सरगुजा
शिव-पार्वती सहित अन्य जीवंत झांकियां रही आकर्षण का केंद्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 4 जुलाई। मां बनभौरी मंदिर समिति अंबिकापुर द्वारा मां बनभौरी प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत आज कला केंद्र मैदान से घड़ी चौक, संगम चौक, महामाया चौक, जय स्तंभ चौक, अग्रसेन चौक, अग्रसेन भवन से होते हुए कुंडला में नवनिर्मित मंदिर प्रांगण तक विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इससे पूर्व समिति द्वारा मां की ज्योति यात्रा कलश यात्रा के कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। शोभायात्रा में शिव-पार्वती सहित अन्य जीवंत झांकियां आकर्षण का केंद्र रही।
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल हनुमान राइस मिल ने बताया कि शोभायात्रा का आयोजन कुंडला में मां बनभौरी मंदिर निर्माण की खुशी को आम जनता के साथ साझा करने व उसके प्रयोजन की सार्वजनिक स्वीकार्यता प्राप्त करने की दृष्टि से किया गया और यही इसका उद्देश्य भी है। उन्होंने कहा कि शोभा यात्रा प्राण प्रतिष्ठा के निर्धारित कर्मकांडो का अनिवार्य हिस्सा है।
शोभायात्रा में माता के केसरिया निशान हाथ में लिए ढोल बैंड शैला नगाड़ों की धुन में पितांबर परिधान में सुसज्जित हजारों युवा पुरुष माता बहनें पूरे मार्ग में नाचते गाते नजर आए। शोभायात्रा के मुख्य आकर्षण यात्रा के दौरान निकाली गई झांकियां रही, जिसमें एक पुरुष व महिला को पौराणिक परिधानों से सुसज्जित कर शिव पार्वती का जीवंत स्वरूप दिया गया था, जिसमें नंदी भगवान भी साथ दिखे। साथ ही कृष्ण-राधा व हनुमान की जीवंत झांकी भी नगर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी, वहीं एक रथ पर सवार नौ कुंआरी कन्याओं के रूप में नवदुर्गा की झांकी निकाली गई। मां बनभौरी के संघर्ष की गाथा को अभिव्यक्त करती एक झांकी में मां बनभौरी का दरबार बनाकर उसमें माता को भौरे का रूप दिया गया।
विदित हो कि पौराणिक कथाओं के अनुसार जब आतताई राक्षसों से पूरा समाज परेशान था, तब मां बनभौरी ने भंवरा का रूप ग्रहण कर वरुण नामक दैत्य का संहार किया था। शोभा यात्रा के दौरान कला केंद्र से लेकर कुंडला मंदिर परिसर तक विभिन्न सामाजिक संगठनों व्यवसायिक संगठनों द्वारा मार्ग में भक्तों का जगह-जगह फूल माला से स्वागत अभिनंदन किया तथा जलपान शीतल पेय की व्यवस्था की थी।
पूरी यात्रा के दौरान भक्तों ने अनुशासन के साथ यात्रा में भाग लिया तथा आवागमन को प्रशस्त रखने का प्रयास किया। इस अवसर पर मां बनभौरी मंदिर समिति के सभी पदाधिकारी-कार्यकर्ता, अनेक जिलों से आए हुए माता के भक्त हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।
कल डांडिया, मेहंदी व जागरण उत्सव
बनभौरी माता के 7 दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत आज डांडिया उत्सव होगा।डांडिया उत्सव के पश्चात मेहंदी उत्सव व उसके बाद माता का जागरण किया जाएगा।
6 को माता मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
6 जुलाई को माता बनभौरी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रात: पूजा अर्चना के पश्चात छप्पनभोग व सवामनी का प्रसाद चढ़ाया जाएगा, तत्पश्चात 1 बजे से महामंगल पाठ व संध्या 6 बजे से बाहर से आये कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।