महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,19 मई। कल 18 मई को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के इतिहास विभाग के विद्यार्थियों ने डॉ रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास के मार्गदर्शन में निर्माणाधीन छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करने हेतु धरोहर झरोखा मिनी संग्रहालय का अवलोकन किय।
उन्होंने स्थापित मूर्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। मालूम हो कि महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में संचालनालय संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग रायपुर पर्यटन मंडल रायपुर के सहयोग से इतिहास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को प्रदर्शित करने हेतु शासन से उत्खनन में प्राप्त मूर्तियों की प्रतिकृति, टेराकोटा आर्ट, आदिवासी कला संस्कृति,छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को धरोहर झरोखा के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है।
यह धरोहर झरोखा निर्माणाधीन है। इतिहास विभाग के विद्यार्थियों ने कल छठवी सदी ईसा के देवरानी जेठानी मंदिर जिला बिलासपुर से प्राप्त रूद्र शिव की मूर्ति की प्रतिकृति, सिरपुर से छठवी सदी में प्राप्त मंजूश्री गणेश, पद्मपाणि, नवी एवं 10 वीं सदी की महिषासुर मर्दिनी, डीपाडीह से प्राप्त 11 वीं सदी की महेशपुर की त्रिपुरी कालीन मूर्ति,कलचुरी कालीन कला शैली के 11वीं एवं 12वीं शताब्दी के नायिका की प्रतिकृति का अवलोकन किया एवं उसके बारे में जानकारी प्राप्त की।
एम ए चतुर्थ सेमेस्टर इतिहास की विद्यार्थी हेमा, इंदिरा,दुर्गा, करिश्मा, खिलेश्वरी, रेशमा, रीना, नवीन, सीनल, लालू, महेंद्र, मीनाक्षी आदि विद्यार्थी ने अवलोकन किया। अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर इतिहास के विद्यार्थियों को डॉक्टर अनसूया अग्रवाल, डॉ जया ठाकुर, डॉक्टर मालती तिवारी, अजय राजा, डॉक्टर वैशाली गौतम हिरवे, डॉक्टर दुर्गावती भारती ने शुभकामनाएं दी है।