महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 23 मई। समीप के बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र के आसपास के ग्रामों में आजादी के 75 वर्षों बाद भी बिजली नहीं पहुचने की खबर ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशन के बाद अब कलेक्टर बलौदाबाजार के निर्देश पर विद्युतीकरण हेतु विभागीय तौर पर सर्वे कर लिया गया है।
विद्युत मंडल के उच्च अफसर के अनुसार सर्वे रिपोर्ट के साथ मोहदा सहित कोई दर्जन भर ग्रामों में विद्युतीकरण का प्रस्ताव एवं प्राकलन वन मण्डलाधिकारी बलौदाबाजार के समक्ष प्रस्तुत किया गया है, जहां से स्वीकृति के बाद कार्य प्रारम्भ किया जाएगा।
उक्त मामले में कसडोल विद्युत मंडल के अधीक्षण यंत्री एस एस पांडव ने ‘छत्तीसगढ़’ से मोबाइल पर चर्चा करते हुए बताया कि कलेक्टर महासमुन्द के निर्देश पर विद्युत मण्डल द्वारा विद्युत विहीन ग्रामों का सर्वे कर लिया गया है। अब सर्वे रिपोर्ट सोमवार को डीएफओ बलौदाबाजार के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। डी एफ ओ द्वारा अनापत्ति देने के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा जहां से जल्द ही विद्युतीकरण का कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश मिलने की संभावना है। सर्वे एवम विद्युतीकरण के प्रयासों की पुष्टि कसडोल जनपद अध्यक्ष रामचरण यादव ने भी की है।
अब सडक़ पर उतरेंगे ग्रामीण—संतोष
दूसरी ओर वन ग्रामों की समस्याओं के समाधान हेतु कार्यरत जन संघर्ष समिति के सचिव संतोष सिंह ठाकुर ने बताया कि अभी जिस तरह का सर्वे हुआ है। उस तरह के सर्वे पूर्व में भी हो चुके। अब बार क्षेत्र के ग्रामीण मुख्यमंत्री के क्षेत्र में दौरे का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीण मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांग रखेंगे।
श्री ठाकुर के अनुसाए वर्तमान में ग्राम बफरा, भिभौरी, नवाडीह,गुड़ागढ़, बार, हरदी, रामपुर, मुड़पार, पाड़ादाह, दोंद, ढेबी, ढेबा, मोंहदा, रवान, कौहाबाहरा, गजरा, मुरुम, छताल, दलदली, के ग्रामवासियों की एक बैठक 29 मई को बारनवापारा में आयोजित की गई है।श्री ठाकुर के अनुसार इस बैठक में ग्रामो की समस्याओं की सूची बना कर मुख्यमंत्री के क्षेत्तीय दौरे के दौरान उन्हें सौंप कर समाधान की मांग रखी जायेगी।यदि इसके बाद भी मांग नही मानी गयी तो वनवासी सडक़ की लड़ाई लडऩे मजबुर होंगे। ऐसे सभी ग्राम जो समस्या से जूझ रहे हैं, उसका सुची बनाएंगे। और उस सुची को मुख्यमंत्री के आने पर क्षेत्र के लोग बारी बारी से मुख्यमंत्री से पुछेंगे। और जवाब लेंगे।
विद्युत, स्कूल एवम नेटवर्क प्रमुख मांग
ग्रामीणों के अनुसार बार क्षेत्र के ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधारने के लिए विद्युत , हाई स्कूल एवम मोबाइल नेटवर्क की सख्त आवश्यकता है। ग्रामीण सबसे पहले उक्त सुविधाओ की मांग कर रही है।
सन्तोष ठाकुर के अनुसार विद्युत नही होने से उनका जीवन नर्क ही बना हुआ है। आजकल पढ़ाई हो या कोई भी सरकारी कार्य ये सभी मोबाइल से ही होते है। परन्तु नेटवर्क नहीं रहने से यहां के निवासी आज भी सोलहवीं सदी जैसा जीवन यापन कर रहे हंै। बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लिहाजा अब ग्रामीण आरपार की लड़ाई के लिए तैयार है।