महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। सरायपाली के ओडिशा बार्डर से लगे 70-80 गांवों में पिछले दो दिनों से अंधेरा छाया हुआ है। बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से शिकायत के बाद भी समस्या दूर नहीं हो पा रही है। अधिकारी फाल्ट की बात तो मान रहे हैं, लेकिन कोरा आश्वासन देकर मामले में टालमटोल कर रहे हैं। इस क्षेत्र में बारिश नहीं होने से ग्रामीण उमस व गर्मी से परेशान है। वहीं रात में जहरीले जीव-जंतुओं का भी भय है। इसके अलावा बड़ी समस्या पीने के पानी की भी है। बिजली न आने से नलों में पानी नहीं आ रहा है। पिछले दो दिनों से ग्रामीण पेयजल व निस्तारी की समस्या से जूझ रहे हैं।
सरायपाली जोन के कार्यपालन अभियंता आरके अरोरा ने बताया कि 132केवी व दो सब स्टेशन में फाल्ट होने के कारण गांवों में लाइट बंद है। जल्द ही फाल्ट ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। मालूम हो कि यह गांव जिले के अंतिम छोर व ओडिशा बार्डर से लगा हुआ है। इन सारी समस्याओं के बीच बच्चे चिमनी की रोशनी में पढ़ाई करने का मजबूर हैं। ग्राम पैकिन, कुदका, खम्हारपाली, भोथलडीह, सागरपाली, सिंघोड़ा सहित आसपास गांव में बिजली नहीं है। पूरा गांव ब्लैक आउट है।
सागरपाली के ग्रामीण विरेन्द्र कर, निलेश तिवारी, संपत, अखिलेश ने बताया कि गांव में दो दिन से बिजली नहीं है। बिजली बंद के संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों से जब बात करते हैं तो वे फाल्ट बताकर टालमटोल करते हैं। बच्चों से लेकर बूढ़े तक बिजली न होने से परेशान हैं। लाइट न होने से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। निस्तारी सहित पेयजल की भी समस्या बनी हुई है।