्र वर्मा, किसान नेता सुकालू राम यदु, प्रवीण धुरंधर, जनपद सदस्य अनुराग पांडे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता देवीलाल बार्वे, महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी प्रताप डाहरिया, वरिष्ठ नेता रघुनंदन लाल वर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुनील कुर्रे आदि उपस्थित थे।
इस तरह पानी की कमी को पूरा करने की जा रही कोशिश
जलस्तर को स्थायी बनाए रखने के लिए जरूरी है कि महानदी के पानी को जगह जगह रोका जाए। महानदी में समोदा बैराज तटबंध और उद्वहन सिंचाई योजना के माध्यम से पानी के बहाव को परिवर्तित किया जा सकता है। जल क्रांति नीति अपनाकर भी जल स्तर को बढ़ाया जा सकता है। किसान जल की उपलब्धता के अनुसार अपनी फसल ले। छतों पर जल संचय अनिवार्य हो। भू जल दोहन पर अंकुश लगाए जाने चाहिए।
गांवों के किसान करते है पलायन
किसानों की खेती असिंंचित है जो बारिश के पानी पर ही निर्भर है। पर्याप्त पानी नहीं होने से फसल नहीं होती और अकाल की स्थिति निर्मित हो जाती है। आज भी लवन क्षेत्र के किसान फसल न होने से पलायन कर जाते है लेकिन अब नहर बन जाने से 35 गांवों में किसानों को खरीफ फसल के लिए पानी मिलेगा ओर वो खेती कर सकेंगे।