राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जुलाई। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने बारिश के मौजूदा हालात के बीच डूबते शहर के लिए महापौर आयुक्त के ‘फोटो सेशन’ को जिम्मेदार ठहराया है। यदु ने कहा कि मानसून की शुरूआत में ही विकराल स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। निचली बस्तियां ही नहीं शहर के कई इलाकों में नाली-नाला का पानी घरों तक घुस रहा है। कई स्थानों पर तो घुटने से ऊपर तक पानी चढ़ रहा है।
नेता प्रतिपक्ष किशुन ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि शहर में सफाई और ड्रेनेज व्यवस्था नाली और नाले के गंदे पानी में बह गई है। बसंतपुर जिला अस्पताल के वार्डों और ओटी तक नाला का गंदा पानी घुस रहा है। राजीव नगर, इंदिरा नगर, नंदई, मोतीपुर, रामनगर, शंकर नगर, चिखली, गौरीनगर, वर्धमान नगर, महेश नगर, लखोली, कैलाश नगर इलाकों में कहीं घुटने से ऊपर तक गंदे पानी के भराव की स्थिति बन रही है तो कहीं सडक़ ही पानी में डूब रही है।
उन्होंने कहा कि लोगों के घरों के भीतर गंदा पानी घुस रहा है। वार्डों में गंदे पानी का जमाव हो रहा है। यह स्थिति घातक है। गंदे पानी की वजह से गंभीर संक्रामक बीमारियां फैल सकती है। अस्पताल जैसी जगह के हालात बदतर है।
यदु ने बताया कि यही नहीं पानी निकासी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी अमल नहीं किया जा रहा है। निगम से पार्षदों को जेसीबी मुहैया नहीं कराई जा रही है। जिसके चलते आपातकालीन इंतजाम करने में परेशानियां सामने आ रही है। वार्डवासी नाली-नाला के पानी और गंदगी के बीच रहने मजबूर हैं और पार्षद बेबस हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते कहा कि शहर आज जिन बिगड़े हालातों का सामना कर रहा है, उसके लिए महापौर-आयुक्त ही जिम्मेदार हैं। मॉनसून से पहले दोनों ही जिम्मेदार नाली-नाला की सफाई अभियान का ढिंढोरा पीटते रहे। तस्वीरें खिंचवाई गई और अखबारों में छपवाई गई, लेकिन इस दिखावे की हकीकत सामने आने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। शहरभर में बारिश के पानी निकासी की अव्यवस्था ने सारी पोल खोल कर रख दी है।