महासमुन्द
परीक्षार्थियों ने माना कि ऑनलाइन पढ़ाई का असर है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 मई। छग व्यावसायिक परीक्षा मंडल की ओर से रविवार को जिला मुख्यालय महासमुंद में प्री.इंजीनियरिंग पीईटी व प्री फार्मेसी टेस्ट पीपीएचटी की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हुई। पूरे 2 साल बाद हुई इस परीक्षा में गणित के सवालों ने परीक्षार्थियों को उलझाया। कहा जा रहा है कि इस अवधि में ऑनलाइन पढ़ाई होने के चलते परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से नहीं हो पाई थी। दोनों परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली में पीईटी व दूसरी पाली में पीपीएचटी की परीक्षा आयोजित थी।
इसके लिए जिले में चार केंद्र बनाए गए थे। पहली पाली में एक व दूसरी पाली में तीन केंद्र में परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए कुल 401 परीक्षार्थी ने अपना पंजीयन कराया था। लेकिन 233 ने ही परीक्षा दी। वहीं फार्मेसी के लिए 865 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। जिसमें से 578 ने ही परीक्षा दी। पीईटी में 168 व पीपीएचटी में 287 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
जिले के नोडल अफसर डिप्टी कलेक्टर राकेश गोलछा ने बताया कि पीईटी की परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य पीजी महाविद्यालय व दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजकर 15 मिनट तक महाप्रभु वल्लभाचार्य पीजी महाविद्यालय, शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय एवं महर्षि विद्या में मंदिर में आयोजित हुई। दोनों ही परीक्षाओं के लिए पूर्व में ही तैयारियां कर रखी थी। शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न हुई है। पीईटी में 168 व पीपीएचटी में 287 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षार्थियों में अधिकांश का कहना था कि गणित के प्रश्न कठिन थे। हालांकि प्रश्न.पत्र सरल है लेकिन तैयारी में कमी हो गई। सभी का पर्चा तो ठीक बना है, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई के कारण थोड़ा असर पड़ा है। कोविड के चलते पिछले दो सालों से ऑनलाइन पढ़ाई हुई थी। आरंग निवासी नवीन साहू ने बताया कि अपने स्तर पर परीक्षा की तैयारियां ठीक थी, लेकिन लंबे समय से ऑनलाइन पढ़ाई के कारण तैयारी में फर्क पड़ा है।